कपिल मिश्रा के ट्वीट पर चुनाव आयोग ने भेजा नोटिस, अब बोले- शाहीन बाग में आतंकी आंदोलन Featured

चुनाव आयोग ने दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी से भाजपा नेता कपिल मिश्रा के ट्वीट पर रिपोर्ट मांगी है। जिसके बाद रिटर्निंग ऑफिसर्स ने बीजेपी नेता कपिल मिश्रा को नोटिस जारी किया है। आपको बता दें कि कपिल मिश्रा ने गुरुवार को ट्वीट किया था कि 8 फरवरी को दिल्ली की सड़कों पर भारत और पाकिस्तान के बीच मुकाबला होगा।
नोटिस मिलने के बाद कहा- शाहीन बाग में चल रहा आतंकी आंदोलन
चुनाव आयोग के नोटिस पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने कहा कि मुझे कल रात चुनाव आयोग का नोटिस मिला है, मैं आज उसका नोटिस का जवाब दूंगा। मैं मानता हूं कि मैनें कुछ गलत नहीं कहा है। सच बोलना इस देश में गुनाह नहीं है। मैं अपने बयान पर अडिग हूं। शाहीन बाग में सड़कों पर अतिक्रमण किया हुआ है, लोगों को स्कूल, ऑफिस, अस्पताल जाने से रोका जा रहा है, भड़काऊ नारेबाजी की जा रही है। शाहीन बाग में आतंकी आंदोलन चलाया जा रहा है। जिस बेशर्मी के साथ मनीष सिसोदिया ये कह रहे है कि वो शाहीन बाग के साथ खड़े हैं, उससे पता चलता है कि यह एक राजनीतिक आंदोलन है।
आपको बता दें कि दिल्ली की मॉडल टाउन विधानसभा सीट से भाजपा के उम्मीदवार कपिल मिश्रा ने गुरुवार को विपक्षी पार्टियों पर हमला बोला। कपिल मिश्रा ने ट्वीट किया कि आठ फरवरी को दिल्ली की सड़कों पर हिंदुस्तान और पाकिस्तान के बीच मुकाबला होगा।
इसके साथ ही कपिल मिश्रा ने कहा- दिल्ली में कई जगहों पर मिनी पाकिस्तान बन चुका है। कई जगहों पर शाहीन बाग बना दिया गया है। जब-जब पाकिस्तान खड़ा करने की कोशिश हुई है, तब-तब हिंदुस्तान खड़ा हुआ है।
कपिल मिश्रा की चुनाव आयोग से शिकायत
शिकायत में कहा है कि कपिल मिश्रा का मॉडल टाउन से गलत नामांकन पत्र स्वीकार किया गया है। आप ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर कपिल मिश्रा का नामांकन तुरंत रद्द करने की मांग की है। आप का कहना है कि कपिल ने नामांकन के दौरान बिजली, पानी, टेलीफोन बिल को लेकर नो ड्यूज प्रमाणपत्र जमा नहीं किया, इसके बावजूद उनका नामांकन स्वीकार कर लिया गया।
मालूम हो कि कपिल इससे पहले आम आदमी पार्टी के सक्रिय नेता थे। सीएम अरविंद केजरीवाल के करीबी माने जाने वाले कपिल आप सरकार में दिल्ली के मंत्री भी रह चुके हैं। 2017 में उन्हें अचानक मंत्री पद से हटा दिया गया, जिसके बाद से उनका मिजाज बदला हुआ नजर आने लगा।
मंत्री पद से हटाए जाने के बाद बागी हुए कपिल सोशल मीडिया और टीवी चैनलों के माध्यम से लगातार केजरीवाल के खिलाफ हमलावर रहे हैं। पिछले साल अगस्त महीने में उन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी।

Rate this item
(0 votes)

Ads

फेसबुक