ईश्वर दुबे
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मध्यप्रदेश की चुनावी जंग में भाजपा ने पूरी ताकत झोंक दी है। स्टार प्रचारकों में शामिल उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज आष्टा विधानसभा क्षेत्र में जनसभा को संबोधित किया।
योगी ने 15 साल की शिवराज सरकार की तुलना कांग्रेस राज से करते हुए कहा, "बीते साढ़े चार साल में जिस तरह से शिवराज सिंह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मध्यप्रदेश आगे बढ़ा है, उससे हमें चौथी बार सरकार बनाने का मौका मिलना ही चाहिए। 15 साल पहले मध्यप्रदेश में न सड़कें ठीक थीं, न बिजली आती थी। अपराध का बोलबाला था। मध्यप्रदेश एक बीमारू राज्य बन गया था। भाजपा सरकार ने इसे बीमारू से उबार कर समृद्ध बनाया।"
योगी ने कांग्रेस पर एक बार फिर हमला बोला। योगी ने कहा कि आतंकवाद. नक्सलवाद, अराजकता और भ्रष्टाचार की जड़ में कांग्रेस है। कांग्रेस की नस-नस में भ्रष्टाचार है। उन्होंने कहा कि गरीबों को खाद्यान्न और किसानों को बोनस देने का काम शिवराज सरकार ने किया। प्रदेश को पावर सरप्लस राज्य बनाने का काम भी बीते सालों में हुआ है।
योगी ने केंद्र की योजनाओं का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, "भाजपा का मानना है कि देश के सभी संसाधनों पर हर महिला, मजदूर, किसान का हक है। प्रधानमंत्री मोदी ने 2022 तक हर परिवार को छत और स्वच्छ भारत के तहत शौचालय देने का एलान किया है। गरीब के घर में बिजली कनेक्शन हो, सिर पर छत हो, घर में शौचालय हो, रोजगार हो वही हमारे लिए राम राज्य की स्थापना है।"
मध्यप्रदेश में 28 नवंबर को मतदान होना है। नतीजे 11 दिसंबर को आएंगे।
राफेल सौदे का मामला चुनाव का अहम मुद्दा बना हुआ है। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बुधवार को मध्य प्रदेश के इंदौर में केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राफेल डील पर देश में ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है। मोदी सरकार से विपक्षी पार्टियां और कई राजनीतिक समूह मीटिंग की बात कर रहे हैं लेकिन सरकार तैयार नहीं है इससे पता चलता है कि इस सौदे में जरूर दाल में कुछ काला है।
इंदौर में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भाजपा सरकार पर वादा खिलाफी का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि 2014 में नरेंद्र मोदी ने देश में हर साल दो करोड़ युवाओं को नौकरी देने का वादा किया था, लेकिन वह अपना वादा पूरा करने में नाकाम रहे हैं। अगर श्रम विभाग के आंकड़ों को खंगाले तो पता चलता है कि पिछले चार वर्षों में हर तिमाही में महज कुछ हजार ही नौकरी मिल सकी है।
यही नहीं मौनी कहे जाने वाले मनमोहन सिंह ने राज्य की शिवराज सरकार को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसान बेहाल है। लोन, फसल और सुविधाएं नहीं मिलने से किसान की स्थिति दयनीय बनी हुई है। राज्य सरकार ने किसानों की समस्या पूरा करने में नाकाम रही है। उन्होंने राज्य में हुए सबसे बड़े व्यापमं घोटाले पर भी लोगों का ध्यान खींचा।
दिग्विजय सिंह के ट्विटर पर गलत फोटो डालने के बाद अब बीजेपी पर अपने विज्ञापन में प्रदेश की सड़कों का गलत विज्ञापन डालने का आरोप लगा है. कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी ने 'समृद्धि सड़कों की' के नाम से दिए गए विज्ञापन में जिस सड़क का फोटो दिया है, वो मध्य प्रदेश की है ही नहीं.
'समृद्धि सड़कों की' के नाम से मध्यप्रदेश के अखबारों में दिया गया बीजेपी का विज्ञापन अब विवादों में आ गया है. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि इस विज्ञापन में सीएम शिवराज सिंह चौहान और पीएम मोदी के फोटो के साथ बैकग्राउंड में जिस तरह का एक्सप्रेस-वे बनाने का दावा किया गया है, वो तस्वीर एमपी की नहीं बल्कि विदेश की है. विज्ञापन में दी गई तस्वीर में गाड़ियां लेफ्ट हैंड ड्राइव पर चल रही हैं जबकि भारत में राइट हैंड ड्राइव होती है.
कांग्रेस का आरोप है कि विज्ञापन में जो फोटो इस्तेमाल की गई है, वो विदेशी हाईवे या फिर एक्सप्रेस-वे की है. कांग्रेस ने इसे मुद्दा बनाकर बीजेपी पर भ्रामक प्रचार करने का आरोप लगाया है. इस विज्ञापन में इस्तेमाल किए गए फोटो को लेकर कांग्रेस ने चुनाव आयोग में जाकर शिकायत की है.
मध्यप्रदेश कांग्रेस के मीडिया कन्वेनर नरेंद्र सलूजा ने बताया कि अखबार में जिस सड़क की फोटो दी गई है, उसे देखने से लगता है कि ये भारत या मध्य प्रदेश की नहीं है. इसमें उलटी दिशा में गाड़ियां चल रही हैं. सलूजा ने आरोप लगाया कि यह विदेशी सड़क की फोटो है क्योंकि जिन गाड़ियों का फोटो इसमें है, वो भी विदेशी हैं और बीजेपी भ्रामक प्रचार के जरिए जनता को गुमराह कर रही है.
