ईश्वर दुबे
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केन्द्र सरकार ने मध्यप्रदेश को अधोसंरचना और कृषि विकास के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति के लिए सर्वश्रेष्ठ राज्यों की श्रेणी में पुरस्कृत किया है। मध्यप्रदेश सरकार की ओर से प्रदेश के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री जयवर्द्धन सिंह ने केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण श्री प्रकाश जावड़ेकर से यह पुरस्कार प्राप्त किया।
मंत्री श्री जयवर्द्धन सिंह ने मध्यप्रदेश की विकास यात्रा की जानकारी देते हुए बताया कि कड़ी मेहनत, प्रेरणा और नई सोच ही विकास का मूल मंत्र है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ की सोच, अनुभव और प्रशासनिक क्षमता के कारण ही अब मध्यप्रदेश प्रगति की राह पर अग्रसर हुआ है।
छिंदवाड़ा जिले के विकास मॉडल का जिक्र करते हुए श्री जयवर्द्धन सिंह ने कहा कि छिंदवाड़ा जिला प्रदेश में ही नहीं, पूरे देश में विकास का सूचक बन गया है। नगरीय विकास के क्षेत्र में किये गये कार्यों और नवाचारों का जिक्र करते उन्होंने बताया कि प्रदेश में विद्युत वाहन नीति शुरू की गई है। इसके अंतर्गत शुरू में 400 प्रदूषण-मुक्त बसें पाँच शहरों में शुरू की जाएंगी। इसके साथ ही राज्य में रियल एस्टेट नीति बनाई गई है, जो प्रदेश के 378 शहरों में लागू की जाएगी।
मंत्री श्री जयवर्द्धन सिंह ने बताया कि स्वच्छता के क्षेत्र में इंदौर मॉडल का अनुसरण प्रदेश के अन्य जिलों में भी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि हाल ही में मध्यप्रदेश को बेस्ट स्मार्ट स्टेट अवार्ड से पुरस्कृत किया गया है। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ के विकास मॉडल की सोच को पूरे प्रदेश में शीघ्र मूर्तरूप देने का आश्वासन दिया।
भोपाल। राजधानी भोपाल के होशंगाबाद रोड स्थित विद्यानगर के बीसीसीएलबस स्टॉप पर टिकट काउंटर डिस्प्ले बोर्ड पर अचानक पोर्न वीडियो चलने की घटना की जाचं सायबर सेल ने शुरु कर दी है। गोरतलब है कि उस समय वहां मौजूद कुछ लोगों ने इसका वीडियो बना लिया जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। आशंका जताई गई है कि बस स्टॉप के डिस्प्ले बोर्ड को हैक कर अज्ञात व्यक्ति ने पॉर्न मूवी चलाई है। गोरतलब हे कि इस मामले में बीसीसीएल ने थाना मिसरोद के साथ ही सासबर सेल मे भी शिकायत दर्ज कराई है। जानकारी के अनुसार होशंगाबाद रोड स्थित विद्यानगर बस स्टॉप पर लगी ऑटोमैटिक फेयर कलेक्शन मशीन की स्क्रीन पर अचानक अश्लील वीडियो चलने लगे। वहां से गुजर रहे एक राहगीर की नजर जब इस पर पड़ी तो उसने वीडियो बनाया और वायरल कर दिया। जैसे ही इसकी खबर अधिकारियों तक पहुंची भोपाल सिटी लिंक लिमिटेड (बीसीएलएल) से लेकर नगर निगम तक में हड़कंप मच गया। वीडियो के सामने आने से बीसीएलएल, नगर निगम और मशीन ऑपरेट करने वाली मेसर्स हरमन इंटरनेशनल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के अधिकारी शिकायत करने पुलिस के पास पहुंचे। बीसीसीएल ने मिसरोद थाने में पुलिस को एक आवेदन देकर मामले की जांच की मांग की है। शिकायतकर्ता के मुताबिक बस स्टॉप के डिस्प्ले बोर्ड को हैक कर अज्ञात व्यक्ति ने पॉर्न मूवी चलाई है। बताया जा रहा है कि 28 अक्टूबर को मशीन में छेड़छाड़ कर वीडियो अपलोड किया गया और किसी जिम्मेदार को इसका पता ही नहीं चला। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। शुरुआती जांच में यह वीडियो 28 अक्टूबर का बताया जा रहा है, जिसे हाल ही में वायरल किया गया है। संबधित कंपनी अधिकारियो का कहना है कि यह मामला गंभीर है, उन्हे संदेह है कि साफ्टवेयर को हैक कर वीडियो अपलोड किया गया होगा। उनका कहना है कि हमने इस मामले की शिकायत साइबर सेल और बागसेवनियां थाने में की है, जो भी दोषी हैं उन पर कानूनी कार्रवाई कराई जाएगी।
