इन्दौर । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हरी झंडी दिखाकर वाराणसी से रवाना की गई पहली निजी ट्रेन (देश की तीसरी) काशी महाकाल एक्सप्रेस में सोमवार सुबह इन्दौर पहुँची बाबा इस टन की खासियत यह रही कि इसमे बाबा भोलेनाथ की भी एक सीट बुक थी। आरक्षित सीट को तस्वीर के साथ सजाया गया था।
इस एक्सप्रेस ट्रेन के कोच नम्बर बी-4 में सीट नंबर 64 भगवान शिव के लिए आरक्षित थी। इस ट्रेन की एक सीट छोटे मंदिर के तौर पर तब्दील कर दी गई थी जिसमे शिव व महाकाली की तस्वीरें थी। रविवार को चंदौली के पड़ाव से रिमोट के जरिए प्रधानमंत्री मोदी ने इस ट्रेन को रवाना किया था। यह ट्रेन आज सुबह इन्दौर के प्लेटफार्म नम्बर पाँच पर पहुंची। आईआरसीटीसी द्वारा चलाई जाने वाली यह देश की तीसरी निजी ट्रेन है जिसमें यात्रियों की सुविधा का काफी ध्यान रखा गया है। यह इन्दौर रेलवे स्टेशन पर पहुँचने वाली पहली निजी ट्रेन है। ट्रेन में सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इसे पूरी तरह एयर कंडीशनर बनाया गया है, धार्मिकता को ध्यान में रखते हुए ट्रेन में पूरी तरह शाकाहारी भोजन ही मिलेगा। काशी-महाकाल ट्रेन चलने का सफर बाबा महाकाल के दरबार से ही शुरू हुआ है।
गत 12 जनवरी 2020 को खुद रेल मंत्री पीयूष गोयल ने बाबा महाकाल के दर्शन करने के बाद उज्जैन सांसद अनिल फिरोजिया वह महाकाल के पंडे पुजारियों की मांग पर इस ट्रेन की घोषणा की थी। धार्मिक पर्यटन के लिए ट्रेन लाभदायक है ही साथ ही देश के कई महानगरों को जोड़ने के कारण व्यापारिक दृष्टि से भी या ट्रेन कारगर साबित होगी। हालांकि आज इस ट्रेन को ट्रायल के रूप में चलाया गया है विधिवत रूप में महाशिवरात्रि से यह ट्रेन चलेगी।