मध्य प्रदेश

मध्य प्रदेश (9158)

इन्दौर । दाऊदी बोहरा समाज के बुजुर्गों के लिए आयोजित किया जा रहा समाज उत्थान कार्यक्रम दूसरे दिन भी जारी रहा। इन्दौर शहर के दाऊदी बोहरा समाज के बुजुर्गों ने धार रोड़ स्थित फार्म हाउस पर एक दूसरे के साथ समय बिताया और मनोरंजक खेलों का आनंद भी लिया। गुरुवार को करीब 250 बुजुर्ग तफरीह पर गए। कार्यक्रम का मकसद सत्तर वर्ष से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों को घरों से बाहर निकलकर घुमने फिरने का मौका देना और उनके अनुभवों को आपस में साझा करना था। इनमें उन वरिष्ठों को प्राथमिकता दी गई जिन्हें आर्थिक या शारीरिक कमजोरी की वहज से घर से बाहर निकलने के मौके कम मिलते हैं। आमिल जमाली शेख सेफुद्दीन भाई के निर्देशन में करीब ढ़ाई सौ से ज्यादा रहवासियों को नावथा पंथ स्थित हाईलेंड कॉरिडोर टाउनशिप ले जाया गया। वहां उन्हें गेम्स खिलवाने के साथ ही मेडिकल चेकअप व अन्य सुविधाएं दी गईं। 
जानकारी देते हुए इन्दौर  दाऊदी बोहरा समाज के मीडिया प्रभारी मज़हर सेठजीवाला ने बताया- कार्यक्रम के दूसरे दिन 250 बुजुर्गों को तफरीह करवाई गई। कार्यकम में पहले दिन शामिल हुए समाजजनों के अनुभव सुनने के बाद गुरुवार को आए बुजुर्गों में कार्यक्रम के प्रति उत्सुकता ज्यादा थी। सभी सदस्यों को उनके घर से बसों के माध्यम से नावथापंथ ले जाया गया। शुरुआत योग और मेडिटेशन से हुई। इसके बाद उन्हें चेयर रेस, लूडो और केरम खेल खिलवाए गए। मेडिकल चेकअप के लिए डॉक्टरों की व्यवस्था भी मौके पर की गई थी। सदस्यों का शुगर लेवल, ब्लडप्रेशर सहित अन्य सामान्य जांचे की गई। रिपोर्ट के बाद जिन लोगों को आगे उपचार की जरूरत होगी उन्हें उसके लिए भी सलाह दी जाएगी।  
खुजैमा भाई पेटीवाला (पीआरओ कोर्डिनेटर) और अम्मार भाई फहीम एडवोकेट (  पीआरओ  सब कोर्डिनेटर )  के अनुसार ये कार्यक्रम सैयदना साहब की प्रेरणा से पूरी दुनिया में किए जा रहे हैं। एक ही दिन सभी देशों में बोहरा समुदाय के बुजुर्गों को तफरीह पर ले जाया जा रहा है। इसका बीड़ा समाज के युवाओं ने उठाया है। इससे जहां बुजुर्गों को नई उर्जा मिलेगी वहीं युवाओं को उनसे संवाद करने का मौका मिलेगा। इससे वे बुजुर्गों के प्रति ज्यादा संवेदनशील भी होंगे। दो दिनों तक बुजुर्गों को घुमाने के बाद ये ही युवा सदस्य उनके घर भी जाएंगे। परिजनों से मुलाकात कर जानेंगे की घर के सदस्यों और युवाओं के बीच किसी प्रकार की कोई समस्या तो नहीं है। ऐसा पाए जाने पर उस समस्या के निराकरा का प्रयास भी युवा करेंगे।

