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नई दिल्ली । भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा और पहलवान विनेश फोगाट को टोक्यो ओलंपिक के लिए रवाना होने से पहले 25 जुलाई तक यूरोप में अपने-अपने स्थानों पर ही अभ्यास जारी रखने की अनुमति मिल गयी है। भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) ने कहा कि चोपड़ा ने हाल में अंतरराष्ट्रीय सर्किट में जीत के साथ वापसी की थी। उन्होंने यूरोप के अभ्यास सह प्रतियोगिता दौरे पर लिस्बन में 83.16 मीटर की दूरी के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया था। इसलिए उन्हें अभ्यास जारी रखने को कहा गया है।
वहीं फोगाट ने पोलैंड ओपन में इस महीने स्वर्ण पदक हासिल कर अपनी ओलंपिक तैयारियों का सबूत दिया था। उन्हें भी इसी प्रकार अभ्यास करने की इजाजत दी गयी है। साइ की समीक्षा समिति ‘द मिशन ओलंपिक सेल (एमओसी)’ ने टोक्यो खेलों तक दोनों को ही विदेश में बने रहने और अभ्यास करने के प्रस्तावों को अपनी मंजूरी दे दी है। साइ के अनुसार , ‘‘ पुर्तगाल में छह जून से रह रहे नीरज के स्वीडन के उप्साला में उनके कोच डॉ क्लाउस बार्टोनिएट्स और फिजियोथेरेपिस्ट के साथ 21 जून से प्रशिक्षण शुरू करने के प्रस्ताव के लिए 34.87 लाख रुपये के खर्च को मंजूरी दे दी गई है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ विनेश फोगाट अप्रैल से यूरोप में है और उन्हें ओलंपिक के लिए रवाना होने से पहले वह अभ्यास जारी रखने को कहा गया है।’’ उन्होंने बताया, ‘‘इस प्रस्ताव में एस्टोनिया के टैलिन में 10-दिवसीय अभ्यास शिविर के बाद हंगरी के बुडापेस्ट में 16-दिवसीय शिविर भी शामिल है। अभ्यास में उनकी मदद के लिए कोच वोलर एकोस और फिजियोथेरेपिस्ट पूर्णिमा रमन नगोमंदिर उनके साथ रहेंगे। इसके लिए उनके 9.01 लाख रुपये की लागत से प्रस्ताव को स्वीकृत किया गया है।’’

मुंबई। 2012 में जब सलमान खान की फिल्म 'एक था टाइगर' रिलीज हुई थी तो कहा जा रहा था कि यह भारतीय जासूस रवीन्द्र कौशिक की जिंदगी से प्रेरित है। लेकिन इसकी कभी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई। अब ताजा रिपोर्ट की मानें तो सलमान ब्लैक टाइगर के नाम से मशहूर कौशिक की बायोपिक कर सकते हैं। सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि इसके लिए फिल्म निर्देशक राजकुमार गुप्ता से उनकी बात चल रही है। 5 साल से कौशिक की जिंदगी पर रिसर्च कर रहे गुप्ता ने सलमान खान को कहानी सुना दी है और वे फिल्म करने के लिए तैयार भी हो गए हैं। फिल्म का टाइटल फिलहाल, फाइनल नहीं हुआ है। लेकिन तय माना जा रहा है कि यह 'ब्लैक टाइगर' नहीं होगा।

