जैन समुदाय का पर्युषण पर्व का हुआ शुभारंभ Featured

भगवान महावीर स्वामी का दर्शन कर मंगल कलश की स्थापना की
जांजगीर-चांपा। नैला जैन मंदिर में आज प्रातः पर्यूषण पर्व समारोह का शुभारंभ जैन मंदिर के शिखर पर केसरिया ध्वज एवं पचरंगा ध्वज फहराकर किया गया। नैला जांजगीर, चांपा, सक्ती, बम्हनीडीह के सभी जैन सदस्यों ने आज मूलनायक भगवान महावीर स्वामी का दर्शन कर मंगल कलश की स्थापना की। इसके साथ ही 10 दिनों तक चलने वाले पर्युषण पर्व संकल्प के साथ शुभारंभ हुआ।
आज पहले दिन उत्तम क्षमा धर्म से प्रारंभ होकर अनंत चतुर्दशी 12 सितंबर को उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म पालन के साथ ही संपन्न होगा। पर्यूषण पर्व के पहले दिन दहीगांव अतिशय क्षेत्र में विराग सागर जी महाराज के शिष्य मुनि विनिश्चल सागर महाराज ने धर्मसभा को संबोधित करते हुए कहा कि इतिहास कांच के टुकड़ों का नहीं बल्कि उज्जवल हीरो का बनता है। इतिहास जीवन संग्राम में जो हथियार डाल दें उनका नहीं क्षमा वीरों का बनता है। क्षमा धर्म को समझने के लिए पहले हमें इसके विरोधी तत्व क्रोध को समझना होगा। क्रोध एक कशाय है जो कि हमारे जीवन को दुखदाई बना देती है। रोज की स्थिति में हित अहित का विवेक खो जाता है। आज नेत्रदानी स्वयं जैन की पांचवीं पुण्यतिथि पर ताराचंद लुहाडि़या परिवार द्वारा जैन मंदिर के शिखर पर केसरिया ध्वज फहराकर पर्यूषण पर्व का शुभारंभ किया गया। लोहाडि़या परिवार के मार्गदर्शक महावीर प्रसाद जैन की प्रथम पुण्यतिथि पर जैन मंदिर में पचरंगा ध्वजारोहण ताराचंद सुशील कुमारजैन परिवार के द्वारा किया गया। इसके पश्चात भगवान महावीर स्वामी को पांडुकशिला में विराजमान कर धर्मचंद अजमेरा परिवार, वीर कुमार जैन, हर्ष पाटनी, सुरेश चंद जैन एवं यंत्र कुमार जैन परिवार के द्वारा चांदी के कलशों से भगवान महावीर स्वामी का अभिषेक एवं शांति धारा की गई। उसके पश्चात यंत्र कुमार जी अजमेरा परिवार के द्वारा सामूहिक आरती की गई। आज सभी धर्मावलंबियों ने भक्ति मय वातावरण में दशलक्षण धर्म एवं क्षमाधर्म की पूजा अर्चना की। जैन समाज के 35 लोगों ने पीले वस्त्र धारण कर अभिषेक शांतिधारा एवं पूजा में शामिल होकर धर्म लाभ लिया। चांपा से सुनील जैन, अंजना जैन, ममता जैन, बम्हनीडीह से सुरेश जैन, सुनीता जैन, सक्ती से अशोक जैन परिवार, पवन जैन, प्रभात जैन, सुरेश खिलोसिया, मदनलाल अजमेरा, मदनलाल लुहाडि़या, मनोज अजमेरा, विजय लोहाडि़या, सौरभ, अनिल लुहाडि़या, महिला मंडल के सभी सदस्यों ने संगीत मय भक्ति करते हुए पूजा अर्चना की। रात्रि में संगीत मय आरती, शास्त्र सभा का आयोजन किया गया। इसके पश्चात छोटे-छोटे बच्चों के द्वारा भजन प्रतियोगिता में भाग लेकर धर्म की प्रभावना की गई। इसी प्रकार धर्म की प्रभावना अनंत चतुर्दशी पर्व तक धूमधाम से बनाते हुए धर्म लाभ लिए जाने का संकल्प सभी ने लिया। नैला में जैन मंदिर को लाल पत्थरों से नक्कासी करके भव्यता प्रदान की जा रही है।

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