मध्य प्रदेश

मध्य प्रदेश (9158)

जर्जर मकान ढहाने गए इंदौर नगर निगम के दल के साथ दो दिन पहले हुए विवाद के दौरान भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय ने शहरी निकाय के जिस अफसर को बल्ले से पीटा था, उसे एक निजी अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में भर्ती कराया गया है। पलासिया क्षेत्र स्थित इस निजी अस्पताल के एक डॉक्टर ने शुक्रवार को इसकी पुष्टि की। 
 
उन्होंने बताया कि नगर निगम के भवन निरीक्षक धीरेंद्र सिंह बायस (46) को बृहस्पतिवार देर शाम उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) की शिकायत पर आईसीयू में भर्ती किया गया। डॉक्टर ने बताया कि मरीज की हालत स्थिर बनी हुई है। 

आकाश विजयवर्गीय के समर्थन में लगे पोस्टर

वहीं दूसरी तरफ इंदौर में भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय के समर्थन में पोस्टर लग गए हैं। इन पोस्टरों पर आकाश विजयवर्गीय की तस्वीर के नीचे लिखा है 'सैल्यूट आकाशजी'। नगर निगम अधिकारी के साथ मारपीट करने के बाद आकाश विजयवर्गीय जेल में बंद हैं। पिछले दो दिन में यहां की अलग-अलग अदालतें उनकी दो जमानत अर्जियां खारिज कर चुकी हैं। हालांकि, नगर निगम ने ये पोस्टर हटा दिए हैं।    कैलाश विजयवर्गीय भी तान चुके हैं पुलिस अधिकारी पर जूता
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और पश्चिम बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर गुरुवार से काफी वायरल हो रही है। यह तस्वीर लगभग 25 साल पुरानी बताई जा रही है। इस तस्वीर में भाजपा नेता एक पुलिस अधिकारी पर जूता ताने हुए दिखाई दे रहे हैं। इस वायरल तस्वीर पर लोग तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।

दावा किया जा रहा है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रही यह तस्वीर असली है और साल 1994 की है। उस समय विजयवर्गीय ने इंदौर के तत्कालीन एएसपी प्रमोद श्रीपाद फलनीकर पर जूता ताना था। वह इंदौर में किसी मुद्दे को लेकर प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे थे।