इन्दौर । आज सबसे बड़ी समस्या संस्कारों की है। अक्सर हम बच्चों को दोष देते हैं कि वे संस्कारों से विमुख हो रहे हैं। असल में यह गलती माता-पिता की भी है जो अपने बच्चों को धर्म-शास्त्रों और नैतिक मूल्यों की शिक्षा से वंचित बनाए हुए हैं। आज भारतीय संस्कृति पर पश्चिम का भोगवाद हावी है। समाज उच्छृंखलता की ओर बढ़ रहा है। काम, क्रोध और मोह जैसे विकार हमारी नई पीढ़ी को जकड़ रहे हैं। रामकथा विश्व का सर्वश्रेष्ठ साहित्य है जिसमें भारतीय संस्कृति और सभ्यता का निचोड़ है। काम के दुरूपयोग से बचकर अनंत आनंद तक पहंुचना है तो राम कथा का आश्रय लेना होगा। राम अखंड ज्ञान है और सीताजी भक्ति और शक्ति का समन्वय। रामकथा श्रवण के साथ मन में उतारकर उसे आचरण में लाने की जरूरत है।
प्रख्यात रामकथाकार, रामायणम आश्रम अयोध्या की दीदी मां मंदाकिनी श्रीराम किंकर ने आज शाम संगम नगर स्थित श्रीराम मंदिर पर रामकथा में सीता-राम विवाहोत्सव के दौरान जनकपुरी में सजे विवाह मंडप, शिवजी के धनुष और उसके पूर्व सीता के प्राकट्य की भावपूर्ण कथा सुनाते हुए उक्त दिव्य विचार व्यक्त किए। कथा में दिनों दिन भक्तों का सैलाब बढ़ रहा है। कथा शुभारंभ प्रसंग पर पार्षद चंदा सुरेंद्र वाजपेयी, अरविंद गुप्ता, योगेंद्र महंत, राजेश भंडारी, लक्की अवस्थी, आलोक दीक्षित आदि ने व्यासपीठ का पूजन किया। आरती में गोपीकृष्ण नेमा, गोलू शुक्ला, रवि सोनी, सुरेंद्र वाजपेयी, गोविंद पंवार, प्रफुल्ल कुलश्रेष्ठ, सुरेंद्र मेहता, कपिल कौशल, पृथ्वीसिंह चंदेल, प्रदीप वशिष्ठ एवं विदिशा से आई सतीश्री निरंजनी सहित सैकड़ों भक्तों ने भाग लिया। संगम नगर के इस प्राचीन राम मंदिर परिसर पर प्रतिदिन मानस मंथन का क्रम सांय 4 से 6.30 बजे तक चलेगा तथा उसके पूर्व 3.30 से 4 बजे तक भक्ति संगीत का आयोजन होगा।
जनकपुरी में सजे विवाह मंडप का वर्णन करते हुए दीदी मां ने कहा कि अगहन में शुक्ल पक्ष की पंचमी सीता-राम के विवाह की शुभ तिथि है। इसी उपलक्ष्य में हम यहां सीता-रामजी का विवाह रविवार एक दिसंबर को मनाएंगे। इसके लिए संपूर्ण संगम नगर के घर-घर में तैयारियां शुरू हो गई हैं। उन्होंने कहा कि अनादिकाल से कहा जाता है कि काम और राम एक-दूसरे के शत्रु हैं। गोस्वामी तुलसीदास ने काम और राम को एक साथ प्रस्तुत किया है। प्रभु राम अयोध्या में जो घोड़ा नचा रहे हैं, वह काम है। जिस काम की लगाम श्रीराम के हाथों में हो, वह काम काम न होकर रामानुगामी हो जाता है। समाज को काम से निषिद्ध कर दिया जाए तो वह नीरस हो जाएगा। काम और राम के समन्वय से ही हम जीवन को सार्थक बना सकते हैं। राम कथा मन, बुद्धि और चित्त पर नियंत्रण रखकर सुनी जानी चाहिए।

राजगढ़.भोपाल (bhopal) से बीजेपी सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर (pragya singh thakur) के संसद में दिए बयान का मध्य प्रदेश में भी विरोध हो रहा है. धरना-प्रदर्शन जारी है. लेकिन ब्यावरा के कांग्रेस विधायक गोवर्धन दांगी (govardhan dangi) तो सारी हदें पार कर गए. उन्होंने मीडिया (media) के सामने सरे आम ऐसी बात कही कि सब सुनकर सन्न रह गए. हालांकि बयान देने के कुछ देर बाद ही दांगी को अपनी ग़लती समझ आ गयी और अपने बयान के लिए माफ़ी मांग ली.

