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हफ्ते के पहले कारोबारी दिन शेयर बाजार में सपाट शुरुआत के बाद बिकवाली दिख रही है। सोमवार की सुबह 9 बजकर 57 मिनट तक सेंसेक्स 170.89 (-0.23%) अंकों की गिरावट के साथ 71,424.60 के स्तर पर जबकि निफ्टी 55.21 (0.25%) अंक टूटकर 21,727.30 के स्तर पर कारोबार करता दिखा। शुरुआती कारोबार में टाटा पावर के शेयरों में 4% जबकि हीरो मोटो कॉर्प के शेयरों में 3% की गिरावट दर्ज की गई।

 

नई दिल्ली । सैमसंग का सेमसंग गैलेक्स एम15 5जी फोन अमेजन इंडिया पर 14 फरवरी तक चलने वाले फैब फोन्स फेस्ट में 10 हजार रुपये से कम में मिल रहा है। अमेजन पर फोन का 4जीबी रैम और 128जीबी इंटरनल स्टोरेज वाला वेरिएंट 10,990 रुपये के कीमत के साथ लिस्ट है। फोन पर 1 हजार रुपये तक का बैंक डिस्काउंट दिया जा रहा है। बैंक डिस्काउंट के साथ यह फोन 9,990 रुपये में आपका हो सकता है। फोन 533 रुपये की शुरुआती ईएमआई पर भी उपलब्ध है। एक्सचेंज ऑफर में आप इस 5जी हैंडसेट की कीमत को और कम कर सकते हैं। सैमसंग गैलेक्सी में 2408 गु‎णित 1080 पिक्सल रेजॉलूशन के साथ 6.6 इंच का फुल एचडी प्लस डिस्प्ले दिया गया है। फोन में दिया गया यह डिस्प्ले 90 एचजेड के रिफ्रेश रेट को सपोर्ट करता है। डिस्प्ले प्रोटेक्शन के लिए फोन में कॉर्निंग गोरिल्ला ग्लास 5 भी मौजूद है। सैमसंग का यह फोन 6जीबी तक की रैम और 128जीबी तक के इंटरनल स्टोरेज ऑप्शन में उपलब्ध है।

नई ‎दिल्ली । पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा प्रतिबंध की घोषणा के बाद से ही पेटीएम को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। एक तरफ जहां पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन97 कम्‍यूनिकेशन्‍स के शेयर औंधे मुंह गिरे हैं, वहीं पेटीएम ऐप से भी अब दुकानदार दूरी बना रहे हैं। देश भर के किराना दुकानदार ग्राहकों से कह रहे हैं पेटीएम न करो! किराना क्लब के एक सर्वे के मुताबिक पिछले हफ्ते पेटीएम पेमेंट्स बैंक के खिलाफ आरबीआई के प्रतिबंधों के बाद भारत में 42 फीसदी किराना स्टोर्स पेटीएम से दूर हो गए हैं और अन्य पेमेंट ऐप पर स्विच कर चुके हैं। इस सर्वे में 5,000 किराना दुकानदारों को शामिल किया गया था। सर्वे के मुताबिक लगभग 20 फीसदी ने कहा कि वे अन्य पेमेंट ऐप्स का इस्‍तेमाल करना चाहते हैं। किराना क्‍लब के सर्वे में सामने आया है कि आरबीआई के एक्शन के बाद 68 फीसदी भारतीय किराना स्टोर्स का पेटीएम पर भरोसा कम हो गया है। किराना क्‍लब के सर्वे बताता है कि जो खुदरा विक्रेता पेमेंट के लिए अन्य ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं या करने की सोच रहे हैं, उनमें से 50 फीसदी विक्रेताओं ने फोन पे का रुख किया है, जबकि 30 फीसदी ने गूगल पे और 10 फीसदी ने भारत पे को अपनाया है। रिजर्व बैंक ने 31 जनवरी को पेटीएम पेमेंट्स बैंक को अपने अकाउंट्स और डिजिटल वॉलेट में 1 मार्च से नई जमाएं स्वीकार करने से प्रतिबंधित कर दिया था।

 

