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भोपाल । मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोशल मीडिया पर लिखा कि गरीब कल्याण भाजपा सरकार का प्रण है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अंत्योदय के दर्शन और सुशासन के मंत्र से अनुप्राणित भाजपा सरकार ने जनकल्याण तथा विकास के नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 9 वर्षों में 25 करोड़ नागरिक गरीबी रेखा से ऊपर उठे हैं और उनके जीवन में समृद्धि का नव प्रकाश आया है। पूर्व सीएम ने लिखा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में मध्यप्रदेश ने भी गरीबी उन्मूलन की यात्रा को गति दी है। सरकार की लोक कल्याणकारी तथा जनहितैषी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन से मध्यप्रदेश के 2 करोड़ 30 लाख लोग गरीबी रेखा से ऊपर उठे हैं। प्रत्येक व्यक्ति का जीवन समृद्ध तथा खुशहाल हो, ये मोदी जी की गारंटी है और समाज के अंतिम छोर पर बैठा हुआ व्यक्ति भी इस गारंटी को महसूस कर रहा है।

 

नई दिल्ली । सोशल मीडिया पर हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें रनवे पर बैठकर कुछ लोग खाते और आराम करते नजर आए थे। अब इस मामले में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने खुद संज्ञान लिया है। उन्होंने इंडिगो और मुंबई हवाई अड्डे को कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं।

कारण नोटिस जारी

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कल आधी रात में सभी मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बैठक की। इसके बाद, MoCA के नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (BCAS) ने इंडिगो और मुंबई हवाई अड्डे को कारण बताओ नोटिस जारी किए। इन नोटिसों का जवाब आज ही देना है। अगर दिए गए समय में जवाब नहीं दिया जाएगा तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

यह है मामला

दरअसल, रविवार को गोवा से उड़ान भरने वाली फ्लाइट घने कोहरे के कारण दिल्ली एयरपोर्ट पर नहीं उतर सकी थी और उसे मुंबई एयरपोर्ट की ओर डायवर्ट कर दिया गया था। चूंकि गोवा में उड़ान में पहले ही काफी देरी हो चुकी थी, ऐसे में यात्री पहले से ही नाराज थे और जब विमान को गोवा में उतार दिया गया तो वे भड़क गए और विमान से उतरने के बाद उन्होंने रनवे छोड़ने से इनकार कर दिया था। इतना ही नहीं यात्रियों ने विरोध जताते हुए वहीं बैठकर खाना-खाना भी शुरू कर दिया था। इस घटना का वीडियो भी वायरल हुआ था

मुंबई हवाईअड्डे के अधिकारी ने दी थी जानकारी

मुंबई हवाईअड्डे के एक अधिकारी ने इस बारे में जानकारी दी थी। उन्होंने कहा था कि मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण इंडिगो की उड़ान 6ई 2195 (गोवा से दिल्ली) का मार्ग परिवर्तित कर दिया गया था। इसके बाद सीआईएसएफ क्यूआरटी के समन्वय से हवाईअड्डा संचालक ने यात्रियों को सुरक्षा क्षेत्र में घेर लिया। यात्रियों ने एयरलाइन कोच में चढ़ने और टर्मिनल भवन की ओर जाने से इनकार कर दिया था। गौरतलब है कि यात्रियों को हवाई अड्डे रनवे पर रहने की अनुमति नहीं है और यह घटना स्पष्ट रूप से एक सुरक्षा उल्लंघन था। घटना पर की गई कार्रवाई के बारे में तत्काल जानकारी नहीं मिल सकी है।

नई दिल्ली । आम आदमी पार्टी कांग्रेस पार्टी के साथ चंडीगढ़ में मेयर का चुनाव लड़ने जा रही है। दिल्ली में आप सांसद राघव चड्ढा ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि 18 जनवरी को होने वाला चंडीगढ़ का मेयर चुनाव देश की राजनीति की दशा और ये दिशा बदलने वाला चुनाव है। आगे काह कि यह चुनाव 2024 के चुनाव की नींव रखेगा। आम आदमी पार्टी के नेता और सांसद राघव चड्ढा ने बताया कि इंडिया गठबंधन अपना पहला चुनाव लडने जा रहा है। पहला मैच खेलने जा रहा है। 18 जनवरी को होना वाला मेयर चुनाव कोई आम चुनाव नहीं है। ये राजनीति की तकदीर और तस्वीर बदलने वाला है। 2024 के लिए भाजपा बनाम इंडिया गठबंधन लड़ने जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि ये आम चुनाव नहीं है। पहला भाजपा बनाम इंडिया गठबंधन का मुकाबला है। ये केवल चंडीगढ़ ही नहीं कश्मीर से कन्याकुमारी तक जाएगा। आम आदमी पार्टी और कांग्रेस चंडीगढ़ नगर निगम के मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव मिलकर लड़ेगी। आम आदमी पार्टी मेयर जबकि कांग्रेस सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर पर अपने पार्षदों को चुनाव लड़ाएगी।