बीजेपी के इस विज्ञापन में अगली सरकार में सड़क निर्माण को लेकर पांच साल का रोडमैप जारी किया है. वहीं बीजेपी को इस विज्ञापन में कुछ भी गलत नजर नहीं आ रहा है. बीजेपी के भोपाल से सांसद आलोक संजर का कहना है कि कांग्रेस ने अगर चुनाव आयोग से शिकायत की है, तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा. संजर ने कहा, 'हम जो कुछ भी अच्छा दिखा रहे हैं वो कांग्रेस को लगता है कि विदेश का है. कांग्रेस ने तो पाकिस्तान के पुल को भारत का बता दिया था, बांग्लादेश की सड़क को एमपी का बता दिया था. कांग्रेस पहले अपने गिरेबान में झांक कर देखे, उसके बाद बीजेपी पर इस तरह के आरोप लगाए.'
देश इस समय चुनावी जंग का मैदान बन गया है क्योंकि 5 राज्यों में लोकसभा चुनाव होने जा रहे है और सभी पार्टियां एक-दूसरे पर जुबानी जंग से वार कर रहे है। इस बीच भारतीय जनता पार्टी ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अपना घोषणापत्र (संकल्प पत्र) जारी कर दिया हैं। इस मौके पर केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली, धर्मेंद्र प्रधान, नरेंद्र सिंह तोमर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, राज्य बीजेपी के अध्यक्ष राकेश सिंह, प्रभात झा समेत अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे। मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने अपना घोषणापत्र पहले ही जारी कर दिया था और कहा था कि अगर उनकी सरकार बनता है तो वो किसानों का कर्ज मांफ करेंगे। अब बीजेपी ने अपना संकल्प पत्र जारी करते हुए कहा है कि किसानों के साथ न्याय होगा। बीजेपी पिछले 15 सालों से सत्तारूढ़ है। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत कई दिग्गज लगातार रैलियां कर रहे हैं। मध्य प्रदेश की सभी 230 सीटों पर 28 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। वोटों की गिनती 11 दिसंबर को होगी।
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 के लिए चुनाव अभियान तेज हो गया है। इसी कड़ी में आज का दिन बहुत अहम है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी राज्य में चुनावी रैलियों को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी नरेंद्र मोदी 16 से 25 नवंबर के बीच पांच दिन मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों में भाजपा उम्मीदवारों के समर्थन में चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे। प्रदेश में 28 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होने हैं।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व सांसद राकेश सिंह ने प्रधानमंत्री के दौरे की जानकारी देते हुए बृहस्पतिवार को बताया कि निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार प्रधानमंत्री 16 नवंबर को दोपहर 2 बजे शहडोल एवं शाम 05.05 बजे ग्वालियर में चुनावी जनसभा को संबोधित करेंगे।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी 18 नवंबर को छिंदवाड़ा और इंदौर में, 20 नवंबर को झाबुआ और रीवा में, 24 नवंबर को मंदसौर और छतरपुर में और 25 नवंबर को विदिशा और जबलपुर जिलों में जनसभाओं को संबोधित करेंगे।
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी आज देवरी, बरघाट, मंडला, शहडोल में जनसभाओं को संबोधित करेंगे और रात में शहडोल में करेंगे। इनके अलावा बीजेपी अध्यक्ष शाह गुरुवार को राज्य में रहे, शुक्रवार को फिर विमान द्वारा खजुराहो पहुंचेंगे। उसके बाद टीकमगढ़, सागर और दमोह में जनसभा को संबोधित करने के बाद खजुराहो होते हुए दिल्ली रवाना हो जाएंगे।
मोदी की छवि का फायदा उठाकर भाजपा चौथी बार प्रदेश में सत्ता हासिल करने के लिये पुरजोर प्रयास कर रही है। प्रदेश के दोनों मुख्य दलों भाजपा और कांग्रेस की नजर मोदी के प्रदेश के चुनावी दौरों पर है।
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने दावा किया कि प्रदेश में मोदी के चुनावी दौरों से कोई असर नहीं होने वाला है। उन्होंने कहा कि भाजपा के पिछले 15 सालों के शासन के कारण जनता में प्रबल सत्ता विरोधी लहर चल रही है। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस इस चुनाव में पूर्ण बहुमत हासिल करने वाली है।
वहीं भाजपा प्रवक्ता अनिल सौमित्र ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी करिश्माई नेता हैं और उनके प्रदेश में चुनावी दौरों के बाद भाजपा को बहुत फायदा होगा। उन्होंने कहा कि भाजपा ने इस बार "अबकी बार 200 पार" का लक्ष्य रखा है। मध्यप्रदेश में विधानसभा की कुल 230 सीटें हैं।
