ईश्वर दुबे
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Bhilai
महादेव सट्टा एप के आरोपित नीतीश दीवान का हिमाचल कनेक्शन सामने आया है। महादेव सट्टा घोटाला मामले के आरोपित नीतीश दीवान को प्रोडक्शन वारंट पर अपने साथ ले जाने के लिए हिमाचल प्रदेश पुलिस ने स्पेशल कोर्ट में अर्जी दाखिल की है। स्पेशल कोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए हिमाचल प्रदेश पुलिस की प्रोडक्शन वारंट के आवेदन को खारिज कर दिया है।
दरअसल, नीतीश दीवान ने हिमाचल प्रदेश में महादेव सट्टा एप को संचालित करने के लिए 100 से अधिक बैंक खाते खुलवाए हैं। पुलिस को इसके पुख्ता प्रमाण मिले हैं। इन आरोपों और मिले सबूतों के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए नीतीश दीवान पर कांगड़ा जिला के धर्मशाला थाना में एफआइआर दर्ज कर ली है।
थाने में दर्ज एफआइआर मामले में पूछताछ के लिए नीतीश दीवान को अपने साथ ले जाने के लिए हिमाचल प्रदेश पुलिस रायपुर पहुंची है। इसी के तहत हिमाचल पुलिस ने स्पेशल कोर्ट में प्रोडक्शन वारंट के लिए स्पेशल कोर्ट में अर्जी दाखिल की थी। जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया है। फिलहाल नीतीश दीवान रायपुर जेल में बंद है।
दुर्ग । स्वीप कार्यक्रम के तहत भिलाई के सेक्टर 9 चौक से ’भिलाई रन्स फॉर वोट’ मैराथान का आयोजन किया गया। मैराथन ग्लोब चौक पर समाप्त हुई।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी के मार्गदर्शन में आगामी लोकसभा निर्वाचन में मतदान प्रतिशत् में वृद्धि हेतु निरंतर आयोजन किए जा रहे हैं। भिलाई के सेक्टर 9 चौक से ’भिलाई रन्स फॉर वोट’ मैराथान का आयोजन किया गया। यह आयोजन सेक्टर 9 हॉस्पिटल चौक से शुरू होकर ग्लोब चौक में समाप्त हुआ। इस कार्यक्रम में भिलाई निगम आयुक्त ने सभी प्रतिभागियों और मतदाताओं को मतदान की शपथ दिलाई।
कार्यक्रम में जिले के नागरिक एवं छात्र-छात्राओं को मतदान हेतु प्रेरित किया गया। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ, नगर निगम भिलाई के आयुक्त, महिला बाल विकास विभाग एवं शिक्षा विभाग के अधिकारीगण, बीएसपी के अधिकारीगण एवं जिले के अन्य गणमान्य नागरिक भारी संख्या में उपस्थित रहें।
बिलासपुर । जिले के कोटा थाना क्षेत्र में एक युवक तलवार लहराकर लोगों को डरा रहा था, जिसे कोटा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जानकारी के अनुसार 30 मार्च की शाम को थाना प्रभारी कोटा को सूचना मिली की ग्राम रानीसागर रोड में एक अज्ञात व्यक्ति तलवार लहराकर लोगों को डरा धमका रहा है, वही सूचना मिलने पर तत्काल पुलिस टीम भेज कर ग्राम रानीसागर रोड में सार्वजनिक स्थान पर तलवार लहराने वाले आरोपी अश्वनी कुमार बंजारे के कब्जे से धारदार तलवार जप्त कर थाना लाकर विधिवत् गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया, उक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी रजनीश सिंह प्रधान आरक्षक रविंद्र मिश्रा और आरक्षक रवि राजपूत, विश्वजीत खूँटे एवं सुनील पटेल सक्रिय रहे बता दें लोकसभा चुनाव को देखते हुए जिले एसपी ने असमाजिक तत्व एवं शांति भंग करने वालों के विरुद्ध कार्यवाही करने के साथ ही अपराध को रोकने के आदेश दिए है।
रायपुर। शहर के निजी अस्पताल में भर्ती बैकुंठपुर की रेप पीड़िता से रविवार को स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने मुलाकात कर स्वास्थ्य की जानकारी ली। स्वजनों से भी चर्चा किया। इलाज के लिए मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत 22 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की गई है।
19 वर्षीय युवती के प्रेमी ने 20 अक्टूबर,2023 को ग्राम गनपतपुर के ठिहाईपारा जंगल बुलाया। अपने दोस्त के साथ मिलकर युवती से दुष्कर्म किया था। उस दौरान झूमाझटकी में युवती 11 हजार वोल्ट के तार की चपेट में आने से गंभीर रुप से झुलस गई थी। दोनों आरोपी पीड़िता को मौके पर ही छोड़कर भाग गए। ग्रामीणों से सूचना मिलने पर पुलिस ने युवती को बैकुंठपुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया था।
जिला अस्पताल से 20 दिन बाद स्वजनों ने करा ली थी छुट्टी
