मध्य प्रदेश

मध्य प्रदेश (9158)

म.प्र. भू-संपदा विनियामक प्राधिकरण (रेरा) ने जब संप्रवर्तक द्वारा श्री विनायक सिटी शिवधाम, परियोजना खिलचीपुर तथा मंगल सिटी, तहसील कन्नौज में रेरा अधिनियम का उल्लंघन करने पर कुल दो लाख रुपये का अर्थदण्ड अधिरोपित किया, तब बिल्डर ने परियोजनाओं के आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत किये। साथ ही अर्थदण्ड की राशि भी चेक द्वारा जमा कराई है। रेरा प्राधिकरण में बिल्डर ने दोनों प्रोजेक्ट की विस्तृत जानकारी समय पर नहीं दी थी और रेरा में दोनों परियोजनाओं का पंजीयन भी नहीं कराया था। इस कारण रेरा ने दोनों प्रोजेक्ट पर अर्थदण्ड अधिरोपित किया और विक्रय पत्र के पंजीयन पर भी रोक लगा दी थी।

प्रदेश में नागरिकों को उनके निवास के समीप ही बेहतर एवं व्यापक स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलब्ध कराने के लिये प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों और उप-स्वास्थ्य केन्द्रों को "मध्यप्रदेश आरोग्यम्" के रूप में विकसित किया जा रहा है। आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत इन स्वास्थ्य केन्द्रों में वर्तमान में प्रदाय की जा रही सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार लाया जाएगा। इसके साथ ही, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज तथा कैंसर जैसी बीमारियों की समय-पूर्व पहचान, नियंत्रण एवं उपचार भी इन संस्थाओं में उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिये इन केन्द्रों पर सभी आवश्यक मानव संसाधनों की उपलब्धता के साथ प्रयोगशाला संबंधी सभी आवश्यक जाँच की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जा रही है।
प्रदेश में वर्ष 2019-20 में 26 जिलों के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों और 1015 उप-स्वास्थ्य केन्द्रों को आरोग्यम् के रूप में विकसित करने की कार्य-योजना बनाई जा रही है। आरोग्यम् प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में जन-समुदायों को 11 स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराने की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। इनमें गर्भावस्था में देखभाल एवं प्रसव, नवजात शिशु की देखभाल, बाल्य एवं किशोर स्वास्थ्य तथा परिवार नियोजन सेवाएँ, संक्रामक रोगों का इलाज एवं सामान्य बीमारियों के लिये ओ.पी.डी. सेवाएँ, गंभीर रोगों की स्क्रीनिंग और रोकथाम, आँख तथा कान से संबंधित सेवाएँ, बेसिक ओरल हेल्थ केयर, वृद्धावस्था में देखभाल, आपातकालीन मेडिकल सेवाएँ और मानसिक स्वास्थ्य के संदर्भ में जाँच एवं मूलभूत स्वास्थ्य सेवाएँ प्रमुख हैं। मध्यप्रदेश आरोग्यम् केन्द्रों में योग संबंधी गतिविधियाँ भी नियमित रूप से संचालित की जाएंगी।

जनसम्पर्क मंत्री श्री पी.सी. शर्मा ने आज यहाँ शिवाजी नगर, प्रेमपुरा, शीतलदास की बगिया और रानी कमलापति घाट पर छठ पूजा के लिये सुरक्षा सहित अन्य व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। श्री शर्मा ने घाटों पर साफ-सफाई, रौशनी और सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।  उन्होंने कहा कि घाटों पर पूजा के समय गोताखोर तैनात रहें और  तालाब मेँ नाव से किसी को भी नहीँ जाने दें।

स्थानीय जन-प्रतिनिधियों सहित भोजपुरी समाज के प्रतिनिधि, जिला पुलिस और नगर निगम के अधिकारी जनसम्पर्क मंत्री के साथ थे।

गोवर्द्धन पूजा

मंत्री श्री पी. सी. शर्मा आज दीपावली की प्रथमा पर माता मन्दिर पहुँचे और गोवर्द्धन पूजा की। 
श्री कृष्ण गोवर्द्धन मन्दिर समिति पाल समाज द्वारा गोवर्द्धन पूजा का आयोजन किया गयाl

व्यापारियों को शुभकामनाएँ

मंत्री श्री शर्मा और पूर्व मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह आज न्यू मार्केट पहुँचे और व्यापारियों को दीपावली की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ दीं। स्थानीय जन-प्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक साथ रहे।

