मध्य प्रदेश

मध्य प्रदेश (9158)

मध्यप्रदेश में नौकरशाहों के लगातार हो रहे तबादलों के बीच प्रदेश के पूर्व पुलिस कॉन्स्टेबल नंदकुमार चौहान ने गृहमंत्री बाला बच्चन को फोन कर आईपीएस अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पूर्व कॉन्स्टेबल और गृहमंत्री के बीच हुई बातचीत का ऑडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। 

पूर्व कॉन्स्टेबल फोन पर गृहमंत्री से कह रहे हैं कि अफसर तो दूर उनकी पत्नी और बच्चे भी कर्मचारियों पर हुकुम चलाते हैं। आईपीएस की पत्नी को सैल्यूट मारना पड़ता है और उनके बच्चों को स्कूल छोड़ना पड़ता है। 

प्रदेश में वर्तमान में 400 से 500 आईपीएस हैं। उनको सरकार से सुविधा मिली है कि बंगले पर 4 से 5 कर्मचारियों को लगा सकते हैं लेकिन उनके बंगले पर 20-20 लोग काम कर रहे हैं। यह स्थिति पूरे प्रदेश में है। 

पूर्व कॉन्स्टेबल ने आगे कहा कि आईपीएस अफसरों की प्रताड़ना से तंग आकर उसने पुलिस की नौकरी छोड़ दी। बंगले पर पुलिसकर्मियों को प्रताड़ित किया जाता है। उनकी पत्नियां पुलिसकर्मियों से घरेलू काम कराती हैं।

उन्होंने आगे कहा कि फील्ड में काम करने वाले अधिकारी बंगलों पर कार्य कर रहे हैं। इस कारण लॉ एंड ऑर्डर तो प्रभावित होगा ही। आपके गृहमंत्री बनने के बाद भी कुछ नहीं हुआ। पूर्व आरक्षक की शिकायत पर गृहमंत्री ने कार्रवाई का आश्वासन देते हुए कहा कि मैंने इस मामले पर कल बैठक बुलाई है।

गृहमंत्री बाला बच्चन ने इस ऑडियो की पुष्टि की है। बाला ने कहा कि मैंने पूर्व कॉन्स्टेबल नंदकिशोर चौहान की पूरी पीड़ा को सुना। उनके द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच की जाएगी और वैधानिक कार्रवाई भी की जाएगी।

भोपाल। राज्य सरकार ने प्रदेश के 4 लाख 47 हजार कर्मचारियों को 3 फीसदी डीए दिए जाने के शुक्रवार को आदेश जारी कर दिए हैं। इसका लाभ एक जनवरी से मिलेगा। वित्त विभाग द्वारा जारी आदेश के मुताबिक कर्मचारियों का जनवरी से अप्रैल तक का बढ़ा हुआ चार महीने का डीए सीधे जीपीएफ खाताें में जमा किया जाएगा। जबकि जून-जुलाई के महीने में मिलने वाले वेतन में दो महीने के एरियर की राशि नकद दी जाएगी।

मध्यप्रदेश के 4.47 लाख कर्मचारियों को... 
कर्मचारियों का डीए बढ़ने से महंगाई भत्ता 9 से बढ़कर 12 प्रतिशत हो गया है। इसके अलावा छठवां वेतनमान पा रहे कर्मचारियों का डीए 6 फीसदी बढ़ेगा, जो 148 से बढ़कर 154 फीसदी हो जाएगा। पंचायती राज संस्थाओंं में कार्यरत पंचायत सचिवों को भी बढ़े हुए डीए के भुगतान किए जाने के आदेश जारी कर दिए हैं। 