गंभीर हालत में जिला अस्पताल बैकुंठपुर में भर्ती रेप पीड़ित लड़की के स्वजन 20 दिन बाद खुद ही उसे डिस्चार्ज कर घर ले गए थे। घर में उसकी सही देखभाल न हो पाने के कारण उसे सेप्टिसीमिया बीमारी हो गई। युवती की हालत लगातार बिगड़ती चली गई।
उसे आइओसीएल के स्थानीय अधिकारी की मदद से 22 फरवरी 2024 को रायपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।उस दौरान युवती आक्सीजन पर थी। हीमोग्लोबिन दो ग्राम पहुंच चुका था। उसके पूरे शरीर में संक्रमण फैल चुका था। उसके बचने की उम्मीद कम थी। लेकिन अब धीरे-धीरे स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है।
जानकारी के मुताबिक, युवती की हालत में सुधार हुआ है। उसका हीमोग्लोबिन अब 10 ग्राम है। वह बातचीत भी करने लगी है। निजी अस्पताल के डाक्टर के अनुसार अभी युवती को लगभग एक महीने और अस्पताल में निगरानी में रखना पड़ेगा। उसके कुछ और आपरेशन भी करने होंगे।
रायपुर। 38 साल पहले शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय धरमपुरा के छात्रसंघ अध्यक्ष के रूप में लीड करने का शुरू हुआ किरण सिंहदेव का सफर अब छत्तीसगढ़ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष तक पहुंच चुका है। 17 सितंबर 1962 को सुकमा में जन्मे किरण देव राजनीति में सक्रिय होने से पहले अधिवक्ता रहे। सुकमा जमींदार परिवार के किरण सिंह देव को राजनीति विरासत में मिली। चार भाइयों में सबसे छोटे किरण ने घर पर ही अपने भाइयों को राजनीति में नेतृत्व करते बचपन से ही देखा करते थे। उन पर हिंदी की यह कहावत, 'होनहार बिरवान के होत चिकने पात' सटीक बैठती है।
संगठनात्मक क्षमता और नेतृत्व करने की दक्षता छात्र जीवन से ही दिखने लगी थी। अब उनका मानना है कि छत्तीसगढ़ में पिछले पांच वर्षों तक कांग्रेस ने केवल कुशासन, भ्रष्टाचार किया। अंतहीन घोटाले, विश्वासघात और विफलताओं के कारण ही जनता ने कांग्रेस को सत्ता से बेदखल कर दिया। अब कांग्रेस के पास न कोई नीति बची है और न ही कोई नीयत रह गई।
उनका मानना है कि अभी प्रदेश में भाजपा की विष्णुदेव साय सरकार 'मोदी की गारंटी' को वेद वाक्य मानते हुए जुट गई है। असंभव से दिखते वादों को झटके में पूरा करने की क्षमता केवल भाजपा की ही सरकार में हैं। नईदुनिया के राज्य ब्यूरो प्रभारी संदीप तिवारी ने छत्तीसगढ़ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव से खास बातचीत की। प्रस्तुत है बातचीत के प्रमुख अंश -
- आसन्न लोकसभा चुनाव में बस्तर में पहले चुनाव है, यहां आपकी पार्टी पिछली बार हारी थी, इस बार कितनी चुनौती है?
इस बार बस्तर भी हम जीतेंगे। भाजपा बस्तर ही नहीं, प्रदेश की सभी 11 लोकसभा सीटों को जीतने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रही है, हम जीतेंगे। बस्तर की जहां तक बात है तो यहां हमारे मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का लगातार प्रवास चल रहा है। प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल, महामंत्री संगठन पवन साय समेत सभी मंत्री, सांसद, विधायक लगातार दौरा कर रहे हैं। सभी वरिष्ठ नेता सक्रिय हैं। हमारे यहां प्रांत से लेकर बूथ तक की रचना है। विधानसभा चुनाव से ही हम सक्रिय है। राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के नेतृत्व में हम काम कर रहे हैं। उनके निर्देश पर कार्यक्रमों का क्रियान्वयन कर रहे हैं।
नहीं, एक भी ऐसा कोई मामला बता दें, सभी स्वस्फूर्त पार्टी में शामिल हो रहे हैं। वास्तविकता तो यह है कि पुराने कांग्रेसियों का मोहभंग हो चुका है। इसका कारण यह है कि कांग्रेस में न नीयत है, न नेता हैं, न किसी प्रकार की विशेष योजना और न ही कोई कार्यक्रम हैं। पिछले पांच वर्ष की कांग्रेस के सरकार में भय का वातावरण निर्मित हुआ है। जिन नेताओं की अच्छी छवि है व शुद्ध मन के साथ राजनीति में काम कर रहे हैं वह कांग्रेस में घुटन महसूस कर रहे हैं। मैं स्पष्ट कर रहा हूं कि गुण-दोष के आधार पर भाजपा में उनका समावेश हो रहा है। ऐसे नेता जो छत्तीसगढ़ की जनता की हित में सेवा करने की इच्छा रखते हैं। उनका पार्टी में आगे भी स्वागत है।
- 60 माह के भूपेश बघेल और तीन माह के विष्णुदेव साय सरकार के कामों का आकलन कैसे करते हैं?