 

नई दिल्ली । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को प्रधानमंत्री संग्रहालय का दौरा किया। इस दौरान राष्ट्रपति ने नवनिर्मित नरेंद्र मोदी गैलरी भी देखी। राष्ट्रपति नरेंद्र मोदी गैलरी की पहली आगंतुक बनीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गैलरी मंगलवार यानी 16 जनवरी से आम जनता के लिए खोल दी जाएगी। राष्ट्रपति संग्रहालय में करीब डेढ़ घंटे तक रूकीं। इस दौरान पुरानी इमारत में संविधान गैलरी भी देखी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रधानमंत्री संग्रहालय स्थित नरेंद्र मोदी गैलरी में सबसे अधिक समय बिताया। यहां पर उन्होंने मोदी गैलरी के विभिन्न खंडों जैसे सुशासन, पर्यावरण, विकास, अंतरराष्ट्रीय सद्भाव, विज्ञानोदय, सांस्कृतिक धरोहर और जनभागीदारी और सुरक्षा के बारे में विस्तार से देखा और जानकारी ली। राष्ट्रपति विशेष रूप से इमर्सिव और इंटरेक्टिव डिस्प्ले से काफी प्रभावित दिखीं। उन्होंने इसके बाद अनुभूति क्षेत्र का भी दौरा किया। आगंतुक पुस्तिका में लिखा, मुझे विश्वास है कि प्रत्येक भारतीय दीर्घा को देखकर गर्व महसूस करेंगे राष्ट्रपति ने जाते हुए प्रधानमंत्री संग्रहालय की आगंतुक पुस्तिका में लिखा है कि ‘मुझे विश्वास है कि प्रत्येक भारतीय नागरिक जो यहां आएगा और संग्रहालय की विभिन्न दीर्घाओं को देखेगा, उसे गर्व महसूस होगा।’ राष्ट्रपति को प्रधानमंत्री संग्रहालय और पुस्तकालय (पीएमएमएल) कार्यकारी परिषद के सदस्य व अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने विस्तार से संग्रहालय की जानकारियां दी।

मंदिरों और आजादी के बाद बनाए संस्थानों की प्रदर्शनी देखी

राष्ट्रपति ने संग्रहालय में आधुनिक भारत के मंदिरों और आजादी के तुरंत बाद बनाए गए संस्थानों की प्रदर्शनियां भी देखीं। उन्होंने तोशकाहाना को विशेष ध्यान से देखा और जाना, जहां देश-विदेश के प्रधानमंत्रियों को मिले उपहार प्रदर्शित हैं। इसके अलावा राष्ट्रपति ने भारत के पहले प्रधान मंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के निजी विंग का भी दौरा किया। इस दौरान उन्होंने उनका शयनकक्ष और अध्ययन कक्ष भी देखा।

पोखरण 2, कारगिल युद्ध फिल्म देखी

राष्ट्रपति ने संग्रहालय की नई इमारत में विभिन्न प्रधानमंत्रियों की दीर्घाओं में जाने से पहले फ्रीडम एंड यूनिटी गैलरी देखी। फ्रीडम एंड यूनिटी गैलरी में दर्शकों को महात्मा गांधी, सरदार वल्लभ भाई पटेल और नेताजी सुभाष चंद्र बोस पर फिल्में दिखाई जाती हैं। राष्ट्रपति ने बैडमिंटन रैकेट और चरखे समेत लाल बहादुर शास्त्री की पासबुक के अलावा जयप्रकाश नारायण के पत्रों और उनकी जेल डायरी को भी देखा और जाना। इसके अलावा उन्होंने पोखरण दो परमाणु परीक्षणों का मनोरंजन, स्वर्णिम चतुर्भुज का प्रदर्शन और कारगिल युद्ध फिल्म भी देखी।