हमीदिया मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टरों ने हाथों में काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया और सुरक्षा की मांग की
भोपाल. पश्चिम बंगाल में तीन दिन से हड़ताल पर बैठे जूनियर डॉक्टरों के समर्थन में भोपाल में शुक्रवार को हड़ताल कर दी। डॉक्टरों ने हाथ में काली पट्टी बांधकर हाथों में तख्तियां लेकर हड़ताल करने लगे। हमीदिया मेडिकल कॉलेज में ओपीडी का बहिष्कार कर प्रदर्शन किया।
मप्र जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने गुरुवार को कह दिया था कि उसके सभी डॉक्टर पूरे प्रदेश में ओपीडी में नहीं जाएंगे। जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन (जूडा) का कहना है कि हमें एयरपोर्ट में जैसी सुरक्षा मिलती है, वैसे ही सीआईएसएफ की सुरक्षा दी जाए। जूडा के डॉक्टर सुबह से ही हड़ताल पर चले गए और दोपहर बाद 2:00 बजे तक यही स्थिति बनी रहेगी। असल में कोलकाता में परिजनों द्वारा की गई मारपीट के विरोध में ये प्रदर्शन हो रहे हैं।
डॉक्टरों ने ओपीडी का बॉयकाट किया है, लेकिन इमर्जेंसी सेवाएं बहाल रखी हैं। कोलकाता में डॉक्टरों के साथ हुई मारपीट के बाद सभी मेडिकल कलेजों और अस्पतालों से एक दिन की देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है। हड़ताल प्रदेश के ज्यादातर मेडिकल कॉलेजों में पहुंच गई है और जूनियर डॉक्टरों ने सुबह से ओपीडी का बहिष्कार कर दिया है।
एम्स के डॉक्टरों ने गुरुवार को हेलमेट पहनकर और सांकेतिक तौर पर पट्टियां पहनकर मरीजों का इलाज किया। सोमवार रात पश्चिम बंगाल के एनआरएस अस्पताल में मरीज की मौत के बाद परिजनों ने डॉक्टरों के साथ मारपीट की थी। उसके बाद से पश्चिम बंगाल के जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर हैं।

बाबा वैराज्ञानंद गिरी ने कलेक्टर को पत्र लिखकर कहा है कि वो अभी कामाख्या मंदिर में तपस्या कर रही है
बाबा 16 जून को दोपहर 2 बजकर 11 मिनिट पर लेना चाहते हैं जल समाधि
भोपाल. भोपाल संसदीय सीट से कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह की जीत का दावा और हार मिलने के बाद समाधि लेने की बात करने वाले वाले पूर्व महामंडलेश्वर बाबा वैराज्ञानंद गिरी उर्फ मिर्ची बाबा ने समाधि लेने की अनुमति मांगी है। उन्होंने भोपाल कलेक्टर को पत्र लिखकर कहा है कि वो अभी कामाख्या मंदिर (असम) में तपस्या कर रहे हैं और वह 16 जून को दोपहर 2 बजकर 11 मिनिट पर जल समाधि लेना चाहते हैं।
बता दें कि लोकसभा चुनाव के दौरान बाबा वैराज्ञानंद गिरी ने कहा था कि अगर दिग्विजय सिंह भोपाल से चुनाव नहीं जीते तो वो समाधि ले लेंगे। 23 मई को चुनाव परिणाम आने के बाद दिग्विजय सिंह भाजपा प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा से हार गए।मगर इसके बाद बाबा वैराज्ञानंद गिरी अचानक गायब हो गए।
क्यों लेना चाहते हैं बाबा समाधि
बाबा वैराज्ञानंद उर्फ मिर्ची बाबा ने मिर्ची हवन कर दिग्विजय सिंह की जीत का दावा किया था। उन्होंने कहा था कि मिर्ची हवन करने से दिग्विजय सिंह की जीत तय है। इस हवन में कुल 5 क्विंटल मिर्च डाली गई थी। साथ ही उन्होंने ये संकल्प भी लिया था कि अगर दिग्विजय सिंह नहीं जीते, तो वो जिंदा जल समाधि ले लेंगे। चुनाव परिणाम आने के बाद उनका ये वीडियो वायरल हो गया था।
अखाड़े ने दिखाया था बाहर का रास्ता
मिर्ची हवन के दौरान विवाद बढ़ता देख निरंजनी अखाड़े ने वैराज्ञानंद को निष्कासित कर दिया था। बाबा वैराज्ञानंद पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के महामंडलेश्वर थे। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने कहा था कि स्वामी वैराग्यानंद का कार्य गलत था। उनका आचरण साधु-संतों की मर्यादा के खिलाफ था।

