ईश्वर दुबे
संपादक - न्यूज़ क्रिएशन
+91 98278-13148
newscreation2017@gmail.com
Shop No f188 first floor akash ganga press complex
Bhilai
सोनाली ठक्कर के कोरोनावायरस से संक्रमित नहीं होने की जानकारी के बाद अब उनके पिता दिनेश ठक्कर ने प्रधानमंत्री मोदी से उन्हें (सोनाली को) भारत वापस लाने के लिए गुहार लगाई है। उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा कि मैं भारत सरकार से प्रार्थना करता हूं कि मेरी बेटी को जहाज से वापस भारत लाया जाए। अब इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि वह कोरोनावायरस से संक्रमित नहीं है। जापान सरकार अपनी ओर से बेहतर कदम उठा रही है। सभी भारतीय जो कोरोनावयरस से संक्रमित नहीं है, उन्हें वापस भारत लाना चाहिए।
ठक्कर ने प्रधानमंत्री से गुहार लगाई है कि जिन लोगों के कोरोनावायरस से संक्रमित नहीं होने की पुष्टि हो गई है, अगर वह भी ज्यादा समय तक जहाज पर रहेंगे तो वह भी कोरोनावायरस से संक्रमित हो सकते हैं। इसलिए जिन भारतीयों के कोरोनावायरस से संक्रमित नहीं होने की पुष्टि हो गई है, उन्हें जल्द से जल्द भारत वापस लाया जाए।
सोनाली ठक्कर पिछले 12 दिनों से जापान के योकोहामा पोर्ट पर फंसी हुई है। जहाज पर तीन हजार यात्री सवार हैं, जिनमें से छह भारतीय हैं। जबकि जहाज पर 1100 क्रू मेंबर हैं, जिनमें से 132 भारतीय हैं। अब तक जहाज पर 218 लोग कोरोनावायरस से संक्रमित पाए गए हैं, जिनमें तीन भारतीय क्रू मेंबर भी शामिल हैं।
कोरोनावायरस की शुरूआत चीन के वुहान शहर से हुई, जो अब पूरे विश्वभर में फैल चुका है। 12 फरवरी को जहाज पर दो भारतीय क्रू मेंबर कोरोनावायरस से संक्रमित पाए गए। जिसके बाद शुक्रवार को सोनाली ठक्कर ने सोशल मीडिया पर वीडियो डालकर सरकार से मदद मांगी।
सोनाली के पिता दिनेश ठक्कर ने बताया कि वे अपनी बेटी के साथ लगातार वीडियो कॉल और मैसेज के माध्यम से संपर्क में बने हुए है। उन्होंने बताया कि सोनाली कि जांच की गई है, जिसमें उनके कोरोनावायस से संक्रमित नहीं होने की पुष्टि हो गई है।
शुक्रवार को डायमंड प्रिन्सेस क्रूज शिप पर एक और भारत नागरिक के कोरोनावायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई, जिसके बाद जहाज पर संक्रमित भारतीयों की संख्या बढ़कर तीन हो गई।
टोक्यो में भारतीय दूतावास ने जानकारी दी है कि जहाज पर मौजूद तीनों संक्रमित भारतीयों के स्वास्थ्य में सुधार देखने को मिल रहा है। जापानी पदाधिकारियों और क्रूज कंपनी के साथ समन्वय कर जहाज पर मौजूद भारतीय नागरिकों के स्वास्थ्य और सुविधा के लिए लगातार काम किया जा रहा है।