तीर्थ-दर्शन ट्रेन मेँ वृद्धजनों के लिये  रहेगा अलग कोच

आनंद धाम वृद्धाश्रम मेँ बुज़ुर्गों के बीच दीपावली मनाने पहुँचे जनसम्पर्क मंत्री श्री शर्मा ने घोषणा की कि तीर्थ-दर्शन ट्रेन मेँ वृद्धाश्रम के बुज़ुर्गों के लिये अलग कोच रहेगा। उन्होने कहा कि इसके लिये आवश्यक निर्देश ज़ारी कर दिये गये हैं। भोपाल से रवाना होने वाली अगली तीर्थ-दर्शन यात्रा  की ट्रेन से यह व्यवस्था लागू होगी। 

मंत्री श्री शर्मा ने आनंद धाम वृद्धाश्रम मेँ अगले सप्ताह कैम्प लगाकर वृद्धजनों के पेंशन प्रकरण निराकृत करने के निर्देश दिये। उन्होंने वृद्धजनों को शाल-श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया, आश्रम में दिये जलाए और फटाके चलाकर दीपावली मनाई। श्री शर्मा ने ऋषि नगर झुग्गी बस्ती मेँ बच्चों को पटाखे और मिठाई वितरित की और उनके साथ भी दीपावली मनाई। पार्षद श्री योगेन्द्र सिंह चौहान साथ थे। 

भीमनगर राशन दुकान का निरीक्षण

जनसम्पर्क मंत्री श्री शर्मा ने आज  भीमनगर राशन दुकान का निरीक्षण किया। उन्होंने सेल्समेन से कहा कि राशन नहीँ मिलने जैसी शिकायत नहीँ आनी चाहिए। सभी कार्डधारक को महीने का निर्धारित राशन समय पर वितरित करना सुनिश्चित करें। मंत्री श्री शर्मा ने स्पष्ट किया कि बी.पी.एल. कार्ड धारक को राशन समय पर उपलब्ध हो। तकनीकी कारण से थम्ब इम्प्रेशन नहीँ मिलने पर कार्ड धारक की पहचान सत्यापित कर उसे राशन दें। 

ग्वालियर. दीपावली (Diwali 2019) से पहले लोग घर की साफ-सफाई करते हैं. लेकिन त्योहार के उमंग में अपने शहर की गंदगी को भूल जाते हैं. यही वजह है कि त्योहार (Festival) के दूसरे दिन शहर की सड़कों पर गंदगी का अंबार दिख ही जाता है. ग्वालियर के भाजपा (BJP) सांसद विवेक नारायण शेजवलकर (Vivek Narayan Shejwalkar) को इससे बड़ी तकलीफ होती है. इसलिए दिवाली के दूसरे दिन सोमवार की सुबह शेजवलकर झाड़ू लेकर निकल पड़े और कई इलाकों की सफाई कर डाली. सांसद को झाड़ू लगाता देख कई स्थानीय लोग भी बाद में साथ आ गए.

गौरतलब यह है कि शेजवलकर 10 साल तक ग्वालियर के मेयर (Mayor of Gwalior) भी रहे हैं. मेयर रहते हुए ही उन्होंने दिवाली के दूसरे दिन सफाई की परंपरा शुरू की थी. वे मेयर से सांसद हो गए, लेकिन त्योहार के बाद शहर में गंदगी फैलने की 'आदत' नहीं बदल सकी. लिहाजा इस साल भी शेजवलकर को झाड़ू उठानी पड़ी.