तेलुगु सांस्कृतिक परिषद के कार्यक्रम में पहुंचे मुख्यमंत्री ने पूजा-अर्चना की
भोपाल. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने तेलुगु सांस्कृतिक परिषद द्वारा शिवाजी नगर, में आयोजित श्री शारदा देवी नवीन मंदिर की पुन: प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में शामिल हुए। मां शारदा की पूजा-अर्चना कर प्रदेश में अच्छी बारिश और सुख-समृद्धि की कामना की। ये महोत्सव 16 जून तक चलेगा। इस अवसर पर जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा भी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री श्री नाथ शिवाजी नगर स्थित सांस्कृतिक परिषद प्रांगण में स्थापित मंदिर पहुंचे। उनका पारंपरिक रूप से मंगल वादन के बीच स्वागत किया गया। श्री कमल नाथ ने अखण्ड दीप स्थापना की और प्रसाद ग्रहण किया। उन्होंने मां शारदा देवी के श्रीचरणों में प्रणाम किया और आशीर्वाद लिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक परम्पराओं से मिलकर आध्यात्मिक शक्ति निर्मित होती है और विश्व में यही भारत की पहचान है। उन्होंने कहा, हमारी पहचान आर्थिक और सैन्य ताकत से नहीं है।  इस अवसर पर सांस्कृतिक परिषद के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में तेलुगु समाज के भक्तजन उपस्थित थे। अपर मुख्य सचिव श्री गोपाल रेड्डी और तेलुगु समाज के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे। जनसंपर्क आयुक्त पी नरहरि ने मुख्यमंत्री की अगवानी की। सोलह जून को महापूर्णाहुति के साथ तीन दिवसीय आध्यात्मिक महोत्सव सम्पन्न होगा।

घटना बड़वानी जिले के वलन गांव में हुई
आंधी के वक्त टीन शेड में बंधे झूले में सो रहा था बच्चा
बड़वानी. मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले में बुधवार रात आए आंधी-तूफान में डेढ़ साल का बच्चा टीन शेड के साथ उड़ गया। वह करीब 200 मीटर दूर जाकर गिरा, जिससे उसकी मौत हो गई। दूसरी ओर, राजधानी भोपाल समेत राज्य के कई इलाकों में धूलभरी आंधी चली। कहीं-कहीं प्री-मानसून बारिश भी हुई।
बड़वानी के थाना प्रभारी संतोष सांवले ने बताया कि फोगरा और उसकी पत्नी वलन गांव में झोपड़ी में रहते हैं। झोपड़ी के टीन शेड में झूला बंधा था और डेढ़ साल का बेटा विकेश इसमें सो रहा था। आंधी में झोपड़ी उखड़ गई और बच्चा टीन शेड समेत उड़ गया। इसके बाद माता-पिता ने किसी तरह बेटे को ढूंढा और पुलिस को सूचना दी, लेकिन तब तक उसकी जान जा चुकी थी।
राज्य के कई इलाकों में प्री-मानसून बारिश हुई
भोपाल समेत ग्वालियर, चंबल, मालवा-निमाड़, विंध्य के कई इलाकों में गरज-चमक के साथ बूंदें पड़ीं। भोपाल में दिन का तापमान 1.4 डिग्री लुढ़क गया। ग्वालियर में दिन के तापमान में 8.7 डिग्री और दतिया में 10 डिग्री की गिरावट हुई। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एके शुक्ला ने बताया कि चक्रवात वायु का असर प्रदेश में दिखने लगा है। अरब सागर से भी नमी आने लगी है। हालांकि, भोपाल संभाग के दो जिलों रायसेन, राजगढ़ और होशंगाबाद , जबलपुर, रीवा सहित प्रदेश के 16 जिलों में पारा 44-45 डिग्री पार बना रहा। सबसे गर्म दमोह रहा।

प्री- मानसून गतिविधियां बढ़ीं, प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में धूल भरी आंधी और हल्की बौछारें पड़ीं
गुरुवार को भोपाल समेत कई क्षेत्रों में सूरज की बादलों से लुकाछिपी, तापमान में गिरावट
भोपाल. प्रदेश में लंबे इंतजार के बाद कई स्थानों पर प्री मानसून की गतिविधियां शुरु होने के बाद भी गर्मी कम नहीं हुई है। बुधवार को राज्य में कई स्थानों पर धूल भरी हवाएं चलीं और हल्की बारिश हुई, जिससे तापमान में गिरावट आई।
हालांकि गुरुवार को सुबह से बादलों की लुकाछिपी के बीच गर्मी का असर कम हुआ है, लेकिन उमस कायम है। रायसेन समेत कई स्थानों पर छिटपुट बौछारें हुई हैं। इससे गर्मी से हल्की राहत मिली है।
चक्रवाती तूफान 'वायु' का असर : इस बार मंद गति से मौसम में आ रहे इस बदलाव के पीछे अरब सागर में उठे चक्रवाती तूफान ‘वायु’ का भी प्रभाव माना जा रहा है। राजधानी भोपाल में कल तापमान 43.7 डिग्री रिकार्ड हुआ। भोपाल में कल शाम कुछ स्थानों पर धूल भरी आंधी के साथ मौसम में थोड़ी ठंडक घुली। कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हुई है।