जस्टिस एसके सेठ ने मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस की शपथ ले ली है। भोपाल के राजभवन में एसके सेठ ने शपथ ग्रहण की। बता दें कि केंद्र सरकार ने 9 नवंबर को नियुक्ति की अधिसूचना जारी कर दी थी। एक नवंबर 2018 को मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस हेमंत गुप्ता ने सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस के पद की शपथ ली थी।
जस्टिस हेमंत की जगह एसके सेठ को चीफ जस्टिस नियुक्त किया गया। सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने वरिष्ठता के आधार पर उन्हें हाईकोर्ट का चीफ जस्टिस बनाए जाने की सिफारिश की थी। इसके बाद 9 नवंबर को कानून मंत्रालय ने नियुक्ति की अधिसूचना जारी कर दी। जस्टिस एसके सेठ का जन्म 10 जून 1957 को हुआ।
बीए-एलएलबी करने के पश्चात् उन्होंने वर्ष 1981 में मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में वकालत का व्यवसाय शुरू किया। 21 मार्च 2003 को उन्हें मप्र हाईकोर्ट में अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त किया गया। 19 जनवरी 2004 को जस्टिस सेठ को स्थाई न्यायाधीश नियुक्त किया गया। वर्तमान में वे एक्टिंग चीफ जस्टिस के पद पर कार्यरत थे।
भोपाल . मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में नाम वापसी की आखिरी तारीख 14 नवंबर को सिर्फ एक दिन बचा है और अभी तक अपनी पार्टियों के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंकने वाले कई बागी पटरी पर नहीं लौट पाए हैं। इस कारण भाजपा-कांग्रेस दोनों का ही टेंशन बढ़ गया है। कांग्रेस को सबसे ज्यादा परेशानी मालवा-निमाड़ और ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में हो रही है। राज्य में 28 नवंबर को मतदान होगा और परिणाम 11 दिसंबर को आएंगे।
यहां करीब दो दर्जन बागी ऐसे हैं, जो पार्टी प्रत्याशियों को सीधी चुनौती दे रहे हैं। हालांकि पार्टी महासचिव दिग्विजय सिंह का कहना है कि भाजपा के मुकाबले उनकी पार्टी में बागी कम हैं और जो हैं उन्हें भी एक-दो दिन में मना लेंगे। वहीं बागियों और दमदार निर्दलीय प्रत्याशियों के कारण भाजपा के 14 मंत्रियों की राह मुश्किल हो रही है। जातिवाद, एंटीइंकम्बेंसी के कारण यहां बागियों को ताकत मिली है। ज्यादातर मंत्री ऐसे हैं, जो कई चुनाव से जीतते आ रहे हैं। इसलिए इनकी सीटों पर पार्टी पीएम मोदी, अमित शाह के दौरे रखने की तैयारियों में जुटी है।
एंटी इंकम्बेंसी के कारण सीट बचाने की जुगत में गली-गली प्रचार
कांग्रेस का सिरदर्द
खरगोन : भगवानपुरा सीट से विजय सिंह सोलंकी के सामने केदार डाबर बागी बनकर चुनौती दे रहे हैं। डाबर के पिता चिड़ाभाई चार बार विधायक रहे हैं, इसलिए उनकी क्षेत्र में अच्छी खासी पैठ है।
भाजपा की मुश्किल
गौरीशंकर बिसेन : पांच बार विधायक बिसेन के सामने कांग्रेस ने पूर्व सांसद विश्वेश्वर भगत हैं। दोनों पंवार जाति के प्रभावशाली व्यक्ति हैं। पिछले चुनाव में 44 फीसदी वोट लेकर दूसरे नंबर पर रहीं अनुभा मुंजारे फिर मैदान में हैं। इनके पति व पूर्व विधायक कंकर मुंजारे सटी हुई सीट परसवाड़ा से मैदान में हैं। वर्ष 2013 के चुनाव में अनुभा के कारण बिसेन बमुश्किल 2500 वोटों से जीत पाए थे।
कांग्रेस ने मध्यप्रदेश के लिए अपना घोषणापत्र जारी कर दिया है। इसे वचनपत्र का नाम दिया गया है। घोषणापत्र में किसानों की कर्जमाफी, बेरोजगारी भत्ता और महिला सुरक्षा को लेकर बड़े वादे किए गए हैं। 112 पन्ने के वचनपत्र में 973 घोषणाएं शामिल की गई हैं। लेकिन पार्टी का मुख्य फोकस 75 घोषणाओं पर है।
1. किसानों के 75 हजार 800 करोड़ का कर्ज माफी का वादा
2. डीजल-पेट्रोल पर छूट मिलेगी
3. किसानों का बिजली बिल आधा करेंगे
4. रसोई गैस पर छूट की घोषणा
5. जन आयोग का गठन कर भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी लड़ाई लड़ेंगे
6. सामाजिक सुरक्षा पेंशन की राशि 300 से बढ़ाकर 1000 करने का वादा
7. महिलाओं के स्व सहायता समूह के कर्ज माफ होंगे
8. लड़कियों के विवाह के लिये ₹51000 का अनुदान
9. विधान परिषद का गठन
10. ₹10000 प्रतिमाह हर परिवार के एक बेरोजगार युवा को दिया जाएगा
11. वकीलों, पत्रकारों के लिए सुरक्षा अधिनियम
12. पुलिस फोर्स में महिलाओं को प्राथमिकता
13. सभी टॉपर्स को फ्री लैपटॉप