भोपाल। किसान-कल्याण और कृषि विकास मंत्री सचिन यादव ने बताया है कि राज्य सरकार की पहली प्राथमिकता अन्नदाता किसान की समृद्धि है। राज्य सरकार ने अपने वचन पत्र के अनुसार जय किसान फसल ऋण माफी योजना लागू कर किसानों को ऋणमुक्त करने का अभियान चलाया है। पहले चरण में 20 लाख 22 हजार 731 पात्र किसानों के 7154 करोड़ 36 लाख रूपये के ऋण माफ किये गये हैं। दूसरे चरण, जो शीघ्र प्रारंभ किया जा रहा है, में 12 लाख 2 हजार 78 ऋण खाताधारक किसानों के ऋण माफ किये जाएंगे।
- केन्द्र ने अब तक नहीं दी बाढ़ और अतिवृष्टि नुकसान पर राहत राशि
मंत्री सचिन यादव ने बताया कि प्रदेश में अति-वृष्टि और बाढ़ से सबसे ज्यादा नुकसान किसानों को हुआ है। लगभग 55 लाख किसानों की 60 लाख हेक्टेयर की फसलें खराब हुईं। हमने किसानों की फसलों की क्षतिपूर्ति, जान-माल और अधोसंरचना के नुकसान की भरपाई के लिए केंद्र सरकार से 6621 करोड़ 28 लाख रूपये की सहायता देने का आग्रह किया है, किन्तु अब तक केन्द्र की ओर से कोई धनराशि प्राप्त नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि किसान की सबसे बड़ी ताकत फसल बीमा की राशि होती है। राज्य सरकार ने इस भीषण प्राकृतिक आपदा में खरीफ वर्ष 2019 में फसल बीमा के राज्यांश अग्रिम की राशि 509.60 करोड़ का भुगतान बीमा कंपनियों को कर दिया है, लेकिन केन्द्र सरकार ने इस मद में भी राज्यांश राशि 2301 करोड़ रूपये का भुगतान अभी तक नहीं किया है।
- जय किसान समृद्धि योजना
मंत्री सचिन यादव ने कहा कि राज्य सरकार किसानों को हर कदम पर सहयोग कर रही है। प्रदेश में 5 मार्च 2019 को ''जय किसान समृद्धि योजना'' लागू कर रबी सीजन 2019-20 के लिए कृषि उपज मंडी एवं ई-उर्पाजन केंद्र के माध्यम से किसान द्वारा विक्रय किये गये गेहूँ पर 160 रूपये प्रति क्विंटल प्रोत्साहन राशि का प्रावधान किया गया है। योजना में 92 लाख 67 हजार मीट्रिक टन गेहूँ विक्रय करने वाले 11 लाख 79 हजार किसानों को 1463 करोड़ 42 लाख की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी।
- मुख्यमंत्री खाद्य प्र-संस्करण योजना
मंत्री सचिन यादव ने बताया है कि प्रदेश में इस वर्ष से मुख्यमंत्री खाद्य प्र-संस्करण योजना लागू की गई है। योजना में शिक्षित बेरोजगार युवाओं को एक से ढाई एकड़ भूमि प्रति हितग्राही 30 साल के लिए लीज पर उपलब्ध कराई जाएगी। योजना में फूलों की खेती के लिए 100-100 एकड़ के क्लस्टर तैयार किये जा रहे हैं। दो नवीन उद्यानिकी महाविद्यालय रेहली एवं छिंदवाड़ा में प्रारंभ किए गए हैं। इंडो-इजराईल प्रोजेक्ट में उद्यानिकी के तीन सेंटर आफ एक्सीलेंस स्थापित किये जा रहे हैं। इनमें साईट्रस छिंदवाड़ा, वेजीटेबल मुरैना तथा फ्लोरीकल्चर का सेंटर भोपाल में स्थापित हो रहा है।
- पूर्ववर्ती सरकार में कम हुआ खेती का रकबा
मंत्री श्री यादव ने बताया कि पिछले चार साल में प्रदेश में किसान आर्थिक रूप से बेहद कमजोर हो गया था। राज्य सरकार ने इस स्थिति का पूरा ब्यौरा विधानसभा के पटल पर प्रस्तुत किया था। केन्द्र सरकार द्वारा 28 सितम्बर 2018 को जारी एक रिपार्ट में भी कहा गया था कि मध्यप्रदेश में पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में एवरेज खेती का रकबा लगातार कम होता रहा है। सीमांत किसान की औसत जोत मात्र 0.49 हेक्टेयर रह गई थी और खेती का रकबा एक लाख 66 हजार हेक्टेयर कम हो गया था।
- कृषि उत्पादकता बढ़ाने के लिये ''शुद्ध के लिए युद्ध''
मंत्री सचिन यादव ने कहा है कि राज्य सरकार ने कृषि के क्षेत्र में विरासत में मिली बदहाल स्थिति को समृद्धता की ओर ले जाने का निश्चय किया है। इसके लिए किसानों को हर कदम पर हर तरह की मदद मुहैया कराई जा रही है। गुणवत्तापूर्ण खाद, बीज और कीटनाशक की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश में ''शुद्ध के लिए युद्ध'' अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान न सिर्फ बीज, उर्वरक और कीटनाशक के मानक स्तर का परीक्षण किया जा रहा है बल्कि कम मात्रा में सामग्री विक्रय, अनाधिकृत विक्रय, कालाबाजारी, अधिक मूल्य पर विक्रय आदि पर भी गंभीरता से कार्यवाही की जा रही है।
