सरगना पत्नि एवं साथी सहित चढ़ा पुलिस के हत्थे
दुर्ग। लोगों का शौक भी बेहद अजीब-अजीब होते हैं, अनेकों तरह के शौक में किसी को एंटीक चीजों को इक_ा करने का शौक रहता है तो किसी को घूमने, फि रने, गाने, पढऩे इत्यादि का शौक रहता है। लेकिन इन सबसे अलग अजीबो गरीब शौक में एक नामी यूनिवर्सिटी से पढ़ाई करने वाले एक व्यक्ति का शौक चोरी करना था। इसी शौक ने एक छात्र को अंतर्राज्यीय चोर गिरोह का सरगना बना दिया। दुर्ग पुलिस के हत्थे अंतर्राज्यीय चोर गिरोह के सरगना सहित तीन सदस्य लगे हैं। ् इनमें उत्तरप्रदेश के चंदौरी जिले का रहने वाले गिरिजेश सिंह उर्फ मंटू नाम का भी युवक है,ा् जो कि पकड़े गए चोर गिरोह का सरगना है। उसके चोरी के इस अजीबो-गरीब शौक में उसकी पत्नी श्यामली भी हाथ बंटाती है। गिरोह का तीसरा सदस्य बनारस का रहने वाला है,ा् बताया जा रहा है कि तीनों ने साथ मिलकर यूपी में और छत्तीसगढ़ में चोरी की वारदात को अंजाम दिया करते थे।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी दुर्ग के सुभाष नगर में किराये पर मकान लिया था, जिसके बाद श्यामली आसपास के बंद घरों की रेकी किया करती थी।् जिस घर मे ताला लगा हुआ या खाली मकान मिलता इसकी सूचना अपने पति व उसके दोस्त को देती थी। जिसके बाद ये गिरोह चोरी की वारदात को अंजाम दिया करता था।
बताया जा रहा है कि जिस क्षेत्र में ये रहते थे उसके आसपास ही चोरी की घटना को अंजाम देते थे, इस तरह दुर्ग के पद्मनाभपुर पुलिस चौकी क्षेत्र में इन्होंने 5 चोरी के वारदात को अंजाम दिया था। चोरी की वारदातों को अंजाम देकर भागते समय आरोपियों के हुलिये पर क्षेत्रवासियों की नजऱ पड़ी। संदिग्धों की सूचना पर पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की। तब जाकर इस गिरोह के कारनामों का पुलिस के सामने खुलासा हुआ, बताया जा रहा है कि आरोपी पहले भी रायपुर में चोरियों के मामले में जेल जा चुका है। क्षेत्र में हुई चोरियों के अन्य मामले में भी पुलिस को इन पर शक है, मामले की विवेचना जारी है।
बनारस में जाकर खपाते थे चोरी का माल
पकड़े गए आरोपी इतने शातिर हैं, कि वे चोरी करने के बाद सोने, चांदी के माल को ठिकाने लगाने बनारस जाते थे और यहां स्थित ज्वेलरी दुकानों में बेच दिया करते थे। मामले में पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है, पुलिस पूछताछ और जांच के बाद चोरी के और भी मामलों का खुलासा हो सकता है।