इस मौके पर मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ, दिग्विजय सिंह और चुनाव अभियान समिति के मुखिया ज्योतिरादित्य सिंधिया मौजूद हैं। कमलनाथ ने कहा, "भाजपा ने घोषणापत्र के नाम पर अब तक जुमलापत्र पेश किये हैं। कांग्रेस विकास का एक नया नक्शा बनाएगी। ये वचनपत्र पीसीसी में नहीं सड़क और खेतों में जाकर बना है।"
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि हमारी सोच सकारात्मक, प्रगतिशील और एक नये सवेरे की सोच है, पहली बार घोषणापत्र नही वचनपत्र और संकल्प पत्र रखा जा रहा है।
मध्यप्रदेश में 28 नवंबर को मतदान होना है।
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के नामांकन के दौरान दिए गए शपथ पत्र के मुताबिक उनकी संपत्ति में करीब सवा चार करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है। शिवराज द्वारा नाम निर्देशन पत्र में दिए गए आय-व्यय के ब्यौरा के अनुसार उनके पास 10 करोड़ 45 लाख 82 हजार 140 रुपए हैं।
नामांकन पत्र में दी गई जानकारी के मुताबिक उनकी पत्नी साधना सिंह की संपत्ति शिवराज से दोगुनी है। साल 2013 में दिए गए चुनावी शपथपत्र के मुताबिक शिवराज के पास छह करोड़ 27 लाख 54 हजार 114 रुपए की संपत्ति थी। जिसमें इस बार सवा चार करोड़ रुपए की बढ़ोतरी हुई है।
शिवराज की संपत्ति का ब्यौरा
नगद राशि
शिवराज सिंह चौहान : 45 हजार
साधना सिंह : 40 हजार
बैंक एकाउंट का ब्यौरा
शिवराज सिंह चौहान
एसबीआई बैंक विदिशा- आठ लाख 36 हजार 819
एसबीआई बैंक भोपाल- पांच लाख 79 हजार 423
जिला सहकारी बैंक भोपाल- छ: लाख 10 हजार 532
साधना सिंह
एसबीआई विदिशा- नौ लाख 47 हजार 374
पीएनबी भोपाल- एक लाख 72 हजार 392
आवासीय
शिवराज सिंह चौहान : विदिशा में मकान है।
साधना सिंह : अरोरा कॉलोनी में फ्लैट है।
जमीन का ब्यौरा
शिवराज सिंह चौहान : 77 लाख रुपए
उनके पास जैत में 20 एकड़, बैस में साढ़े तीन लाख और डोलखेड़ी में ढाई एकड़ भूमि है।
साधना सिंह : तीन करोड़ 32 लाख रुपए
साधना सिंह के नाम से विदिशा में 32 एकड़ जमीन है।
वाहन
शिवराज सिंह चौहान के पास वाहन नहीं है।
साधना सिंह के नाम से डेढ़ लाख की एक एंबेसडर है।
अन्य
शिवराज सिंह चौहान
एक रिवाल्वर- 5500 रुपए
घरेलू सामान- दो लाख 50 हजार
कुल संपत्ति का ब्यौरा
शिवराज सिंह चौहान : तीन करोड़ 15 लाख 70 हजार 274 रुपए।
साधना सिंह : सात करोड़ 30 लाख 11 हजार 866 रुपए।
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 में टिकट बंटवारे को लेकर भाजपा के अंदर मचा संग्राम खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम बाबूलाल गौर हर हाल में चुनाव लड़ने पर अड़े नजर आ रहे हैं। भाजपा ने अभी तक उनकी दावेदारी का एलान नहीं किया है, लेकिन आज उन्होंने नामांकन फॉर्म खरीद लिया।
दरअसर, भाजपा के लिए पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर ने बड़ी मुसीबत खड़ी कर दी है। वह अपनी बढ़ती उम्र के बावजूद चुनाव लड़ना चाहते हैं। वह अपनी बहू कृष्णा गौर को गोविंदपुरा सीट पर लड़ाना चाहते हैं। गोविंदपुरा विधानसभा सीट भाजपा का गढ़ मानी जाती है। यहां से 88 साल के बाबूलाल गौर दशकों तक चुने जाते रहे हैं।
इस सीट पर कई दावेदार हैं। हालांकि भाजपा ने अभी इसके लिए किसी का नाम फाइनल नहीं किया है। गौर ने अपना पहला चुनाव निर्दलीय के तौर पर लड़ा था और वह इसी सीट से 10 बार विधायक बन चुके हैं। कुछ दिन पहले ही उन्होंने कहा था, अगर हमें टिकट नहीं मिला तो मैं और कृष्णा जी अलग-अलग सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे।
इंदौर. मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने सोमवार को 17 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की। इसमें भी इंदौर की सभी नौ और भोपाल की गोविंदपुरा सीट पर उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया गया है। भाजपा ने पहली सूची में 176 प्रत्याशियों के नाम का ऐलान किया था। इस तरह भाजपा अब तक 193 प्रत्याशियों के नाम तय कर चुकी है। राज्य में 28 नवंबर को मतदान होगा। जबकि 11 दिसंबर को परिणाम आएंगे।
इन्हें मिला टिकट
| सीट | प्रत्याशी | |
| 1 | शुजालपुर | इंदरसिंह परमार |
| 2 | पेटलावद (एससी) | निर्मला भूरिया |
| 3 | उज्जैन दक्षिण | मोहन यादव |
| 4 | बड़नगर | जितेन्द्र पंड्या |
| 5 | भितरवार | अनूप मिश्रा |
| 6 | कोलारस | वीरेंद्र रघुवंशी |
| 7 | बिजावर | पुष्पेन्द्र पाठक |