नई दिल्ली । बायोकॉन बायोलॉजिक्स ने ऑस्ट्रेलिया में कैंसर उपचार संबंधी दो बायोसिमिलर उत्पादों की बिक्री तथा वितरण के संबंध में दवा कंपनी सैंडोज एजी के साथ पांच साल का समझौता किया है। बायोकॉन बायोलॉजिक्स ने कहा कि यह समझौता सैंडोज को ऑस्ट्रेलिया में बायोसिमिलर ट्रैस्टुजुमैब और बेवाकिजुमैब को बढ़ावा देने, बेचने तथा वितरित करने का विशेष अधिकार प्रदान करता है। बायोकॉन बायोलॉजिक्स, बायोकॉन लिमिटेड की अनुषंगी कंपनी है। बायोकॉन बायोलॉजिक्स के एक व‎रिष्ठ वाणिज्यिक अधिकारी ने कहा ‎कि जापान में सैंडोज के साथ हमारी हाल ही में की गई रणनीतिक साझेदारी के बाद ऑस्ट्रेलिया में सैंडोज के साथ हमारा समझौता हमारी वैश्विक साझेदारी तथा विकास रणनीति में एक और उपलब्धि है।

 

भारतीय रिजर्व बैंक हर दो महीनें के बाद तीन दिवसीय मौद्रिक नीति बैठक करते हैं। पिछली बैठक दिसंबर में हुई थी। बता दें कि इस बैठक में रेपो रेट के साथ कई अहम फैसले लिये जाते हैं। 1 फरवरी 2024 को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अंतरिम बजट पेश किया था।अंतरिम बजट के बाद आरबीआई ने तीन दिवसीय बैठक शुरू की थी। यह बैठक 6 फरवरी 2024 को शुरू हुई थी। आज 10 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करके आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास इस बैठक में लिये गए फैसलों का एलान करेगी।पिछली 5 बैठक से रेपो रेट को स्थिर रखने का फैसला लिया गया था। उम्मीद की जा रही है कि आज भी रेपो रट को स्थिर रखने का फैसला लिया जाएगा।बता दें कि महंगाई दर को नियंत्रण करने के उद्देश्य से रेपो रेट में बदलाव नहीं किया जाता है। आरबीआई की एमपीसी बैठक में आर्थिक आंकड़ों, महंगाई दर आदि पर फोकस रखा जाता है।देश में महंगाई को काबू करने के लिए आरबीआई द्वारा हर दो महीने में एमपीसी बैठक होती है। इस बैठक में सबसे मुख्य फैसला रेपो रेट होता है। बता दें कि रेपो रेट एक तरह का ब्याज दर होता है। रेपो रेट के ब्याज दर पर ही आरबीआई देश के बाकी बैंक को कर्ज देती है।

 

सरकारी तेल कंपनियों द्वारा गुरुवार के लिए पेट्रोल और डीजल की ताजा कीमतें जारी की जा चुकी हैं।लंबे समय से पेट्रोल और डीजल की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं। इसी कड़ी में आज भी देश के घरेलू बाजारों के लिए तेल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।बता दें, सरकारी तेल कंपनियां घरेलू बाजारों के लिए रोजाना सुबह 6 बजे पेट्रोल-डीजल की नई कीमतें जारी करती हैं।

पेट्रोल-डीजल की ताजा कीमतें ऐसे करें चेक
फोन से 92249 92249 नंबर पर RSP Dealer Code of Petrol Pump टाइप कर सेंड करना होगा।उदाहरण के लिए दिल्ली के लिए 92249 92249 नंबर पर RSP 102072 टाइप कर सेंड करना होगा। इस मैसेज को सेंड करने के तुरंत बाद आपके फोन पर पेट्रोल-डीजल की ताजा कीमतों का मैसेज आ जाता है।अपने शहर के पेट्रोल पंप का डीलर कोड https://iocl.com/petrol-diesel-price से चेक कर सकते हैं।

तेल कंपनियां हर रोज पेट्रोल और डीजल की कीमतें जारी करती हैं। 6 फरवरी 2022 को भी तेल के दामों में ज्यादा अंतर देखने को नहीं मिला। अधिकतर जगहों पर कीमतें स्थिर ही रही। देश में आखिरी बार तेल की कीमत मई 2022 में उपडेट हुए थे।