सुबह 7 बजे ही टीम के साथ पहुंचे महाराज बाड़ा

ग्वालियर के सांसद विवेक शेजवलकर सोमवार की सुबह करीब 7 बजे ही अपनी टीम के साथ शहर के बाजारों की सफाई करने निकल पड़े. भाजपा सांसद सबसे पहले महाराज बाड़ा पहुंचे और पूरे इलाके की सफाई की. महाराज बाड़ा के बाद सर्राफा बाजार इलाके में भी सांसद और उनकी टीम ने झाड़ू लगाई. शेजवलकर ने अपनी टीम के साथ करीब 4 घंटे तक विभिन्न बाजारों की सफाई की. महाराजा बाड़ा, सर्राफा बाजार और दौलतगंज बाजार में सांसद और उनकी टीम के साथ-साथ कई स्थानीय लोगों ने भी साफ-सफाई की.
सफाई की परंपरा को निभाया
विवेक शेजवलकर करीब 10 साल तक ग्वालियर के महापौर रहे हैं. इस पद पर रहते हुए ही उन्होंने दीपावली के दूसरे दिन सुबह होते ही बाजारों की सफाई करने की परंपरा शुरू की थी. अब सांसद बनने के बाद भी उन्होंने इस सिलसिले को बरकरार रखा. यह अलग बात है कि इस साल उन्होंने अपने सफाई अभियान को प्रदूषण-मुक्ति का नाम दिया. ग्वालियर के विभिन्न बाजारों की सफाई के बाद न्यूज 18 के साथ बातचीत में सांसद विवेक शेजवलकर ने कहा कि दीपावली पर प्रदूषण बढ़ता जा रहा है. सिर्फ कानून सख्त होने से ही प्रदूषण नहीं रुकेगा. इसके लिए जनता को भी जागरूक करना पड़ेगा.
 

जबलपुर. मल्टीप्लेक्स (Multiplex) के जमाने में अगर कोई शहर वापस 70 एमएम सिंगल पर्दे (70 mm Cinema Screen) के दौर में लौट आए तो इसे इत्तेफाक न समझें. मध्य प्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर (Jabalpur) में कुछ ऐसा ही होने जा रहा है. जिस शहर में किसी जमाने में 2 दर्जन से भी ज्यादा सिनेमाघर (Cinema Hall) हुआ करते थे, वहां आज किसी का भी नामो निशान नहीं बचा है. शहर का आखिरी सिनेमा-हॉल ज्योति मार्च 2017 के बाद बंद कर दिया गया. लेकिन जबलपुर में एक बार फिर सिनेमा-हॉल का वह पुराना दौर आने वाला है. 70 साल पहले 1950 में खुला शारदा टॉकीज (Sharda Talkies), जो बंद हो गया था, एक बार फिर शुरू किया गया है. यहां 70 एमएम सिंगल पर्दे पर अब आप नई फिल्में देख सकेंगे.

नए नवेले अंदाज में शुरू हुई टॉकीज

70 एमएम सिंगल पर्दे का दौर, कभी शहरों में मनोरंजन का एकमात्र जरिया हुआ करता था. फिल्म के एक-एक सीन पर दर्शकों का सीटी बजाना, या इमोशनल सीन पर भावुक हो जाना, ये तमाम बातें आज के दौर में सिर्फ यादें बनकर रह गई हैं. जबलपुर में यादों के उसी सुनहरे दौर में लोगों को फिर से ले जाने के लिए सिंगल-स्क्रीन सिनेमा-हॉल की शुरुआत की गई है. जबलपुर में बनी 70 साल पुरानी शारदा टॉकीज अब नए नवेले रूप में फिर तैयार है दर्शकों का मनोरंजन करने के लिए. हॉल के संचालकों ने बताया कि यहां दर्शकों को बॉलीवुड की तमाम फिल्में देखने को मिलेंगी. कई सालों से जर्जर हो चुकी टॉकीज को अब नया स्वरूप और परिवेश दिया गया है. संचालकों ने कहा कि कहने को यहां सिंगल पर्दा ही है, लेकिन दर्शकों के लिए आधुनिक सुविधाएं भी हैं.
शो की टाइमिंग भी रहेगी पुरानी

शारदा टॉकीज के दोबारा शुरू होने की खबर से जबलपुर के सिने-प्रेमियों में उत्साह का माहौल है. सिनेमा-हॉल में भीड़ जुटने लगी है. कई लोग तो बच्चों को टॉकीज दिखाने ला रहे हैं और पुरानी यादें ताजा कर रहे हैं. शारदा टॉकीज़ के बाहर फिल्म के शो की टाइमिंग की सूचना देने को एक कर्मचारी भी तैनात किया गया है. संचालकों ने बताया कि हॉल में पुराने ढर्रे पर यानी 12 से 3, 3 से 6, 6 से 9 और 9 से 12 के शो चलेंगे. शारदा टॉकीज के संचालक ने कहा कि मल्टीप्लेक्स में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए फिल्म देखना आसान नहीं होता. इसलिए उनका मकसद है कि इस हॉल में सभी वर्गों के लोग फिल्में देखें. उन्होंने बताया कि हॉल में टिकट दरें भी सस्ती होंगी.

