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चेवी चेज। पिछली गर्मियों में आर्कटिक का लास्ट आइस एरिया असाधारण रूप से पिघल गया है। वैज्ञानिक हैरान है कि वहां अचानक बर्फ के पिघलने से इतना क्षेत्र बन गया जिससे एक जहाज गुजर सकें। यहां समुद्र में बहती बर्फ की सतह आमतौर पर बहुत मोटी होती है जिससे उसके दशकों तक वैश्विक ताप वृद्धि का सामना करने की संभावना है।
पत्रिका ‘कम्युनिकेशंस अर्थ एंड एनवायरमेंट’ में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, एक अजीब मौसमी घटना के कारण यह हुआ लेकिन दशकों से हो रहे जलवायु परिवर्तन के कारण समुद्र में बर्फ की चादर का पतला होना एक अहम कारण है। पृथ्वी के उत्तरी ध्रुव के आसपास के क्षेत्र को आर्कटिक कहा जाता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि आर्कटिक के ज्यादातर हिस्से की बर्फ इस सदी के मध्य तक पिघल सकती है, लेकिन लास्ट आइस एरिया इस आकलन का हिस्सा नहीं था। टोरंटो विश्वविद्यालय के अध्ययन के सह-लेखक केंट मूर ने बताया कि 2100 के आसपास की गर्मियों तक 10 लाख वर्ग किलोमीटर का क्षेत्र बर्फ से मुक्त नहीं होगा। वाशिंगटन विश्वविद्यालय के सह-लेखक माइक स्टीले ने कहा, इसे एक वजह से लास्ट आइस एरिया कहा जाता है। हम सोचते थे कि यह एक तरह से स्थिर है। यह काफी हैरान करने वाला है कि 2010 में इस क्षेत्र की बर्फ असाधारण रूप से पिघलने लगी। इस अध्ययन की एक और सह-लेखिका क्रिस्टिन लेडर ने कहा कि वैज्ञानिका का मानना है कि ग्रीनलैंड और कनाडा का उत्तरी इलाका ध्रुवीय भालू जैसे जानवरों के लिए आखिरी शरण हो सकता है जो बर्फ पर निर्भर करते हैं। मूरे ने बताया कि अचानक बर्फ पिघलने की मुख्य वजह असाधारण तेज हवाएं रही जिससे बर्फ इस क्षेत्र से पिघली और ग्रीनलैंड के तट तक जाने लगी।

कोलंबो| पाकिस्तान के बाद श्रीलंका भी चीन के कर्ज के जाल में पूरी तरह फंस चुका है। चीन धीरे-धीरे अब श्रीलंका की बुनियादी सुविधाओं पर अपना कब्जा जमा रहा है और अब श्रीलंका में चीन के कुछ सैनिकों को देखा गया है। ये सैनिक सेना की वर्दी में हंबनटोटा के एक तालाब में जमा मलबा निकाल रहे थे।

हंबनटोटा के एक प्राचीन तालाब में हाल ही में चीन के कुछ लोगों को मलबा हटाते देखा गया और इन सबने जो वर्दी पहनी थी वह चीन की सैन्य वर्दी से मेल खाती थी। श्रीलंका के कानून के मुताबिक, सेना में काम न कर रहे लोगों के वर्दी पहनने तो क्या उसे रखने तक पर भी प्रतिबंध है। इस पर उस व्यक्ति को गिरफ्तार करके दंडित किया जा सकता है।

इस खुलासे के बाद एक बार फिर से श्रीलंका में चीन की दखलअंदाजी की पोल खुल गई है। हाल ही में चीन ने कोलंबो पोर्ट सिटी प्रोजेक्ट को भी 99 सालों के लिए अपने कब्जे में कर लिया है।

मलबा निकालते देखे गए चीनी जवानों का वर्दी में होना श्रीलंकाई कानूनों के खिलाफ है। हालांकि, आदतन श्रीलंका में मौजूद चीनी दूतावास ने आरोपों को खारिज किया और कहा है कि इस तरह के कपड़े पहनना आम बात है।

