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कैलेंडर में बाक्सिंग नहीं, इसलिए बाक्सिंग स्पर्धा में नहीं हो सकते शामिल Featured

जिला खेल विभाग के इस फरमान से एक खिलाड़ी की मेहनत और पूरा साल हो रहा बर्बाद
खुद के व्यय पर भी अंतर शालेय स्पर्धा में शामिल होने खेल अफसर नहीं दे रहे अनुमति
जांजगीर-चांपा। जिला खेल विभाग की एक भूल का खामियाजा यहां के एक बाक्सिंग खिलाड़ी को भुगतना पड़ रहा है। जिले के खेल कैलेंडर से बॉक्सिंग को हटा दिया गया है। इसके चलते यहां बाक्सिंग खेल के खिलाड़ी काफी मायूस है। वहीं चांपा के एक खिलाड़ी ने बिलासपुर जाकर न केवल बॉक्सिंग का प्रशिक्षण लिया, बल्कि अब वो दुर्ग में आयोजित अंतर शालेय स्पर्धा में शामिल होना चाहता है। लेकिन यहां का खेल अफसर हाथ खड़ा कर रहे है।
आपकों बता दें कि छत्तीसगढ़ के अन्य जिलों के खेल कैलेंडर में बाक्सिंग खेल को भी शामिल किया गया है, जबकि इस जिले के खेल कैलेंडर में बाक्सिंग शामिल नहीं है। यही वजह है कि यदि कोई खिलाड़ी जिले की ओर से बाक्सिंग स्पर्धा में भाग लेना चाहे तो उसे निराशा ही हाथ लगेगा। चांपा निवासी सिद्धार्थ श्रीवास ने इस गंभीर समस्या से कलेक्टर को अवगत कराते हुए मदद की गुहार लगाई है। उसने कलेक्टर को लिखे अपने पत्र में कहा है कि जिले में बाक्सिंग खेल के लिए कोई व्यवस्था नहीं है।ं इसके बावजूद बाक्सिंग में रुचि होने के कारण वह बीते एक साल से रेलवे बाक्सिंग क्लब बिलासपुर जाकर प्रशिक्षण ले रहा है। उसने यह भी कहा है कि अपने जिले से यह खेल खेलना चाहता है लेकिन यहां खेल कैलेंडर से बॉक्सिंग को हटा दिया गया है। इसके चलते उसकी सुनने वाला कोई नहीं है। उसने अपने पत्र में कहा है कि इस संबंध में जब जिला खेल अधिकारी से बात की तो उन्होंने इस खेल के लिए फंड नहीं होने का हवाला दिया। माली हालत खस्ता होने के बावजूद जब सिद्धार्थ ने स्वयं के व्यय से खेलने की इच्छा जताई, तब भी जिला खेल अधिकारी राजी नहीं हो रहे हैं।
बाक्सिंग जरूरी है
छत्तीसगढ के बाक्सिंग खिलाड़ी अर्जुन प्रसाद का कहना है कि जिस खेल को ओलंपिक में शामिल किया गया है तो वहीं बाक्सिंग को खेलो इंडिया में शामिल किया गया है उस खेल को किसी भी सूरत में बाहर नहीं किया जा सकता। यदि ऐसा किया जा रहा है तो जिले के जिम्मेदार अफसरों को इस ओर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
मार्गदर्शन लिया जाएगा
खेल कैलेंडर में बाक्सिंग शामिल नहीं है। इस वजह से किसी भी खिलाड़ी को बाहर स्पर्धा में नहीं भेजा जा रहा है। सिद्धार्थ खुद के खर्च पर बाहर खेलने जाना चाहता है तो इस संबंध में मार्गदर्शन लिया जाएगा।
-हरिलाल पटेल, जिला खेल अधिकारी

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