ब्यावरा से कांग्रेस विधायक गोवर्धन दांगी बीजेपी सांसद प्रज्ञा ठाकुर के बयान के विरोध में प्रदर्शन के लिए निकले थे. विरोध करते-करते वो इतने आगे निकल गए कि मीडिया के सामने बोले-अभी तो सिर्फ प्रज्ञा ठाकुर का पुतला जलाकर विरोध प्रदर्शन किया है. अगर वो यहां आयीं तो उन्हें भी साक्षात जला दिया जाएगा.दांगी के बयान देते ही हलचल मच गयी. उन्हें अपनी ग़लती समझ आ गयी और वो फौरन अपने बयान से पलट गए. गोवर्धन दांगी ने तत्काल बयान के लिए माफ़ी मांग ली. उन्होंने कहा ऐसा नहीं होगा.

कांग्रेस ने पल्ला झाड़ा- अपनी पार्टी विधायक के इस आपत्तिजनक बयान पर कांग्रेस ने भी तत्काल प्रतिक्रिया दी. मंत्री पी सी शर्मा ने कहा,ये उनका वक्तव्य होगा. लेकिन सबसे पहले प्रज्ञा की सदस्यता खत्म करना चाहिए. शर्मा ने कहा-बीजेपी प्रज्ञा ठाकुर की सदस्यता खत्म करें या फिर वो महात्मा गांधी और सरदार पटेल का नाम लेना बंद करें.

प्रज्ञा के ख़िलाफ बीजेपी का एक्शन बीजेपी सांसद प्रज्ञा ठाकुर नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने के बाद विवादों में घिरीं हैं. मंगलवार को संसद में दिए उनके एक आपत्तिजनक बयान के बाद शुरू हुआ विरोध पूरे देश में फैल गया. कांग्रेस ने प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया. पुतला जलाया. बीजेपी ने भी तत्काल उनके बयान की निंदा की. बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा था उनका बयान निंदनीय है. बीजेपी कभी भी इस तरह के बयान या विचारधारा का समर्थन नहीं करती. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने का खामियाजा प्रज्ञा ठाकुर को भुगतना पड़ा. पार्टी ने बुधवार को उन्हें रक्षा मंत्रालय की समिति से हटा दिया. इस सत्र में उन्हें संसदीय पार्टी की बैठकों में भाग लेने की अनुमति भी नहीं दी जाएगी. प्रज्ञा ठाकुर को रक्षा मामलों की संसदीय समिति के लिए नामित किया गया था. इस कमेटी की अगुवाई रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कर रहे हैं.

बेअसर रहीं प्रज्ञा
देशभर में प्रज्ञा ठाकुर के बयान की तीखी निंदा हुई. लेकिन वो फिर भी नहीं मानीं. उन्होंने एक ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया दी. प्रज्ञा ने लिखा-कभी-कभी झूठ का बवंडर इतना गहरा होता है कि दिन में भी रात लगने लगती है, लेकिन सूर्य अपना प्रकाश नहीं खोता. पलभर के बवंडर में लोग भ्रमित न हों सूर्य का प्रकाश स्‍थायी है. इसके साथ ही उन्होंने लिखा कि मैंने उधम सिंह जी का अपमान नहीं सहा बस.
 

भोपाल. नगर निगम ने पहली बार प्रतिबंधित पॉलीथीन के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 12 टन पॉलीथिन एक बार में ही जप्त की. बताया जाता है कि नगर निगम के अधिकारी पांच घंटे तक घात लगाए बैठे रहे, तब कहीं जाकर यह सफलता हाथ लगी है. जब अधिकारियों ने ट्रांसपोर्ट पर छापामारा मारा तो ट्रांसपोर्ट के कर्मचारियों ने कार्रवाई का विरोध शुरू कर दिया और अंदर जाने से रोक दिया. कार्रवाई करने पहुंचे अधिकारियों ने तुरंत इसकी सूचना निगम के वरिष्ठ अधिकारियों को दी और पुलिस की मदद लेकर पॉलीथिन जप्त की.