| 8 | जबेरा | धमेन्द्र लोधी |
| 9 | अनूपपुर (एसटी) | रामलाल रौतेले |
| 10 | जबलपुर उत्तर | शरद जैन |
| 11 | जबलपुर पश्चिम | हरेन्द्रजीत सिंह बब्बू |
| 12 | बिछिया (एसटी) | शिवराज शाह |
| 13 | निवास (एसटी) | रामप्यारे कुलस्ते |
| 14 | मुलताई | राजा पंवार |
| 15 | ब्यावरा | नारायण पंवार |
| 16 | बासौदा | लीना संजय जैन |
| 17 | कुरवाई |
हरी सप्रे |
इन 5 विधायकोंं के टिकट कटे : दूसरी सूची में पांच मौजूदा विधायकों के टिकट काट दिए गए। इनमें चंद्रशेखर देशमुख (मुलताई), जसवंत सिंह हाड़ा (शुजालपुर), मुकेश पंड्या (बड़नगर), पंडित सिंह धुर्वे (बिछिया) और वीर सिंह पंवार (कुरवाई) के नाम शामिल हैं।
37 सीटों पर नाम तय होना बाकी: पार्टी को अभी 37 सीटों पर नामों का ऐलान करना है। इनमें इंदौर की क्षेत्र क्रमांक एक से पांच, महू, राऊ, देपालपुर और सांवेर की सीट शामिल है। भोपाल की गोविंदपुरा सीट पर भी पार्टी अभी तक उम्मीदवार तय नहीं कर पाई है। इस सीट से पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर 10 बार से विधायक हैं। गौर ने बताया, "मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का शनिवार को उनके पास फोन आया था। मुख्यमंत्री ने उनसे कहा कि वे पार्टी में बात करेंगे। मैंने उनसे कह दिया है कि अब सब आपके हाथ में हैं।" उन्होंने कहा कि सोमवार या मंगलवार को कृष्णा गौर पहले पर्चा भरेंगी। इसके एक-दो दिनों बाद वे हुजूर से पर्चा दाखिल करेंगे।
सुमित्रा-कैलाश की वजह से इंदौर की सीटें अटकीं: ऐसा कहा जा रहा है कि लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय अपने बेटों के टिकट के लिए अड़ गए हैं। दोनों इंदौर की एक सीट चाहते हैं। फैसला भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर छोड़ दिया गया है।
नई दिल्ली/भोपाल. कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार को अपनी बहुप्रतीक्षित 155 प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी। इसमें 130 सीटों पर कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों को ज्यादा टिकट मिले हैं। पहली सूची में 46 वर्तमान विधायकों को दोबारा मौका दिया गया है, तीन विधायकों के टिकट काटे गए हैं।
इनमें कोतमा से मनोज अग्रवाल की जगह सुनील सर्राफ और सिरोंज से गोवर्धन उपाध्याय का स्वास्थ्य कारणों से टिकट कटने से यहां अशोक त्यागी को मौका दिया गया है। करेरा सीट से वर्तमान विधायक शकुंतला खटीक को टिकट नहीं दिया गया है, उनकी जगह जसवंत जाटव को उम्मीदवार बनाया गया है। कांग्रेस की पहले 165 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा करने की योजना थी, लेकिन नरेला, जतारा, राजनगर, बड़ा मलहरा, पथरिया, दमोह समेत 10 सीटों पर सहमति नहीं बन पाई। दिग्गज नेताओं में अजय सिंह, आरिफ अकील, बाला बच्चन, डाॅ. गोविंद सिंह, केपी सिंह समेत 46 विधायक मैदान में हैं।
कांग्रेस की पहली सूची में राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की घोषणा के अनुसार 21 महिलाओं और दो दर्जन से ज्यादा युवाओं को मौका दिया गया है। बड़े शहरों में भोपाल उत्तर से पांच बार के विधायक आरिफ अकील, दक्षिण पश्चिम से पीसी शर्मा और बैरसिया से जयश्री हरििकरण के अलावा इंदौर-3 से अश्विन जोशी, राऊ से जीतू पटवारी, महू से अंतरसिंह दरबार और सांवेर से तुलसी सिलावट को टिकट दिया गया है।
जयस के अलावा मनावर से रंजना बघेल के खिलाफ :
कांग्रेस ने जयस के अध्यक्ष हीरालाल अलावा को मनावर से टिकट दिया है, उनका यहां वर्तमान भाजपा विधायक रंजना बघेल से मुकाबला होगा।
युवा कांग्रेस अध्यक्ष कुणाल चौधरी को भी टिकट :
यूथ कांग्रेस कोटे से सागर से नेवी जैन, कालापीपल से कुणाल चौधरी और शहपुरा से भूपेंद्र मरावी तथा एनएसयूआई कोटे से विपिन वानखेड़े व महाराजपुर से नीरज दीक्षित को टिकट दिया गया है।
जमकर चला वंशवाद दिग्विजय, भूरिया सहित कई नेताओं ने भाई-बेटों को दिलाया टिकट :
