ईश्वर दुबे
संपादक - न्यूज़ क्रिएशन
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Bhilai
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि उज्जैन में बैडमिंटन प्रति अच्छा वातावरण बन रहा है। उज्जैन के नानाखेड़ा स्टेडियम का विकास 11:45 करोड रुपए की लागत से किया गया है। आने वाले समय में यहां 50 करोड़ रुपए की लागत से एस्ट्रो टर्फ और पेवीलियन बनाए जाने की मंजूरी सरकार द्वारा दी गई है। यहां सिंथेटिक ट्रेक भी बनाया जाएगा। स्टेडियम में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के खेल आयोजन भी किए जाएंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आगामी सिंहस्थ 2028 महापर्व के अंतर्गत विक्रम उद्योगपुरी में 1000 एकड़ जमीन उद्योगों की स्थापना के लिए आवंटित की गई है, आने वाले समय में 1000 एकड़ जमीन और दी जाएगी। विकास के मामलों में अब उज्जैन पीछे नहीं रहेगा।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि आज मैं जहां भी हूं बाबा श्रीमहाकाल और आप सभी लाड़ली बहनों के आशीर्वाद से हूं। लाड़ली बहनों के आशीर्वाद से प्रदेश में विकास के सभी कार्य तेजी से हो रहे हैं। सनातन संस्कृति के सभी त्यौहार हमें जोड़ने का कार्य करते हैं और पारिवारिक संबंध मजबूत करते हैं। रक्षाबंधन के त्यौहार पर जब बहनों के साथ भांजे भांजी का घर में आगमन होता है तो घर की रौनक और भी बढ़ जाती है। रक्षा-सूत्र केवल धागा नहीं एक संकल्प है बहन की रक्षा का, सहयोग का और स्वप्नों को साकार करने का। भगवान श्री कृष्ण को द्रौपदी ने रक्षा-सूत्र बांधा, भगवान श्रीकृष्ण ने राखी का मान रखना सिखाया। भगवान श्रीकृष्ण ने सभी कर्तव्यों में बहन द्रौपदी की हर समय, हर परिस्थिति में रक्षा की। भगवान शिव की शक्ति माता पार्वती भी प्रकृति को कष्ट होने पर माँ कालिका का रूप लेकर कष्टों का निवारण करती हैं। इसी प्रकार लाड़ली बहनें भी प्रदेश और समाज के सभी कष्टों का निवारण करती हैं। बहनों, बुआ और बेटियों से ही पारिवारिक, सामाजिक और आर्थिक समृध्दि होती है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव उज्जैन स्थित रघुनंदन गार्डन में रविवार को लाड़ली बहनों द्वारा आयोजित रक्षाबंधन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव रविवार को उज्जैन जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत तालोद में आयोजित रक्षाबंधन कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि वे रक्षाबंधन पर्व पर बहनों से मिले प्रेम और स्नेह से अभिभूत हैं। यह पर्व भाई और बहन के बीच अटूट प्रेम और स्नेह का पर्व है। आज बहनों ने मुझे जो राखियाँ बांधी हैं वह सभी बहनों का प्रेम, विश्वास और सम्मान दर्शाता है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से नेशनल इन्स्टिट्यूट ऑफ फैशन टेक्नॉलाजी (निफ्ट) कोलकाता की अंतिम वर्ष की टेक्सटाइल डिज़ाइन छात्रा सुश्री गौरांगी शर्मा ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री निवास स्थित समत्व भवन में सौजन्य भेंट की। सुश्री गौरांगी ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव को इंडोनेशियाई रामायण से प्रेरित बटिक पेंटिंग भेंट की। वरिष्ठ पत्रकार श्री मनोज शर्मा की पुत्री सुश्री गौरांगी ने यह कलाकृति उज्जैन की पारंपरिक बटिक तकनीक से तैयार की है और यह मृगनयनी युवा मिशन के प्रोजेक्ट का हिस्सा है।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री पं. रविशंकर शुक्ल की जयंती पर किया नमन
विधानसभा अध्यक्ष श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने भी की पुष्पांजलि अर्पित