टीम का नेतृत्व कर रहे पॉलीथिन फ्लाईंग स्क्वाड प्रभारी और जोन 8 के प्रभारी सहायक स्वास्थ्य अधिकारी अजय श्रवण ने बताया कि नगर निगम आयुक्त विजय दत्ता के निर्देशन में लगातार प्रतिबंधित पॉलीथिन के खिलाफ अभियान चलाया जाकर जप्ती की कार्रवाई की जा रही है. गुरूवार को जानकारी मिली कि ईंटखेड़ी रोड अरवलिया रोड स्थित गिरीराज ट्रांसपोर्ट पर भारी मात्रा में प्रतिबंधित पॉलीथिन पहुंचने वाली है. टीम ने करीब 5 घंटे अलग-अलग स्थानों पर रहकर इंतजार किया. जैसे ही वाहनों में लोड होकर पॉलीथिन आई, टीम ने छापा दिया.

तभी ट्रांसपोर्ट के कर्मचारियों ने कार्रवाई का विरोध शुरू कर दिया और कुछ स्थानीय लोग भी कार्रवाई के विरोध में उतर आए. टीम ने तुरंत इसकी सूचना निगम के अपर आयुक्त राजेश राठौड़ को दी. एडीसी श्री राठौड़ ने संबंधित थाना पुलिस सहित अपने वरिष्ठ अधिकारियों को इस बारे में अवगत कराया. टीम में मौजूद प्रभारी सहायक स्वास्थ्य अधिकारी मो. शाहब खान, मो. कासिफ और महेश गौहर सहित अमले ने पॉलीथिन वाहनों में भरकर जप्ती की कार्रवाई की.

भोपाल। पश्चिम मध्य रेलवे के मंडल रेल प्रबंधक श्री उदय बोरवनकर द्वारा रेलवे कॉलोनी हबीबगंज का निरिक्षण किया।

निरिक्षण के दौरान मंडल रेल प्रबंधक भोपाल द्वारा कालोनी में चल रहे निर्माण कार्य, साफ सफाई का जायजा लिया। निरिक्षण मे इंजीनियरिग विभाग से मंडल अभियन्ता, कालोनी रहवासियों मे पप्पू यादव, पी आर उत्तमन, मो. हुसैन , प्रकाश, इक़वाल, संतोष, विजेन्द इत्यादि अनेक रहवासी मौजूद रहे।

इंदौर ।एमपी पीएससी चयनीत सहायक प्राध्यापक मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के आदेश का पालन कराने और नियुक्ति देने के  लिए भोपाल के लिए पैदल निकल पड़े हैं।महू में संविधान निर्माता डॉ आंबेडकर की प्रतिमा पर मुंडन कराने केसाथ शपथ ली है कि या तो नियुक्ति पत्र लेंगे या गोली खाएंगे।29 नवंबर को भोपाल पहुंचने के बाद ढाई हजार से अधिक सहायक प्राध्यापक आमरण अनशन पर बैठेंगे, अनशन से तभी उठेंगे जब सरकार नियुक्ति पत्र देगी। हालांकि उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने एक बार फिर दोहराया है कि इनके नियुक्त पत्र शीघ्र जारी करेगी सरकार। 

सैंकड़ों चयनीत प्राध्यापकों में से 50-50 का जत्था हर प्रमुख यात्रा केंद्र पर मुंडन कराते चल रहा है।मुंडन कराने के साथ ही ये लोग रास्ते भर भीख मांगते जा रहे हैं। महू के बाद इंदौर, देवास, सोनकच्छ में मुंडन करा चुके हैं।आगे आष्टा, सीहोर, बैरागढ़ में भी मुंडन का यह क्रम जारी रहेगा।भोपाल में आमरण स्थल पर करीब 700 चयनीत महिला सहा प्राध्यापक भी पहुंचेंगी। ये सभी सामूहिक मुंडन कराएंगी।सरकार पर आदेश का पालन कराने का दबाव बनाने के लिए निकली इस पदयात्रा को प्रांतीय प्राध्यापक संघ ,जयस, अजाक्स और आकाश सहित 17  संगठनों का समर्थन मिल चुका है ।