आप स्वयं ही आकलन कर लीजिए। 60 महीने की कांग्रेस की भूपेश सरकार ने छत्तीसगढ़ की जनता को केवल भ्रष्टाचार दिया, अनाचार दिया, दुराचार दिया, अत्याचार दिया। हत्याओं का दौर चला। पांच साल तक कांग्रेस की सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान कार्ड योजना जैसी महत्वाकांक्षी योजनाओं को रोककर रखा। कई कल्याणकारी योजनाएं जो कि जन-जन तक पहुंचनी थी, उनको हितग्राहियों तक पहुंचाने से रोका। भाजपा ने जनता को वचन दिया कि मोदी की गारंटी पर काम करेंगे और प्रदेश में भाजपा की सरकार बनते ही 18 लाख गरीब परिवारों के लिए मकान बनाने की स्वीकृति प्रदान की। महतारी वंदन योजना में हमने महिलाओं के खाते में एक हजार रुपये भेजना शुरू कर दिया। किसानों से धान 3,100 रुपये प्रति क्विंटल खरीदी शुरू हो गई। केंद्र सरकार की मोदी सरकार की समर्थन मूल्य की राशि किसानों को पहले ही मिल गई थी, अब अंतर की राशि विष्णुदेव साय सरकार ने दे दी। कांग्रेस ने किसानों के बकाया बोनस की राशि देने की बात की थी मगर नहीं दिया, हमने बकाया बोनस की राशि भी दी।
- इतने कम समय में ही आप कांग्रेस के कामों का मूल्यांकन अपनी सरकार से कैसे कर सकते हैं?
कांग्रेस की भूपेश सरकार ने अपने घोषणा पत्र में 36 वादे किए थे, किसी को भी पूरा नहीं किया। युवाओं, महिलाओं और किसानों समेत सभी वर्ग को कांग्रेस ने ठगने का काम किया है। अभी छत्तीसगढ़ में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और प्रदेश में भाजपा की विष्णुदेव साय की डबल इंजन की सरकार है। इसलिए आप देख रहे हैं कि हमने प्रमुख वादों को अभी पूरा कर दिया। यही वजह है कि प्रधानमंत्री पर विश्वास न सिर्फ छत्तीसगढ़ में, बल्कि पूरे देश में है। इसमें मैं प्रदेश जनता को साधुवाद देता हूं कि जनता ने कांग्रेस-भाजपा के कामों का खुद मूल्यांकन किया , तुलना की और विधानसभा चुनाव में भाजपा को चुना है। इसी तरह अगले लोकसभा चुनाव में भी जनता भाजपा को चुनेगी।
- बस्तर में भाजपा के कई नेता मारे गए, टारगेट किलिंग हुई। अभी क्या हालात हैं?
अब इस क्षेत्र में क्रियान्वयन एजेंसियों के द्वारा तेजी से काम किया जा रहा है। दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी की योजनाओं को हम बस्तर के अंदरूनी इलाकों तक पहुंचा रहे हैं। मोदी की गारंटी पर गारंटी है। मोदी हैं तो मुमकिन है। हमारे सभी नेता जनसभा में पहुंच रहे हैं। यहां के कार्यकर्ताओं में बड़ा उत्साह है। धीरे-धीरे हालात सुधर रहे हैं।
- आप ओजस्वी नेता माने जाते हैं, आपको भाजपा ने बड़ी जिम्मेदारी दी, कैसा महसूस कर रहे हैं?
ओजस्वी नेता वाली बात नहीं है, यहां दायित्वों का आना-जाना चलता है। मैं भाजपा का छोटा कार्यकर्ता हूं। यहां आंतरिक लोकतंत्र मजबूत है। मुझे अध्यक्ष बनने का कोई भाव नहीं है, केवल कार्यकर्ता का भाव है। यहां जो दायित्व मिलता है तो उसका निर्वहन कर सकें। इसका आराध्य कुल देवी व छत्तीसगढ़ की महतारी से निवेदन हैं।
संघ और भाजपा संगठन के बीच समन्वय कैसा है, इसका लाभ किस तरह मिल रहा है?