मुंबई । आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में ही नहीं बल्कि पूरे भारत में जाने माने सुपरस्टार महेश बाबू की ऐसी बातें सामने आई हैं, जिससे लोग अब तक अंजान है। खबर है कि महेश बाबू भले ही तेलुगू फिल्मों के सुपरस्टार हो लेकिन उन्‍हें तेलगू लिखना व पढ़ना नहीं आता। दरअसल महेश बाबू चेन्नई में ही बड़े हुए हैं। वह तमिल और इंग्लिश में बेहतर हैं। हालांकि डायरेक्टर के मुताबिक महेश बाबू याद करके अपने डायलॉग बढ़िया बोल लेते हैं। महेश बाबू केवल साउथ इंडिया ही नहीं बल्कि नॉर्थ इंडिया में भी काफी पॉप्युलर हैं। महेश बाबू की अब तक 18 फिल्में हिंदी में डब हो चुकी हैं। इन फिल्मों में पोकिरी, अथाडु, डूकुडू, ओकडू, भारत आने नेनू जैसी पॉप्युलर फिल्में शामिल हैं। इन फिल्मों को हिंदी में काफी पसंद किया गया है और हिंदी चैनलों पर इनकी सबसे ज्यादा टीआरपी रहती है। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में ही नहीं बल्कि पूरे भारत में अलग-अलग भाषाओं में डब करने के बाद देखी जाती हैं। बता दें कि महेश बाबू ने पिछले 20 सालों में लगभग 40 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है। उनकी फिल्में करोड़ों में कमाई करती हैं। महेश बाबू की पिछली फिल्म 'सारिलेरु नीकेवरु' ने 260 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई की थी। महेश बाबू अपनी फिल्मों के आने से पहले ही काफी पॉप्युलर हो चुके थे क्योंकि वह सुपरस्टार कृष्णा के बेटे हैं जिन्होंने 350 से ज्यादा फिल्मों में काम किया था। इसके अलावा महेश बाबू के बड़े भाई रमेश बाबू भी फिल्म ऐक्टर और प्रड्यूसर रह चुके हैं।

मुंबई । सनी देओल और अमीषा पटेल की फिल्म 'गदर एक प्रेम कथा' की रिलीज को अब 20 साल पूरे हो गए हैं। यह फिल्म 15 जून 2001 के दिन रिलीज हुई थी। रिपोर्ट के मुताबिक, इस फिल्म के डायरेक्टर अनिल शर्मा की पहली पसंद सनी देओल और अमीषा पटेल नहीं, बल्कि गोविंदा और काजोल थे। मगर, डायरेक्टर अनिल शर्मा ने यह साफ कर दिया कि उन्होंने तारा सिंह के रोल के लिए गोविंदा का नाम कभी फाइनल नहीं किया था। लेकिन अनिल शर्मा ने गोविंदा को फिल्म की कहानी जरूर सुनाई थी। बाद में यह किरदार सनी देओल को मिल गया और उन्होंने इसे बखूबी निभाया। हालांकि, सकीना के किरदार के लिए जरूर काजोल से संपर्क किया था।
अनिल ने बताया, 'गदर एक प्रेम कथा के लिए गोविंदा को कभी साइन नहीं किया गया था। मैं 1998 में मैं गोविंदा के साथ फिल्म 'महाराजा' बना रहा था। उसी समय मैंने गोविंदा को गदर की कहानी सुनाई थी। तो ऐसा नहीं था कि मैंने उनको कास्ट किया था बल्कि वो तो गदर की कहानी सुनकर डर गए थे।' अनिल ने आगे कहा, 'गोविंदा को भरोसा नहीं हो रहा था कि इस हद तक जाकर भी फिल्म बनाई जा सकती हैं। यह एक ऐसा वक्त था जबकि पाकिस्तान रीक्रिएट करना आसान नहीं था और किसी ने भी फिल्म का एक बड़ा हिस्सा ऐसे रीक्रिएशन में नहीं फिल्माया था। इसलिए सनी देओल ही तारा सिंह के लिए पहली चॉइस थे।'