यह कारण है आंदोलन के लिए बाध्य होने का 

 सहायक प्राध्यापक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डा. प्रकाश खातरकर ने 'प्रजातंत्र' को बताया  एमपी पीएससी 2700 से अधिक सहायक प्राध्यापकों का चयन कर चुकी है। उच्च शिक्षा विभाग द्वारा इनके सत्यापन एवं चॉइस फिलिंग की प्रक्रिया भी पूर्ण हो चुकी है किंतु 15 माह बाद भी उच्च शिक्षा विभाग इन युवकों की पदस्थापना नहीं कर सका है। बड़ी संख्या में चयनित युवा  समाज के कमजोर तबकों से आने वाले वे लोग हैं, जिन्होंने  सरकार से बड़ी उम्मीद लगा रखी थी, सरकार से भरोसा उठने पर यह कदम उठाना पड़ा है। 

अभी एडहॉक पर पढ़ा रहे हैं 4500 

प्रदेश के शासकीय कॉलेजों में बिना पीएचडी, नेट, पीएससी परीक्षा पास किए करीब 4500 अतिथि विद्वान जब दिग्विजय सिंह सीएम थे तब से संविदा आधार पर पढ़ा रहे हैं।जबकि सहायक प्राध्यापक के लिए पीएचडी या एमपी पीएससी कक्लियर करना अनिवार्य है। ये परीक्षा पास करने वालों को नियुक्ति में वरीयता रहेगी।इन अतिथि विद्वानों द्वारा ही अपनी नौकरी बचाने के लिए हर बार उच्च न्यायालय में अपनी आपत्ति दर्ज कराई जाती रही। 2018 में मप्र उच्च न्यायालय ने 2750 पीएससी चयनित सहायक प्राध्यापकों के पक्ष में फैसला देते हुए 17 जून 18 को सरकार को इनकी नियुक्त के निर्देश दिए थे। कोर्ट के आदेश का पालन नहीं किए जाने के विरोध में इन 2700 युवकों ने 16 जनवरी, 9 जून, और 1 अगस्त 2019 भोपाल में प्रदर्शन भी किया। 

'बाकी पदों पर अतिथि शिक्षक पढ़ाएं आपत्ति नहीं लेकिन सरकार हमें नियुक्ति तो दे'

संघ के महासचिव हितेश वाणी का कहना है अभी जो संविदा पर 4500 युवक पढ़ा रहे हैं उनमें से करीब 1200 तो पीएससी में चयनीत हो चुके हैं।शेष 1500 पदों पर ही नियुक्त आदेश जारी किया जाना है। शेष पदों पर अतिथि शिक्षक पढ़ाएं भी तो हमें आपत्ति नहीं लेकिन डेढ़ साल से हमें अपने हक से वंचित रखा जा रहा है।संघ उपाध्यक्ष हरिशंकर कसाना का कहना है आमरण अनशन से अब नियुक्त पत्र लेने के बाद ही उठेंगे। पुलिस ने ज्यादती की तो गोली खाने को भी तैयार हैं। डॉ अनिता तिवारी कहती हैं 29 को प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से चयनित महिला सहायक प्राध्यापक भी पहुंच रही हैं। हम सब भी सरकार के अड़ियल रवैये के विरुद्ध सामूहिक मुंडन कराएंगी। 