ग्वालियर चंबल क्षेत्र में बौछारों से मिली राहत : श्योपुर, शिवपुरी और ग्वालियर में भी बीती रात कई स्थानों पर तेज बौछारों के कारण गुरुवार को सुबह से गर्मी में थोड़ी राहत मिली है।
आज से बढ़ेंगी प्री-मानसून गतिविधियां : स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के मुताबिक आज प्रदेश के अनेक स्थानों पर प्री-मानसून की गतिविधियों में इजाफा होने के आसार हैं। मौसम विभाग के अनुसार प्री मानसून गतिविधियों के बावजूद प्रदेश के दमोह, छतरपुर, रीवा, सतना, सिंगरौली, उमरिया एवं शहडोल में भीषण लू चल सकती है। इसके अलावा भोपाल सहित कुछ अन्य स्थानों पर भी लू के हालात बन सकते हैं।

ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में चल रहे सदन में पूर्व पार्षद कार्यकताओं के साथ जबरन घुसे
महापौर, सांसद, विधायक और पार्षदाें के साथ एफआईआर दर्ज कराने लसुड़िया थाने पहुंची
इंदौर. ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में गुरुवार को बजट पर चर्चा के दौरान जमकर हंगामा और धक्का-मुक्की हुई। पानी की समस्या को लेकर पहुंचे पूर्व पार्षद और वर्तमान पार्षद पति ने पहले परिसर में हंमागा कर कार्यकर्ताओं के साथ नारेबाजी की। इसके बाद बजट सत्र शुरू हुआ तो 100 से ज्यादा कार्यकर्ताओं के साथ जबरन सदन में घुस गए और रोकने पर हाथापाई पर उतर आए। हंगामे के बाद महापौर, सांसद, विधायक और भाजपा पार्षदों ने लसुड़िया थाने पहुंचकर धरना दिया और एफआईआर दर्ज करने की मांग की।
महापौर मालिनी गौड ने बुधवार को इंदौर नगर निगम में अपना पांचवा और आखिरी बजट पेश किया था। इस बजट को गुरुवार को चर्चा के बाद पारित किया जाना था। बजट पर चर्चा के लिए सभी पार्षद और एमआईसी सदस्य सदन पहुंचे थे। इसके पहले पानी की समस्या को लेकर सुबह से ही पूर्व पार्षद और वर्तमान पार्षद पति चिंटू चौकसे 100 से ज्यादा कार्यकर्ताओं के साथ हंगामा कर रहे थे। वे निगम के साथ ही नर्मदा प्रोजेक्ट के अधीक्षण यंत्री हरभजन सिंह के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे।
बजट पर जैसे ही चर्चा शुरू हुई चौकसे सभी कार्यकर्ताओं के साथ जबरन सदन में घुस गए और मना करने पर मारपीट करने पर उतारू हो गए। सभापति के मना करने के बाद भी वे भाजपा और निगम के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए अपशब्द का प्रयोग करते रहे। मामला बिगड़ता देख पार्षद सुधीर देड़गे कार्यकर्ताओं को बाहर जाने का कहने लगे तो उनके साथ हाथापाई की गई।
करीब आधे घंटे तक सदन में हंगामा होता रहा। निगम के बजट सत्र में हंगामा करने पहुंचे कांग्रेसी कार्यकर्ताओं का कहना था कि निगम शहर को पानी नहीं दे पा रहा है और यहां लाखों रुपए खर्च किए जा रहे हैं। आपत्ति के बाद सभी को वहां से हटाया गया। इस बीच काफी देर तक भाजपा और कांग्रेस के पार्षद आमने-सामने आकर नारेबाजी करते रहे।
महापौर ने दर्ज करवाई एफआईआर
महापौर ने कहा कि हमने सत्र के दौरान अधिकारियों से सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता रखने की मांग की थी, लेकिन अधिकारियों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। वे कांग्रेस सरकार के दबाव में काम कर रहे हैं। सैकड़ों कांग्रेसी सदन में घुस आए और भाजपा के पार्षदों और एमआईसी सदस्यों के साथ हाथापाई की है। उन्होंने धारा 144 का उल्लंघन किया है। इसलिए लसुड़िया थाना पहुंचकर एफआईआर दर्ज करवाते हुए दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
विधायक और पूर्व मंत्री महेंद्र हार्डिया ने कांग्रेसियों के इस प्रकार के प्रदर्शन को इतिहास का काला दिवस बताते हुए कहा कि यह बहुत ही शर्मनाक है। बीच सदन में घुसकर एमआईसी सदस्याें और भाजपा पार्षदों के साथ ऐसा व्यवहार कांग्रेस की गुंडागर्दी को दर्शाता है।
वहीं सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि सदन में जो हुआ वह बहुत ही शर्मनाक है। सभी को सदन की मर्यादा का ध्यान रखना चाहिए। इसी सदन में लंबे समय तक काम करने के बाद मैं उपरी सदन में पहुंचा हूं। एक पार्षद को यदि कोई समस्या है तो निगम या अन्य स्थान पर प्रदर्शन कर सकता है, लेकिन बजट सत्र के दौरान इन प्रकार की कांग्रेसियों की हरकत बहुत ही निंदनीय है।
सभापति अजय सिंह नरूका ने कहा - वर्तमान पार्षद पति द्वारा जिस प्रकार का प्रदर्शन किया गया वह बहुत ही शर्मनाक है। हम इस मामले में कार्रवाई करेंगे। सबसे दुख की बात ये है कि सदन में अमर्यादित शब्दों का प्रयोग किया गया। अपशब्दता से भरे नारे लगाए गए।