अब तक 1313 उर्वरक विक्रेताओं/ गोदामों का निरीक्षण कर 1096 नमूने लिये गये हैं एवं 110 प्रकरणों में अनियमितता पर कार्यवाही की गई है। उर्वरक निर्माण इकाइयों का भी निरीक्षण किया जा रहा है। इसी प्रकार 1120 बीज विक्रेताओं/ गोदामों का निरीक्षण कर 1129 बीज नमूने संकलित किये गये और 51 प्रकरणों में कार्यवाही की गई। कुल 334 पौध संरक्षण दवा विक्रेताओं/ गोदामों का निरीक्षण किया गया और 66 प्रकरणों में कार्यवाही की गई है।
- मंडियों में नगद भुगतान की व्यवस्था
मंत्री सचिन यादव ने बताया कि कृषि उपज मंडी समितियों में कृषकों को उनकी कृषि उपज के विक्रय पर दो लाख रूपये तक के नगद भुगतान की व्यवस्था की गई है। बैंकों से एक करोड़ रूपये से अधिक नगद आहरण पर टीडीएस कटौती के आयकर अधिनियम के प्रावधानों से मंडियों में नगद भुगतान में आ रही कठिनाइयों की ओर भारत सरकार का ध्यान आकर्षित करते हुए मंडी व्यापारियों को इस प्रावधान से मुक्त कराने की पहल की गई है।
- भावांतर के भी 1017 करोड़ नहीं दिये केन्द्र ने
मंत्री सचिन यादव ने बताया कि राज्य सरकार ने पूर्ववर्ती सरकार के समय का खरीफ 2018 के फ्लैट भावान्तर योजना में मक्का फसल के लिये 2 लाख 60 हजार किसानों को 514 करोड़ रूपये का भुगतान किया है। उन्होंने बताया कि इस मामले में भी केन्द्र, मध्यप्रदेश के साथ भेदभावपूर्ण रवैया अपना रहा है। खरीफ 2017 के भावांतर के 576 करोड़, खरीफ 2018 के 321 करोड़ और अतिरिक्त 6 लाख मी. टन के 120 करोड़ अर्थात कुल 1017 करोड़ रूपये केन्द्र द्वारा मघ्यप्रदेश को अब तक नहीं दिये गये हैं।
- ई-नाम योजना से जुड़ी कृषि उपज मंडियाँ
किसान-कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री ने जानकारी दी कि राष्ट्रीय कृषि बाजार योजना के द्वितीय चरण में राज्य सरकार द्वारा 25 कृषि उपज मंडियों को ई-नाम योजना से जोड़ा गया है। मंडी बोर्ड द्वारा 16 अगस्त, 2019 से प्रदेश की सभी मंडियों में एक साथ ई-अनुज्ञा प्रणाली लागू कर 4 लाख 14 हजार से ज्यादा ई-अनुज्ञा जारी की गई हैं। इससे मण्डी व्यापारियों का समय बचा है। प्रदेश में 27 मण्डी प्रांगण में सोलर एनर्जी प्लांट भी स्थापित किये गये हैं। कृषकों को मण्डी प्रांगण में संतुष्टि अनुरूप मूल्य प्राप्त नहीं होने पर चार माह की निःशुल्क सुविधा और 80 प्रतिशत राशि तक कृषि उपज का भुगतान करने के लिये कोलेटेरल मैनेजमेंट एजेंसीस के चयन की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है।
-सब्जी एवं मसाला क्षेत्र विस्तार योजना
मंत्री श्री यादव ने बताया कि प्रदेश में किसानों की विगत 15 वर्षों की मांग को स्वीकार करते हुए राज्य सरकार ने सब्जी एवं मसाला क्षेत्र विस्तार योजना लागू की है। इसमें अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग के किसानों के लिए अनुदान का प्रतिशत 50 से बढ़ाकर 70 कर दिया गया है। योजना में अब किसानों को प्रति हेक्टर 70 हजार रूपये तक का अनुदान मिलेगा।
- किसानों को सस्ती बिजली
वचन-पत्र के वचन के अनुसार दस हॉर्स पॉवर तक के कृषि पंप उपभोक्ताओं की विद्युत दरों को आधा कर दिया गया है। पूर्व मे निर्धारित 1400 रूपये प्रति हॉर्स पॉवर प्रतिवर्ष कृषि पंपों की विद्युत दर को अब 700 रूपये कर दिया गया है। इससे लगभग 20 लाख किसान लाभान्वित हो रहे हैं। इस योजना में प्रति कृषि उपभोक्ता लगभग 47 हजार रूपये प्रति वर्ष सब्सिडी दी जा रही है। राज्य सरकार ने अब तक 2622 करोड़ 53 लाख रूपये की सब्सिडी प्रदान की है। अक्टूबर 2019 से मार्च 2020 तक के लिए 20 लाख 10 हजार कृषि पंपों के लिए करीब 6138 करोड़ रूपये की सब्सिडी का प्रावधान किया गया है। स्थायी कृषि पंप कनेक्शन के अतिरिक्त अस्थायी कृषि पंप उपभोक्ताओं की विद्युत दरें भी कम की गई हैं।
-छोटे अजजा/अजा किसानों को नि:शुल्क बिजली
मंत्री सचिन यादव ने बताया है कि एक हेक्टेयर तक की भूमि वाले अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति वर्ग के कृषकों को 5 हार्सपॉवर तक के कृषि पंप कनेक्शनों के लिये निःशुल्क बिजली दी जा रही है। इसके एवज में राज्य सरकार बिजली कंपनियों को 3800 करोड़ रूपये वार्षिक सब्सिडी देगी।
-जैविक खेती