लोअर कोर्ट से जमानत याचिका खारिज होने के बाद विधायक ने सेशन कोर्ट में लगाई थी याचिका
एससी-एसटी के विशेष जज बीके द्विवेदी की कोर्ट अब करेगी जमानत याचिका पर सुनवाई
इंदौर. निगम अधिकारी की बैट से पिटाई मामले में लोअर कोर्ट से जमानत याचिका खारिज होने के बाद विधायक आकाश विजयवर्गीय के वकील गुरुवार को सेशन कोर्ट पहुंचे। जहां याचिका पर डीजे कोर्ट ने सुनवाई करते हुए मामले को एससी-एसटी के विशेष जज बीके द्विवेदी के यहां स्थानांतरित कर दिया। इसके पहले पुलिस ने कोर्ट के समक्ष केस डायरी पेश की। वहीं निगम ने सेशन कोर्ट में विधायक के खिलाफ 7 पेज की आपत्ति लगाई। उधर, दोपहर में विधायक के भाई कल्पेश विजयवर्गीय उनसे जेल में मिलने पहुंचे। जेल से बाहर आकर उन्होंने कहा कि भाई बिल्कुल ठीक हैं। वे पूरी तरह से स्वथ्य हैं।
विधायक आकाश विजयवर्गीय के रिहाई की मांग को लेकर गुरुवार सुबह से ही जेल के बाहर भाजपा समर्थकों का हुजूम उमड़ पड़ा। यहां पर कमलनाथ सरकार, पुलिस और निगम अधिकारियों के लिखाफ समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की। दोपहर में आकाश के छोटे भाई कल्पेश विजयवर्गीय उनसे मिलने जेल पहुंचे। उनके मिलकर बाहर आए कल्पेश ने कहा कि वे खाना लेकर यहां आए थे। भाई बिल्कुल स्वस्थ्य हैं। उनके अलावा विधायक रमेश मेंदोला और पूर्व विधायक जीतू जिराती आकाश से मिलने जेल पहुंचे। उनसे मिलकर जेल से बाहर आए मेंदोला ने कहा कि यह बस निगम कमिश्नर और कांग्रेस में सांठगांठ के कारण हो रहा है। निगमकर्मियों के काम बंद करने पर उन पर भी कार्रवाई होनी चाहिए। जेल में सजा काट रहे बंदियों के साथ विधायक को रखा गया है।
मामले में आम आदमी पार्टी गुरुवार को नगम कर्मचारियों के बचाव में उतर आई। आप कार्यकर्ता क्रिकेट किट लेकर निगम कर्मचारियों के पास पहुंचे और उन्हें किट भेंट की। किट देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि विधायक द्वारा बैट से नगर निगम कर्मचारी की पिटाई की गई। उन्होंने कहा है कि जब भी अधिकारी अब इस प्रकार की कार्रवाई के लिए जाएं तो अपने बचाव के लिए क्रिकेट किट का इस्तेमाल जरूर करें। ऐसा करने से वे इस प्रकार की अप्रिय घटना से खुद को बचा पाएंगे।
नेता प्रतिपक्ष से महापौर से मांगा इस्तीफा
नेता प्रतिपक्ष फौजिया शेख ने मामले में कहा कि कल की घटना बहुत ही निंदनीय है। निगम की कार्रवाई भी कहीं ना कहीं सवालों के घेरे में है। निगम यदि इस प्रकार की कार्रवाई करने जाता है तो वहां के पार्षद, विधायक को इसकी जानकारी देनी चाहिए। जिससे आने वाले दिनों में इस प्रकार की कोई घटना ना घटित हो। महापौर को भी खुद मैदान में उतरकर काम करना चाहिए। यदि महापौर व्यवस्था नहीं संभाल नहीं पा रही हैं तो अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।  
कांग्रेस ने महापौर के खिलाफ किया प्रदर्शन
टावर चौराहे पर पुतला दहन करने पहुंचे कांग्रेसियों का आरोप है कि पिछली बार जब निगम अधिकारियों के साथ हाथापाई हुई थी, तब भी महापौर ने कोई बयान नहीं दिया। इस बार भी वे मूकदर्शक बनी हुई हैं। मौके पर मौजूद पुलिस ने पुतला जलाने से कांग्रेसियों को रोकने का प्रयास भी किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच छीना-झपटी भी हुई। मामले को लेकर सुबह कांग्रेसी राजबाड़ा पर मां अहित्या की प्रतिमा के पास पहुंचे और प्रतिमा को दूध और गंगाजल से धोया। उनका कहना था कि अहिल्या का शुद्धिकरण इसलिए किया गया, क्योंकि इस तरह के कृत्य से इंदौर शहर मैला होता है और मां अहिल्या इंसाफ की देवी थीं।

निगम की टीम गंजी कंपाउंड स्थित सपना श्रीवंश का मकान तोड़ने पहुंची थी
कहा- महिलाओं का जबरन हाथ पकड़कर सामान समेत बाहर निकाल रहे थे निगमकर्मी
निगमकर्मियों ने संभागायुक्त को सौंपा ज्ञापन, काली पट्टी बांधकर आधे दिन काम नहीं करने का निर्णय लिया
इंदौर. जिस अति खतरनाक मकान को तोड़ने के दौरान विधायक ने गुस्से में निगमकर्मियों की पिटाई कर दी। उस मकान के महिला-पुरुष गुरुवार को मीडिया के सामने आए। उन्होंने एकतरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उस समय वहां पर निगमकर्मियों द्वारा जो किया गया, उससे विधायक को गुस्सा आना स्वाभाविक था। निगम कर्मियों से हमने मकान नहीं तोड़ने का आग्रह किया तो वे जबरन घर में घुस गए और हमारा हाथ पकड़कर बाहर निकालने लगे। इस दौरान उन्होंने हमारे साथ छेड़छाड़ की और हमारे सीने में भी हाथ मारा।
मकान में रहने वाले महिला-पुरुष गुरुवार सुबह प्रेस क्लब में अपने वकील के साथ मीडिया से मुखातिब हुए। सपना श्रीवंश ने  बताया कि सुबह करीब साढ़े 9 बजे नगर निगम के अधिकारी धीरेंद्र बायस और भवन अधिकारी आशीष खरे निगम दल के साथ गंजी कंपाउंड स्थित हमारे मकान को तोड़ने पहुंचे थे। उस समय हम परिवार सहित हमारे यहां हुई दो गमी में शामिल होने जा रहे थे। हमने निगम अधिकारी ने आग्रह किया कि आपने दो दिन पहले हमें नोटिस दिया, ऐसे में हम सामान लेकर इतनी जल्दी कहां जाएं। वैसे भी हमारा मकान अभी मजबूत है, इसे तोड़ने की आवश्यकता नहीं है। आप हमें थोड़ी मोहलत दे दीजिए।