अफगानिस्तान. अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी के साथ ही तालिबान अफगान सुरक्षा बलों पर भारी पड़ रहे हैं। कंधार के अपने पूर्व गढ़ के साथ ही तालिबान ने एक तिहाई जिलों पर कब्जा करने का दावा किया है। अधिकारियों का हवाला देते हुए, जियो न्यूज ने बताया कि अफगान बलों के साथ देर रात भर भीषण भिडंत के बाद, तालिबान ने पंजवाई जिले पर कब्जा कर लिया। बता दें कि अमेरिकी सेना के हटने के बाद मई की शुरुआत से ही तालिबान ने अफगानिस्तान के ग्रामीण इलाकों पर कब्जा करना शुरू कर दिया था।

जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका और नाटो बलों द्वारा काबुल के पास अपने मुख्य बगराम एयर बेस को खाली करने के दो दिन बाद ही पंजवाई जिले में कब्जा कर लिया गया था। ये वहीं जिला है जहां से अमेरिका और नाटो ने तालिबान और उनके अल-कायदा सहयोगियों के खिलाफ दो दशकों तक अभियान चलाया।

'बिना लड़ाई, आसानी से किया कब्जा'

तालिबान का दावा है कि उसने 421 जिलों में से तिहाई जिलों को अपने नियंत्रण में ले लिया है। इसके प्रांतीय परिषद के सदस्य मोहिब उल रहमान ने कहा है कि उत्तर पूर्व के बदख्शान के कई जिलों को सुरक्षा बलों ने बिना संघर्ष के ही छोड़ दिया। पिछले तीन दिनों में दस जिले ऐसे ही तालिबान ने हासिल किए हैं। तालिबान के प्रवक्ता ने बिना लड़ाई के जिलों को हासिल करने की पुष्टि की है।

कब्जा लेते ही नया कानून

इधर, खबर है कि तालिबान ने इलाकों में कब्जा लेते ही नए कानून भी लागू करना शुरू कर दिए हैं। इसमें कहा गया है कि कोई भी महिला घर के बाहर अकेले नहीं निकल सकती है। इसके अलावा मर्दों के लिए दाढ़ी बढ़ाना जरूरी कर दिया गया है।

भागकर ताजिकिस्तान पहुंचे 300 अफगान सैनिक

उत्तर पूर्वी अफगानिस्तान में तालिबान निरंतर बढ़त बना रहा हैं और हर रोज कई जिले उसके कब्जे में आ रहे हैं। यहां तालिबान के खदेड़े जाने के बाद सुरक्षा बल के तीन सौ सैनिक अपने देश की सीमा पार कर ताजिकिस्तान में पहुंच गए। ताजिकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा की राज्य समिति ने तीन सौ अफगान सैनिकों के आने की पुष्टि की है। समिति ने कहा है बदख्शान प्रांत से लगी सीमा से ये सैनिक आए हैं। मानवीयता के कारण इन्हें यहां प्रवेश की अनुमति दे दी गई। अप्रैल में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की सेना वापसी की घोषणा के बाद से पूरे अफगानिस्तान में तालिबान निरंतर बढ़त बना रहे हैं। देश के उत्तरी क्षेत्र में उनका तेजी से प्रभाव बढ़ रहा है।

काबुल के उत्तर में बगराम एयर बेस से विदेशी सैनिकों के बाहर निकलने से यह चिंता बढ़ गई है कि तालिबान नए क्षेत्र पर कब्जा करने के लिए अपने अभियान को अभी और तेज करेगा। बगराम एयर बेस बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि पहले यहां विदेशी सेनाएं तैनात थीं और उन्होंने तालिबान के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण हवाई समर्थन की पेशकश की थी।

मंदसौर. मालवा दौरे के दूसरे दिन राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया सोमवार को संघ कार्यालय पहुंचे हैं। इससे पहले वे पशुपतिनाथ मंदिर पहुंचे जहां दर्शन कर पूजा की। दर्शन के बाद सिंधिया ने कांग्रेस को डूबता जहाज बताया। पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस जिस रास्ते पर जा रही है, मैं मानता हूं कि जनता के दिल में स्थान पाना तो अलग जनता ने दो बार उन्हें जवाब दे चुकी है। कांग्रेस को अपना भविष्य खुद खोजना है। सिंधिया ने कहा कि मैं मालवा आया हूं। यहां जो कोरोना काल में हमसे अलग हो गए, उनके शोक में शामिल होना मेरा दायित्व है। केंद्रीय मंत्रिमंडल में मंत्री बनाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं भाजपा का कार्यकर्ता हूं। सेवाभाव के आधार पर काम कर रहा हूं।