भाजपा एक राजनीतिक पार्टी होने के नाते सभी क्षेत्रों में काम कर रही है। सभी अलग-अलग विचार वाले संगठन, हमारे संघ परिवार के साथ जो कि भी अलग-अलग विंग हैं वह परिवार के लोग हैं। निश्चित रूप से हम संयुक्त परिवार के साथ आगे बढ़ रहे रहे हैं। हमारे मोर्चे, प्रकोष्ठ और बूथ तक की ईकाई एक लक्ष्य को लेकर समन्वय के साथ आगे बढ़ रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कह रहे हैं कि भाजपा सरकार में भी कोयला-शराब में वहीं सप्लायर काम कर रहे हैं, भ्रष्टाचार हो रहा है। भूपेश ने भ्रष्टाचार किया, जनता ने उनको रास्ता दिखा दिया। तीन महीने की विष्णुदेव साय सरकार स्वच्छ छवि की सरकार है। जनता के हित में उठाए गए कदमों को अगर ये दूसरे शब्दों से जोड़ेंगे तो वह स्वयं आकलन कर लें। भूपेश ने जो भ्रष्टाचार किया उसका हिसाब जनता ने कर दिया। परिणाम उनके सामने है।
मोदी सरकार की विफलता और कांग्रेस की न्याय गारंटी योजना इस चुनाव में कांग्रेस का प्रमुख मुद्दा रहेगा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज व सह प्रभारी विजय जांगिड़ ने रविवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में दो महत्वपूर्ण बैठकें ली। पहली बैठक प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ताओं की हुई तथा दूसरी बैठक जिलों के प्रभारी, पदाधिकारियों की हुई।
प्रवक्ताओं की बैठक में दीपक बैज ने कहा कि इस चुनाव में दो महत्वपूर्ण मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाना है। पहली मोदी सरकार की 10 वर्ष की विफलता, वादाखिलाफी और दूसरी कांग्रेस ने जनता हर वर्ग के लिए जो पांच गारंटी दी है, उनको हर मंच सेे जनता के बीच उठाना है। बैज ने कहा कि नारी न्याय योजना में हर महिला को सालाना एक लाख रुपये देने की गारंटी कांग्रेस ने दिया है।
किसानों को एमएसपी देने के लिए कांग्रेस कानून बनाएगी। मनरेगा मजदूरों की मजदूरी कांग्रेस 200 रुपये से बढ़ाकर 400 रुपये करने की गारंटी दी है। इसके साथ कांग्रेस 30 लाख युवाओं को रोजगार देने की गारंटी देती है। कांग्रेस हर जिलों में 5,000 करोड़ रुपये का बजट बनाएगा, जो युवाओं को स्वरोजगार स्थापित करने में मदद करेगी।
महंगाई,बेरोजगारी को जनता तक पहुंचाना है
बैठक को संबोधित करते हुए सह प्रभारी विजय जांगिड़ ने कहा कि प्रवक्ता, पार्टी का चेहरा होते हैं। हर प्रवक्ता को आक्रामकता से मोदी सरकार की 10 सालों की विफलता को जनता तक पहुंचानी है। महंगाई, बरोजगारी, किसानों से महिलाओं से धोखा इस चुनाव में हमारे बड़े मुद्दे है। भाजपा चुनाव को मुद्दों से भटकाएगी, लेकिन हमें जनता के मुद्दों को छोड़ना नहीं है।
जिला प्रभारी पदाधिकारियों की बैठक में सभी जिलों में चुनाव प्रचार कार्यों एवं संगठनात्मक गतिविधियों की समीक्षा की गई। सभी को अपने प्रभार जिलो में बूथ कमेटियों तक की सक्रियता से निगरानी तथा प्रत्याशियों के प्रचार अभियान को गति देने का निर्देश दिया गया।
रायपुर। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर प्रदेश से लगे राज्यों की सरहदों पर विभागों की नजर जमी हुई है। यहां चेकपोस्ट बनाए गए हैं। आचार संहिता की वजह से बिना दस्तावेज वस्तुओं के परिवहन पर नजर रखने के लिए 20 अलग-अलग विभागों की प्रवर्तन की टीमें जमीन से लेकर आसमान पर नजर रख रही है। सरहदों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
निर्वाचन कार्यालय के आंकड़ों पर गौर करें तो आचार संहिता के लागू होने की तारीख 16 मार्च से लेकर अब तक प्रदेशभर में नकदी व अन्य सामानों को मिलाकर लगभग 27 करोड़ रुपये की धनराशि व सामान जब्त किए गए हैं। सरहदों पर चौकसी बढ़ा दी गई है। शहरों के भीतर भी जांच जारी है। एयरपोर्ट, रेलवे, पुलिस, आयकर, ईडी सहित केंद्रीय व राज्य सरकार की प्रवर्तन व जांच एजेंसियों को अलर्ट किया गया है।
