ईश्वर दुबे
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Bhilai
भोपाल. मध्य प्रदेश के बहुचर्चित हनी ट्रैप मामले (Honey Trap Cases) की मुख्य आरोपी और उसकी साथी महिला आरोपी पर पुलिस ने शिकंजा कस दिया है. एसआईटी (SIT) के बाद अब सीआईडी (CID) ने दोनों महिला आरोपियों से पूछताछ शुरू कर दी है. दोनों महिला आरोपी 5 दिन की पुलिस रिमांड (Police Remand) पर हैं. जानकारी के अनुसार हनी ट्रैप मामले में इंदौर पुलिस (Indore Police) ने सबसे पहले छतरपुर से एक आरोपी महिला के साथ राजगढ़ से एक छात्रा को गिरफ्तार किया था. इन महिला आरोपियों की निशानदेही पर इंदौर पुलिस ने भोपाल पुलिस और एटीएस की मदद से भोपाल में रहने वाली मुख्य आरोपी और उसकी साथी को भी गिरफ्तार किया था. एसआईटी चारों महिला आरोपियों से पूछताछ कर चुकी है.
CID क्यों कर रही जांच!
दरअसल, जब एसआईटी ने राजगढ़ की छात्रा से पूछताछ की तो पता चला कि भोपाल की आरोपी महिला ने उसे बहला-फुसलाकर इस गोरखधंधे में शामिल किया था. पुलिस ने राजगढ़ जाकर छात्रा के परिजनों से पूछताछ की तो कई चौंकाने वाले खुलासे हुए. इसके बाद एसआईटी ने इंदौर में ही भोपाल की महिला आरोपी और छतरपुर की महिला आरोपी के खिलाफ मानव तस्करी का मामला दर्ज कर केस डायरी अयोध्या नगर थाने भेजी. मानव तस्करी का मामला भोपाल के अयोध्या नगर थाने इलाके का था. हालांकि मानव तस्करी से जुड़े मामलों की जांच एसआईटी/सीआईडी करती है इसलिए अयोध्या नगर थाना पुलिस के साथ सीआईडी ने प्रारंभिक तौर पर छात्रा के पिता के द्वारा दर्ज कराई गई मानव तस्करी की एफआईआर की जांच की. जांच के बाद सीआईडी ने सबूतों के आधार पर दोनों महिला आरोपी को अपनी कस्टडी में लेकर जिला कोर्ट भोपाल में पेश किया. कोर्ट ने दोनों महिला आरोपी को 5 दिन के पुलिस रिमांड पर सीआईडी को सौंप दिया है. सीआईडी ने दोनों महिलाओं से मानव तस्करी को लेकर पूछताछ शुरू कर दी है.
महिला आरोपियों ने कई छात्राओं को बनाया निशाना
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दोनों आरोपियों ने राजगढ़ की छात्रा के साथ कई दूसरी छात्राओं को भी पैसे का लालच देकर अपना शिकार बनाया है. अब मानव तस्करी से इस मामले के जुड़ जाने के बाद सीआईडी दूसरी छात्राओं से भी पूछताछ करेगी. यह छात्राएं महिला आरोपियों के लगातार संपर्क में थीं. बताया जा रहा है कि इन छात्राओं के जरिए आरोपी महिलाएं अफसरों नेताओं और रसूखदारों को हनी ट्रैप में फंसाने का काम करती थीं.
अब तक क्या हुआ?
इंदौर पुलिस ने सबसे पहले नगर निगम के इंजीनियर की शिकायत पर हनी ट्रैप का मामला दर्ज किया था. इसके बाद इंदौर पुलिस ने छतरपुर और राजगढ़ से महिला आरोपियों को गिरफ्तार किया. इनकी निशानदेही पर भोपाल से दो महिलाओं को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ की गई. आरोपी महिलाओं के पास से करीब 14 लाख और कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस मिली थी. एसआईटी की टीम ने छतरपुर और भोपाल की महिला आरोपियों के बैंक लॉकर खंगाले, जिससे लाखों रुपए और 5 पेन ड्राइव मिली थीं.