मंत्री सचिन यादव ने बताया कि जैविक खेती के क्षेत्र में मध्यप्रदेश देश में पहले नंबर का राज्य है। एपीडा के अनुसार प्रदेश में 2 लाख 13 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में कपास, गेहूँ, धान, अरहर, चना, सोयाबीन इत्यादि फसलों की जैविक खेती की जा रही है। जैविक खेती के दृष्टिकोण से गौ-शालाएँ बेहद महत्वपूर्ण हैं। ग्राम पंचायत स्तर पर गौ-शालाओं का निर्माण कराया जा रहा है।
इन्दौर । प्रेस्टीज पब्लिक स्कूल में आयोजित 10वीं अंतर्राष्ट्रीय रोबोटिक्स प्रतियोगिता की क्वालिफायर राउंड में चोइथराम स्कूल, एमराल्ड हाईट्स एवं महर्षि विद्या मंदिर भोपाल को सीनियर, मिडिल एवं जूनियर वर्ग में विजेता घोषित किया गया। इन सभी विजेता स्कूलों के छात्र आगामी 14 एवं 15 दिसंबर को दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम में होने वाली राष्ट्रीय रोबोटिक्स प्रतियोगिता में भाग लेगी। प्रेस्टीज पब्लिक स्कूल को जूनियर वर्ग में अच्छे प्रदर्शन के लिए दिल्ली में होने वाली राष्ट्रीय रोबोटिक्स स्पर्धा में वाइल्ड कार्ड एंट्री दी गई।
डॉ. वैभव नागौरी ने बताया कि रोबोटिक्स स्पर्धा के क्वालीफ़ायर राउंड में 50 से ज्यादा स्कूलों के 81 टीमों के 350 छात्रों ने भाग लेकर अपने द्वारा बनाए गए रोबोट्स का प्रदर्शन अंक अर्जित किया। इन टीमों द्वारा प्राप्त किये गए अंकों के आधार पर उन्हें विजेता घोषित किया गया। इस प्रतियोगिता में मध्य प्रदेश के विभिन्न स्कूलों के छात्रों के अलावा महाराष्ट्र के विभिन्न स्कूलों के छात्रों ने भी भी भाग लिया। सीनियर वर्ग में चोइथराम स्कूल मानिक बाग, शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय आष्टा, सीहोर तथा महर्षि विद्या मंदिर भोपाल के छात्रों ने प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त किया, वहीं मिडिल वर्ग में एमराल्ड हाईट्स स्कूल के छात्रों ने प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय तीनों स्थानों पर कब्ज़ा किया। जूनियर वर्ग महर्षि विद्या मंदिर भोपाल के छात्र प्रथम रहे तथा एमराल्ड हाइट स्कूल इन्दौर एवं महर्षि विद्या मंदिर भोपाल के छात्रों को द्वितीय एवं तृतीय विजेता घोषित किया गया।
प्रेस्टीज पब्लिक स्कूल के प्राचार्य डॉ. प्रकाश चौधरी ने बताया कि इन्दौर में संपन्न अंतर्राष्ट्रीय रोबोटिक्स स्पर्धा की क्वालिफायर राउंड की विजेता टीमों के रोबोट्स और उन्हें विकसित करने वाले स्कूल दिल्ली में होने वाली राष्ट्रीय रोबोटिक्स स्पर्धा में देश के अन्य टीमों एवं स्कूलों को चुनौतियां पेश करेंगी, जो त्यागराज स्टेडियम में 14 से 15 दिसंबर में होगी। स्पर्धा का औपचारिक शुभारंभ प्रेस्टीज पब्लिक स्कूल में प्रेस्टीज समूह के चेयरमैन डॉ. नीमनाथ जैन और वरिष्ठ प्रोफेसर राजकमल के आतिथ्य में हुआ। विजेता स्कूलों के छात्रों को प्रेस्टीज यूनिवर्सिटी प्रोजेक्ट के सीओओ डॉ. अनिल बाजपाई द्वारा पुरस्कार प्रदान किया गया। प्रेस्टीज एजुकेशन सोसाइटी के चेयरमैन डॉ. नेमनाथ जैन तथा प्रेस्टीज इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग मैनेजमेंट एंड रिसर्च के वरिष्ठ फैकल्टी डॉ. राजकमल समारोह के मुख्य अतिथि थे।
इन्दौर । जिले के प्रभारी मंत्री बाला बच्चन और स्वास्थ्य मंत्री तुलसीराम सिलावट, विधायक देपालपुर विशाल पटेल ने आज अपने गन्तव्य तक जाने के लिए सार्वजनिक वाहन प्रणाली का उपयोग किया। मंत्रीद्वय और विधायक ने सत्य साईं चौराहे से आइबस में बैठकर प्रतीकात्मक रूप से पलासिया तक का सफ़र किया।
मंत्रीद्वय ने कलेक्टर लोकेश कुमार जाटव की अगुवाई में जिला प्रशासन द्वारा प्रत्येक शुक्रवार को दफ़्तर जाने के लिए सार्वजनिक वाहन प्रणाली का उपयोग करने की पहल की सराहना की है। उन्होंने कहा है कि इन्दौर वासी मिलकर इन्दौर को ट्रैफ़िक के मामले में भी नम्बर एक बनाएंगे। प्रभारी मंत्री ने कहा कि सार्वजनिक वाहनों का अधिक उपयोग होगा तो निजी गाड़ियां सड़कों पर कम संख्या में रहेंगी। ऐसे में हमें ट्रैफ़िक को व्यवस्थित बनाने में मदद मिलेगी। उल्लेखनीय है कि आज दूसरा शुक्रवार था जब अनेक शासकीय सेवकों ने अपने दफ़्तर जाने के लिए सार्वजनिक वाहनों का उपयोग किया। अपर कलेक्टर दिनेश जैन और अजय देव शर्मा ने आइबस में बैठकर सफ़र किया। वहीं एसडीएम शाश्वत शर्मा और राकेश शर्मा भी सिटी बस में बैठकर अपने दफ़्तर पहुँचे। डूडा के प्रोजेक्ट आफिसर प्रवीण उपाध्याय एक क़दम और आगे जाकर साइकिल चलाते हुए कलेक्टर कार्यालय पहुँचे। कलेक्टर लोकेश जाटव आज भोपाल में बैठक में थे। उन्होंने जिला प्रशासन के समस्त अधिकारियों की भावनाओं को सराहा और कहा कि हम सभी शासकीय सेवक मिलकर इन्दौर में इस मुहिम को आगे बढ़ाएंगे ।
खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री जीतू पटवारी ने घोषणा की है कि शासकीय महारानी लक्ष्मीबाई कन्या स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय में वर्ल्ड बैंक परियोजना के तहत स्पोर्टस काम्पलेक्स का निर्माण किया जाएगा। श्री पटवारी आज महाविद्यालय में राज्य स्तरीय महिला कबड्डी प्रतियोगिता के समापन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री पटवारी ने कहा कि आज बेटियाँ आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त बन रही हैं। इसलिये अब माता-पिता को बेटा-बेटी में फर्क नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कबड्डी भारत का पारम्परिक खेल है। इस खेल को धीरे-धीरे ख्याति मिल रही है। श्री पटवारी ने सात संभागों से आए 84 खिलाडियों को ट्रैक सूट देने की घोषणा भी की।
एमएलबी महाविद्यालय में 20 नवम्बर से शुरू हुई राज्य स्तरीय महिला कबड्डी प्रतियोगिता का फाइनल मैच जबलपुर संभाग तथा भोपाल के बीच खेला गया, जिसमें जबलपुर संभाग विजेता रहा। भोपाल की उप-विजेता टीम की कु. फरहद शाह को बेस्ट रेडर और विजेता टीम की कु. अंजलि को बेस्ट डेफेन्डर घोषित किया गया।
इस अवसर पर अपर आयुक्त उच्च शिक्षा श्री वेद प्रकाश अतिरिक्त संचालक, उच्च शिक्षा नर्मदापुरम संभाग डॉ. एम.एस. रघुवंशी तथा एमएलबी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सी.एस. गोस्वामी उपस्थित थे।
सहकारिता मंत्री डॉ गोविन्द सिंह ने आज राज्य सहकारी संघ के कार्यों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिये हैं कि प्रदेश में कार्यरत 40 हजार सहकारी संस्थाओं के प्रत्येक कर्मचारी और संचालक मंडल के सदस्यों को अनिवार्य रूप से प्रशिक्षण दिलाया जाए। इसके लिए सहकारी संघ द्वारा राज्य स्तर के साथ ही संभाग एवं जिला स्तर पर भी प्रशिक्षण केन्द्र विकसित करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश के शेष 14 जिलों में भी सहकारी संघों के गठन की कार्रवाई की जाए।
सहकारिता मंत्री ने सहकारी संघों की परिसंपत्तियों का विकास कर अतिरिक्त आय के लिए योजनाबद्ध प्रयास किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि भोपाल में त्रिलंगा स्थिति राज्य सहकारी संघ के परिसर को पीपीटी मॉडल के रूप में विकसित कर वहाँ प्रशिक्षण केन्द्र-सह-शॉपिंग कॉम्प्लेक्स विकसित करने की योजना बनाएं। इंदौर में किला मैदान स्थित सहकारी संघ की संपत्ति पर उच्च स्तरीय सहकारी शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान बनाने का प्रस्ताव भी तैयार करे। साथ ही जबलपुर, भोपाल तथा नौगांव के सहकारी प्रशिक्षण केन्द्रों को विकसित करें। इसके अलावा, जिन जिला सहकारी संघों के पास जमीन है, वहाँ भी प्रशिक्षण केन्द्र-सह-वाणिज्यिक केन्द्र विकसित करने पर विचार करें। मंत्री डॉ. सिंह ने प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे गुना जिले की सहकारी समितियों के सेल्स मेन के तीन दिवसीय प्रशिक्षण का अवलोकन भी किया।
बैठक में बताया गया कि सहकारी संघ द्वाया सहकारिता संबंधी विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण प्रदान किए जाते हैं। अब संघ द्वारा ऑन लाइन प्रशिक्षण दिए जाने की योजना भी बनाई गई है। राज्य सहकारी संघ देश का ऐसा प्रथम सहकारी संघ है, जिसे प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत सहकारिता के क्षेत्र में कौशल उन्नयन प्रशिक्षण के लिए एनएसडीसी के पार्टनर के रूप में चुना गया है।