मुंबई । बॉलिवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान की फिल्म 'लगान' को 15 जून को 20 साल पूरे हो गए हैं। फिल्‍म के 20 साल पूरे होने पर आमिर खान ने खास अंदाज में सालगिरह का जश्न मनाया। दरअसल, आमिर ने इस खास मौके पर वीडियो कॉल के जरिए पॉल ब्लैकथॉर्न, रेचल शेली, फिल्म के डायरेक्टर आशुतोष गोवारिकर, ऐक्ट्रेस सुहासिनी मुले, प्रदीप रावत, यशपाल शर्मा, अखिलेंद्र मिश्रा और एआर रहमान से खास बातचीत की। एआर रहमान ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से इस वर्चुअल मीटिंग की फोटो शेयर की है, जिसमें सभी लोग एक दूसरे से इतने दिनों के बाद मिलकर काफी खुश नजर आ रहें थे। एआर रहमान ने शेयर फोटो के साथ लिखा कि '20ईयरऑफलगान इमोशनल एंड प्राउड टीम।' हालां‍कि, इस मीटिंग में क्‍या बात हुई इसको लेकर रहमान ने कुछ नहीं बताया, लेकिन उन्होंने अपने फैन्स को बताया कि जल्द ही इस पूरी बातचीत को यूट्यूब पर देख सकते हैं। इस मौके पर टीम ने 'लगान' की डिजिटल रीयूनियन से पहले एक वीडियो शेयर किया था। जिसमें आमिर ने फिल्म 'लगान' की टीम का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि 'यह फिल्म उनके लिए खुशियां, यादें और नए रिश्ते लेकर आई थी, जिसकी दिल में हमेशा खास जगह रहेगी। साथ ही उन्होंने अपने फैन्स का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने इस फिल्म को इतना ज्यादा पसंद किया और प्यार दिया।'
बता दें कि, साल 2001 में आशुतोष गोवारिकर के निर्देशन में बनी फ़िल्म 'लगान' को बॉलीवुड की सबसे बेहतरीन फ़िल्मों में से एक माना जाता है। निर्देशक आशुतोष गोवारिकर और आमिर की जोड़ी इस फिल्म को ऑस्‍कर की 'बेस्‍ट फॉरेन लेंग्‍वेज फिल्‍म' के नॉमिनेशन तक पहुंचाने में भी कामयाब रही। वहीं, हाल ही में ओटीटी प्लेटफॉर्म 'नेटफ्लिक्स' ने घोषणा कि है कि वे अपने इंडियन यूट्यूब चैनल पर लगान रीयूनियन स्पेशल 'चले चलो लगान-वन्स अपॉन ए इम्पॉसिबल ड्रीम' की स्ट्रीमिंग करेंगे।

समूल रूप से बंद नहीं कराए जाने पर करेंगे उग्र आंदोलन,
बेटी, बहु व माताओं के अपने ही घर से निकलना हुआ मुश्किल।

भिलाई। केम्प -2 क्षेत्र के रहवासियों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, पुलिस महानिर्देशक अवस्थी, पुलिस महानिरीक्षक आरके विज, दुर्ग संभागायुक्त टी सी महावर, कलेक्टर डॉक्टर नरेंद्र भूरे, जिला पुलिस अधीक्षक प्रशांत सिंह ठाकुर को ज्ञापन सौंपकर केम्प -2 क्षेत्र में सट्टा, जुआ आ अवैध शराब बिक्री तात्कालिक रूप से बंद कराने की मांग की है। केम्पवासियों ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि केम्प 2 गांधी चौक प्रकाश आटा चक्की के आगे शासकीय महावीर उचित मूल्य की दुकान के सामने घनी बस्ती में, शीतला मंदिर कैनाल किनारे सहित देना बैंक, खटीक मोहल्ला व गायत्री मंदिर के आसपास सट्टा, जुआ के साथ अवैध शराब बिक रही है। इन जगहों पर सुबह से देर रात तक असामाजिक तत्वों की भीड़ लगी रहती है। वहीं उनके मुखबिरों सहित सट्टा खेलने व खेलाने वालों का सड़कों व आसपास के लोगों के दरवाजों पर जमावड़ा लगा रहता है। आदतन व निगरानीशुदा किस्म के लोगों से झगड़ा-लड़ाई, गाली गलौज, मारपीट, लूटपाट होते रहती है। इन असामाजिक तत्वों से यहां लोगों का दिन में जागना और रात में सोना दुश्वार हो गया है।
इन अवैध संचालन की शिकायत कई बार छावनी थाना सहित जिला पुलिस के पोर्टल पर भी की गई। इन सबके बावजूद अब तक न कोई कार्यवाही हुई और न ही बंद कराया गया। अब तो माहौल ऐसा हो गया है कि आसपास तो दूर आम राहगीरों का भी यहां से गुजरना मुश्किल हो गया है। विरोध करने पर अपने धन व बाहुबल से लोगों को धमकाया जा रहा है। लॉकडाउन में स्कूल और कॉलेज बंद है हमारे छोटे-छोटे बच्चे एवं युवा विद्यार्थी इन सबके सामने अवैध सट्टा अवैध शराब अवैध नशे का कारोबार अवैध कार्यों का होना बच्चे पूछते हैं माता-पिता से क्या यह कभी बंद नहीं हो सकता समाज में कानून व्यवस्था नहीं है हमारे बच्चे हमेशा पूछते हैं जब समाज में कानून व्यवस्था है तो यह सब कैसे चालू है वहीं मोहल्ला की जवान बेटियों, बहुओं व माताओं को अपने ही घर से बाहर निकलना किसी खतरे से कम नहीं रह गया है। हम क्षेत्रवासी मांग करते हैं कि अविलम्ब केम्प-2 हो रहे इन जगहों पर से सट्टा, जुआ व अवैध शराब बिक्री बंद कराई जाए। बंद नहीं कराए जाने की स्थिति में क्षेत्रवासी अपने मौलिक अधिकारों का प्रयोग करते सड़क पर उतरने मजबूर होंगे, जिसकी जवाबदेही पुलिस व प्रशासन होगी।