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और पश्चिम बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने दावा किया है कि मध्यप्रदेश की काँग्रेस सरकार कभी भी गिरा सकते है। मंगलवार को मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी के रूप में पहचा रखने वाले इंदौर में आयोजित किसान आक्रोश रैली के दौरान उन्होनें यह बात कही। विजयवर्गीय ने दावा किया कि प्रदेश काँग्रेस के सरकार को गिराने के लिए दिग्विजय सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया और सुरेश पचौरी के लोग मेरे पास आते है।
 
कैलाश विजयवर्गीय ने किसान आक्रोश रैली के माध्यम से मंगलवार को अपनी ताकत दिखाने अपने समर्थकों के साथ प्रदर्शन किया। इस दौरान विजयवर्गीय के समर्थकों ने नारेबाजी भी की। प्रदेश की कमलनाथ शासित काँग्रेस सरकार द्वारा किसान कर्जमाफी पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए सैकड़ों ट्रेक्टरों के साथ किसान आक्रोश रैली निकाली। इस दौरान विजयवर्गीय ने मुख्यमंत्री कमलनाथ पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वह कमलनाथ के 99 पाप अभी माफ कर रहे है, जैसे कृष्ण ने जरासंध के किए थे नहीं तो प्रदेश की सरकार हम कभी भी गिरा सकते है।

यह पहला मौका नहीं है जब भाजपा महासचिन ने प्रदेश की काँग्रेस सरकार गिराने को लेकर बयान दिया हो, इससे पहले भी विधानसभा में काँग्रेस की सरकार बनने के बाद  इंदौर में बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच कैलाश विजयवर्गीय ने कहा था कि जिस दिन बॉस का इशारा मिल जाएगा, हम एक सप्ताह में सरकार गिरा देगें। उनके इस बयान को लेकर उस समय काफी हंगाम मचा था। वही मंगलवार को एक बार फिर अपनी बात को दोहराते हुए बीजेपी महासचिव ने यह बात कही है।
 
कैलाश विजयवर्गीय नहीं रूके उन्होनें मुख्यमंत्री कमलनाथ को नागनाथ और सांफनाथ की उपमा देते हुए कहा कि कमलनाथ ने अपनो को ही डस लिया इसलिए काँग्रेस पार्टी के कई आला नेता उनसे नाराज है। उन्होनें कहा कि कमलनाथ ने अपने बेटे नकुलनाथ के राजनीतिक जमीन बनाने के लिए ऐसा किया। इस आरोप के पक्ष में उन्होनें तर्क देते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में नरेन्द्र मोदी की आंधी में दिग्विजय सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया और माया-अखिलेश से लेकर राहुल गांधी तक उड़ गए लेकिन जीते तो सिर्फ नकुलनाथ।
 