संग्रहालय का 7.5 लाख दर्शकों ने किया दीदार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 अप्रैल 2022 को प्रधानमंत्री संग्रहालय का उद्घाटन किया था। इसके बाद से अब तक पीएम संग्रहालय बच्चों, छात्रों, वरिष्ठ शोधकर्ताओं और घरेलू और विदेशी पर्यटकों के लिए एक महत्वपूर्ण टूरिस्ट स्पॉट बन गया है। संग्रहालय में प्रतिदिन औसतन 2000 आगंतुक आते हैं। प्रत्येक आगंतुक अपनी विकासात्मक सफलता के साथ-साथ संसदीय लोकतंत्र में भारत की यात्रा का अनूठा संदेश भी ले जाता है। उद्घाटन के बाद से अब तक संग्रहालय का करीब लगभग 7.5 लाख दर्शकों ने दीदार किया है।

मुझे खुशी है कि राष्ट्रपति ने संग्रहालय का दौरा किया: मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के प्रधानमंत्री संग्रहालय यात्रा पर प्रसन्नता व्यक्त की है। प्रधानमंत्री ने एक्स पर पोस्ट किया है। इसमें उन्होंने लिखा है कि ‘ मुझे खुशी है कि राष्ट्रपति ने प्रधान मंत्री संग्रहालय का दौरा किया। यह उन सभी के जीवन और कार्य की झलक देता है जिन्हें भारत के प्रधान मंत्री के रूप में सेवा करने का सम्मान मिला है। मैं अन्य लोगों, विशेष रूप से युवाओं से भी संग्रहालय का दौरा करने का आग्रह करूंगा।’

नई दिल्ली । अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम है। इससे पहले देश के कई इलाकों में हिंदूवादी संगठन अलग-अलग यात्राएं निकाल रहे हैं। ऐसी ही एक यात्रा दिल्ली में निकाली गई, जिसमें बीजेपी से निष्कासित प्रवक्ता नूपुर शर्मा सार्वजनिक रूप से दिखाई दी हैं।
हालांकि ये पहला मौका नहीं है, जबकि नूपुर दिखाई दी हों. इसके पहले नूपुर विवेक अग्निहोत्री की फिल्म द वैक्सीन वॉर देखने के लिए गईं थीं।
नूपुर ने जून, 2022 में पैगंबर मोहम्मद पर एक टीवी चैनल पर डिबेट के दौरान विवादित टिप्पणी की थी, जिसके बाद देशभर में काफी बवाल हुआ। यही नहीं मुस्लिम देशों के संगठन ने भी भारत के सामने आपत्ति जताई थी, जिसके बाद बीजेपी ने नूपुर को प्रवक्ता के पद से हटा दिया था।
इस विवाद के बाद नूपुर को जान से मारने की धमकी भी मिली थीं। इसके अलावा उनके खिलाफ देशभर में अलग-अलग जगहों पर एफआईआर दर्ज की गईं। इतना ही नहीं नूपुर का समर्थन करने पर राजस्थान के उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल की हत्या कर दी गई। इसके अलावा महाराष्ट्र के अमरावती में केमिस्ट उमेश कोल्हे की भी हत्या कर दी गई।

 