मंदिर दर्शन से पहले वे मंदसौर विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया के घर भी पहुंचे। उधर, संघ कार्यालय से लौटने के बाद सिंधिया कोरोना से दिवंगत हुए भाजपा कार्यकर्ता और नेताओं के घर पहुंचकर शोक संवेदना भी व्यक्त करेंगे। रतलाम जिले में भी वे भाजपा के तीनों विधायक और जिला अध्यक्ष के घर पहुंचेंगे।

नीमच और मंदसौर में भाजपा के सभी बड़े नेताओं से मिले सिंधिया, सांसद के घर किया डिनर

मालवा दौरे के दौरान रविवार को नीमच पहुंचे ज्योतिरादित्य सिंधिया का उनके समर्थकों ने उत्साह के साथ स्वागत किया। सिंधिया की अगवानी के लिए सांसद सुधीर गुप्ता, MSME मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा, नीमच विधायक दिलीप सिंह परिहार और जिला अध्यक्ष पवन पाटीदार नयागांव पहुंचे थे। वहीं मंदसौर में भी भाजपा के सीनियर नेता बंशीलाल गुर्जर, कैलाश चावला, प्रदेश सरकार के मंत्री जगदीश देवड़ा और ओमप्रकाश सकलेचा, मंदसौर सांसद सुधीर गुप्ता के निवास पर आयोजित रात्रिभोज में सिंधिया के साथ शामिल हुए। इस दौरान सिंधिया के समर्थक मंत्री तुलसीराम सिलावट और राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव भी उनके साथ सीनियर भाजपा नेताओं से चर्चा करते नजर आए।

अपने दूसरे गढ़ मालवा में नए सियासी रिश्तों की शुरुआत कर रहे सिंधिया

ग्वालियर-चंबल के बाद मालवा को ज्योतिरादित्य सिंधिया का दूसरा गढ़ माना जाता है। यहां 1 दर्जन से ज्यादा विधानसभा सीटों पर सिंधिया का सीधा प्रभाव बताया जाता है। भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया पहली बार मालवा क्षेत्र में पहुंचे हैं। जहां दौरे के पहले दिन सिंधिया ने भाजपा के सांसद, विधायकों और सीनियर नेताओं से मुलाकात की है। रतलाम और मंदसौर में सिंधिया के समर्थक मंत्रियों को ही जिले का प्रभार दिया गया है। इस दौरान सिंधिया अपने समर्थकों के साथ सीनियर भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं से नए सियासी रिश्तों की शुरुआत करते नजर आ रहे हैं।

रतलाम में भी तीनों भाजपा विधायकों के घर जाएंगे

राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मालवा प्रवास के पहले दिन मंदसौर में रात्रि विश्राम करने के सोमवार को रतलाम के जावरा में विधायक डॉ. राजेंद्र पांडे के घर पहुंचेंगे, जिसके बाद वे पिपलोदा, सैलाना और रतलाम का दौरा करेंगे। रतलाम में भी ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा जिला अध्यक्ष और शहर विधायक चेतन कश्यप के घर सौजन्य मुलाकात के लिए पहुंचेंगे। रतलाम में कोरोना से दिवंगत हुए भाजपा नेता विष्णु त्रिपाठी के घर भी सिंधिया शोक संवेदना व्यक्त करने पहुंचेंगे। शाम 4:50 बजे रतलाम ग्रामीण विधायक दिलीप मकवाना के सरवड़ जमुनिया स्थित आवास पर भी ज्योतिराज सिंधिया पहुंचेंगे, जिसके बाद वे धार जिले के लिए रवाना होंगे।

 