भोपाल । साल 2009 से 2014 के मध्य डेंटल एंड मेडिकल एंट्रेंस टेस्ट (डीमेट) के माध्यम से निजी मेडिकल कॉलेजों में स्टेट कोटे की सीट पर 721 फर्जी छात्रों का चयन हुआ, लेकिन इसकी जानकारी चिकित्सा शिक्षा विभाग के पास नहीं है। निजी मेडिकल कॉलेजों से ये जानकारी लेने के लिए विभाग ने जुलाई 2019 में पत्र लिखा, लेकिन चार महीने बाद भी जानकारी हासिल नहीं हो पाई। एएफआरसी की अपील अथॉरिटी ने भी इन 721 छात्रों का मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश को फर्जी माना था। पिछले विधानसभा सत्र के दौरान  सैलाना विधायक हर्ष सिंह गेहलोत ने मामला उठाया था, इसके बावजूद अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। मामले को वे अब फिर से विधानसभा के अगले शीतकालीन सत्र के दौरान उठाने की बात कह रहे हैं। सूत्रों की माने तो  छह मेडिकल कॉलेज (एलएन मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर, इंडेक्स मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, पीपुल्स कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंस, चिरायु मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज और श्री अरविंदो मेडिकल कॉलेज) ने एएफआरसी के अनुसार जबलपुर हाई कोर्ट में याचिकाएं भी लगाई हैं। ये सारे मामले फर्जी दस्तावेज तैयार करके किए गए। 
    साल 2016 तक एनआरआई कोटे में दस्तावेजों का सत्यापन संस्थान स्तर पर गठित समिति करती थी। 2017 से एनआरआई अभ्यर्थियों का आवंटन चिकित्सा शिक्षा संचालनालय से किया जा रहा है। दस्तावेजों की जांच भी यहीं होती है। इस बारे में सैलाना विधायक हर्ष सिंह गेहलोत का कहना है कि मैंने जुलाई में विधानसभा सत्र के दौरान इस मुद्दे को उठाया गया था। डीमेट से जिन फर्जी छात्रों ने प्रवेश लिया और जिन प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों ने प्रवेश दिया, दोनों पर कार्रवाई की जाए। उस समय चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने कहा था कि विषय बड़े स्वरूप का है, विभाग के पास जानकारी भी नहीं है। हम जानकारी जुटा रहे हैं पर अब तक मुझे इस बारे में विभाग ने कोई जानकारी नहीं दी। मैं शीतकालीन सत्र में फिर इस मुद्दे को उठाऊंगा।

रायसेन- रायसेन । नगर के वार्ड नम्बर 11 पटेल नगर के गरीब ब्राह्मण परिवार के मुखिया की मृत्यु के बाद क्रियाकर्म के लिए किन्नर गुरु ने की आर्थिक मदद।राकेश शर्मा की मृत्यु के बाद नगर के किन्नर गुरु तमन्ना नायक ने 11 हजार रुपये नगद देकर ब्राह्मण परिवार का आर्थिक सहायता कर सहयोग किया। ताकि गरीब ब्राह्मण की रसोई त्रियोदशा कार्यक्रम हो सके साथ ही मृतक के परिवार को हमेशा मदद करने का भी आश्वासन दिया।

      ज्ञात हो की राकेश शर्मा निवासी वार्ड नम्बर 11 पटेल नगर रायसेन जो की पेशे से ड्राइवर का 19 नवम्बर को बीमारी के कारण निधन हो गया था। लोगों के सहयोग से दाहकरण संस्कार तो करा दिया गया था ओर अब आगामी 1 दिसम्बर को सामाजिक रीति रिवाज से तेरहवीं का कार्यक्रम होना हैं गरीब ब्राह्मण परिवार की इस बात की जानकारी श्री हिन्दू उत्सव समिति रायसेन के अध्यक्ष मनोज अग्रवाल जी को प्राप्त हुई ओर मनोज अग्रवाल जी ने नगर के किन्नर तमन्ना नायक गुरू से बात की तो किन्नर तमन्ना नायक गुरू ने बुधवार को ब्राह्मण परिवार को 11 हजार रुपये की नकद सहायता कर सहयोग किया । स्वर्गीय राकेश शर्मा के परिवार मे दो बेटी,दो जुड़वा बेटे, पत्नि ओर मॉ है जिनके परिवार का इकलौता सहारा राकेश शर्मा ही था। किन्नर तमन्ना नायक गुरू ने आगे भी सहयोग की बात कही है।