पहले यह चर्चा थी कि कांग्रेस सर्वे को महत्व देगी, लेकिन पहली सूची में वंशवाद जमकर चला। तमाम बड़े नेताओं के बेटे, भाई और रिश्तेदारों पर कांग्रेस ने दांव लगाया है। पूर्व मुख्यमंत्री और सांसद दिग्विजय सिंह ने विधायक पुत्र जयवर्द्घन सिंह को राघौगढ़, छोटे भाई पूर्व सांसद लक्ष्मण सिंह को चाचोड़ा और भतीजे प्रियव्रत सिंह को खिलचीपुर से टिकट दिलाया है। सांसद कांतिलाल भूरिया के बेटे विक्रांत भूरिया झाबुआ और भतीजी कलावती भूरिया जोबट से मैदान में हैं। पूर्व सांसद सत्यव्रत चतुर्वेदी बेटे नितिन चतुर्वेदी को अभी भी टिकट दिलाने की जुगाड़ में लगे हैं। जबकि, उनके परिवार से ही छोटे भाई आलोक चतुर्वेदी को छतरपुर से मौका मिला है। सुंदरलाल तिवारी की बहू अरुणा तिवारी समेत पूर्व मंत्री इंद्रजीत पटेल के बेटे कमलेश्वर पटेल मैदान में हैं। पूर्व मंत्री हजारीलाल रघुवंशी के बेटे को सिवनी मालवा, जमुनादेवी के भतीजे उमंग सिंघार को गंधवानी और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव के भाई सचिन यादव को कसरावद से टिकट मिला है।
मंदसौर में हिंसा भड़काने की आरोपी विधायक का टिकट कटा
करेरा से विधायक शकुंतला खटीक का टिकट कटा, मंदसौर हिंसा के दौरान शकुंतला पर लोगों को भड़काने का आरोप लगा था, थाना जलाने की धमकी देने वाला वीडियो भी वायरल हुआ था।
कोतमा से सुनील सराफ, सिरोंज से विधायक गोवर्धन उपाध्याय सीट का भी टिकट काट दिया गया।
कांग्रेस के 155 उम्मीदवारों की पूरी सूची
| विधानसभा सीट | उम्मीदवार | |
| 1 | जौरा | बनवारी लाल शर्मा (पिछली बार हारे थे, दोबारा मौका) |
| 2 | सुमावली | अदल सिंह कसाना (पिछली बार हारे थे, दोबारा मौका) |
| 3 | मुरैना | रघुराज सिंह कसाना (नया चेहरा) |
| 4 | दिमनी | गिरराज दंडौतिया (नया चेहरा) |
| 5 | अंबाह | कमलेश जाटव (नया चेहरा) |
| 6 | अटेर | हेमंत कटारे (मौजूदा विधायक) |
| 7 | लहार | डॉ गोविंद सिंह (मौजूदा विधायक) |
| 8 | मेहगांव | ओ पी एस भदौरिया (पिछली बार हारे थे, दोबारा मौका) |
| 9 | ग्वालियर ग्रामीण | मदन कुशवाह (नया चेहरा) |
| 10 | ग्वालियर | प्रद्युम सिंह तोमर (पिछली बार हारे थे, दोबारा मौका) |
| 11 | ग्वालियर पूर्व | मुन्ना लाल गोयल (पिछली बार हारे थे, दोबारा मौका) |
| 12 | भितरवार | लखन सिंह यादव (मौजूदा विधायक) |
| 13 | डबरा | इमरती देवी सुमन (मौजूदा विधायक) |
| 14 | सेवढ़ा | घनश्याम सिंह (पिछली बार हारे थे, दोबारा मौका) |
| 15 | भांडेर | रक्षा संतराम सरोनिया |
| 16 | करेरा | जसवंत जाटव (नया चेहरा, शकुंतला खटीक का टिकट कटा) |
| 17 | पोहरी | सुरेश राठखेड़ा (नया चेहरा) |
| 18 | पिछोर | के पी सिंह (मौजूदा विधायक) |
| 19 | चाचौड़ा | लक्ष्मण सिंह (नया चेहरा, दिग्विजय सिंह के भाई) |
| 20 | राघौगढ़ | जयवर्धन सिंह (मौजूदा विधायक, दिग्विजय सिंह के बेटे) |
| 21 | बीना - एससी | शशिकुमार कैथुरिया (नया चेहरा) |
| 22 | खुरई | अरुणोदय चौबे (पिछली बार गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह से हारे थे, दोबारा मौका) |
| 23 | सुरखी | गोविंद सिंह राजपूत (पिछली बार हारे थे, दोबारा मौका) |
| 24 | देवरी | हर्ष यादव (मौजूदा विधायक) |
| 25 | नरयावली - एससी | सुरेंद्र चौधरी (पिछली बार हारे थे, दोबारा मौका) |
| 26 | सागर | नेवी जैन (नया चेहरा) |
| 27 | बंडा | तरवर सिंह लोधी (नया चेहरा) |
| 28 | टीकमगढ़ | यादवेंद्र सिंह (पिछली बार हारे थे, दोबारा मौका) |
| 29 | पृथ्वीपुर | बृजेंद्र सिंह राठौड़ (पिछली बार हारे थे, दोबारा मौका) |
| 30 | निवाड़ी | कैप्टन सुरेंद्र सिंह यादव (नया चेहरा) |
| 31 | खरगापुर | चंदा सिंह गौर (मौजूदा विधायक) |
| 32 | महाराजपुर | नीरज दीक्षित (नया चेहरा) |
| 33 | चांदला - एससी | हरिप्रसाद अनुरागी (पिछली बार हारे थे, दोबारा मौका।) |
| 34 | छतरपुर | आलोक चतुर्वेदी (पिछली बार हारे थे, दोबारा मौका।) |
| 35 | बिजावर | शंकरप्रताप सिंह बुंदेला (नया चेहरा) |
| 36 | जबेरा | प्रताप सिंह लोधी (मौजूदा विधायक) |
| 37 | पवई | मुकेश नायक (मौजूदा विधायक) |
| 38 | गुन्नौर - एससी | शिवदयाल बागरी (पिछली बार हारे थे, दोबारा मौका।) |
| 39 | चित्रकूट | नीलांशु चतुर्वेदी (मौजूदा विधायक) |
| 40 | रायगांव - एससी | कल्पना वर्मा (नया चेहरा) |
| 41 | सतना | सिद्धार्थ कुशवाहा (नया चेहरा) |
| 42 | नागौद | यादवेंद्र सिंह (मौजूदा विधायक) |
| 43 | अमरपाटन | राजेंद्र कुमार सिंह (मौजूदा विधायक) |
| 44 | सिरमौर | अरुणा तिवारी (नया चेहरा, पिछली बार हारे विवेक तिवारी की पत्नी।) |
| 45 | सेमरिया | त्रियुगी नारायण शुक्ला (पिछली बार हारे थे, दोबारा मौका।) |
| 46 | त्योंथर | रमाशंकर पटेल (पिछली बार हारे थे, दोबारा मौका।) |
| 47 | मऊगंज | सुखेंद्र सिंह बन्ना (मौजूदा विधायक) |
| 48 | देवतलब | विद्यावती पटेल (नया चेहरा) |
| 49 | रीवा | अभय मिश्रा (नया चेहरा, भाजपा से कांग्रेस में आए हैं) |