फौती उठाने के आवेदनों पर कार्रवाई समय सीमा में की जाए ताकि किसानों को खाद बीज देने में किसी तरह की तकलीफ ना हो.
राजस्व अधिकारियों की समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने दिए निर्देश.
कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए ब्लॉक मुख्यालय में पर्याप्त इंतजाम करने के दिए निर्देश.

दुर्ग। कोविड एवं अन्य मामलों में जिन किसानों की मौत हुई है और फौती उठाने के आवेदन आए हैं उन्हें प्रक्रिया अनुसार शीघ्रता शीघ्र हल किया जाए ताकि किसानों को खाद बीज लेने में किसी तरह की दिक्कत ना हो। यह निर्देश कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने राजस्व अधिकारियों की समीक्षा बैठक में दिए। डॉ. भुरे ने कहा कि लॉकडाउन की वजह से तहसीलों का कार्य प्रभावित हुआ है अब कोर्ट खुल गए हैं तो तेजी से लंबित प्रकरण निपटाए। 2 साल से अधिक के प्रकरणों को प्रमुखता से निपटारा करें। उन्होंने कहा कि रोज निपटाए गए प्रकरणों की संख्या उस दिन आये प्रकरणों से अधिक होनी चाहिए। इससे धीरे-धीरे राजस्व प्रकरणों की लंबित संख्या में कमी आएगी।
नामांतरण आदि कार्यों में प्रगति लाएं- कलेक्टर ने कहा कि नामांतरण, पट्टे तथा त्रुटि सुधार संबंधी सभी आवेदनों पर प्रमुखता से कार्य किया जाए। रजिस्ट्री प्रक्रिया को स्ट्रीमलाइन किया जाए। उन्होंने कहा कि गिरदावरी का काम अभी शुरू होगा, गिरदावरी का कार्य पारदर्शी तरीके से होना चाहिए क्योंकि गिरदावरी से आने वाले आंकड़े से खेती किसानी के बारे में अहम जानकारी प्रशासन को उपलब्ध होती है। कलेक्टर ने कहा कि रिकॉर्ड दुरुस्ती का काम भी बेहद अहम कार्य है। अन्य कार्यों को करने के साथ ही इसके कार्यों में भी तेजी लाएं।
भूस्वामी हक के लिए लोगों को प्रेरित करें- कलेक्टर ने कहा कि राज्य शासन द्वारा भूस्वामी हक दिए जाने से संबंधित योजना लाई गई है इसके लिए लोगों को तैयार करें ताकि वह सुविधा का लाभ उठा सकें। इस सुविधा के माध्यम से उन्हें भूस्वामी हक मिल जाएगा जिससे मालिकाना हक संबंधी अनिश्चितता से वे मुक्त हो जाएंगे। कलेक्टर ने कहा कि भू अर्जन के प्रकरणों को भी समय सीमा पर निराकृत करें।
ब्लॉक मुख्यालय में हो पर्याप्त तैयारी- कोरोना के तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए ब्लाक मुख्यालयों में इसकी बेहतर व्यवस्था की मॉनिटरिंग के निर्देश भी एसडीएम को उन्होंने दिए। उन्होंने कहा कि ब्लाक मुख्यालयों के अस्पतालों में वेंटिलेटर, बच्चों के लिए वार्मअप मशीन तथा बच्चों के संक्रमण से जुड़ी अन्य व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए।
प्रोटोकॉल पालन न करने पर जुर्माना लगाएं- उन्होंने कहा कि कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर तीसरी लहर को आने से रोकने के लिए बहुत जरूरी है। यह देखा गया है कि दूसरी लहर के कमजोर होते ही लोग कोविड अप्रोप्रिएट बिहेवियर के अनुशासन का पालन करने में चूक करने लगे हैं ऐसी स्थिति में प्रोटोकॉल तोड़ने पर जुर्माना लगाएं। लोगों को भी इस संबंध में जागरूक करें। शहरी क्षेत्रों में सिविक सेंटर जैसे इलाकों में जहां बड़ी भीड़ जुटती है वहां पर राजस्व अधिकारी निरंतर मॉनिटरिंग करते रहे। कलेक्टर ने बकाया राशि की वसूली में भी तेजी लाने के निर्देश दिए उन्होंने कहा कि चाहे डायवर्शन के प्रकरण हो चाहे अधोसंरचना मद के प्रकरण हो या पर्यावरण से जुड़े प्रकरण हो। सभी में प्रगति लाने के लिए प्राथमिकता से बकाया राशि की वसूली करना सुनिश्चित करें।