नकदी, जेवर, मादक पदार्थ व वस्तुएं जब्त
निगरानी के दौरान रायपुर सहित अन्य चेक पोस्टों पर नकदी, ज्वेलरी, मादक पदार्थों के साथ अन्य वस्तुएं जब्त की गई है। जांच दलों की निगरानी पर सराफा, किराना, कपड़ा व्यापारी संगठनों के प्रतिनिधियों कहना है कि प्रशासन को नियमों में ढील देनी चाहिए। विधानसभा चुनाव के दौरान दिवाली के सीजन में आचार संहिता लागू थी,वहीं अब लोकसभा के दौरान शादियों के सीजन में आचार संहिता की वजह से व्यापारियों को कई स्थानों पर परेशानी उठानी पड़ रही है।
50 हजार से अधिक कैश होने पर दिखाने होंगे दस्तावेज
नियमों के मुताबिक आम आदमी हो या व्यापारी 50 हजार से अधिक कैश के साथ यात्रा करने पर जांच में पकड़े जाने पर उन्हें जरूरी दस्तावेज दिखाने होंगे। चाहे बैंक की रसीद हो या एटीएम की पर्ची। बैंक से राशि निकालने पर पासबुक या मोबाइल बैकिंग में लेन-देन का अपटेड रखना होगा।
तीन चरणों में होगा मतदान
राज्य की 11 लोकसभा सीटों के लिए तीन चरणों में 19 अप्रैल, 26 अप्रैल और सात मई को मतदान होगा। नक्सल प्रभावित बस्तर (एसटी) लोकसभा क्षेत्र में 19 अप्रैल को, महासमुंद, राजनांदगांव और कांकेर (एसटी) में 26 अप्रैल को व शेष सात संसदीय क्षेत्र रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, रायगढ़ (एसटी), कोरबा, जांजगीर-चांपा (एससी) और सरगुजा (एसटी) में सात मई को अंतिम चरण का मतदान होगा।
भिलाई. छत्तीसगढ़ जर्नलिस्ट यूनियन का प्रादेशिक पत्रकार सम्मेलन एवं सम्मान समारोह रविवार क़ो होटल अमित पार्क इंटरनेशनल भिलाई मे सम्पन्न हुआ. जिसमे प्रदेश भर के विभिन्न जिलों के पत्रकार शामिल हुए. लम्बे समय से पत्रकारिता मे संलग्न पत्रकारों का विशेष रूप से सम्मान किया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय के कुलपति बलदेव भाई शर्मा थे. अध्यक्षता अखिल भारतीय किसान महासंघ के राष्ट्रीय संयोजक डॉ राजाराम त्रिपाठी ने किया. विशेष अतिथि के रूप मे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दुर्ग अभिषेक झा एवं कल्याण महाविद्यालय के हिंदी विभाग अध्यक्ष डॉ सुधीर शर्मा उपस्थित थे. छत्तीसगढ़ जर्नलिस्ट यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष एवं समस्त पदाधिकारियों के नेतृत्व मे यह आयोजन सम्पन्न हुआ. जिसमे कुलपति बलदेव भाई शर्मा ने सभी पत्रकारों क़ो सम्बोधित करते हुए कहा कि पत्रकार का जीवन चुनौतीपूर्ण रहता है. छत्तीसगढ़ मे कई दुर्गम इलाके मे पत्रकार रहते हैं कई बार उनके जीवन मे संकट आ जाता है. पत्रकार क़ो आम आदमी की आवाज़ बने रहना चाहिए. ज़ब आदमी बहुत परेशान हो जाता है, शासन प्रशासन ध्यान नही देता है तब पत्रकार के जरिये ही जनता की आवाज पहुंचाई जा सकती है. जनता की हिम्मत पत्रकार बनते हैँ इस ताकत क़ो सभी पत्रकारों क़ो बनाये रखना हैँ. जनता के बीच चौथा स्तम्भ के रूप मे पत्रकारों क़ो सम्मानित किया जाता है, यह विश्वास और सम्मान बरकरार रखना है. सभी पत्रकार अपने अपने इलाकों मे विभिन्न समस्याओं से जूझते हैं ऐसा अवसर कभी कभार मिलता हैं ज़ब सभी एक साथ इकठ्ठा हों, इस हिसाब से यह सम्मेलन महत्वपूर्ण आयोजन है. कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अखिल भारतीय किसान महासंघ के राष्ट्रीय संयोजक डॉ राजाराम त्रिपाठी ने कहा की उन्होंने सबसे पहले शुरुआत पत्रकारिता से ही की थी परन्तु बाद मे खेती किसानी का व्यवसाय अपना लिया. पत्रकारों का जीवन चुनौतीपूर्ण है बहुत कठिनाई आती है जिससे जूझते हुए जो आगे बढ़ता है वह सफलता प्राप्त करते है. विशेष अतिथि के रूप मे डॉ सुधीर शर्मा ने भी पत्रकारिता एवं वर्तमान चुनौती पर विस्तृत वर्णन किया. कार्यक्रम मे प्रदेश भर से 300 से अधिक पत्रकारगण शामिल हुए.