सपना का आरोप है कि यह सुन निगम अधिकारी धीरेंद्र बायस बिफर पड़े और अपनी टीम के साथ जबरन मकान में दाखिल हो गए। उन्हें रोकने का प्रयास किया तो उन्होंने मेरा हाथ पकड़कर अपनी ओर खींच लिया और अभद्र गालियां देते हुए मारपीट करने लगे। इतना ही नहीं उन्होंने मेरे सीने पर भी हाथ मारा। उन्होंने मेरे अलावा माधुरी श्रीवंश, नर्मदा, देवांश के साथ भी अभद्रता की। जब उन्हें बचाने उनके पति भेरूलाल आए तो निगमकर्मियों ने उनके साथ भी मारपीट की।
यह सब होता देख विधायक ने इसे गलत कार्रवाई बताते हुए उन्हें ऐसा नहीं करते हुए वहां से जाने को कहा। इस पर धीरेंद्र बायस और उनकी टीम ने विधायक के साथ भी अभद्रता की और अपशब्द कहे। पूरे मामले की हम शिकायत लेकर एमजी रोड थाने पहुंचे तो वहां पर पुलिस ने कांग्रेसियों के दबाव में आकर कार्रवाई नहीं की। सपना ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के कुछ नेता हमारे मकान को जर्जर बताकर उसे तोड़कर उस पर कब्जा करना चाहते हैं।

सपना के वकील भूपेंद्र कुशवाह का कहना है कि नगर निगम अमला जिस समय घर में दाखिल हुआ उनके साथ ना तो महिला पुलिस थी और ना ही अन्य काेई महिला अधिकारी। मकान में घुसने के बाद उन्होंने महिलाओं को सामान सहित जबरन बाहर निकालने की कोशिश की। महिलाओं ने इसका विरोध किया तो बायस सहित टीम ने उनके साथ अभद्रता की। शिकायत के बाद भी पुलिस ने पीड़ता का केस दर्ज नहीं किया।
कांग्रेस ने महापौर के खिलाफ किया प्रदर्शन।
कांग्रेस ने महापौर के खिलाफ किया प्रदर्शन
टावर चौराहे पर पुतला दहन करने पहुंचे कांग्रेसियों का आरोप है कि पिछली बार जब निगम अधिकारियों के साथ हाथापाई हुई थी, तब भी महापौर ने कोई बयान नहीं दिया। इस बार भी वे मूकदर्शक बनी हुई हैं। मौके पर मौजूद पुलिस ने पुतला जलाने से कांग्रेसियों को रोकने का प्रयास भी किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच छीना-झपटी भी हुई। मामले को लेकर सुबह कांग्रेसी राजबाड़ा पर मां अहित्या की प्रतिमा के पास पहुंचे और प्रतिमा को दूध और गंगाजल से धोया। उनका कहना था कि अहिल्या का शुद्धिकरण इसलिए किया गया, क्योंकि इस तरह के कृत्य से इंदौर शहर मैला होता है और मां अहिल्या इंसाफ की देवी थीं।
संभागायुक्त को निगमकर्मियों ने दिया ज्ञापन।
निगमकर्मियों ने विरोध में बांधी काली पट्‌टी, कमिश्नर को सौंपा ज्ञापन
निगम अधिकारी की पिटाई के मामले में गुरुवार को नगर निगमकर्मियों का गुस्सा फूट पड़ा। निगम कर्मियों ने एक ओर जहां काली पट्टी बंदकर घटना का विरोध किया। वहीं निगम के कर्मचारी संगठनों के आह्वान पर आधे दिन के हड़ताल पर चले गए। इसके पहले हजारों की संख्या में निगमकर्मी संभागायुक्त कार्यालय पहुंचे और संभागायुक्त को मामले में कड़ी कार्रवाई करने के लिए ज्ञापन दिया। इस दौरान उन्होंने जमकर नारेबाजी भी की।
यह है मामला
अति खतरनाक मकान को तोड़ने की मुहिम में बुधवार सुबह निगम की टीम गंजी कंपाउंड स्थित सपना श्रीवंश का मकान तोड़ने पहुंची थी। यहां विधायक आकाश विजयवर्गीय ने निगम अधिकारी से मकान को नहीं तोड़ने को कहते हुए वहां से जाने को कहा। इसी विवाद में विधायक ने नगर निगम के जाेनल अधिकारी व भवन निरीक्षक धीरेंद्र बायस को बैट से पीट दिया। इसके बाद निगम अधिकारी ने विधायक और उनके 10 साथियों के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा का केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें 11 जुलाई तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