बैठक में राज्य सहकारी संघ के प्रभारी प्रबंध संचालक श्री रितु रंजन, संयुक्त पंजीयक सहकारी संस्थाएं श्री अरविन्द सेंगर, उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं श्रीमती कृति सक्सेना और श्री हितेन्द्र बाघेला भी उपस्थित थे।
स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने मंत्रालय में नर्मदापुरम् संभाग की समीक्षा करते हुए कहा कि शालाओं में ऐसा वातावरण हो, जिससे बच्चे पढ़ाई में रुचि लें। उन्होंने कहा कि केवल शहरी क्षेत्रों में ही नहीं, ग्रामीण अंचलों में भी प्रतिभाशाली विद्यार्थियों की कमी नहीं है। हर बच्चे में प्रतिभा होती है। उसको पहचान कर अवसर देने और निखारने की आवश्यकता है। डॉ. चौधरी ने कहा कि सभी प्रशासनिक अधिकारी एवं शिक्षक यह प्रयास करें एक भी बच्चा स्कूल जाने से वंचित न रहे। उन्होंने शिक्षकों से कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश को अग्रणी राज्य बनाने में महती भूमिका निभाएँ। जिला कलेक्टर भी अपने दौरे के समय स्कूलों एवं छात्रावासों का प्राथमिकता के आधार पर निरीक्षण करें।
डॉ. चौधरी ने नामांकन, एक परिसर-एक शाला, दक्षता उन्नयन की क्वालिटी एवं परफॉर्मेंस, टीएआरएल (टीचिंग एट द राइट लेवल), अंकुर, तरुण और उमंग, वॉल ऑफ फेम, वार्षिक परीक्षा परिणाम, रेमेडियल टीचिंग, पीटीएम, प्रयोगशालाओं की जानकारी, विज्ञान-गणित किट्स के वितरण एवं उपयोग, एलेमेन्ट्री रेमेडियल शिक्षा (दक्षता उन्नयन), ब्रिज कोर्स, शाला सिद्धी-हमारी शाला ऐसी हो, छात्रावास संचालन, निर्माण कार्यों की स्थिति, यूथ क्लब, उमंग लाइफ स्किल एजुकेशन, बालिकाओं के लिये पुलिस एवं पैरामिलिट्री प्रशिक्षण आदि की बिन्दुवार विस्तृत समीक्षा की।
संभागायुक्त श्री रवीन्द्र मिश्र ने बताया कि नर्मदापुरम् संभाग के स्कूलों में प्री-मेडिकल और प्री-इंजीनियरिंग टेस्ट के लिये कक्षाएँ लगाई जा रही हैं। पिछले साल 42 विद्यार्थी जेईई और 9 विद्यार्थी नीट में सफल रहे। बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिये सफल विद्यार्थियों की फोटो भी स्कूलों में लगाई गई हैं।
बैठक में प्रमुख सचिव श्रीमती रश्मि अरुण शमी, आयुक्त लोक शिक्षण श्रीमती जयश्री कियावत, संचालक राज्य शिक्षा केन्द्र श्रीमती आयरीन सिंथिया जे.पी. सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट और जनसम्पर्क मंत्री श्री पी.सी. शर्मा ने आज जवाहरलाल नेहरू कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केन्द्र में कैंसर रोग के इलाज की दो मशीनों हेलसियान और ब्रेकीथेरेपी का लोकार्पण किया। श्री सिलावट ने भोपाल में इन मशीनों की उपलब्धता पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि जवाहरलाल नेहरू कैंसर अस्पताल में उच्च गुणवत्ता के इलाज के कारण इसकी देशभर में विशिष्ट पहचान है। उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि इन आधुनिक मशीनों से कैंसर रोगियों को अच्छा इलाज मिल सकेगा।
अस्पताल की सीईओ श्रीमती दिव्या पाराशर ने बताया कि ज्यादातर कैंसर के इलाज में रेडियोथेरेपी उपयोगी होती है। यह इलाज की सरल विधि है लेकिन आधुनिक इलाज के रूप में कैंसर के मरीज को ब्रेकीथेरेपी उपचार दिया जाता है। इस विधि से शरीर की स्वस्थ कोशिकाओं को कम नुकसान पहुँचता है। ब्रेकीथेरेपी का मुख्य रूप से मुख, आहार नली, प्रोस्टेट और गर्भाशय कैंसर के इलाज के लिये उपयोग किया जाता है।
डॉ. विधि गुप्ता ने बताया कि हेलसियान मशीन का प्रयोग टारगेटेड रेडिएशन के लिये किया जाता है। यह मशीन स्विटजरलैण्ड की आधुनिक चिकित्सा उपकरण के रूप में गिनी जाती है। मरीजों को इसके लिये अब देश के अन्य संस्थानों में जाने की जरूरत नहीं होगी। हेलसियान मशीन आईटीआरटी युक्त है। इसमें सी.टी. स्केन और वेरीफिकेशन परफेक्ट रूप से होता है। इसका उपयोग पेट, प्रोस्टेट और लंग्स कैंसर में मुख्य रूप से किया जाता है।
विधायक श्री बनवारी लाल शर्मा के इलाज की जानकारी ली