| 50 | गुढ़ | सुंदरलाल तिवारी (मौजूदा विधायक) |
| 51 | चुरहट | अजय सिंह (मौजूदा विधायक) |
| 52 | सिहावल | कमलेश्वर पटेल (मौजूदा विधायक) |
| 53 | चितरंगी - एसटी | सरस्वती सिंह (मौजूदा विधायक) |
| 54 | सिंगरौली | रेणु शाह (नया चेहरा) |
| 55 | धौहनी - एसटी | कमलेश सिंह (नया चेहरा) |
| 56 | ब्योहारी - एसटी | रामपाल सिंह (मौजूदा विधायक) |
| 57 | जयसिंहनगर - एसटी | ध्यान सिंह (पिछली बार हारे थे, दोबारा मौका) |
| 58 | जैतपुर - एसटी | उमा धुर्वे (नया चेहरा) |
| 59 | कोतमा | सुनील सराफ (नया चेहरा, मौजूदा विधायक मनोज अग्रवाल का टिकट कटा।) |
| 60 | अनूपपुर - एसटी | बिसाहूलाल सिंह (पिछली बार हारे थे, दोबारा मौका) |
| 61 | पुष्पराजगढ़ - एसटी | फुंदेलाल सिंह मारको (मौजूदा विधायक) |
| 62 | बरवारा - एसटी | विजय राघवेंद्र सिंह (पिछली बार हारे थे, दोबारा मौका) |
| 63 | विजयराघवगढ़ | पद्मा शुक्ला (पिछली बार भाजपा के टिकट पर हारी थीं, अब काग्रेस से दोबारा मौका) |
| 64 | बहोरीबंद | सौरभ सिंह सिसौदिया (मौजूदा विधायक) |
| 65 | पाटन | नीलेश अवस्थी (मौजूदा विधायक) |
| 66 | बरगी | संजय यादव (नया चेहरा) |
| 67 | जबलपुर कैंट | आलोक मिश्रा (नया चेहरा) |
| 68 | जबलपुर पश्चिम | तरुण भनोत (मौजूदा विधायक) |
| 69 | सिहाेरा - एसटी | खिलाड़ी सिंह (नया चेहरा) |
| 70 | शाहपुरा - एसटी | भूपेंद्र मारावी (नया चेहरा) |
| 71 | डिंडोरी - एसटी | ओमकार सिंह मरकाम (मौजूदा विधायक) |
| 72 | बिछिया - एसटी | नारायण सिंह पट्टा |
| 73 | मंडला - एसटी | संजीव छोटेलाल उइके |
| 74 | बैहर - एसटी | संजय उइके |
| 75 | लांजी | हिना लखीराम कवारे |
| 76 | परसवाड़ा | मधु भगत (मौजूदा विधायक) |
| 77 | बरघाट - एसटी | अर्जुन सिंह काकोड़िया |
| 78 | सिवनी | मोहन सिंह चंदेल |
| 79 | केवलारी | रजनीश हरबंश सिंह (मौजूदा विधायक) |
| 80 | लखनादौन - एसटी | योगेंद्र सिंह बाबा |
| 81 | गोटेगांव - एससी | नर्मदा प्रसाद प्रजापति |
| 82 | नरसिंहपुर | लखन सिंह पटेल |
| 83 | तेंदुखेड़ा | संजय शर्मा |
| 84 | गाडरवारा | सुनीता पटेल |
| 85 | अमरवाड़ा - एसटी | कमलेश शाह (मौजूदा विधायक) |
| 86 | साैंसर | विजय चौरे |
| 87 | परासिया - एससी | सोहन लाल वाल्मीकि (मौजूदा विधायक) |
| 88 | मुलताई | सुखदेव पानसे |
| 89 | बैतूल | निलय कुमार डागा |
| 90 | घोड़ाडोंगरी - एसटी | ब्रह्मा भलावी |
| 91 | भैंसदेही - एसटी | धामू सिंह सिरसाम |
| 92 | टिमरनी - एसटी | अभिजीत शाह (अंकित बाबा) |
| 93 | हरदा | आरके दोगने (मौजूदा विधायक) |
| 94 | सिवनी मालवा | ओमप्रकाश रघुवंशी |
| 95 | सोहागपुर | सतपाल पलिया |
| 96 | उदयपुरा | देवेंद्र पटेल गादरवास |
| 97 | भाेजपुर | सुरेश पचौरी |
| 98 | सांची - एससी | डॉ. प्रभुराम चौधरी |
| 99 | सिलवानी | देवेंद्र पटेल |
| 100 | विदिशा | शशांक भार्गव |
| 101 | बासौदा | निशंक जैन (मौजूदा विधायक) |
| 102 | कुरवई - एससी | सुभाष बोहाट |
| 103 | सिरोंज | अशोक त्यागी (नया चेहरा, मौजूदा विधायक गोवर्धन उपाध्याय का टिकट कटा।) |
| 104 | शमशाबाद | ज्योत्सना यादव |
| 105 | बैरसिया - एससी | जयश्री हरिकरन |
| 106 | भोपाल उत्तर | आरिफ अकील (मौजूदा विधायक) |
| 107 | भोपाल दक्षिण | पीसी शर्मा (पिछली बार हारे थे, दोबारा मौका) |
| 108 | आष्टा - एससी | गोपाल सिंह |
| 109 | इछावर | शैलेंद्र पटेल (मौजूदा विधायक) |
| 110 | सीहोर | सुरेंद्र सिंह ठाकुर |
| 111 | नरसिंहगढ़ | गिरीश सिंह भंडारी (मौजूदा विधायक) |
| 112 | राजगढ़ | बापू सिंह तोमर |
| 113 | खिलचीपुर | प्रियव्रत सिंह |
| 114 | सारंगपुर - एससी | कला मालवीय |
| 115 | सुसनेर | महेंद्र सिंह परिहार |
| 116 | आगर - एससी | विपिन वानखेड़े |
| 117 | शाजापुर | हुकुम सिंह करादा |
| 118 | कालापीपल | कुणाल चौधरी |
| 119 | सोनकच्छ - एससी | सज्जन सिंह वर्मा |
| 120 | देवास | जयसिंह ठाकुर |
| 121 | बागली - एसटी | कमल सिंह वसकाले |
| 122 | मानधाता | नारायण सिंह पटेल |
| 123 | हरसूद - एसटी | सुखराम साल्वे |
| 124 | नेपानगर - एसटी | सुमित्रा देवी कसदाकर |
| 125 | बुरहानपुर | हामिद काजी |
| 126 | भीकनगांव - एसटी | झुमा सोलंकी (मौजूदा विधायक) |
| 127 | बड़वाह | सचिन बिरला |
| 128 | महेश्वर - एससी | विजयलक्ष्मी साधो |
| 129 | कसरावद | सचिन यादव (मौजूदा विधायक) |
| 130 | भगवानपुरा - एसटी | विजय सिंह सोलंकी (मौजूदा विधायक) |