विधानसभा सेंट्रल हॉल में हुआ कार्यक्रम
प्रधानमंत्री श्री मोदी भारत फर्स्ट की भावना से देश के किसान और उद्योगपतियों के लिए हैं संघर्षरत
सीहोर के बड़ियाखेड़ी में 2000 करोड़ रुपए के निवेश से नए उद्योग किए जाएंगे आरंभ
आगामी वर्षों में सीहोर, भोपाल मेट्रोपॉलिटन सिटी का होगा महत्वपूर्ण हिस्सा
मुख्यमंत्री ने सीहोर के बड़ियाखेड़ी में नई औद्योगिक इकाइयों का भूमि-पूजन और आशय-पत्र का किया वितरण
खरगौन के कपास और मिर्ची आधारित रोजगारपरक उद्योगों के लिए सरकार दे रही है सहायता
विकसित भारत बनाने के लिए युवा अपनी ऊर्जा का समुचित उपयोग करें
रोजगार आधारित उद्योग लगाने में सरकार देगी मदद
गौपालन को बढ़ावा देकर दुग्ध-उत्पादन के जरिये गौपालकों को बनाएंगे आत्मनिर्भर
बड़ी गौशालाओं का प्रबंधन करेगी राज्य सरकार
मुख्यमंत्री ने खरगौन में अभ्युदय विश्वविद्यालय का शुभारंभ कर विद्यार्थियों से किया संवाद
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि पत्रकारिता का मार्ग आसान नहीं है। अनेक संघर्षों के बाद इस क्षेत्र में व्यक्ति सफलता प्राप्त कर संपादक भी बनता है। जीवन के कठिन रास्ते पर चलते हुए यदि कैंसर जैसी विपदा आ जाए तो कई प्रयासों के बाद चिकित्सा विज्ञान भी असमर्थ हो जाता है। पत्रकार स्व.जगदीप सिंह बैस ने मध्यप्रदेश की पत्रकारिता में महत्वपूर्ण योगदान दिया। जबलपुर से भोपाल तक विभिन्न चैनल्स और अखबारों में कार्य करते हुए वे दैनिक नया इंडिया के संपादक बने। गत एक वर्ष से वे गंभीर रोग से पीड़ित थे। उनका असमय जाना परिवार और मित्रों के लिए कष्टप्रद है।
आगामी स्वच्छ सर्वेक्षण के लिए प्रदेश के 10 शहरों को इंदौर की तर्ज पर विकसित किया जाएगा
पर्यटन क्षेत्र के हितधारकों के लिए 11 से 13 अक्टूबर तक भोपाल में होगा मध्यप्रदेश ट्रैवल मार्ट
12-13 अगस्त को ग्वालियर और 20-21 सितम्बर को इंदौर में होगी रीजनल टूरिज्म कॉन्क्लेव
प्रदेश के विलक्षणता लिए स्थलों को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाएगा
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंत्रिपरिषद की बैठक से पहले किया संबोधित
वंदेमातरम के गान के साथ आरंभ हुई मंत्रि-परिषद की बैठक
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुरुवार को पार्लियामेंट हाउस नई दिल्ली में सौजन्य भेंट की और पुष्प-गुच्छ भेंट कर अभिवादन किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रधानमंत्री श्री मोदी को मध्यप्रदेश की उपलब्धियों एवं नवाचार पर केंद्रित पुस्तिका “विरासत से विकास की राह” भेंट की। पुस्तिका में प्रदेश की अर्थव्यवस्था, औद्योगिक विकास, गरीबी उन्मूलन, जनजाति कल्याण, किसान कल्याण, नारी शक्ति, स्वास्थ्य, शिक्षा, सुशासन, शहरी विकास, अधोसंरचना विकास, पर्यटन एवं संस्कृति संरक्षण और पर्यावरण संबंधी गतिविधियों एवं उपलब्धियों का ब्यौरा शामिल है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन के अनुरूप राज्य सरकार ने 30 मार्च से 30 जून 2025 तक 90 दिवसीय जल गंगा संवर्धन अभियान चलाया। सम्पूर्ण प्रदेश में चले इस अभियान में जनभागीदारी की अद्भुत मिसाल देखने को मिली। स्थानीय नागरिकों ने जल संरक्षण के प्रति अपनी सहभागिता सुनिश्चित की नदियों, जलस्रोतों व जल संरचनाओं को संरक्षित करने 2 लाख 30 हजार 740 से अधिक जलदूतों ने पंजीयन कराया। अभियान के अंतर्गत अभूतपूर्व उपलब्धि हासिल कर निर्धारित लक्ष्यों की पूर्ति करते हुए मध्यप्रदेश में 84 हजार 726 खेत तालाब, 1 लाख 4 हजार 276 कूप