मंत्री श्री सिलावट और श्री शर्मा ने अस्पताल में इलाज करवा रहे विधायक श्री बनवारी लाल शर्मा के उपचार की भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि उनके उपचार के लिये राज्य सरकार की ओर से बेहतर प्रबंध किया जाएगा।
जनसम्पर्क मंत्री श्री पी.सी. शर्मा और लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने आज कोटरा नगर की बस्तियों में घर-घर जाकर नागरिकों से डेंगू से बचाव और रोकथाम के उपाय अपनाने का अनुरोध किया। मंत्री द्वय ने आकाश नगर में महेश शर्मा, भज्जू श्याम और सतीश भार्गव के घर पहुँचकर परिजनों से भेंट की। घरों में रखे पानी के बर्तनों और गमलों में लार्वा का अपने सामने परीक्षण करवाया। आकाश नगर बस्ती के अधिकांश घरों में डेंगू प्रजाति के मच्छरों का लार्वा जाँच में पाया गया। मंत्रीद्वय ने डेंगू से बचाव के लिये पहली जरूरत घर में रखे पानी के बर्तनों से समय-समय के अंतराल पर पानी को बदलने की बात कही। अपने सामने गमलों, फ्लावर प्लांट और अन्य बर्तनों में रखे 2-3 दिनों के पानी को बदलवाया। उन्होंने लोगों से कहा कि चिकित्सकों के परामर्श से होम्योपेथिक प्रिवेंटिव मेडिसिन का उपयोग करें। स्थानीय नागरिक अपने घर और आसपास के क्षेत्र को साफ रखें। मंत्रीद्वय ने प्रतीकात्मक तौर पर खाली पड़े स्थान और गंदगी वाले स्थानों पर मलेरियारोधी दवा का छिड़काव किया।
मंत्रीद्वय ने डेंगू को खत्म करने के संकल्प अभियान के पोस्टर पर हस्ताक्षर किये। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम के अधिकारियों को बस्तियों में रोजाना सफाई करवाने और वर्षा जल के भराव वाले स्थानों से जल को खाली करवाने के निर्देश दिये। मंत्रीद्वय आकाश नगर बस्ती से पैदल नया बसेरा पहुँचे और नागरिकों से मिलकर डेंगू तथा अन्य बीमारियों से बचाव और रोकथाम के उपाय अपनाने का आग्रह किया।
संभागायुक्त श्रीमती कल्पना श्रीवास्तव, आयुक्त नगर निगम श्री बी. विजय दत्ता, पार्षद श्री योगेन्द्र सिंह चौहान, श्री मोनू सक्सेना, अमित शर्मा, स्वास्थ्य, नगर निगम और जिला प्रशासन के अधिकारी साथ थे।
नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री हर्ष यादव से मंत्रालय में नार्वे की कंपनी हेमलेट एण्ड सोलर प्रोजेक्ट कॉलोब्रेटर्स प्रा. लिमिटेड के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अफसर इमाम ने मुलाकात की। इस मौके पर मध्यप्रदेश में सोलर पॉवर पर आधारित ग्रीन हाउस, स्मार्ट गौ-शाला, एकीकृत सौर ऊर्जा इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के संबंध में विस्तृत चर्चा हुई। दिल्ली के पर्यावरण को पराली जलाने की वजह से हुई क्षति के अनुभव को देखते हुए नार्वे की कंपनी ने मध्यप्रदेश में किसानों द्वारा फसल कटाई के बाद नरवाई (पराली) अवशेष से ऊर्जा उत्पादन की संभावनाओं पर भी चर्चा की।
बैठक में प्रदेश में पायलेट आधार पर किसानों के हित में कार्य प्रारंभ करने के बारे में विचार विमर्श किया गया। सोलर पॉवर ग्रीन हाउस में एक से दो हेक्टेयर क्षेत्र में संयंत्र स्थापित कर कृषकों को जैविक उत्पादन, लगभग 5000 गाय क्षमता वाली स्मार्ट गौ-शालाओं के विकास का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इसमें बायो सीएनजी प्लांट, बायो फर्टिलाइजर, बायो पेस्टिसाईट्स फरमेंटर प्लांट और एक से दो मेगावॉट क्षमता के सोलर प्लांट लगाने की पहल की जाएगी। इसके साथ की गाँव में स्ट्रीट लाईट के लिये भी सौर ऊर्जा के उपयोग को प्राथमिकता दी जाएगी।
बैठक में नार्वे की कंपनी द्वारा 'स्मार्ट विलेज एण्ड रूरल डेव्लपमेंट इन मध्यप्रदेश' का पावर प्रेजेंटेशन दिया गया। प्रबन्ध संचालक म.प्र. ऊर्जा विकास निगम श्री राजीव रंजन मीना और अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
नर्मदा घाटी विकास मंत्री श्री सुरेन्द्र सिंह बघेल ने कहा है कि राज्य सरकार ने सरदार सरोवर बाँध के पात्र डूब प्रभावित परिवारों को राहत देने का निर्णय लिया है। टीन के शेड्स में रहने वाले पात्र प्रत्येक परिवार को मकान के लिये 5 लाख 80 हजार रुपये का अनुदान शीघ्र दिया जाएगा।
