भारत ने दिखाया बड़ा दिल, लेकिन आदत से मजबूर इमरान ने फिर छेड़ कश्मीर राग Featured

कोलंबो । श्रीलंका के झटका देने के बाद भी पाकिस्‍तानी प्रधानमंत्री इमरान खान अपने कोलंबो दौरे के दौरान कश्‍मीर का मुद्दा उठाने से बाज नहीं आए। इमरान ने कहा कि भारत और पाकिस्‍तान के बीच विवाद का एकमात्र मुद्दा कश्‍मीर है, इस केवल बातचीत के जरिए सुलझाया जा सकता है। उन्‍होंने कहा कि सत्‍ता में आने के बाद मैंने भारत और मोदी को बातचीत का सुझाव दिया था लेकिन मैं असफल रहा। मुझे भरोसा है कि आखिर चीजें परवान चढे़गी। इमरान का बयान उस समय पर आया है, जब भारत ने अपने रुख में नरमी लाकर उनके विमान को अपने हवाई क्षेत्र से जाने की अनुमति दे दी थी।
इमरान खान ने कोलंबो में कहा, मैं जैसे ही सत्‍ता में आया था, मैंने भारत की ओर हाथ बढ़ाया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताया था कि इस उपमहाद्वीप में आगे बढ़ने का तरीका यह है कि हम अपने मतभेदों का समाधान बातचीत के जरिए दें। मैं सफल नहीं रहा लेकिन मुझे भरोसा है कि अंतत: चीजें परवान चढ़ेंगी।' उन्‍होंने यूरोपीय देशों का उदाहरण देते हुए कहा कि हमें भी उसी तरह से सभ्‍य तरीके से रहना चाहिए। कश्‍मीर में आतंकियों को भेजने वाले इमरान ने कहा,हम चाहते हैं कि इस उपमहाद्वीप में सभी विवादों का समाधान संवाद के जरिए हो। इमरान ने बड़बोलापन दिखाकर कहा कि पाकिस्‍तान अमेरिका और चीन के बीच खाई को कम करने में भूमिका निभा सकता है।
इसके पहले भारत ने पाकिस्‍तानी प्रधानमंत्री इमरान के विमान को अपने एयरस्‍पेस के इस्‍तेमाल की मंजूरी दे दी थी। मंगलवार को इमरान भारत के हवाई इलाके से होकर श्रीलंका पहुंचे थे। अगर भारत एयरस्‍पेस इस्‍तेमाल करने की अनुमति नहीं देता तब इमरान के विमान को खासा घूमकर लंबे रास्‍ते से श्रीलंका पहुंचना पड़ता। 2019 में पाकिस्‍तान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उड़ानों के लिए अपना एयरस्‍पेस खोलने से इनकार कर दिया था। तब पीएम मोदी को अमेरिका और सऊदी अरब जाना था। पाकिस्‍तान ने कश्‍मीर में कथित‍ मानवाधिकार उल्‍लंघन को वजह बताया था। इससे पहले श्रीलंका ने पहले ही इमरान का संसद में प्रस्‍तावित भाषण रद्द कर दिया है। पाकिस्‍तानी मीडिया में इस लेकर खूब हो-हल्‍ला मचा और आरोप लगाया गया कि भारत के दबाव में श्रीलंका ने ऐसा किया है।

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