प्रदेश के 20 मेडिकल और 14 डेंटल कॉलेज सहित कुल 34 कॉलेजों में मिलेगा एडमिशन
भोपाल। नीट की काउंसिलिंग 1 जुलाई से शुरू होने जा रही है। इसके तहत प्रदेश के 20 मेडिकल और 14 डेंटल कॉलेज सहित कुल 34 कॉलेजों में एडमिशन मिलेगा। केंद्र सरकार द्वारा आर्थिक आधार पर सवर्णों के लिए आरक्षण लागू किए जाने के बाद बीएमसी में एमबीबीएस कोर्स की सीटों की संख्या बढ़कर 150 हाे गई है। लिहाजा यहां 150 सीटों पर एडमिशन होंगे।
यह रहेगा शेड्यूल
27 जून: छात्राें को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना होगा।
28 जून: शासकीय और प्राइवेट मेडिकल व डेंटल कॉलेज में अंडर ग्रेजुएट कोर्सेज की प्रवेश प्रक्रिया के लिए स्टेट मेरिट लिस्ट घोषित होगी।
28 जून से 1 जुलाई तक : च्वॉइस फिलिंग और लॉकिंग की प्रक्रिया। एमपी ऑनलाइन से छात्र च्वॉइस फिलिंग व लॉकिंग कर सकेंगे।
4 जुलाई : पहले राउंड की सीटों का अलॉटमेंट।
5-12 जुलाई (शाम 5 बजे तक) : छात्राें को आवंटित कॉलेजों में रिपोर्ट करना होगा। डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन सहित अन्य प्रक्रिया पूरी करनी होगी।
21 जुलाई: सीट अपग्रेडेशन का विकल्प।
24 जुलाई: पहले राउंड के बाद खाली रहने वाली सीटें डिस्प्ले की जाएंगी।
24-26 जुलाई (रात 12 बजे तक): दूसरे राउंड के लिए फ्रेश च्वॉइस फिलिंग और च्वॉइस लॉकिंग।
30 जुलाई: दूसरे राउंड की सीटाें का अलॉटमेंट।
31 जुलाई से 3 अगस्त : विद्यार्थियों को आवंटित कॉलेजों में रिपोर्टिंग करनी होगी।
1 अगस्त से मॉपअप राउंड: मेडिकल कॉलेज में खाली रहने वाली सीटों के लिए मॉपअप राउंड होगा। इसके लिए ऑनलाइन पंजीयन की शुरुआत 1 से 4 अगस्त तक चलेगी।
5 अगस्त: रिवाइज्ड स्टेट मेरिट लिस्ट जारी होगी।
5 से 7 अगस्त: ऑनलाइन च्वॉइस फिलिंग व च्वॉइस लॉकिंग प्रक्रिया।