चंडीगढ़ । त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री, हरियाणा प्रभारी एवं राज्यसभा सांसद बिप्लव देव ने राई विधानसभा के गांव नांगल खुर्द में विकसित भारत संकल्प यात्रा में मुख्य अतिथि के रूप में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि देश के हर नागरिक को विकसित भारत बनाने में अपनी भूमिका तय करनी है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की गारंटी गाड़ी से आम जनमानस को जनकल्याण की गारंटी मिल रही है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ऐसी पहली सरकार है जो घर-घर जाकर लोगों की मांगों को पूर्ण करते हुए उनकी समस्याओं का समाधान कर रही है।
देब ने कहा कि मोदी की गारंटी गाड़ी को गांव-गांव और नगर-नगर का दौरा करते हुए 52 दिनों से अधिक समय व्यतीत हो चुका है। अब लोगों को गारंटी की गाड़ी की प्रतीक्षा रहने लगी है, जिससे उनकी समस्याओं का निदान मौके पर ही मिलता है। इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल बधाई के पात्र हैं। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के प्रयासों को मजबूती देने में कोई कसर नहीं छोड़ी। देब ने कहा कि प्रदेश सरकार की व्यवस्था और जागरूक कार्यक्रम सराहनीय हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि 25 जनवरी को यात्रा के समापन अवसर तक उन लोगों को भी इसमें शामिल किया जाएगा जो किसी कारणवण छूट गए हैं। इस यात्रा का उद्देश्य जन-जन को योजनाओं का लाभ प्रदान करना है।
त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब देब ने कहा कि यह कोई स्वाभाविक प्रक्रिया नहीं है, अपितु यह व्यवस्था प्रधानमंत्री ने बनाई है, जिससे लोगों को अपने काम के लिए सरकारी कार्यालयों में जाने की जरूरत नहीं है। प्रधानमंत्री मोदी ने जनसेवा और राष्ट्र के विकास को ही सर्वोपरि रखा है। उन्होंने उदाहरण दिया कि अपनी मां के देहांत पर भी प्रधानमंत्री मोदी ने वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर राष्ट्र के विकास को समर्पित किया। हम बड़े भाग्यशाली हैं कि हमें मोदी जैसे प्रधानमंत्री मिले हैं। बिप्लब ने लोगों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि सबको मोदी के मार्ग पर चलने का प्रयास करते हुए राष्ट्र को विकसित बनाने में पूर्ण योगदान देना चाहिए।

लखनऊ । हिंदू धर्म पर लगातार विवादित बयान देने वाले समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता स्वामी प्रसाद मौर्य को लेकर पार्टी में घमासान मचा हुआ है। पिछले हफ्ते, पार्टी की बैठक में विधायकों ने पार्टी अध्यक्ष और पूर्व सीएम अखिलेश यादव के सामने मुद्दा उठाया था और बाद में उन्हें आश्वासन दिया गया कि स्वामी प्रसाद मौर्य को धार्मिक मुद्दों पर टिप्पणी करने से परहेज करने के लिए कहा गया है।
हालांकि, अगले दिन, मौर्य ने कार सेवकों पर टिप्पणी करते हुए उन्हें असामाजिक तत्व करार दिया। सपा के वरिष्ठ विधायक राकेश प्रताप सिंह और समरपाल सिंह ने अब पार्टी नेतृत्व से मौर्य के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। दरअसल, सिंह पिछले हफ्ते पूजा-अर्चना के लिए अयोध्या गए थे और ट्रस्ट के पदाधिकारी चंपत राय से मुलाकात की थी। ब्राह्मण समुदाय के एक अन्य सपा विधायक ने कहा, ऐसा प्रतीत होता है, कि मौर्य कुछ निहित स्वार्थों के इशारे पर काम कर रहे हैं, जो आगामी लोकसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं। जब वह योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्री थे, तब उन्होंने इन मुद्दों पर कभी एक शब्द भी नहीं बोला।
विधायक ने कहा कि मौर्य के व्यवहार पर अखिलेश की चुप्पी एक बड़ी परेशानी है और स्वाभिमानी हिंदू चाहते हैं कि पार्टी नेतृत्व इस मुद्दे पर स्पष्टीकरण दे। दिलचस्प बात यह है कि मौर्य को अभी तक अपने बयानों के लिए सपा के भीतर ओबीसी नेताओं से कोई समर्थन नहीं मिला है और यहां तक कि बहुजन समाज पार्टी के उनके पूर्व सहयोगियों ने भी उनसे दूरी बना ली है। हिंदुओं के खिलाफ मौर्य के रुख का इस्तेमाल बीजेपी समाजवादी पार्टी पर निशाना साधने के लिए कर रही है।
उत्तरप्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य ने कहा, स्वामी प्रसाद मौर्य वहीं बोल रहे हैं, जो अखिलेश उनसे कह रहे हैं। अगर मौर्य खुद ही ये बयान दे रहे हैं, तब अखिलेश को उन्हें पार्टी महासचिव के पद से हटाने से कौन रोक रहा है? मौर्य की टिप्पणी से कांग्रेस भी नाराज है। एक वरिष्ठ नेता ने कहा, यह एक महत्वपूर्ण समय है, जब राम मंदिर का द्वार खुलने को तैयार है। कोई भी हिंदू विरोधी नहीं दिखना चाहता और मौर्य की तीखी टिप्पणी से गलत संदेश जाना तय है। अखिलेश को इस पर रोक लगाने के लिए कदम उठाना चाहिए, क्योंकि उनके मतदाता भी हिंदू हैं।