वित्तीय वर्ष 2024-25 की शुरुआत सोमवार एक अप्रैल से हो रही है और इसके साथ ही आम आदमी के जनजीवन में छह बड़े बदलाव होने वाला है। सोमवार से होने वाले बदलावों में फास्टैग, पैन-आधार लिंकिंग, नेशनल पेंशन सिस्टम, जीएसटी, इंश्योरेंस और डेबिटकार्ड से जुड़े नियम हैं। आप अपने जरूरी काम रविवार 31 मार्च तक निपटा लें।
फास्टैग से जुड़े नियमों में बदलाव
एक अप्रैल से नए नियमों के तहत नेशनल हाईवे अथारिटी आफ इंडिया (एनएचएआइ) ने फास्टैग यूजर्स के लिए केवायसी अपडेट करने की तारीख 31 मार्च तय की है और केवायसी नहीं हुआ तो एक अप्रैल से फास्टैग बंद हो जाएगा। एनएचएआइ का कहना है कि वन व्हीकल, वन फास्टैग पहले के तहत बिना केवाइसी वाले फास्टैग को ब्लैक लिस्ट या डिएक्विटव कर दिया जाएगा।
पैन आधार लिंक नहीं हुआ तो डीएक्टिव होगा पैनकार्ड
आधार व पैनकार्ड को लिंक करने की आखिरी तारीख 31 मार्च है। लिंक नहीं करने पर एक अप्रैल से आपका पैनकार्ड डीएक्टिव हो जाएगा। एक अप्रैल के बाद पैन को आधार से लिंक कराने पर 1,000 रुपये जुर्माना लगेगा।
इंश्योरेंस में भी नए नियम सरेंडर वैल्यू में होगा बदलाव
इंश्योरेंस पालिसी में निवेश करने वालों के लिए भी सोमवार से नए नियम लागू होंगे। इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथारिटी आफ इंडिया ने नियमों में बदलाव किया है तथा समय के आधार पर ग्रेडेड सरेंडर वैल्यू का प्रस्ताव रखा है। नए नियमों के तहत पालिसी होल्डर तीन साल के भीतर पालिसी सरेंडर करता है तो सरेंडर वैल्यू समान या कम होगा। वहीं चौथे और सातवें साल के बीच इंश्योरेंस सरेंडर करने पर वैल्यू अधिक हो सकता है।
एनपीएस में आथेंटिकेशन प्रोसेस शुरू
पेंशन फंड रेगुलेटरी और डेवलपमेंट अथारिटी (पीएफआरडीए) ने एनपीएस(नेशनल पेंसन सिस्टम) के लिए बड़ा कदम उठाया है। इसके तहत एनपीएस से जुड़ने के लिए सदस्यों को ट्रू फैक्टर आथेंटिकेशन प्रोसेस से गुजरना होगा। बदलाव के बाद नए नियम के अंतर्गत यूजर्स को आधार बेस्ड लागिन आथेंटिकेशन का प्रोसेस अपनाना होगा।
छत्तीसगढ़ राज्य में पहली बार ऐसा अनूठा कार्यक्रम होने जा रहा है, जहां सीबीएसई और आइसीएसई बोर्ड के 12वीं के बच्चों को एक्सपर्ट निश्शुल्क करियर गाइडेंस देंगे। 50 से अधिक कोर्स, करियर आप्शन के बारे में देश के नामी विषय विशेषज्ञ बच्चों को जानकारी देंगे और उनकी जिज्ञासाओं को शांत करेंगे। ये कार्यक्रम रायपुर के अंबेडकर अस्पताल के पास स्थित मेडिकल कालेज आडिटोरियम में सात अप्रैल को दोपहर 12 बजे से आयोजित है।
तिलक भारत फाउंडेशन की ओर से आयोजित इस एजुकेशन फेस्ट यानी शिक्षा उत्सव में प्रदेश के सीबीएसई और आइसीएसई बोर्ड के ऐसे स्टूडेंट हिस्सा ले सकते हैं, जिन्होंने इसी साल 12वीं बोर्ड का एग्जाम दिया है। कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए लिंक bit.ly/cgedufest पर विजित कर फ्री रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। स्टूडेंट व्हाट्सएप नंबर 88789 10118 पर अपना नाम, स्ट्रीम, स्कूल का नाम भेजकर भी फ्री रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं।
उच्च शिक्षा के लिए प्रेरित करने की पहल
तिलक भारत फाउंडेशन के सौरभ कुमार ने बताया, हमारा मकसद स्टूडेंट को उच्च शिक्षा के लिए प्रेरित करना है। इसी मकसद से कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले सीबीएसई और आइसीएसई बोर्ड के 12वीं के स्टूडेंट को 20 हजार रुपये का चेक दिया जाएगा। डेढ़ हजार स्टूडेंट्स को इस पहल का लाभ मिलेगा। इस चेक की मदद से स्टूडेंट आगे के एडमिशन में सहायता ले पाएंगे।
कार्यक्रम में शामिल होने वाले सभी बच्चों को उच्च शिक्षा, स्नातक की पढ़ाई के लिए 20 हजार रुपये का चेक भी दिया जाएगा, जिससे उनकी पढ़ाई में कोई रुकावट न हो। कार्यक्रम में स्टूडेंट्स को पढ़ाई में तकनीकी सपोर्ट के लिए आईपैड जीतने का मौका मिलेगा।
कार्यक्रम में देश के महानगरों से विशेषज्ञों को आमंत्रित किया गया है, जो कि अगले पांच वर्षों में देश की इकोनामी और इंडस्ट्री में आने वाले बदलावों के हिसाब से छात्रों को किस तरह का कोर्स लेकर पढ़ाई करनी चाहिए, क्या नहीं करना चाहिए, ये उन्हें कार्यक्रम में बता