इंदौर. मप्र आयुर्विज्ञान यूनिवर्सिटी का अजब-गजब निर्णय छात्रों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। इंदौर के एक सेंटर पर रेनोवेशन होने के चलते पूरे प्रदेश की परीक्षा टाल दी गई। मामला आयुर्वेद के बीएएमएस के तृतीय वर्ष परीक्षा से जुड़ा है। विश्वविद्यालय ने परीक्षा निरस्त होने की सूचना भी वेबसाइट पर दी। अब ये परीक्षा नौ अगस्त को होगी।

विवि ने पांच जुलाई से बीएएमएस तृतीय वर्ष की परीक्षा के आयोजन की घोषणा की थी। पर रविवार को अचानक विवि के वेबसाइट पर एक आदेश अपलोड कर बताया गया कि अपरिहार्य कारणों से सोमवार 5 जुलाई को आयोजित परीक्षा निरस्त की जा रही है। जबकि छात्र पहला पेपर होने के चलते इसकी तैयारी किए थे। अब इसे सीधे आखिरी में कराने का निर्णय लिया गया है। शेष पेपर पूर्व निर्धारित तारीख पर होंगे, लेकिन परीक्षा के समय में बदलाव किया गया है। अब पेपर दोपहर तीन बजे से शाम छह बजे तक होगा।
कोविड गाइडलाइन के अनुसार परीक्षा केंद्राें का नहीं किया था आंकलन
परीक्षा कराने से पहले प्रश्नपत्र की तारीख बदलने को लेकर एग्जाम कंट्रोलर का कुप्रबंधन बताया जा रहा है। कोविड गाइडलाइन के अनुसार परीक्षा कराया जाना है। बावजूद इसके परीक्षा केंद्रों की क्षमताओं का आंकलन नहीं किया गया। विवि की ओर से भेजी गई छात्र क्षमता के अनुसार उन्हें बैठाने की व्यवस्था से परीक्षा केंद्रों ने हाथ खड़े कर दिए। तब इस लापरवाही की विभाग को भनक लगी। आनन-फानन में आदेश जारी कर पहले प्रश्न पत्र को निरस्त कर किया गया। लापरवाही पर पर्दा डालने के लिए शेष पर्चे के आयोजन की पाली को बदल दिया गया।
एक परीक्षा केंद्र के रेनोवेशन का दिया हवाला
कुलपति डॉक्टर टीएन दुबे के मुताबिक इंदौर में एक परीक्षा केंद्र में मरम्मत कार्य चल रहा है। रेनोवेशन का हवाला देते हुए संबंधित परीक्षा केंद्र ने सोमवार को पेपर कराने में असमर्थता जताई थी। इस कारण एक पेपर को आगे बढ़ाया गया है। शेष पेपर अपने तय तारीख पर, लेकिन बदले हुए समय अब दोपहर तीन से शाम 6 बजे के बीच में होगा।

 

जबलपुर. जबलपुर में 23 वर्षीय महिला की संदिग्ध हालत में मौत हो गई। महिला सात महीने की गर्भवती थी। डेढ़ साल पहले ही उसकी शादी हुई थी। उसका मायका यूपी के आजमगढ़ जिले में है। उसके माता-पिता का निधन हो चुका है। बताते हैं कि शनिवार की देर रात वह बाथरूम जाने के लिए उठी और फिसल कर गिर गई थी। इलाज के दौरान मेडिकल कॉलेज में उसने दम तोड़ दिया।