गाय के नाम पर होने वाली हिंसा पर रोक लगाने के लिए मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार ने बुधवार को एक कानून का प्रस्ताव रखा है। गोहत्या विरोधी अधिनियम के तहत यदि कोई शख्स हिंसा के मामले में गिरफ्तार किया जाता है तो उसे छह महीने से लेकर तीन साल की सजा और 25,000 से 50,000 तक जुर्माना देना पड़ेगा। कमलनाथ सरकार ने मध्यप्रदेश गोवंश वध प्रतिषेध अधिनियम, 2004 में संशोधन करने का प्रस्ताव दिया है। 

इस विधेयक को सरकार विधान सभा के मानसून सत्र में पेश कर पारित कराना चाहती है। इससे पहले गोहत्या विरोधी अधिनियम को पूर्व की भाजपा सरकार ने पारित किया था। अतिरिक्त मुख्य सचिव (पशुपालन) मनोज श्रीवास्तव ने कहा कि गाय के नाम पर हिंसा करने वाले की सजा को बढ़ाकर न्यूनतम एक साल और अधिकतम पांच साल किया जाएगा। यदि अपराधी दोबारा अपराध करता है तो उसकी सजा दोगुनी कर दी जाएगी। 

संशोधन में उन लोगों को एक से तीन साल की सजा देने का प्रावधान किया जाएगा जो हिंसा के लिए लोगों को उकसाने का कार्य करेंगे। संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले गोरक्षों को गोहत्या विरोधी अधिनियम के तहत सजा दी जाएगी। यह कदम सियोनी जिले के कच्छीवाड़ा के अंतर्गत आने वाले डुंडासियोनी पुलिस स्टेशन में मई 22 को हुई घटना के बाद उठाया गया है। यहां पांच लोगों ने तीन लोगों की पिटाई कर दी थी। जिसमें मुस्लिम शख्स और एक महिला भी शामिल थी। उनपर बीफ ले जाने का शक था। 

इससे पहले राज्य सरकार ने फैसला किया था कि गायों को लाने और ले जाने के नियमों को आसान बनाया जाए ताकि किसान और व्यापारियों को गोरक्षक परेशान न करें और पुलिस न रोके। सरकार ने किसानों के बीच गाय के व्यापार को उस शर्त को हटाते हुए मंजूरी दे दी है जिसमें कहा गया था कि वह बाजार या हाट से ही गोवंश खरीद सकते हैं।

भोपाल। बुधवार को मंत्रालय में हुई कैबिनेट की बैठक में सामान्य वर्ग के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण और भोपाल तथा इंदौर में मेट्रो रेल के लिए होने वाले एमओयू के ड्राफ्ट को मंजूरी मिल गई। जनंसपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने बताया कि प्रस्ताव के अनुसार सामान्य वर्ग के जिन लोगों को आरक्षण दिया जाना है, उसका क्राइटेरिया सालाना आय 8 लाख रुपए, 5 एकड़ जमीन और 1200 स्क्वायर फीट तक का मकान तय किया गया है। यदि किसी की जमीन 5 एकड़ से ज्यादा है लेकिन वह बंजर है या पथरीली है तो उन्हें भी आरक्षण का लाभ मिलेगा।