 

इंफाल । बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से निलंबित लोकसभा सदस्य दानिश अली रविवार को भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होने के वास्ते इंफाल पहुंचकर कहा कि वह इस यात्रा का हिस्सा बनना अपना फर्ज समझते हैं, क्योंकि राहुल गांधी की पहल समाज के कमजोर लोगों को न्याय दिलाने और भारतवासियों को जोड़ने के लिए है। अली को बीते नौ दिसंबर को बसपा ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में निलंबित कर दिया था।
इंफाल पहुंचने के बाद बसपा के निलंबित नेता अली ने रविवार को पोस्ट किया मैंने राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होने का फैसला किया है। ये फैसला मेरे लिए एक बहुत ही अहम फैसला है। मैंने बहुत सोच समझकर लिया है। उन्होंने कहा, यह फैसला करते समय मेरे सामने दो रास्ते थे। एक यह कि मैं यथास्थिति को चलने दूं, जो स्थितियां हैं उन्हें वैसे ही स्वीकार लूं, जो अन्याय देश के दलित, शोषित, वंचित, अल्पसंख्यक और अन्य गरीब वर्ग के साथ हो रहा है, उसके खिलाफ कोई आवाज न उठाऊं, और दूसरा रास्ता ये था कि मैं समाज में बढ़ते अन्याय के खिलाफ संसद में आवाज उठाने के साथ-साथ सड़क पर भी संघर्ष शुरू करूं, आंदोलन करूं।
अली ने कहा, मेरे जमीर ने कहा कि मुझे दूसरा रास्ता लेना चाहिए। लोकसभा सदस्य ने भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी द्वारा की गई टिप्पणी का हवाला देकर कहा, यह फैसला लेने का एक बड़ा कारण यह भी है कि मैं खुद इस अन्यायपूर्ण व्यवस्था का भुक्तभोगी हूं। संसद के अंदर मुझ पर जो आक्रमण हुआ वहां सभी सांसदों ने देखा। सत्ताधारी दल ने मुझ पर आक्रमण करने वाले के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की। बल्कि उस सांसद को पुरस्कृत किया। उन्होंने दावा किया कि यही हाल पूरे देश का है तथा भय एवं आतंक का माहौल बनाने की कोशिश हो रही है।
अली ने कहा, जब मुझ पर संसद में आक्रमण हुआ, तब मुझे और मेरे परिवार को हौसला देने वाले राहुल गांधी देश के पहले नेता थे। वे उस घड़ी में मेरे साथ खड़े रहे। उन्होंने कहा, राहुल गांधी की यह यात्रा कमज़ोर लोगों को न्याय दिलाने की और भारतवासियों को जोड़ने की यात्रा है। यह यात्रा देश की विभाजनकारी ताकतों के खिलाफ संघर्ष है। राहुल गांधी ने पूरे देश को जोड़ने के लिए और हर वर्ग को न्याय दिलाने के लिए यह यात्रा शुरू की है। इसलिए मैं आज राहुल के साथ खड़ा हूँ। अली ने कहा, मेरा मानना है कि इस यात्रा के उद्देश्य की पूर्ति करना राजनीति और समाज सेवा के काम से जुड़े हम सभी लोगों का असली कर्तव्य है। मैं इस यात्रा की सफलता की कामना करता हूं।

 

नई दिल्ली। कांग्रेस की न्याय यात्रा मणिपुर की राजधानी इम्फाल की जगह अब 34 किलोमीटर दूर थौबुल से शुरू होगी। कांग्रेस पार्टी ने राज्य सरकार की शर्तों की वजह से ये बदलाव किया है। राज्य सरकार ने यात्रा में 1 हजार लोगों के शामिल होने की परमिशन दी थी। कांग्रेस ने इन शर्तों की वजह से जगह में बदलाव किया है।
कांग्रेस के मणिपुर अध्यक्ष कीशम मेघचंद्र ने कहा कि हमने 2 जनवरी को जिला प्रशासन से इम्फाल के हप्ता कांगजेइबुंग मैदान से यात्रा शुरू करने की अनुमति मांगी थी। कानून-व्यवस्था का हवाला देकर पहले इससे इनकार कर दिया गया। 10 जनवरी को सीएम से मुलाकात के बाद कुछ शर्तों के साथ इसकी अनुमति मिली।