रायसेन। जिला कांग्रेस कमेटी की बैठक 30 नवम्बर 2019 को आयोजित की जाएगी।

 इस संबंध में जानकारी देेते हुए जिला कांग्रेस अध्यक्ष मुमताज खान ने बताया कि केन्द्र की भाजपा मोदी सरकार की जनविरोधी एवं असफल आर्थिक नीतियों के कारण देश में आर्थिक संकट निर्मित हो गया है। अवाश्यक  वस्तुओं की कीमतों में लगातार वृद्धि एवं बैकिंग प्रणाली का पतन सर्वव्यापी कृषि संकट ,शासकीय एवं प्रायवेट नौकरियों का नुकसान,बढ़ती बेरोजगारी आदि समस्याओं को लेकर 14 दिसम्बर 2019 को नई दिल्ली में महारैली आयोजित की गई है। इसकी तैयारियों को लेकर 30 नवम्बर 2019 दिन शनिवार 11 बजे जिला कांग्रेस कार्यालय सांची रोड़ पर बैठक आयोजित की जाएगी। इस बैठक में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी से नियुक्त संभागीय समन्वय डॉ.अजय उपाध्याय,जिला समन्वयक मेहुल पटेल, प्रभारी मंत्री हर्ष यादव, स्कूल शिक्षा मंत्री प्रभुराम चौधरी, विधायक देवेन्द्र पटेल गडरवास, पूर्व विधायक देवेन्द्र पटेल, भगवान सिंह राजपूत विशेष रूप से मौजूद रहेंगे।  जिला संगठन महामंत्री नारायण सिंह ठाकुर, जिला मीडिया प्रभारी सैयद जावेद अहमद ने प्रदेश कांग्रेस पदाधिकारी,सभी वर्तमान एवं पूर्व विधायकगण, कांग्रेस समर्पित जनप्रतिनिधि एवं जिला कांग्रेस पदाधिकारी,ब्लाक अध्यक्ष, मण्डलम अध्यक्ष,सेक्टर प्रभारी, महिला कांग्रेस,सेवा दल, युवा कांग्रेस, एनएसयूआई,समस्त प्रकोष्ठों के अध्यक्षों से बैठक में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होने की अपील की है। 

इंदौर. इंदौर के नामी बिल्डर कैलाश गोयल के घर डाका पड़ गया. हथियार बंद डकैतों ने घर पर तैनात सुरक्षा गार्ड और परिवार को पिस्टल की नोंक पर बंधक बनाकर घर में डकैती डाली.डकैतों के फुटेज, घर में लगे सीसीटीवी कैमरे में क़ैद हुए हैं. लेकिन पुलिस के सीसीटीवी कैमरे बंद पड़े थे.

इंदौर के लसूड़िया थाना इलाके में रहने वाले नामी बिल्डर कैलाश गोयल के घर डाका पड़ गया. करीब आधा दर्जन हथियार बंद बदमाश उनके घर में दाखिल हुए. उन्होंने पहले घर के बाहर बैठे सुरक्षा गार्ड को पिस्टल दिखाकर धमकाया, उसकी रायफल छीन ली और फिर उसे बंधक बना लिया. उसके बाद बदमाश घर में दाखिल हुए. उन्होंने बिल्डर के परिवार के सदस्यों को भी बंधक बनाया और उनके मोबाइल फोन छीन लिए. बदमाश घर में रखी एक लाख से अधिक नगदी सहित सोने चांदी के जेवरात लेकर भाग खड़े हुए.भागते वक़्त रास्ते में बदमाशों ने एक दो पहिया वाहन चालक को भी निशाना बनाया और उसकी एक्टिवा छीन कर भाग गए.

घटना को अंजाम देने के बाद बदमाशों के बायपास के रास्ते भागने की जानकारी मिली है. सर्चिंग के दौरान पुलिस को कुछ दूरी पर बिल्डर के परिवार के सदस्यों के मोबाइल फोन मिल गए. डकैती की वारदात के बाद मौके पर  पुलिस के आधा दर्जन से अधिक वरिष्ठ अधिकारी पहुंचे और जांच शुरू कर दी. डॉग स्क्वायड को भी मौके पर भेजा गया, लेकिन डॉग दस्ता कुछ दूरी के बाद भटक गया. पता चला है कि पुलिस को भटकाने के लिए बदमाश दो अलग अलग दिशा में भागे हैं. हालांकि बदमाशों की तस्वीरें बिल्डर के घर में लगे सीसीटीवी कैमरे में क़ैद हो गई हैं.

पुलिस अधीक्षक यूसुफ कुरैशी के मुताबिक़ मौके पर पहुंच कर तकनीकी एवं समस्त बिदुओं पर परीक्षण किया गया. डकैती की वारदात को सुलझाने के लिए तमाम अधिकारियों को अलग अलग निर्देश दिए गए हैं. जल्द आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

Ads

R.O.NO. 13515/54 Advertisement Carousel

MP info RSS Feed

फेसबुक