मंत्री श्री बघेल ने आज नर्मदा भवन में नर्मदा बचाओ आंदोलन के प्रतिनिधियों के साथ उच्च-स्तरीय बैठक में चर्चा करते हुए यह जानकारी दी। बैठक में सरदार सरोवर बाँध का जल-स्तर एवं पुनर्वास के संबंध में चर्चा की गई। चर्चा के बाद आंदोलनकारियों ने आंदोलन को समाप्त करने का निर्णय लिया।
मंत्री श्री बघेल ने निर्देश दिये कि पूर्ववर्ती सरकार द्वारा लिये गये निर्णयों की नये सिरे से समीक्षा की जाए। डूब प्रभावित ग्रामों की ग्राम-स्तरीय समिति का गठन कर प्रतिमाह बैठक आयोजित की जाए। उन्होंने बताया कि बोट व्यवस्था में लगे नाविकों को तत्काल भुगतान करने को कहा गया है। इसके लिये जिला स्तर पर राशि उपलब्ध कराई गई है। श्री बघेल ने कहा कि बाँध की डूब से होने वाले फसल नुकसान को प्राकृतिक आपदा मानकर आरबीसी 6 (4) के तहत प्राथमिकता से भुगतान किया जाए। डूब क्षेत्र के प्रभावित किसानों के विभिन्न प्रकरणों का बीमा कम्पनियों से समन्वय कर दावा राशियों का निराकरण करवाया जाएगा। सर्वे के बाद डूब से प्रभावित पात्र विस्थापितों को पात्रतानुसार लाभ दिया जाएगा।
बैठक में अपर मुख्य सचिव एवं नर्मदा घाटी विकास के उपाध्यक्ष श्री एम. गोपाल रेड्डी, नर्मदा घाटी विकास आयुक्त (फील्ड) इंदौर श्री पवन कुमार शर्मा, नर्मदा घाटी विकास के संचालक प्रशासन/पुनर्वास श्री संजय गुप्ता, सदस्य विद्युत श्री आर.पी. मालवीय, सदस्य अभियांत्रिकी श्री राजीव कुमार सुकलीकर, सदस्य वन एवं पर्यावरण श्री सी.के. पाटिल, सदस्य मुख्य वन संरक्षक श्री एस.डी. पटेरिया और सदस्य अपर मुख्य प्रधान वन संरक्षक श्री आशीष कुमार वर्मा उपस्थित थे।
2013 में पुलिस कांस्टेबल भर्ती में हुए घोटाले के मामले में सीबीआई द्वारा आरोपित 31 अभियुक्तों को कोर्ट ने गुरुवार को दोषी ठहराया। सजा का एलान 25 नवंबर को किया जाएगा। सीबीआई की ओर से 31 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई थी। इस मामले में गवाही 2014 में शुरू हुई थी। सभी आरोपी जमानत पर थे, जिन्हें फैसला आने के बाद हिरासत में भेज दिया गया।
विशेष न्यायाधीश एसबी साहू ने सभी दोषियों को सेंट्रल जेल भेजने के आदेश दिए हैं। कोर्ट सजा का एलान 25 नवंबर को करेगी। व्यापमं मामले में एसटीएफ की यह पहली एफआईआर थी। राजेंद्र नगर थाने में दर्ज मामले के बाद जांच एसटीएफ को सौंपी गई थी। एफआईआर दर्ज होने के कुछ समय बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद व्यापमं घोटाले की जांच एसटीएफ से हटाकर सीबीआई को सौंप दी गई थी।
इन्दौर । कार्पोरेशन (एरिया) बास्केटबॉल ट्रस्ट, इन्दौर द्वारा संचालित बास्केटबॉल परिसर में बनाए गए नवनिर्मित इंडोर स्टेडियम में 40 लाख रू. की लागत से बिछाए गये 'मेपल वुड कोर्ट' का उद्घाटन पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने किया। 8150 वर्गफीट में बिछाये गये वुडन फ्लोर में कनाडा की मेपल वुड का इस्तेमाल किया गया है।
उल्लेखनीय है कि बास्केटबॉल कॉम्पलेक्स परिसर में अब दो इंडोर स्टेडियम हो गये है, जिनमें वुडन फ्लोरिंग लगी है। पुराने बास्केटबॉल कॉम्पलेक्स में सागवान की लड़की की फ्लोरिंग लगी है, जबकि बास्केटबॉल कॉम्पलेक्स परिसर में ही 3 करोड़ की लागत से बने नवीन स्टेडियम में कनाडा की मेपल वुड का इस्तेमाल किया गया है, जो खिलाड़ियों के उछलकूद करने पर उनके घुटनों को नुकसान नहीं पहुंचाती। मेपल वुड की फ्लोरिंग पर 40 रू. खर्च आया है। हालांकि अभी मेपल वुड की फ्लोरिंग पुरी तरह से नहीं लगाई जा सकी है, इसके पहले ही ताई से इसका उद्घाटन करा लिया गया है, क्योंकि 21 नवम्बर से यहां सीबीएसई राष्ट्रीय बास्केटबॉल स्पर्धा का आयोजन होना है। आयोजकों का कहना है कि इस स्पर्धा के पूर्व फ्लोरिंग बिछाने का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। वुडन फ्लोर के उद्घाटन कार्यक्रम में करीब आधे घंटे देरी से पहुंची पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने वुडन फ्लोरिंग का शुभारंभ किया। अतिथि स्वागत अविनाश आनंद, भूपेन्द्र बंडी व कुलविंदर सिंह गिल ने किया। कार्यक्रम का संचालन ओम सारवान ने किया। इस मौके पर लक्ष्मीकांत पटेल, सुनील हार्डिया, कुलदीप हार्डिया, कमल रायकवार सहित खिलाड़ी मौजूद थे।