निगम आयुक्त रघुवंशी ने निगम सभागार मे बैठक लेकर सभी जोन आयुक्त, स्वास्थ्य अधिकारी एवं राजस्व अमला संयुक्त रुप से कार्य योजना बनाकर क्षेत्र में पेयजल, सफाई व्यवस्था, अतिक्रमण पर कार्यवाही सुनिश्चित करने के दिये निर्देश.

भिलाईनगर । नगर पालिक निगम भिलाई के आयुक्त ऋतुराज रघुवंशी के निर्देशानुसार निगम क्षेत्र के अंतर्गत नालियों के उपर किये गये कच्चे- पक्के स्लैब एवं अन्य तरीके से किये गये अतिक्रमण के कारण पानी जो नालियों के माध्यम से बहता है अतिक्रमण होने के कारण नालियों से बहने वाली पानी का बहाव रुक जाता है और नालियां जाम होने के कारण नालियों के गंदे पानी सड़को पर जमा हो जाते है। जिसके कारण आम नागरिकों को आवागमन में असुविधा होती है और आम नागरिकों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस संबंध में जोन आयुक्तों, स्वास्थ्य अधिकारी, स्वच्छता निरीक्षकों, स्वच्छता पर्यवेक्षक एवं स्वास्थ्य एवं राजस्व अमले को निर्देशित करते हुए कहा कि वे अपने-अपने जोन के अंतर्गत प्रभार वाले वार्डों का निरीक्षण नियमित रूप से करें और ऐसे स्थान जहां पर अवैध कब्जाधारियों के द्वारा नाली के उपर अतिक्रमण किये गये हो जिसके कारण पानी का बहाव सुगम तरीके से न हो पा रहा हो ऐसी स्थिति में पानी निकासी की व्यवस्था तत्काल मौके पर ही सुनिश्चित करें ताकि नालियों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न न हो।
निगम आयुक्त रघुवंशी ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे घर से निकलने वाले कचरे कैरीबेग, पालीथीन, कागज,चमड़े के सामान, एवं अन्य ऐसी सामग्री नालियों में न डाले जिससे कि नाली जाम हो जाये तथा बह रहे पानी का बहाव बंद हो जाये ऐसी स्थिति में ही नालियों का गंदा पानी सड़को के उपर आ जाता है जिससे आसपास के क्षेत्रों में बदबू उत्पन्न हो जाती है। जिसके कारण गंभीर बिमारियों का खतरा बना रहता है इसलिए नाली में बह रहा पानी निरंतर बहती रहे ऐसी व्यवस्था बनाने में आप लोग भी अपना सहयोग प्रदान करें।
निगम भिलाई के द्वारा स्वच्छता अभियान के अंतर्गत पूर्व में ही घर से निकलने वाले कचरे के लिए आप लोगों को हरा एवं नीला डस्टबीन का वितरण किया गया है। आप उसमें ही घर से निकलने वाले सूखे एवं गिले कचरे को रखें तथा सफाई मित्र को देवें। आप लोग स्वयं से नालियों के उपर कच्चे पक्के स्लैब निर्माण कर रखें है तो उसे स्वयं से हटाने में निगम प्रशासन का सहयोग करें जिससे आपके वार्ड से नालियों के माध्यम से बहने वाला पानी का जमाव न हो अन्यथा अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही के साथ-साथ निगम एक्ट के तहत् अर्थदण्ड की राशि भी वसूल कर निगम कोष में जमा की जावेगी।