गांव के बीचोंबीच पीपल की छांव के नीचे चबूतरे पर हो रही चुनावी चर्चा में आने वाले भारत की दिशा-दशा तय हो रही है। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर ग्रामीणों ने भी उजले भारत की तस्वीर पर बहस छेड़ दी है। गांवों में एक तरफ जहां मोदी की गारंटी की खूब चर्चा हो रही है, वहीं भाजपा के मोदी की गारंटी और कांग्रेस की न्याय गारंटी को तराजू के पैमाने पर चर्चाओं से ही तौला भी जा रहा है।
छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव साय की सरकार होने के कारण भाजपा के कार्यकर्ता मोदी की गारंटी और वादों को गांव तक पहुंचा रहे हैं। इसका असर चुनावी चर्चा में स्पष्ट दिखने लगा है। चुनावी चर्चा की ये तस्वीर कांकेर के गुंडरदेही विधानसभा के गांव परसाडीहा की है। जहां पीपल और नीम के संयुक्त छांव के नीचे स्थित चबूतरे पर बैठे हुए सरजू ठाकुर कहने लगे कि मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने के लिए उनकी अगली गारंटी को भी देखना होगा। चर्चा करने वालों में कोई पतली बनियान में तो कोई गमछे और नंगे पैर में ही दिखे।
गांव वालों की चर्चा से निकले विचारों में दल-बदल भी दिखा। इनमें से कुछ भाजपा प्रत्याशी भोजराज नाग तो कुछ कांग्रेस प्रत्याशी बीरेश ठाकुर को मजबूत दावेदार बता रहे थे। रोशन साहू ने चर्चा के दौरान कहा कि सभी वर्गों को ध्यान में रखकर केंद्र और राज्य सरकार अच्छा काम कर रही हैं। राज्य सरकार की महतारी वंदन योजना से महिलाएं खुश हैं। महिलाओं के खाते में हर माह एक हजार रुपये आ रहे हैं। भुवन यादव ने कहा कि राज्य सरकार ने किसानों को बकाया बोनस राशि दी है, जिसका वर्षों से इंतजार था।
नारायण साहू ने कहा कि किसानों को धान की अंतर राशि मिली है, जिससे प्रदेशभर के किसान खुश हैं। गरीबों को प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के अंतर्गत मकान बनाने के लिए बिना किसी बाधा के सरलता से राशि मिल रही है। गरीबों का घर का सपना साकार हो रहा है। प्रधानमंत्री की गारंटी को एक-एक करके राज्य सरकार पूरी कर रही है।
कुछ की चर्चा में यह बात सामने आई कि कांग्रेस सरकार ने भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया, जिसकी वजह से विधानसभा में करारी हार का सामना करना पड़ा। गरीबों को आवास के लिए मंत्री से लेकर अधिकारियों तक भटकना पड़ता था। फिर भी सुनवाई नहीं होती थी। विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के नेता आए दिन गांव में आते थे, लेकिन जीतने के बाद एक दिन भी झांकने तक नही आए। कांग्रेस के प्रत्याशियों ने वादे तो बहुत किए, लेकिन पूरा एक भी नही किया।
मंगल भवन की मांग
चर्चा में शामिल लोगों ने बताया कि गांव में वर्षों से मंगल भवन बनाने की मांग की जा रही है, लेकिन कोई सुनवाई नही हो रही है। शादी व अन्य आयोजनों के लिए ग्रामीणों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। चुन्नू साहू ने बताया कि प्रत्याशियों को लुभावने वादे की बजाए किसानों और गांव के विकास पर ध्यान देना चाहिए। स्वास्थ्य, शिक्षा औ रोजगार को अपने एजेंडा में शामिल करना चाहिए। उन्होंने बताया कि चौपाल में चुनाव के अलावा दूसरी बातें नही होती हैं।
कांकेर लोकसभा सीट के लिए दूसरे चरण में चुनाव
महासमुंद, कांकेर और राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र के लिए दूसरे चरण में मतदान होगा। द्वितीय चरण के अंतर्गत चार अप्रैल तक अभ्यर्थी नामांकन पत्र दाखिल कर सकेंगे। नामांकन पत्रों की संवीक्षा पांच अप्रैल को होगी और आठ अप्रैल तक अभ्यर्थी अपना नाम वापस ले सकेंगे। 26 अप्रैल को मतदान होगा।
पहले चरण के अंतर्गत बस्तर लोकसभा क्षेत्र में 19 अप्रैल को मतदान होगा। बस्तर सीट के लिए चुनावी रण में 11 प्रत्याशी हैं। इनमें दो निर्दलीय शामिल हैं। नाम वापसी के लिए 30 मार्च तक का समय निर्धारित है। इस समय सीमा में यदि किसी ने नाम वापस नहीं लिया तो मुकाबला 11 प्रत्याशियों के बीच होगा।
केंद्रीय विद्यालयों में प्रवेश प्रक्रिया एक अप्रैल से शुरू हो रही है, जो 15 अप्रैल तक चलेगी। कक्षा एक के लिए आनलाइन आवेदन किए जाएंगे। कक्षा दो से 12वीं तक (11वीं को छोड़कर) प्रवेश के लिए आफलाइन आवेदन करना होगा। प्रदेश में कुल 37 केंद्रीय विद्यालय है। इन विद्यालयों में प्रवेश के लिए बड़ी संख्या में आवेदन मिलते हैं।
15 अप्रैल तक चलेगी आवेदन की प्रक्रिया