बैठक शुरू होते ही आवारा कुत्तों की समस्या पर चर्चा की मांग को लेकर कांग्रेस पार्षदों का धरना
भोपाल. भारी हंगामें के बीच महापौर आलोक शर्मा ने करीब 2500 करोड़ रुपए का बजट पेश कर दिया। पिछले साल यह करीब 1900 करोड़ रुपए का था। इससे पहले नगर निगम परिषद की बैठक शुरू होते ही प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस पार्षदों ने शहर में आवारा कुत्तों की समस्या पर चर्चा की मांग को लेकर हंगामा शुरू हो गया।
कांग्रेस पार्षद अध्यक्ष की आसंदी के सामने धरना देने लगे। परिषद अध्यक्ष पार्षदों से अपने स्थान पर जाने की गुहार लगाते रहे, लेकिन पार्षदों ने उनकी नहीं सुनी। पार्षद आसंदी के सामने जमकर नारेबाजी करते रहे। हंगामा थमता न देख अध्यक्ष ने बैठक 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी।
नगर निगम बजट बैठक अपडेट्स
हंगामें के बाद बजट बैठक फिर शुरू हुई। महापौर ने बजट भाषण पढ़ना शुरू किया। काग्रेस पार्षद सदन में नारेबाजी कर रहे हैं।
भारी हंगामे के बीच पांच मिनट के लिए स्थगित की गई। बैठक,पार्षदों के हंगामे के बाद रुकी बैठक। कांग्रेस पार्षद रफीक कुरैशी ने शहर में कुत्तों की समस्या को लेकर हंगामा किया। प्रश्नकाल शुरू होने से पहले ही जवाब मांगा। निगम परिषद अध्यक्ष ने 10 मिनिट का कुत्तों पर अतिरिक्त समय की घोषणा की।
बैठक शुरू होते ही कांग्रेस पार्षद रफीक कुरैशी ने कुत्तों का मामला उठाते हुए कहा कि शहर में कुत्तों के काटने से कई मौते हो चुकी है। लेकिन नगर निगम ने अपनी जिम्मेदारी ठीक से नहीं निभाई। रफीक ने कहा कि बजट से पहले इस मुद्दे पर चर्चा कराई जाए।
 
चौहान नहीं पहुंचे भाजपा पार्षद दल की बैठक में
निगम परिषद अध्यक्ष सुरजीत सिंह चौहान मंगलवार को हुई भाजपा पार्षद दल की बैठक में शामिल नहीं हुए। चौहान की गैरमौजूदगी को उनकी नाराजगी से जोड़ कर देखा जा रहा है। इस बात की भी संभावना है कि वे बुधवार की परिषद बैठक से भी गैर मौजूद रहें। बताया जाता है कि बैठक की तिथि और एजेंडे को लेकर वे नाराज हैं। उधर, महापौर आलोक शर्मा ने बताया कि चौहान के पिताजी का स्वास्थ्य ठीक नहीं है। चौहान की गैर मौजूदगी में एमआईसी सदस्य महेश मकवाना या आशा देवी जैन परिषद बैठक की अध्यक्षता कर सकते हैं। भाजपा पार्षद दल में हुई अनौपचारिक चर्चा में यह दो नाम उभर कर सामने आए हैं। दोनों भाजपा के वरिष्ठतम पार्षद हैं। इधर, कांग्रेस परिषद बैठक में पानी सप्लाई और शहर की सफाई का मुद्दा उठाएगी।

सैन्य अधिकारी ने बेरछा रोड स्थित अपने निवास पर आत्महत्या का प्रयास किया
सैन्य अधिकारी के जबड़े में लगी गोली, कारण तलाशने में जुटी पुलिस
इंदौर. महू में एक सैन्य अधिकारी द्वारा अपनी लाइसेंसी पिस्टल से खुद को गोली मार कर आत्महत्या के प्रयास का मामला सामने आया है। अधिकारी को पहले महू अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां से हालत गंभीर होने पर उन्हें लखनऊ आर्मी अस्पताल रैफर कर दिया गया। अधिकारी छुट्‌टी पर चल रहे थे। उन्होंने खुद को गोली क्यों मारी इसका कारण सामने नहीं आया है। पुलस मामले की जांच में जुटी है।
मिली जानकारी अनुसार कर्नल अभिजीत त्रिपाठी ने बेरछा रोड स्थित अपने निवास पर मंगलवार को खुद को गोली मार ली थी। अपनी लाइसेंसी पिस्टल से उन्होंने अपने चेहरे पर गोली मारी थी, जिसके बाद उन्हें तत्काल महू आर्मी अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां प्राथमिक इलाज के बाद उनकी हालत गंभीर देख उन्हें लखनऊ आर्मी अस्पताल रैफर कर दिया गया। सूचना के बाद बुधवार को थाना प्रभारी अरुण सोलंकी जांच के लिए पहुंचे।