| 131 | सेंधवा - एसटी | ग्यारसीलाल रावत |
| 132 | राजपुर - एसटी | बाला बच्चन (मौजूदा विधायक) |
| 133 | बड़वानी - एसटी | रमेश पटेल (मौजूदा विधायक) |
| 134 | जोबट - एसटी | कलावती भूरिया |
| 135 | झाबुआ - एसटी | डॉ. विक्रांत भूरिया |
| 136 | थांदला - एसटी | वीर सिंह भूरिया |
| 137 | सरदारपुर - एसटी | प्रताप ग्रेवाल |
| 138 | गंधवानी - एसटी | उमंग सिंघार (मौजूदा विधायक) |
| 139 | कुक्षी - एसटी | सुरेंद्र सिंह बघेल (मौजूदा विधायक) |
| 140 | मनावर - एसटी | हीरा अहलावत |
| 141 | धर्मपुरी - एसटी | प्राची लाल मेढ़ा |
| 142 | धार | प्रभा सिंह गौतम |
| 143 | बदनावर | राजवर्धन सिंह दत्तीगांव |
| 144 | इंदौर-3 | अश्विन जोशी |
| 145 | डॉ. अंबेडकरनगर - महू | अंतर सिंह दरबार |
| 146 | राऊ | जीतू पटवारी (मौजूदा विधायक) |
| 147 | सांवेर - एससी | तुलसी सिलावट |
| 148 | नागदा - खाचरोद | दिलीप सिंह गुर्जर |
| 149 | तराना - एससी | महेश परमार |
| 150 | घट्टिया - एससी | रामलाल मालवीय |
| 151 | बड़नगर | मुरली मोरवाल |
| 152 | रतलाम ग्रामीण - एसटी | लक्ष्मण सिंह डिंडोर |
| 153 | सैलाना - एसटी | हर्षविजय गहलोत |
| 154 | जावरा | केके सिंह कालूखेड़ा |
| 155 | सुवासरा | हरदीप सिंह डांग (मौजूदा विधायक) |
भोपाल . उम्मीदवारों का ऐलान होते ही भाजपा में अंदरूनी कलह खुलकर सामने आ गई है। दस बार के विधायक व पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर ने अपनी बहू कृष्णा को टिकट दिलवाने के लिए संगठन से लेकर दिल्ली तक जोर लगा दिया है। भाजपा बाबूलाल गौर का टिकट काट चुकी है और उनकी बहू को भी टिकट देने में आना-कानी कर रही है।
गौर इससे नाराज हैं। बहू ने साफ कर दिया है कि पार्टी उन्हें टिकट दे या नहीं, वे इस्तीफा देकर हर हाल में गोविंदपुरा से ही चुनाव लड़ेंगी। टिकट कटने की संभावनाओं के मद्देनजर गौर समर्थकों ने आनन-फानन में शनिवार को गोविंदपुरा में बैठक की। इसके बाद गौर के निवास पर विधानसभा प्रभारी बारेलाल अहिरवार समेत क्षेत्र के तमाम पार्षदों ने कृष्णा से मुलाकात कर चुनाव लड़ने के लिए कहा। इस बीच, कृष्णा ने परिवारवाद को लेकर सवाल उठाए और कहा कि उनके मन में पीड़ा है।
संगठन में काम किया। बरसों से परिवार का गोविंदपुरा से नाता है। कई दूसरे नेताओं के बेटे-बेटी को टिकट मिला है तो मेरे साथ ऐसा क्यों? उन्होंने आशा व्यक्त की कि आरएसएस और संगठन का उनपर भरोसा है। यह भी इस बीच कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ और वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गौर परिवार से संपर्क कर लिया है।
कांग्रेस नेता गोविंद गोयल भी गौर से मिलने उनके निवास पर पहुंचे। देर शाम को गौर ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय से कृष्णा के लिए बात की। दूसरी ओर गोविंदपुरा सीट से दावेदारी कर रहे महापौर आलोक शर्मा ने संगठन महामंत्री सुहास भगत से मिलकर अपना पक्ष रखा। भाजपा के प्रदेश महामंत्री व दावेदार वीडी शर्मा भी लगातार संघ के संपर्क में हैं।
इधर, गौर के घर पहुंचे पार्षदों में सीमा यादव, नारायणी अहिरवार, रामबाबू पाटीदार, अर्चना परमार, रश्मि द्विवेदी, लक्ष्मी ठाकुर और संजय वर्मा समेत अन्य शामिल थे। कृष्णा गौर ने मुख्यमंत्री से मिलकर यह भी स्पष्ट कर दिया कि जब वरिष्ठ नेताओं के सीट छोड़ने पर बेटों, पत्नियों और भाइयों को टिकट मिल सकती है तो उन्हें क्यों नहीं। सुदीप, विक्रम तो वर्तमान में और कई पूर्व उदाहरण हैं।
पार्टी दफ्तर में सहस्त्रबुद्धे को घेरा
मुंगावली में भाजपा प्रत्याशी केपी यादव के विरोध में बाईसाहब यादव के पुत्र ने समर्थकों के साथ भोपाल में पार्टी दफ्तर में शक्ति प्रदर्शन कर दिया। साथ ही पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा, प्रदेश प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे की गाड़ी को घेर लिया। दोनों नेता कार से नहीं निकले तो समर्थकों ने नारेबाजी करते हुए कहा कि-‘क्या कार्यकर्ताओं की भी नहीं सुनी जाएगी’।
25 गाड़ियों के साथ सीएम हाउस पहुंचे वेल सिंह
धार की सरदारपुर सीट से भाजपा विधायक वेलसिंह भूरिया का टिकट कट गया। वे शनिवार को 25 गाड़ियों में समर्थक लेकर सीएम हाउस पहुंचे और मुख्यमंत्री से बात की। मुख्यमंत्री ने उन्हें समझाने का प्रयास किया। भूरिया ने अभी अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं की है।