भिलाई। सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के नगर सेवाएं विभाग के जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा सम्पूर्ण भिलाई टाउनशिप एवं संयंत्र के भीतर डेंगू नियंत्रण एवं रोकथाम हेतु अपने प्रयासों में निरन्तर तेजी ला रहा है।
इन प्रयासों की कड़ी में भिलाई इस्पात संयंत्र ने डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण करने वाली टीम के समर्पित सदस्यों को लेकर 15 टीमों का निर्माण किया है। साथ ही इन टीमों को मुख्य महाप्रबंधक नगर सेवाएं पी के घोष के मार्गदर्षन एवं उपमहाप्रबंधक (जन स्वा.वि.) के. के. यादव के नेतृत्व में डेंगू रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु आवष्यक प्रषिक्षण प्रदान किया गया। ये प्रषिक्षित टीमें सेक्टर-4, सेक्टर-5 एवं सेक्टर-6 के घरों में जाकर टेमीफास घोल को डालने के साथ ही इस दवा का घर-घर में वितरण कार्य को भी अंजाम देंगे।
कलेक्टर, दुर्ग के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए बीएसपी प्रबंधन ने नगर निगम के साथ मिलकर डेंगु के विरूद्ध एक सघन अभियान छेड़ दिया है। पीएचडी टीम ने भिलाई टाउनशिप व संयंत्र के भीतर एंटीलार्वा अभियान के साथ-साथ दवा का छिड़काव, फागिंग, स्पे्र तथा टेमीफास दवा का वितरण प्रारम्भ कर जन-जागरण हेतु डेंगु से बचाव हेतु किए जाने वाले उपायों के पर्चे भी बांटे जा रहे है। डेंगू नियंत्रण एवं रोकथाम हेतु चलाये जा रहे इस अभियान के तहत विविध कार्यों को तेजी से अंजाम दिया जा रहा है।

विभिन्न स्थानों पर दवाओं का छिड़काव-
टाउनशिप के विभिन्न सेक्टर्स एवं संयंत्र के भीतर एंटीलार्वा अभियान चलाया जा रहा है। कीटनाशक दवा इनसेक्टीसाइड/पेस्टीसाइड दवाओं का छिड़काव, इनडोर स्प्रे, आउटडोर स्प्रे, स्पेड वर्क, एंटी लार्वा एक्टीविटिस (आइलिंग व स्प्रे), बैकलेन स्प्रे व मेन होल चैम्बर्स इत्यादि में स्प्रे व ऑइलिंग कार्य किया जा रहा है। साथ ही रुके हुए पानी में ऑइलिंग एवं कीटनाशक दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है। साथ ही शिकायत के अनुसार स्प्रे किया जा रहा है। जिन स्थानों पर पक्की नाली का निर्माण निगम द्वारा किया गया है सभी जगह जल भराव होता है। विभाग द्वारा फावड़ा वर्क करके पानी निकासी एवं एंटी लार्वा दवा का छिड़काव व ऑइलिंग करवाया जा रहा है।