मध्य प्रदेश के पूर्वी और दक्षिणी क्षेत्रों में दस्तक देने के बाद मानसून मंगलवार को इंदौर की ओर बढ़ गया है। अगले 48 घंटों में इसके भोपाल पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। मानसून की दस्तक से आने वाले दिनों में प्रदेश का मौसम खुशनुमा बना रहने की संभावना है।

इससे पहले रविवार को प्री-मानसून की आहट मिली थी। दोपहर बाद इंदौर शहर के कई हिस्सों में झमाझम बारिश हुई थी। बारिश के चलते तापमान में गिरावट दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार मध्य प्रदेश के पूर्वी और दक्षिणी क्षेत्रों से होते हुए मानसून ने मंगलवार को इंदौर का रुख किया है। साथ ही सूबे की राजधानी तक पहुंचने में इसे 48 घंटे लगेंगे। 

आईएमडी अधिकारी गुरुदत्त मिश्रा ने बताया कि जल्द ही मानसून इंदौर पहुंचेगा। पिछले 24 घंटों में ग्वालियर और चंबल क्षेत्रों को छोड़कर लगभग पूरे मध्य प्रदेश में बारिश हुई है। कहा कि रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर, धार, बड़वानी, उज्जैन, आगर मालवा और इंदौर जिलों के कुछ हिस्सों में अगले 24 घंटों में भारी बारिश होने की संभावना है।

महिला का आरोप-  जुयाल ने उसे नौकरी का झांसा देकर देह शोषण किया
हाईकोर्ट ने दिए थे मामला दर्ज करने के निर्देश, हो सकती है गिरफ्तारी
जबलपुर. नानाजी देशमुख वेटरनरी विवि के कुलपति डॉ. पीडी जुयाल के खिलाफ नौकरी दिलाने के नाम पर एक महिला का देह शोषण करने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है। इस मामले में कुलपति के खिलाफ न्यायालय ने एफआईआर के आदेश दिए थे, लेकिन उन्होंने स्टे ले लिया था। दो दिन पहले ही हाईकोर्ट ने स्टे खारिज कर दिया। महिला का आरोप है कि जुयाल ने उसे नौकरी का झांसा देकर देह शोषण किया।
जबलपुर निवासी महिला ने जुयाल के खिलाफ शिकायत की है कि नौकरी का झांसा देकर जुयाल ने उसे गेस्ट हाउस में मिलने के लिए बुलाया। वहां उसने शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाया। मना करने पर ऑफिस में बुलाकार बलात्कार किया। उसके बाद रीवा के एक होटल में भी उसके साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाए और अश्लील फोटो खींचे।
हाईकोर्ट में पीड़िता द्वारा दर्ज कराए गए परिवाद को हाईकोर्ट में झूठा बताते हुए चुनौती दी गई थी। हाईकोर्ट ने पीड़िता के हाजिर न होने तक कुलपति के विरुद्ध एफआइआर दर्ज नहीं करने का अंतरिम निर्देश दिया था। इस मामले में सुनवाई करते हुए शुक्रवार को कोर्ट ने एफआइआर दर्ज करने पर लगी रोक हटा ली थी। सिविल लाइन पुलिस के अनुसार पीडि़ता की रिपोर्ट पर आरोपी कुलपति जुयाल के विरुद्ध भादंवि की धारा 376, आइटी एक्ट की धारा 67, 67 ए के तहत प्रकरण दर्ज किया है।
एनएसयूआई ने किया प्रदर्शन
सोमवार को कुलपति से इस्तीफे की मांग को लेकर एनएसयूआइ के कार्यकर्ताओं ने बवाल किया। कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय परिसर में रखे गमलों को फोड़ दिया, तो वहीं खिड़की दरवाजे में लगे कांचों को तोड़ दिया गया। हंगामे की खबर पुलिस प्रशासन को लगते ही दोपहर में बड़ी संख्या में पुलिस बल विश्वविद्यालय पहुंचा।

Ads

R.O.NO. 13515/54 Advertisement Carousel

MP info RSS Feed

फेसबुक