घमापुर पुलिस के मुताबिक बल्दी कोरी की दफाई में किराए के मकान में विद्यासागर यादव अपनी पत्नी गुड़िया उर्फ गुड्डी (23) के साथ रह रहा था। पति विद्यासागर के मुताबिक गुड़िया शनिवार की देर रात 3.30 बजे बाथरूम जाने के लिए उठी थी। बाथरूम से लौटते समय वह अचानक बेहोश होकर कूलर के पास गिर गई। गुड़िया को बेहोशी की हालत में देर रात मेडिकल में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान रविवार 4 जुलाई को उसने दम तोड़ दिया।
यूपी से जबलपुर इलाज कराने आए थे दंपत्ति
पति विद्यासागर ने पुलिस को बताया कि गुड़िया के गर्भवती होने के बाद यूपी में चेकअप के दौरान डाक्टरों ने उसके शरीर में खून की कमी बताई थी। उसके पिता व मां घमापुर में रहते हैं। वह भी पत्नी को लेकर एक महीने पहले जबलपुर आ गया। यहां एल्गिन अस्पताल में उसका इलाज करा रहा था। डिलेवरी होने तक दोनों यहीं पर रुक गए थे।
डेढ़ साल पहले हुई थी शादी, किलकारी गूंजने से पहले मौत
पुलिस के प्रारंभिक पूछताछ में पता चला कि विद्यासागर और गुड़िया यादव की शादी डेढ़ साल पहले हुई थी। उसका मायका यूपी के आजमगढ़ में है। हालांकि उसके मां-पिता का निधन हाे चुका है। गुड़ियां सात माह की गर्भवती थी। पर वह बीमार रहने लगी थी। बीमारी के चलते उसके फेफड़ों में संक्रमण हो गया था। वह एनीमिया की चपेट में आ गई थी। परिजनों और पुलिस ने गुड़िया के भाई को उसकी मौत की सूचना दी है। उसे भी बयान देने बुलाया गया है। घमापुर टीआई दिलीप श्रीवास्तव के मुताबिक पीएम रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई होगी।

 

भोपाल। राजधानी के गुनगा थाना इलाके मे स्थित एक कस्बे में बीस साल की युवती के साथ पड़ोसी द्वारा बंधक बनाकर दुष्कर्म करने तथा जान से मारने की धमकी देने का मामला सामने आया है। आरोपी की करतूत कि शिकायत पहले पुलिस तक नहीं पहुंचने दी गई। दुष्कर्म पीडि़ता और आरोपी के बीच पंचायत में सुलाह कराने का प्रयास किया गया। फैसले में पंचो सहित दर्जनों लोग शामिल हुए। इसके बाद जब पंचायत मामले का सही फैसला नहीं कर सकी, तब पीडि़ता ने पचायत के खिलाफ जाते हुए थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज करा दी। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ बलात्कार, बंधक बनाने और जान से मारने की धमकी देने का मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। थाना पुलिस ने बताया कि इलाके मे रहने वाली बीस साल की युवती ने शिकायत करते हुए बताया कि इसी इलाके में पहलवान सिंह सपेरा रहता है। आसपास रहने के कारण दोनों में पहचान थी। पीडि़ता का कहना है, कि दो दिन पहले किसी काम से वह पहलवान सिंह के घर गई थी। इस दौरान वह घर पर अकेला था। युवती के घर पहुंचते ही बदमाश ने दरवाजा बंद कर लिया, ओर उसे जान से मारने की धमकी देते हुए उसके साथ दुष्कर्म कर डाला। किसी तरह आरोपी के चंगुल से छूटकर घर पहुंची युवती ने परिजन को घटना की जानकारी दी। इसके बाद गांव में पंचायत बिठाई गई। पंचायत में फैसला लिया गया, लेकिन वह पीडीता को नामंजूर था। इसके बाद पीडीता ने घटना की शिकायत पुलिस थाने में कर दी। पुलिस ने बताया कि शिकायत करने मे देरी के कारण आरोपी को फरार होने का मौका मिल गया। जिस कारण उसकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। पुलिस आरोपी की तलाश मे उसके संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है।