रिचार्ज पिट और 1283 अमृत सरोवरों का निर्माण कराया गया। इतना ही नहीं जल संचय करने वाले जिलों में खंडवा देशभर में नबर वन बना और राज्यों की श्रेणी में मध्यप्रदेश, देश में चौथे स्थान पर रहा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विधानसभा के सेंट्रल हॉल में जल गंगा संवर्धन अभियान की उपलब्धियों पर केंद्रित प्रदर्शनी "सदानीरा" का शुभारंभ कर संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दीप प्रज्ज्वलित कर प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष श्री नरेंद्र सिंह तोमर, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय, लोक निर्माण मंत्री श्री राकेश सिंह, नेता प्रतिपक्ष श्री उमंग सिंघार भी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि पत्रकारिता का मार्ग आसान नहीं है। अनेक संघर्षों के बाद इस क्षेत्र में व्यक्ति सफलता प्राप्त कर संपादक भी बनता है। जीवन के कठिन रास्ते पर चलते हुए यदि कैंसर जैसी विपदा आ जाए तो कई प्रयासों के बाद चिकित्सा विज्ञान भी असमर्थ हो जाता है। पत्रकार स्व.जगदीप सिंह बैस ने मध्यप्रदेश की पत्रकारिता में महत्वपूर्ण योगदान दिया। जबलपुर से भोपाल तक विभिन्न चैनल्स और अखबारों में कार्य करते हुए वे दैनिक नया इंडिया के संपादक बने। गत एक वर्ष से वे गंभीर रोग से पीड़ित थे। उनका असमय जाना परिवार और मित्रों के लिए कष्टप्रद है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि जान-माल की सुरक्षा सर्वोपरि है। जलमग्न क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित निकालना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि वर्षा प्रभावित क्षेत्रों में जिला एवं पुलिस प्रशासन सहित होमगार्ड, आपदा प्रबंधन दल सब मिल जुलकर पूरी सजगता और सतर्कता से कार्य करें। राहत एवं बचाव दल पूरी तैयारी से रहें और जरूरमंदों तक तत्काल सभी प्रकार की मदद पहुंचाई जाए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बुधवार को होमगार्ड मुख्यालय स्थित आपदा प्रबंधन कक्ष (स्टेट कमांड सेंटर) पहुंचकर प्रदेश के कई जिलों में भारी वर्षा के चलते उत्पन्न परिस्थितियों की जानकारी ली और जन सुरक्षा प्रबंधन के संबंध में अधिकारियों के साथ विस्तृत समीक्षा की।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि नागरिकों की ऐसी समस्याएं जो बहुत समय से किसी प्रशासनिक प्रकिया के कारण लंबित हैं और उससे हितग्राही अपने अधिकार को प्राप्त करने से वंचित हो रहा है तो प्रशासन से जुड़े प्रत्येक अधिकारी का यह दायित्व है कि उस लंबित कार्य का बिना देर किए समाधान निकालें। सीएम हेल्पलाइन लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए संचालित व्यवस्था है। इस हेल्पलाइन और समाधान ऑनलाइन जैसे कार्यक्रमों तक प्रकरण आने की जरूरत ही नहीं होना चाहिए। जिस स्तर पर समाधान संभव है उस समस्या को उसी स्तर पर हल करने पर पूरा प्रयास किया जाए। यह अधिकारियों का दायित्व भी है और जिम्मेदार प्रशासन का प्रत्यक्ष प्रमाण भी है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव बुधवार को मुख्यमंत्री निवास स्थित समत्व भवन में समाधान ऑनलाइन के माध्यम से विभिन्न जिलों के नागरिकों की लंबित समस्याओं का समाधान कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने समाधान ऑनलाइन में आए विभिन्न प्रकरणों में लापरवाही के दोषी एक प्रभारी प्राचार्य के निलंबन, 4 अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस देने और बीमा कम्पनी पर अर्थदण्ड लगाने के निर्देश दिये।