डब्लयूटीआई 72.94 डॉलर प्रति बैरल है, वहीं क्रूड ऑयल की कीमत 72.67 डॉलर प्रति बैरल है। बता दें कि मई 2022 से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है।

पेट्रोल-डीजल जीएसटी के दायरे में नहीं आता है। इस वजह से इस पर राज्य सरकार द्वारा वैट लगाया जाता है। इस कारणवश सभी शहरों में इनके रेट अलग होते हैं।

देश के प्रमुख महानगरों आज पेट्रोल-डीजल की कीमत

दिल्ली - मंगलवार को राजधानी में पेट्रोल 96.72 रुपये और डीजल 89.62 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है।

कोलकाता - पश्चिम बंगाल की राजधानी में पेट्रोल 106.03 रुपये और डीजल 92.76 रुपये प्रति लीटर की कीमत में बिका।

मुंबई - बात करें मुंबई की तो यहां पेट्रोल 106.31 रुपये और डीजल 94.27 रुपये प्रति लीटर के भाव बिक रहा है।

चेन्नई - दक्षिण भारत की बात करें तो चेन्नई में पेट्रोल 102.63 रुपये और डीजल 94.24 रुपये प्रति लीटर की कीमत पर बिक रहा है।

देश के सबसे बड़े बैंक एचडीएफसी बैंक ने आज बताया कि भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा उसे मंजूरी मिल गई है। इस मंजूरी के बाद अब एचडीएफसी बैंक आईसीआईसीआई बैंक और एक्सिस बैंक सहित 6 लेंडर बैंक में से प्रत्येक में 9.5 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल कर सकते हैं।

एचडीएफसी बैंक ने बताया कि भारतीय रिजर्व बैंक ने 5 फरवरी, 2024 को इसकी मंजूरी दे दी। बता दें कि एचडीएफसी बैंक ग्रुप के अंतर्गत एचडीएफसी म्यूचुअल फंड, एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी, एचडीएफसी एर्गो जनरल इंश्योरेंस कंपनी और अन्य शामिल हैं।

एचडीएफसी बैंक ने एक नियामक फाइलिंग में कहा कि एचडीएफसी बैंक द्वारा आरबीआई को 18 दिसंबर, 2023 को किए गए आवेदनों के अनुसार मंजूरी दी गई थी।

एचडीएफसी बैंक इन बैंक के खरीदेगा स्टॉक

एचडीएफसी बैंक एक्सिस बैंक, सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, बंधन बैंक, यस बैंक और इंडसइंड बैंक की हिस्सेदारी हासिल करेगा। बता दें कि आरबीआई की मंजूरी 4 फरवरी, 2025 तक एक वर्ष की अवधि के लिए वैध है।

आरबीआई के निर्देशों के अनुसार एचडीएफसी बैंक को यह सुनिश्चित करना होगा कि 6 बैंकों में कुल हिस्सेदारी हर समय संबंधित बैंकों की चुकता शेयर पूंजी या वोटिंग अधिकार के 9.50 प्रतिशत से अधिक न हो।

इसके अलावा, चूंकि आरबीआई के निर्देश एचडीएफसी बैंक पर लागू होते हैं, इसलिए बैंक ने समूह की ओर से आरबीआई को आवेदन दिया है।