इंदौर:  मध्यप्रदेश के इंदौर में तड़के सुबह एक दर्दनाक हादसा हुआ, इस हादसे में छह लोगों की मौत हो गई जबकि पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। दरअसल, शहर के तेजाजी नगर में एक तेज रफ्तार कार सामने से आ रही दूसरी कार से टकरा गई, जिससे दोनों कारें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। इस हादसे में छह लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, पांच लोगों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 

भोपाल: मध्य प्रदेश ( Madhya Pradesh) के सरकारी कर्मचारियों का केंद्रीय कर्मचारियों के समान 5 फीसदी महंगाई भत्ता (Dearness Allowance) बढ़ाने का फैसला फिलहाल टल गया है. इस संबंध में अगले महीने फैसला हो सकता है. बताया जा रहा है कि सीएम कमलनाथ (Kamal Nath) की वित्त विभाग (Finance Department) के अधिकारियों के साथ बैठक हुई. 

जानकारी के मुताबिक, बैठक में वित्त विभाग की ओर से प्रदेश की खराब आर्थिक हालत की जानकारी दी गयी, जिसके बाद अब अगले महीने महंगाई भत्ता बढ़ाने पर फैसला हो सकता है.

कर्मचारी संगठन केंद्र सरकार के कर्मचारियों के समान बढ़ा हुआ डीए देने की मांग लगातार सरकार से कर रहा है. दिवाली के पहले डीए देने की मांग कर्मचारी संगठनों ने की थी लेकिन उनकी उम्मीदों पर पानी फिर गया है. बैठक में कहा गया कि राज्य सरकार यदि कर्मचारियो को 5 फीसदी डीए देती है तो हर महीने सरकार को 227 करोड़ रुपये की अतिरिक्त खर्च पड़ेगा.
यह राशि सालभर में 2750 करोड़ रुपये होगी और सरकार की माली हालत खस्ता होने के कारण अब डीए मिलना खटाई में पड़ गया है. हालांकि, अखिल भारतीय सेवा के IAS, IPS, IFS अधिकारियों को केंद्र के समान बढ़ा हुआ 5 प्रतिशत डीए देने के आदेश हो गए है. बैठक में 1 जुलाई 2019 से 12 प्रतिशत के स्थान पर 17 प्रतिशत डीए देने के आदेश हो गए है.

राज्य शासन द्वारा शासकीय कर्मचारियों, पेशनरों तथा दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों का व्यापक हित देखते हुए वेतन, पेंशन तथा पारिश्रमिक का भुगतान दीपावली पूर्व करने का निर्णय लिया गया था। वित्त विभाग से प्राप्त जानकारी अनुसार दो दिवस पूर्व लिए गए इस निर्णय के परिपालन में लगभग 2 लाख 90 हजार कर्मचारियों को वेतन भुगतान किया जा चुका है। एक लाख 30 हजार कर्मचारियों को भुगतान की प्रक्रिया जारी है। कुल 60 हजार में से लगभग 32 हजार नेमेत्तिक कर्मचारियों को भी भुगतान हो चुका है। शेष प्रक्रियारत हैं। पेंशनरों का भुगतान बैंकों द्वारा उनके खाते में किया जा रहा है।
वेतन भुगतान के लिए सीमित अवधि में अधिक कार्य से संचालनालय कोष एवं लेखा के सेन्ट्रल सरवर की गति अपेक्षाकृत धीमी रहने के बावजूद भी लगभग 80 प्रतिशत से अधिक का वेतन भुगतान किया जा चुका है। उल्लेखनीय है कि वेतन आहरण प्रक्रिया के लिए सामान्यत: पाँच कार्य दिवस का समय नियत है। संबंधित कार्यालयों द्वारा वेतन देयक जनरेट कर कोषालयों को प्रेषित किये जाते हैं। कोषालय द्वारा परीक्षण उपरांत वेतन का ऑनलाईन भुगतान कर्मचारियों के बैंक खाते में किया जाता है। संचालनालय कोष एवं लेखा द्वारा इस कार्य की लगातार मॉनीटरिंग के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है।

