कॉमर्शियल पायलट ट्रेनिंग कोर्स में है बेहतर भविष्य Featured

कोरोना काल में जहाँ स्कूल कॉलेज बंद पड़े हैं वहीँ इस बीच सीबीएसई तथा अन्य बोर्ड के बाहरवीं कक्षा के नतीजे भी घोषित कर दिए गए हैं। चूंकि रिजल्ट आ चुका है और छात्र कॅरियर को लेकर चिंतित हैं, इसी कारण उनकी मदद के लिए जानी-मानी मोटिवेशनल स्पीकर श्रीमती छवि हेमंत ने छात्रों की करियर काउन्सलिंग को लेकर एक वेबिनार का आयोजन किया।
इस वेबिनार में एशिया पसिफ़िक फ्लाइट ट्रेनिंग अकादमी लिमिटेड के सीईओ हेमंत डीपी, मिललेनियम वर्ल्ड स्कूल - फरीदाबाद की प्रिंसिपल संगीता धमीजा, करियर काउंसलर अश्विनी भावे तथा डब्लूसीएससी की सीईओ मनीषा शर्मा ने छात्रों की काउन्सलिंग की।
अनेकों छात्रों ने अलग अलग विषय पर सवाल किये जिसमे सबसे महत्वपूर्ण विषय रहा कॉमर्शियल पायलट ट्रेनिंग कोर्स का जिसको लेकर छात्रों में उत्सुकता दिखाई दी।
पायलट ट्रेनिंग कोर्स को लेकर सवाल पूछने पर एशिया पसिफ़िक फ्लाइट ट्रेनिंग अकादमी लिमिटेड के सीईओ हेमंत डीपी ने छात्रों को बताया की एविएशन सेक्टर में पायलट का सुनहरा भविष्य है और आने वालो सालों में इसकी डिमांड भी बढ़ेगी। इसके साथ ही साथ
उन्होंने महत्वपूर्ण जानकारी साझा कर कुछ टिप्स भी बताये।
1. कोई भी विज्ञान और गणित में बाहरवीं पास किया हुआ छात्र इस कॉमर्शियल पायलट ट्रेनिंग कोर्स को कर सकता है।
2. इस कोर्स को करने के लिए न्यूनतम आयु 17 वर्ष है और 20 साल की आयु तक एक कॉमर्शियल पायलट बना जा सकता है, जिसमे 65 वर्ष सेवानिवृत्ति की आयु निर्धारित की गयी है।
3. कॉमर्शियल पायलट बनाने के लिए 185 सिंगल इंजन के साथ तथा 15 घंटे मल्टी इंजन के साथ जहाज को उड़ाने का परिक्षण करना होता है।
4. एक कॉमर्शियल पायलट की शुरूआती सैलरी 30 से 35 लाख सालाना हो सकती है।
5. कॉमर्शियल पायलट के पेशे में एक स्वस्थ जीवन शैली की जरूरत होती है और साल में एक बार हेल्थ सर्टिकेट लेना ज़रूरी होता है।
6. यदि कोई छात्र किसी अन्य देश से पायलट प्रशिक्षण लेता है तो भी उसे भारतीय पायलट लाइसेंस प्राप्त करना होता है।
7. भारत में कॉमर्शियल पायलट की फीस 40-45 लाख तक हो सकती है परन्तु विदेशो में यह फीस 1 करोड़ से ऊपर भी जा सकती है।
ईएमएस/फीचर/23जुलाई

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