टाउनषिप में निरन्तर फागिंग-
बीएसपी द्वारा भिलाई टाउनशिप में पोर्टेबल फागिंग, लेको फागिंग मशीन से कोल्ड फोगिंग तथा व्हीकल माउंटेड मशीन द्वारा थर्मल फोगिंग किया जा रहा है। कल और आज सेक्टर-4 के विभिन्न सड़कों में फागिंग किया गया।

टेमीफास घोल का वितरण-
टाउनशिप के आवासों में लार्वानाशक टेमीफास घोल का वितरण किया जा रहा है। जागरूकता अभियान के तहत लोगों के घर-घर जाकर समझाइश दिया गया, पाम्पलेट वितरण किया गया एवं कूलर चेकिंग किया जा रहा है तथा लोगों को निर्देशित किया गया कि कूलर एवं पानी स्टोरेज कि टंकियां साफ रखे व पानी बदलते रहे। कूलर व पानी स्टोर करने की टंकियों को प्रत्येक 04 दिनों के भीतर टेमीफास घोल दवा डाल दें। साथ ही जल के जमाव कि स्थिति में कोई भी जला हुआ ऑइल डाल दें और विभाग को सूचित करें।

साफ-सफाई पर विषेष जोर-
टाउनशिप स्थित भैंस खटालों को भी विभाग द्वारा नोटिस के साथ साफ-सफाई हेतु निर्देशित किया गया है। बैक लाइन एवं गार्बेज कंटेनरों के आसपास ब्लीचिंग पावडर का छिड़काव कराया जा रहा है। टाउनशिप के सभी स्कूलों, बाजारों, एवं सार्वजनिक स्थानों में कीटनाशक दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है। टाउनशिप में चिन्हित मच्छरों के ब्रीडिंग प्लेस में कीटनाशक दवाओं का छिड़काव, ऑइलिंग एवं फावड़ा वर्क किया गया। पिछ्ले वर्ष जिन घरों/सड़कों में डेंगू हुए उन स्थानों घरों का विशेष ध्यान रखा गया है। डेंगू रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु सभी पीएचडी के अधिकारियों एवं कर्मियों को जोन अनुसार जिम्मेदारी दी गई है।

पानी जमाव को रोकने का प्रयास-
जिन गड्ढों में पानी भरा रहता है उसे मलबा डालकर समतल किया जा रहा है ताकि पानी का जमाव ना हो सके। टाउनशिप के समस्त सर्वेंट क्वार्टरों में झुग्गी झोपड़ियों में भी कीटनाशक दवाओं का छिड़काव एवं टेमीफाॅस दवाओं का छिड़काव एवं टेमीफाॅस दवा का घोल वितरित किया गया है। बुश कटिंग का कार्य भी प्रारंभ कर दिया गया है। जिला मलेरिया अधिकारी व नगर पालिक निगम निर्देशानुसार डेंगू रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु जारी गाइडलाइन्स (डेंगु एक्षन प्लान) के अनुसार कार्य किया जा रहा है।

डेंगू रोकथाम हेतु संयुक्त निरीक्षण व कार्यवाही-
विगत दिनों सेक्टर-4 के विभिन्न सड़को में डेंगू रोकथाम और नियंत्रण के तहत भिलाई इस्पात सयंत्र, नगर पालिक निगम भिलाई और दुर्ग स्वास्थ्य विभाग के सयुंक्त टीम द्वारा विभिन्न घरों में लार्वा मिलने पर सख्त कार्यवाही करते हुए फाइन किया। ये अभियान सभी सेक्टर्स में जारी रहेगा। नागरिको से अपील है कि अपने घरों के कूलर, पानी टंकी, टब, गमला इत्यादि की प्रतिदिन सफाई करते रहें। नागरिकों से अपील कि गई है कि जिस किसी व्यक्ति को बुखार आने की स्थिति में डेंगू, मलेरिया व कोरोना जांच करना सुनिश्चित करें ताकि जान बचाया जा सके|

भिलाई निगम और बीएसपी प्रबंधन को सामंजस्य बनाकर डेंगू नियंत्रण के लिए किए जाने उपायों को सघन स्तर पर कार्य करने के दिए निर्देश.