इन्दौर। इन्दौर जिले में डायवर्सन सहित अन्य राजस्व बकाया वसूली के लिये शिविर लगाये जायेगें। जिले में बैंकों द्वारा दिये गये ऋण की वसूली के लिये ब्रिस्क योजना के तहत विशेष ध्यान दिया जायेगा। ब्रिस्क योजना में बकाया ऋण वसूली पर संबंधित वसूलीकर्ता राजस्व अधिकारियों को प्रोत्साहन स्वरूप राशि ‍मिलती है।
यह जानकारी आज यहाँ कलेक्टर श्री लोकेश कुमार जाटव द्वारा ली गई राजस्व समीक्षा बैठक में दी गई। बैठक में अपर कलेक्टर श्री दिनेश जैन, श्री कैलाश वानखेड़े, श्री पवन जैन, श्री अजय देव शर्मा, श्री बी.बी.एस तोमर सहित सभी एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार और अन्य राजस्व अधिकारी मौजूद थे। बैठक में कलेक्टर श्री जाटव ने अधिकारीवार राजस्व प्रकरणों के निराकरण की समीक्षा की।
बैठक में उन्होने जिले के राजस्व अधिकारियों द्वारा गत महिनों में राजस्व प्रकरणों के निराकरण के लिये किये गये कार्यों की सराहना की। उन्होने कहा कि अधिकारियों ने इस अवधि में राजस्व प्रकरणों के निराकरण के लिये उल्लेखनीय काम किये है और लंबित प्रकरणों की संख्या को कम किया है। उन्होने आगे भी इसी तरह कार्य करते रहने के निर्देश दिये। उन्हाने कहा कि राजस्व प्रकरणों का निराकरण हमारा मूल दायित्व है। राजस्व प्रकरण हर-हाल में समय-सीमा में निराकृत हों। सभी राजस्व प्रकरण पोर्टल पर दर्ज हो। ऐसे प्रकरण जिनमें सुनवाई हो चुकी है, उनमें तुरंत आदेश जारी किये जाये। सुनवाई के पश्चात कोई भी प्रकरण आदेश के लिये लंबित नहीं रखा जाये।
बैठक में उन्होने कहा कि सभी अधिकारी अपने-अपने अधिनस्थ न्यायालयों और कार्यालयों का रोस्टर के अनुसार निरीक्षण  करें। निरीक्षण प्रतिवेदन पोर्टल पर अनिवार्य रूप से दर्ज किया जाये। कार्यालयों में आने वाले प्रत्येक राजस्व प्रकरण उसी दिन पोर्टल में दर्ज हो। उन्होने नामांतरण, सीमांकन, बंटवारा, सीएम हेल्पलाइन, लोक सेवा गारंटी, ब्रिस्क आदि राजस्व गतिविधियों की विस्तार से समीक्षा की।
बैठक में कलेक्टर श्री जाटव ने निर्देश दिये कि राजस्व प्रकरणों के निराकरण के लिये चलाये जा रहें “हैप्पी न्यू ईयर-2020, शून्य शक्ति अभियान” का प्रभावी क्रियांवयन किया जाये। अभियान के दौरान सभी पटवारी 31 अक्टूबर तक जिले के सभी गांवों में जायें। वहाँ नागरिकों से सीधा संवाद करें। खसरा, खतौनी का वाचन करें। गांव में ही ग्रामीणों से लंबित राजस्व प्रकरणों के आवेदन लें। आवेदनों का निराकरण कर गांव में ही जाकर उनके द्वारा किये गये कार्यों की जानकारी लें। बताया गया कि इस अभियान के अंतर्गत 21 अक्टूबर से लेकर अभी तक लगभग 2700 आवेदन नामांतरण, बंटवारा, अभिलेख में सुधार और ऋण पुस्तिका संबंधी प्राप्त हो चुके है। कलेक्टर ने निर्देश दिये है कि अभियान के अंतर्गत प्राप्त सभी प्रकरणों को पोर्टल में अनिवार्य रूप से दर्ज कर उनका शत्-प्रतिशत निराकरण सुनिश्चित किया जाये।

इन्दौर । दीपावली के पांच दिवसीय उत्सव की अगवानी में आज अग्रवाल नगर के अनेक परिवारों ने अपने घर-आंगन में रंगोली बनाकर त्यौहारों की अगवानी की। अग्रवाल समाज केंद्रीय समिति के अध्यक्ष गोविंद सिंघल ने बताया कि आज से प्रतिदिन त्यौहारों के अनुरूप रंगोली बनाई जाएगी। आज से प्रारंभ इस श्रृंखला में संतोष, अंजलि एवं तृप्ति सिंघल द्वारा आकर्षक रंगोली बनाई गई जिसका अवलोकन समाज के अनेक बंधुओं ने किया।

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