मुरैना. अंबाह कस्बे में एक पांच साल की बच्ची की हत्या का मामला सामने आया है। बच्ची सुबह टोस्ट लेने गई हुई थी। रास्ते में आरोपी का घर पड़ता है। आरोपी बच्ची को रास्ते से ही पकड़कर अपने घर के अन्दर खींच ले गया। यह घटना आज सुबह साढ़े नौ बजे की है। दो घंटे तक जब बच्ची घर नहीं लौटी तो परिजनों को चिंता हुई। परिजनों ने उसे खोजना शुरु किया तो एक जगह ले सीसीटीवी से आरोपी के घर में बच्ची जाते दिखी। बाद में बच्ची आरोपी के घर के अंदर तीसरे कमरे में बंद मिली। बच्ची के मुंह, हाथ, पैर व गला बंधा था। उसकी हत्या हो चुकी थी। घटना के बाद शव को मुरैना पोस्टमार्टम हाउस पर लाया गया। बताया जाता है कि पोस्टमार्टम ग्वालियर में करने की योजना है। घटना के बाद से आरोपी फरार है। आरोपी नाबालिग बताया जा रहा है। फूट रोड, गली नंबर-2, अंबाह कस्बे में एक बच्ची सुबह साढ़े सात बजे टोस्ट लेने घर से निकली थी। उसके घर के सामने ही आरोपी रहता है। बच्ची टोस्ट लेकर घर लौट रही थी। उसी वक्त आरोपी ने उसे पकड़ लिया। आरोपी उसे खींचकर अपने घर के अन्दर ले गया। वहां उसने बच्ची की हत्या कर दी। जब दो घण्टे तक बच्ची वापस घर नहीं लौटी तो माता-पिता को चिंता हुई। वह उसे खोजने लगे। उनके बगल में पड़ोसी जीतू तोमर ने अपने घर में लगे सीसीटीवी कैमरे में देखा कि बच्ची सामने वाले घर में जाती दिखाई दे रही है। उन्होंने उस घर की तलाशी लेना चाही लेकिन ताला लगा था। आरोपी बच्ची को बंद करके ताला लगाकर चला गया था।

आरोपी अंबाह के पास मिढैला गांव का रहने वाला है। बच्ची के घर वालों ने आरोपी के घरवालों को फोन लगाया तथा घर की चाबी मांगी। चाबी मांगने पर आरोपी के बाबा स्वयं चाबी लेकर आए तथा उन्होंने घर का ताला खोला। ताला खोलने पर बच्ची घर के सबसे अन्दर, तीसरे कमरे में बंद मिली। बच्ची की हत्या की जा चुकी थी। उसके हाथ, पैर, मुंह तथा गर्दन बंधी थी।
पीएम हाउस लेकर आए परिजन
घटना की तुरंत सूचना अंबाह पुलिस को दी गई। अंबाह पुलिस ने शव को तुरंत पोस्टमार्टम के लिए मुरैना भेज दिया। मुरैैना में कोतवाली थाना पुलिस व एडिशनल एसपी रायसिंह नरवरिया तुरंत मौके पर पहुंच गए। उन्होंने बच्ची का पोस्टमार्टम कराने के आदेश दिए। बताया जाता है कि अब, बच्ची का पोस्टमार्टम ग्वालियर में कराने की बात कही जा रही है।
दो भाइयों के बीच अकेली थी बहन
बच्ची जिस की हत्या हुई है। वह अपने दो भाइयों के बीच अकेली बहन थी। वह तीनों में सबसे बड़ी थी। वह अंबाह के प्राथमिक विद्यालय में कक्षा चौथी की छात्रा थी। पढ़ने में वह बहुत होशियार थी। उसके दोनों छोटे भाई कक्षा तीन में पढ़ते हैं।
दुष्कर्म की आशंका से नहीं इंकार
बच्ची के परिजन बच्ची के साथ दुष्कर्म की आशंका से इंकार नहीं कर रहे हैं। उनका कहना है कि उनकी बच्ची के साथ दुष्कर्म किया गया है। हालांकि इस बात का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद ही लगेगा।
मोबाइल से पड़ रहा असर
जब से बच्चे मोबाइल देख रहे हैं। तभी से इस तरह की घटनाएं अधिक घटित हो रही हैं। बच्ची को पोस्टमार्टम अभी नहीं हुआ है। मौका ए वारदात को देखकर दुष्कर्म की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है। इसका सही पता पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही लगेगा। आरोपी फरार है। वह नाबालिग बताया जाता है।
रायसिंह नरवरिया, एडिशनल एसपी, मुरैना

 