भिलाईनगर। बीएसपी क्षेत्र के सेक्टर 04 में डेंगू का लार्वा पाए जाने के बाद कलेक्टर एवं भिलाई निगम के प्रशासक डाॅ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे ने सड़क 05 में घरों का निरीक्षण किए इस दौरान 2 घरों के कूलरों में भरे हुए पानी की जांच कराने पर डेंगू का लार्वा मिला। भिलाई निगम आयुक्त ऋतुराज रघुवंशी तथा निगम के स्वास्थ्य अमले मौके के साथ घर घर जाकर किए पानी टंकी, पुराने पात्रो में भरे पानी व गमले तथा कई स्थान पर बारिश के पानी का जमाव निरीक्षण किया गया जिसमें लापरवाही पाए जाने पर उपस्थित बीएसपी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को फटकार लगाई और डेंगू के रोकथाम के कार्यों को गंभीरता पूर्वक लेते हुए कार्य करने के निर्देश दिए ताकि डेंगू को प्रथामिक स्टेज में ही रोकथाम किया जा सके। टाउनशिप में डेंगू के मरीज मिलने की पुष्टि के बाद से भिलाई निगम का अमला मैदान में उतरकर फाॅगिंग, टेमिफाॅस वितरण व जलजमाव वाले स्थानों पर मलेरिया ऑयल का छिड़काव विशेष अमला बनाकर किया जा रहा है।
टाउनशिप क्षेत्र में डेंगू के मरीज तथा कई घरों में लार्वा मिलने के बाद डेंगू रोकथाम के लिए किये जा रहे उपायों का निरीक्षण करने कलेक्टर डाॅ. भूरे सेक्टर 04 के स्ट्रीट नं. 05 पहुंचे जहां भिलाई निगम और बीएसपी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ घर घर जाकर कूलर, पात्र व पानी टंकी में भरे हुए पानी में केमिकल का छिड़काव कराकर जांच किये। इस दौरान दो घरों में डेंगू लार्वा पाया गया। भिलाई निगम तथा बीएसपी के अधिकारियों को आपस में सामंजस्य बनाकर पूरी गंभीरता से कार्य करने के निर्देश दिए। प्रत्येक घरों में डेंगू के लार्वा पनपने वाले स्थान की सघन जांच, टेमिफाॅस वितरण, बारिश के पानी से जलजमाव को रोकना, फाॅगिंग जैसे सभी आवश्यक कार्यो को करने कहा गया जिससे डेंगू को प्राथमिक स्तर पर ही रोकथाम किया जा सके।
कलेक्टर निरीक्षण पश्चात निगम आयुक्त रघुवंशी ने सेक्टर 06 के विभिन्न स्ट्रीट के घरों में जोन 05 आयुक्त की टीम के साथ सघन निरीक्षण किए और लंबे समय से तथा अनुपयोगी पात्रों में रखे हुए पानी में टेमीफाॅस का छिड़काव कराया गया। आयुक्त महोदय ने निगम द्वारा विशेष टीम टाउनशिप में किए जा रहे कार्यों की सतत माॅनिटरिंग करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। निगम का अमला नागरिकों से अपील कर रहे है कि बारिश के मौसम को देखते हुए ज्यादा समय तक पानी को ठहरने न दे और नियमित रूप से पानी टंकी और कूलर के पानी बदलते रहे। निरीक्षण के दौरान निगम के उपायुक्त अशोक द्विवेदी, जोन आयुक्त प्रीति सिंह, स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेन्द्र मिश्रा, जावेद अली, स्वच्छता निरीक्षक के.के. सिंह, बीएसपी प्रबंधन जी.पी. घोष, स्वास्थ्य अधिकारी के.के. यादव सहित निगम एवं बीएसपी के अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।

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