नई दिल्ली । जनवरी में देश के ऋण या बॉन्ड बाजार में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने 19,800 करोड़ रुपये का निवेश किया है। यह बॉन्ड बाजार में एफपीआई के प्रवाह का छह साल में सबसे उच्च मासिक स्तर है। भारत सरकार के बॉन्ड को जेपी मॉर्गन इंडेक्स में शामिल किए जाने के बाद एफपीआई का भारतीय बॉन्ड बाजार के प्रति आकर्षण बढ़ा है। वहीं दूसरी ओर एफपीआई ने अमेरिका में बॉन्ड पर प्रतिफल बढ़ने के बीच जनवरी में भारतीय शेयरों से 25,743 करोड़ रुपये ‎निकाले हैं। डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार जनवरी में एफपीआई ने बॉन्ड बाजार में 19,836 करोड़ रुपये डाले हैं। यह जून, 2017 के बाद उनके निवेश का सबसे उच्च मासिक स्तर है। उस समय उन्होंने बॉन्ड बाजार में 25,685 करोड़ रुपये डाले थे। इससे पहले दिसंबर में एफपीआई ने बॉन्ड में 18,302 करोड़ रुपये, नवंबर में 14,860 करोड़ और अक्टूबर में 6,381 करोड़ रुपये डाले थे। बाजार के जानकारों ने कहा‎ ‎कि भारत के निश्चित आय बाजार में एफपीआई का प्रवाह जून में 2.39 अरब डॉलर रहा है। भारत सरकार के बॉन्ड को जेपी मॉर्गन इंडेक्स में शामिल किए जाने की वजह से यह निवेश आया है। जेपी मॉर्गन चेज एंड कंपनी ने पिछले साल सितंबर में घोषणा की थी कि वह जून, 2024 से भारत सरकार के बॉन्ड को अपने उभरते बाजार के बेंचमार्क में जोड़ेगी। इस ऐतिहासिक कदम से इसके बाद के डेढ़ से दो साल में भारत को 20 से 40 अरब डॉलर का निवेश आकर्षित करने में मदद करेगी। बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में घोषणा की है कि वित्त वर्ष 2024-25 में राजकोषीय घाटे को कम कर सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 5.1 प्रतिशत पर लाया जाएगा। यह घोषणा भी बॉन्ड बाजार की दृष्टि से सकारात्मक है। कुल मिलाकर, 2023 में एफपीआई ने शेयरों में 1.71 लाख करोड़ रुपये और ऋण या बॉन्ड बाजार में 68,663 करोड़ रुपये डाले थे। इस तरह पूंजी बाजार में उनका कुल निवेश 2.4 लाख करोड़ रुपये रहा था।

 

नई दिल्ली । देश में सबसे ज्यादा बिकने वाली मारुति सुजुकी अर्टिगा 7 सीटर एमपीवी (मल्टी पर्पस व्हीकल) है। अपने न्यू जनरेशन मॉडल में ये कार बेहतर माइलेज, शानदार इंटीरियर और बेहतर फीचर्स के साथ आ रही है। यह कार एक एसयूवी और एक एमपीवी दोनों की जरूरतों को पूरा करती है।
अर्टिगा में 1.5-लीटर के15सी स्मार्ट हाइब्रिड पेट्रोल इंजन मिलता है। दिल्ली में इसकी एक्स-शोरूम कीमत 8.64 लाख रुपये से 13.08 लाख रुपये के बीच है। किआ कैरेंस भी एक स्टाइलिश और प्रैक्टिकल 7 सीटर कार है। इसमें कंपनी तीन तरह के इंजन दिए गए हैं जिसमें 1.5-लीटर पेट्रोल, 1.5-लीटर टर्बो-पेट्रोल और 1.5-लीटर डीजल इंजन शामिल है। पेट्रोल इंजन में 160PS की पॉवर के साथ कैरेंस का पॉवर आउटपुट अपने कम्पटीशन में सबसे बेहतर है। किआ कैरेंस की कीमत 10.45 लाख रुपये से शुरू होकर टॉप वेरिएंट के लिए 18.90 रुपये (एक्स-शोरूम, दिल्ली) तक जाती है। इस लिस्ट में अगली 7-सीटर कार महिंद्रा बोलेरो है। यह अपने दमदार परफॉरमेंस, मजबूती और बड़े केबिन स्पेस के चलते ग्रामीण इलाकों में सबसे ज्यादा पसंद की जाती है।
बोलेरो 9.79 लाख रुपये से 10.80 लाख रुपये की एक्स-शोरूम कीमत पर उपलब्ध है। इस लिस्ट में पांचवा नाम महिंद्रा की एक्सयूवी700 का है। इसे भी 7-सीटर सेगमेंट में काफी ज्यादा पसंद किया जाता है, जिसकी कीमत 14.03 लाख रुपये से शुरू होकर 26.57 लाख रुपये एक्स-शोरूम तक जाती है। महिंद्रा की नई स्कॉर्पियो एन एसयूवी भी 7 सीटर सेगमेंट में अपनी धाक जमा चुकी है। इसे खरीदने के लिए अलग अलग वेरिएंट के मुताबिक, 13.26 लाख रुपये से लेकर 24.53 लाख रुपये एक्स-शोरूम तक की कीमत खर्च पड़ेगी।

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