भोपाल। रसोई गैस की कीमतों में 50 रुपए से अधिक की वृद्धि के खिलाफ मप्र कांग्रेस ने एक बार फिर केन्द्र और राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस के प्रदेश सचिव मनोज शुक्ला ने एक बार फिर सडक पर उतरकर जनता के साथ मिलकर इस मूल्यवृद्धि के खिलाफ एक अनूठा प्रदर्शन किया। अन्ना नगर इलाके में हेमा स्कूल के सामने स्थित सांईं मंदिर पर शुक्ला के साथ स्थानीय जनता ने उज्जवला योजना के तहत गरीबों को मिले सिलेंडरों पर अगरबत्ती लगाई और चूल्हे पर भोजन पकाकर अपना रसोई गैस में की गई भारी मूल्यवृद्धि का विरोध किया। कांग्रेस नेता शुक्ला ने मदिंर प्रांगण में चूल्हे पर भोजन पकाकर क्षेत्र की जनता के साथ भोजन किया और लगातार बढ़ती महंगाई के खिलाफ जनता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर संघर्ष करने का भरोसा दिलाया। इस मौकै पर शुक्ला ने कहा कि केन्द्र सरकार ने बड़ी जोर-शोर गरीबों को उज्जवला योजना के कनेक्शन देकर इसका ढिंढोरा पीटा था लेकिन इसकी आज हकीकत सामने आ गई है। उन्होंने कहा कि उज्जवला योजना के तहत दिए गए सिलेंडर इस वक्त घरों में अगरबत्ती लगाने के काम आ रहे हैं। केन्द्र सरकार द्वारा रसोई गैस की कीमतों में की गई भारी वृद्धि के कारण गरीब परिवार इन्हें दोबारा से नहीं भरवा पाएं हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने पिछले तीन सालों में रसोई गैस के दाम 300 से 400 रुपए तक बढ़ाए हैं। इस मूल्यवृद्धि से जनता कराह रही है लेकिन जनता के हितैषी होने का दावा करने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और स्थानीय विधायक से लेकर भाजपा के छोटे-बड़े तमाम नेता जनता के सवालों से बच रहे हैं। बढ़ती महंगाई पर सीधे-सीधे जवाब देने की बजाए इधर-उधर की बातें कर जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं। इस अवसर पर रंजना शर्मा, नेपाल ठाकुर, आतिफ अली, बलराम ठाकुर, ऋषभ शुक्ला, बसंत बिहारे, गुलशन गुप्ता, राजेश पवार, दीपक दीवान, आनंद विश्वकर्मा आदि मौजूद थे।

 

भोपाल । मध्य प्रदेश में बिजली उपभोक्ताओं की रोजाना लगभग साढ़े 12 हजार शिकायतें सामने आ रही हैं। ये हाल पिछले दिनों में बिजली की स्थिति में सुधार होने के बाद है। इससे पहले, तो पहले हर रोज साढ़े 15 हजार शिकायतें आया करती थीं। जानकारी के मुताकि, राज्य के 52 जिलों में बिजली विभाग की तीन कंपनियां कार्यरत है। इन तीनों कंपनियों में बिजली व्यवस्था में सुधार लाने के प्रयास किए जा रहे है। इन कोशिशों से पहले तीनों विद्युत वितरण कंपनियों में औसतन 15 हजार 725 शिकायतें प्राप्त हो रही थी। सुधार के लिए अभियान आरंभ किए जाने के बाद शिकायतों की संख्या में प्रतिदिन 3229 की कमी देखने को मिली है।
बताया जा रहा है कि राज्य के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर बिजली विभाग की गड़बड़ियों केा सुधारने के लिए लगातार सक्रिय रहने की कोशिश में लगे है। इसी क्रम में आम जनों की शिकायतों को दूर करने के लिए ऊर्जा मंत्री विभागीय लापरवाही को दूर करने और विभागीय अधिकारियों तथा कर्मचारियों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से 18 जून को स्वयं सीढ़ी पर चढ़कर ट्रांसफार्मर के मेंटेनेंस का कार्य करने में जुट गए थे।
बता दें कि मंत्री के सीढ़ी से ट्रांसफार्मर के सुधार के लिए चढ़ने का परिणाम यह हुआ कि प्रतिदिन लगभग 3229 शिकायतें कम आयीं। विभाग की ओर से उपलब्ध कराए गए आंकडों के अनुसार पूरे प्रदेश में एक से 18 जून तक विद्युत प्रदाय संबंधी 15 हजार 725 शिकायतें प्राप्त हुईं जबकि 19 से 30 जून 2021 तक की अवधि में 12 हजार 496 शिकायतें मिलीं।

 

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