जारी अधिसूचना के मुताबिक पहली कक्षा के लिए 15 अप्रैल तक आवेदन प्रक्रिया चलेगी। इसके बाद लाटरी के माध्यम से छात्रों का चयन किया जाएगा। पहली चयन सूची 19 अप्रैल, दूसरी 29 अप्रैल और तीसरी सूची आठ मई को जारी की जाएगी।रायपुर में तीन केंद्रीय विद्यालय है, सबसे ज्यादा सीटें डब्ल्यूआरएस स्थित केवी-1 में हैं। यहां दो पाली में स्कूल लगता है, दोनों पाली में 160-160 सीट यानी 320 सीटों में छात्रों को प्रवेश दिया जाता है। डीडी नगर स्थित केंद्रीय विद्यालय में पहली कक्षा में 160 सीटें है। केंद्रीय विद्यालय में प्रवेश के लिए अभ्यर्थी kvsonlineadmission.kvs.gov.in पर आवेदन कर सकते हैं।
कई बच्चे परिवार से दूर रहकर संस्थान में पढ़ने आते हैं। तब सभी विद्यार्थी एक-दूसरे से अनजान रहते हैं। ऐसे में उनको समझकर और बातचीत कर उनका हौसला बढ़ाया जा सकता है और उनके रुचि के अनुसार उन्हें मार्गदर्शन दिया जा सकता है। ये कहना है नवा रायपुर स्थित अंतरराष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (ट्रिपल आइटी) के निदेशक डा. प्रदीप कुमार सिन्हा का। डायरेक्टर के पद पर एक व्यक्ति के पास संस्थान की बड़ी जिम्मेदारियां होती है, लेकिन अपने व्यस्त समय में से थोड़ा समय निकालकर वे छात्रों के साथ समय व्यतीत करते हैं।छात्रों के साथ डायरेक्टर के संबंध का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि डा. सिन्हा को संस्थान में पढ़ने वाले हर छात्र का नाम मुंह जुबानी याद है। उनके पास “जान-पहचान” नाम पास फाइल, जिसमें प्रत्येक विद्यार्थियों से जुड़ी पूरी जानकारी और रिकार्ड है। ये फाइल वे स्वयं तैयार करते हैं।छात्रों के साथ डायरेक्टर के संबंध का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि डा. सिन्हा को संस्थान में पढ़ने वाले हर छात्र का नाम मुंह जुबानी याद है। उनके पास “जान-पहचान” नाम पास फाइल, जिसमें प्रत्येक विद्यार्थियों से जुड़ी पूरी जानकारी और रिकार्ड है। ये फाइल वे स्वयं तैयार करते हैं।
सिन्हा ने एक उदाहरण से समझाया कि हर व्यक्ति की कौशलता अलग-अलग होती है। जैसे बंदर पेड़ पर स्फूर्ती से चढ़ जाता है, लेकिन अगर हाथी को पेड़ पर चढ़ने कहेंगे तो वह नहीं चढ़ पाएगा। इसी तरह बात अगर पेड़ को गिराने की बात हो तो हाथी इसे बेहतर अंजाम दे सकता है, न कि बंदर। अगर बच्चों को पता चल जाए कि वे किस क्षेत्र में आगे बढ़ सकते हैं तो यह उनके करियर के लिए अच्छा होगा। बच्चों की रुचि को पहचानना परिजन और शिक्षकों काम है, यह चीज हर स्कूल में होना चाहिए।
प्रत्येक बच्चे की कार्यकुशलता अलग-अलग
ट्रिपल आइटी के निदेशक डा. प्रदीप कुमार सिन्हा पहले सेंटर फार डेवलपमेंट आफ एडवांस्ड कंप्यूटिंग (सी-डैक) में थे, जहां उन्होंने सुपरकंप्यूटिंग, ग्रिड कंप्यूटिंग और स्वास्थ्य सूचना विज्ञान के क्षेत्रों में राष्ट्रीय कार्यक्रमों का नेतृत्व किया था। सी-डैक में शामिल होने से पहले, डा. सिन्हा दस वर्षों तक जापान में थे और अत्याधुनिक कंप्यूटिंग प्रौद्योगिकियों पर काम किया।
पहले चरण के चुनाव के लिए बस्तर लोकसभा सीट पर किसी भी प्रत्याशी ने नाम वापस नहीं लिया है। 30 मार्च को नाम वापसी की अंतिम तिथि के बाद 11 प्रत्याशी चुनावी मैदान पर हैं। दूसरे चरण के मतदान के लिए तीन लोकसभा क्षेत्र कांकेर, राजनांदगांव और महासमुंद में नामांकन की प्रक्रिया 28 मार्च से प्रारंभ हो गई है।कांकेर लोकसभा क्षेत्र के लिए अभी एक प्रत्याशी ने नामांकन जमा किया है। निर्वाचन अधिकारियों के मुताबिक प्रत्याशी अपना नामांकन पत्र सार्वजनिक अवकाश दिवसों को छोड़कर कार्यालयीन दिवसों में सुबह 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक जमा कर सकते हैं।
कांकेर लोकसभा क्षेत्र के लिए अभी एक प्रत्याशी ने नामांकन जमा किया है। निर्वाचन अधिकारियों के मुताबिक प्रत्याशी अपना नामांकन पत्र सार्वजनिक अवकाश दिवसों को छोड़कर कार्यालयीन दिवसों में सुबह 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक जमा कर सकते हैं।
बस्तर संसदीय सीट के लिए चुनाव के पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान होगा। कुल 12 प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र जमा किया था। एक अभ्यर्थी का नामांकन पत्र खारिज होने के बाद 11 प्रत्याशी बच गए थे।