रूट में कोई बदलाव नहीं होगा।
मेघचंद्र ने कहा कि राज्य कांग्रेस की एक टीम ने फिर से डीजीपी राजीव सिंह और इंफाल पूर्व के डिप्टी कमिश्नर और एसपी की मौजूदगी में चीफ सेक्रेटरी विनीत जोशी से मुलाकात की थी। हमें बताया गया कि कार्यक्रम स्थल पर 1,000 से अधिक लोगों को अनुमति नहीं दी जाएगी। मेघचंद्र ने कहा कि शर्तें हमारे लिए चिंताजनक थीं। 10 जनवरी को देर रात थौबल जिले के डिप्टी कमिश्नर ने खोंगजोम के प्राइवेट ग्राउंड से यात्रा की अनुमति दी। इसके बाद हमने जगह बदलने का फैसला किया। 14 जनवरी को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े यहीं से यात्रा को हरी झंडी दिखाएंगे। रूट में कोई बदलाव नहीं होगा।

 

नई दिल्ली । भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने कहा है ‎कि ‎निय‎ति ने मोदी को पहले ही भगवान राम का भव्य मं‎दिर बनाने के ‎लिए चुन ‎लिया था। उन्होंने 22 जनवरी को अयोध्या में होने जा रहे राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा है कि रथ यात्रा ने वृहद रूप ‎लिया और उसका दूरगामी प‎रिणाम हुआ था। सूत्रों बताया ‎कि आडवाणी ने एक पत्रिका के विशेष अंक के लेख में राम मंदिर के लिए निकाली गई अपनी रथ यात्रा का संस्मरण ‎‎लिखा है। उन्होंने यादों को ताजा करते हुए कहा कि रथ यात्रा को 33 साल पूरे हो रहे हैं। वर्तमान पीएम नरेंद्र मोदी उस पूरी रथ यात्रा के दौरान उनके साथ थे। उस समय नरेंद्र मोदी ज्यादा प्रसिद्ध नहीं थे लेकिन उसी समय नियति ने उन्हें भगवान राम का भव्य मंदिर बनाने के लिए चुन लिया था। आडवाणी ने कहा कि उन्होंने जब रथ यात्रा शुरू की थी तब उन्हें यह नहीं पता था कि यह यात्रा देश में एक बड़े आंदोलन का रूप ले लेगी। लेकिन उसी दौरान भगवान राम ने अपने भव्य मंदिर के निर्माण के लिए अपने भक्त नरेंद्र मोदी को चुन लिया था।
वहीं राम मंदिर आंदोलन को अपनी राजनीतिक यात्रा की सबसे महत्वपर्ण घटना बताते हुए आडवाणी ने आंदोलन के दौरान अपने कई अनुभवों को भी लेख में शा‎मिल ‎किया है। राजनीति में दशकों तक उनके साथी रहे पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए यह भी कहा कि राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले उन्हें अटल बिहारी वाजपेयी की कमी बहुत खल रही है। राम मंदिर के सपने को साकार करने व अयोध्या में रामलला का भव्य मंदिर बनाने के उनके संकल्प को पूरा करने के लिए पीएम मोदी को बधाई देते हुए आडवाणी ने कहा कि जब पीएम मोदी राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा करेंगे तो वह उस समय देश के प्रत्येक नागरिक का प्रतिनिधित्व करेंगे।
गौरतलब है ‎कि अयोध्या में 22 जनवरी को होने जा रहे प्राण प्रतिष्ठा समारोह कार्यक्रम के लिए लालकृष्ण आडवाणी को भी निमंत्रित किया गया है। हालांकि पहले यह कहा जा रहा था कि खराब स्वास्थ्य के कारण आडवाणी अयोध्या नहीं जा पाएंगे लेकिन विश्व हिंदू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने आडवाणी के कार्यक्रम में शामिल होने की पुष्टि करते हुए उनके स्वास्थ्य को देखते हुए डॉक्टर और मेडिकल तैयारी सहित तमाम व्यवस्थाएं अयोध्या में करने की जानकारी दी है।

 

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