वही कैलाश विजयवर्गीय के बयान के बाद काँग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और मध्यप्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री जीतू पटावारी ने कहा कि ताज्जुब है कि शहर के हिस्ट्रीशीटरों के साथ कभी जिनके फोटो लगे थे, वे अब किसानों के हित की बात करते है। जीतू पटवारी ने कहा कि कैलाश विजयवर्गीय नाग नाथ सांप नाथ जैसे शब्दों का प्रयोग कर रहे है, उनकी उम्र जितनी बढती जा रही है शब्द उतने ही ओछे होते जा रहे है। पटवारी ने पलटवार करते हुए कहा कि कैलाश जी आप अपनी सरकार की चिंता करे और भाषा पर संयम रखे। जीतू पटवारी ने कैलाश विजयवर्गीय के 99 पाप वाली बात पर कहा कि 100 पाप तो भाजपा और उसके नेताओं ने किए तभी तो सरकार से बारह हुए है। उन पापों की जाँच होगी और कितने भी नेता हो सबके पाप सामने आएगें। काँग्रेस तो भाजपा की इसी सोच और विचारधारा के खिलाफ लड़ रही है। केवल राजनीतिक रोटियां सेकना भाजपा की आदत है। जिस तरह के शब्दों का प्रयोग भाजपा करती है ये लोकतंत्र के लिए खतरा है।
 
कुल मिलाकर मध्यप्रदेश में जनता द्वारा निर्वाचित काँग्रेस सरकार को गिराने को लेकर भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के इस बयान के बाद राजनीतिक भूचाल सा आ गया है। पिछले छह माह में राजनीतिक हलकों में कमलनाथ सरकार गिरने को लेकर सुगबुगाहट तेज है लेकिन कैलाश विजयवर्गीय के बयान ने हवन में धी डालने जैसा काम किया है। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में काँग्रेस को 230 में से 114, भाजपा को 109, बीएसपी को 02 और सपा को 01 सीट मिली थी साथ ही 04 निर्दलीय भी सदन में चुनकर जनता ने भेजे थे। जिसमें से बसपा सपा के तीन विधायकों सहित निर्दलीय विधायकों ने काँग्रेस का समर्थन किया था। वही लोकसभा चुनाव में रतलाम विधानसभा सीट से विधायक जीएस डामोर को बीजेपी ने झाबुआ रतलाम सीट से लोकसभा प्रत्याशी बनाया था जो जीत गए है और विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने की बात कही है। जिसके बाद काँग्रेस के पक्ष में  जहां 120 विधायक है तो भाजपा के 108 विधायक ही मध्यप्रदेश विधानसभा में रह जाएगें। वही बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बयान ने काँग्रेस पार्टी में अंदरूनी तौर पर चल रही छत्रपों की लड़ाई को एक बार फिर उजागर किया है।

शनिवार की रात करीब आठ बजे आरोपी ने वारदात को दिया था अंजाम
पुलिस ने सोमवार सुबह ओंकारेश्वर के पास मोरटक्का से आरोपी को किया था गिरफ्तार
भोपाल. कमला नगर के मांडवा बस्ती में शनिवार रात नौ साल की बच्ची से दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या के मामले में भोपाल पुलिस बुधवार को अदालत में चालान पेश करेगी। रविवार को मुख्यमंत्री और गृहमंत्री ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपी की गिरफ्तारी के बाद 48 घंटे में चालान पेश करने और एक महीने में आरोपी को सजा दिलाने की बात कही थी।  
बताया जा रहा है कि पुलिस को अभी एफएसएल रिपोर्ट नहीं मिली है। दोपहर बाद इस रिपोर्ट को मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। इसके बाद कोर्ट में चालान प्रस्तुत किया जाएगा। इधर, जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय चौधरी ने कहा कि इस मामले में आरोपी के लिए भोपाल का कोई भी वकील पैरवी नहीं करेगा।
मंगलवार को आरोपी विष्णु प्रसाद भमौर को अदालत ने न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। इसके पहले सोमवार देर रात पुलिस आरोपी को लेकर घटनास्थल उसके घर पहुंची और सबूत इकट्ठा किए। पुलिस ने बेबी के परिजनों से आरोपी की शिनाख्त भी कराई। आरोपी के खिलाफ 10 साल पहले इंदौर में मारपीट का केस दर्ज किया था।

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