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  • कोटा में महिला कांग्रेस के अधिवेशन में पहुंचे कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ नारा अच्छा दिया, लेकिन टाइम आया तब कुछ नहीं किया
  • आरएसएस को बताया महिला विरोधी

सीकर/कोटा. राजस्थान दौरे के दूसरे दिन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सुबह कोटा में महिला कांग्रेस के अधिवेशन में पहुंचे। इस दौरान राजस्थान कांग्रेस की तमाम महिला कार्यकर्ता मौजूद रहीं। राहुल ने अपने संबोधन में भाजपा पर जमकर निशाना साधा। इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ नारा अच्छा दिया, लेकिन टाइम आया तब कुछ नहीं किया। इसके बाद राहुल गांधी दोपहर एक बजे जनसभा को संबोधित करेंगे।  

 

राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने नारा दिया था बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ। अच्छा नारा है फिर जब उत्तर प्रदेश में भाजपा के एमएलए ने एक महिला का बलात्कार किया तो प्रधानमंत्री ने एक शब्द नहीं बोला। यूपी के मुख्यमंत्री ने उसे बचाने की कोशिश की पीएम ने कुछ नहीं किया। नारा अच्छा दिया, लेकिन जब एक्शन लेने का टाइम आया तब कुछ नहीं किया।

 

आरएसएस और भाजपा पर भी बोले: कांग्रेस पार्टी और बीजेपी आरएसएस। लोग कहते हैं की कांग्रेस सेक्यूलर है और बीजेपी नहीं, लेकिन इस पार्टी के बीच सबसे बड़ा फर्क ये है की बीजेपी-आरएसएस के लोग कहते है कि महिलाओं को घर से नहीं निकलना चाहिए। आप आरएसएस की मीटिंग देख लीजिए कोई महिला नहीं दिखेगी। 

 

महिलाओं को 40 फीसदी आरक्षण की बात कही

 

राहुल गांधी ने कहा कि मैं कांग्रेस में बदलाव लाना चाहता हूं। आज मैने स्टेज से जिनके नाम लिए उनमें पुरषों की संख्या ज्यादा थी। मैं चाहता हूं की आने वाले सालों में इन नामों में महिलाओं की संख्या बढ़े। संगठन के सभी क्षेत्रों में महिलाओं को अधिकार दिए जाएंगे। राहुल गांधी ने कहा कि आने वाले सालों में महिलाओं के लिए 40 फीसदी आरक्षण करेंगे।

 

सीकर में राहुल गांधी बोले- एक चौकीदार ने सभी चौकीदारों को बदनाम कर दिया: कोटा के बाद राहुल गांधी ने सीकर में हुई सभा में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री वसुधरा राजे पर निशाना साधा। राहुल ने कहा कि मुख्यमंत्री राजे ने 15 लाख रोजगार देने का वादा किया था। राहुन ने कहा कि 1965 के युद्ध से लेकर सर्जिकल स्ट्राइक में पाकिस्तान की बोलती बंद करने वाले मिग व ध्रुव जैसे विमान व हैलिकाप्टर देश में ही बने थे। इन्हें हिंदुस्तान एयरोनोटिकल लिमेटेड बेंगलौर (एएचएल) ने ही बनाया था। मनमोहन सिंह जी जब प्रधानमंत्री थे जब 126 विमान खरीदने की बात हुई तो उन्होंने कहा कि विमान एचएल ही बनाएगा।

 

प्रधानमंत्री ने अपने मित्र अनिल अंबानी को राफेल के माध्यम से साढ़े तीन हजार करोड़ रुपए का फायदा पहुंचाया। अनिल अंबानी ने न ध्रुव बनाया न मिग बनाया। 70 साल पुरानी कंपनी को दरकिनार कर कुछ दिन पुरानी अनिल अंबानी की कंपनी को कांट्रेक्ट देकर फायदा पहुंचाया। राहुल ने पूछा आप बताइये कि अनिल अंबानी ने कितने लोगों को रोजगार दिया।  

  • नक्सलियों ने कर रखा है बहिष्कार का ऐलान, लोगों में दहशत का माहौल
  • पुलिस का कहना, यह नक्सली घटना नहीं, शरारती तत्वों की कारस्तानी

दंतेवाड़ा. विधानसभा चुनाव के करीब आते एक बार फिर धुर नक्सल प्रभावित इलाकों में नक्सलियों की सक्रियता बढ़ गई है। अब बचेली स्टेशन के बाहर खड़े वाहनों पर बुधवार देर रात चुनाव बहिष्कार के नारे लिखे गए हैं। इससे क्षेत्र में दहशत का माहौल है। लाल पेंट से लिखा होने के कारण लोग इसे नक्सली घटना मान रहे हैं, वहीं पुलिस इससे इनकार कर रही है। उसका मानना है कि यह किसी शरारती तत्व ने किया है। 

 जानकारी के मुताबिक, बचेली थाना क्षेत्र में शहर से लगे हुए रेलवे स्टेशन के बाहर बुधवार देर रात की घटना बताई जा रही है। लोगों देखा तो वहां खड़ी स्कार्पियो और पिकअप गाड़ी पर चुनाव बहिष्कार के नारे लिखे हुए थे। लोगों की नजर जैसे ही इस पर पड़ी उन्होंने पुलिस को सूचना दी। 

 पुलिस ने मौके पर पहुंचकर वाहनों पर लिखे नारों को मिटवाने का प्रयास भी किया, लेकिन लाल पेंट से लिखे होने के कारण वह हट नहीं सके। पुलिस का कहना है कि किसी शरारती तत्व ने इसे किया है। शहर में सुरक्षा व्यवस्था पर्याप्त है। फोर्स की भी तैनाती की गई है। 

 दरअसल, दंतेवाड़ा विधानसभा चुनाव में नक्सलियों ने पहले ही बहिष्कार का एलान कर दिया था। भांसी कमालूर रेलवे स्टेशन के पास भी भैरमगढ़ एरिया कमेटी के चुनाव बहिष्कार के पर्चे देखे गए थे। इसी तरह से बचेली सेम्पेक्स नाला के पास भी विरोध के पर्चे दो दिन पहले मिले थे। 

 

चुनाव को सकुशल संपन्न कराने के लिए नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई है। अतिरिक्त फोर्स के लिए जवान भी बाहर से भेजे गए हैं। बावजूद इसके नक्सलियों की ओर से उनकी हरकतें जारी हैं। लोगों में डर इतना है कि उन्होंने वोटिंग के बाद अंगुली में लगने वाली स्याही काे भी मना किया है।

  • विधानसभा चुनाव में 421 उम्मीदवारों ने किया था पर्चा दाखिल, 231 के ही मिले सही
  • 26 अक्टूबर नाम वापसी की अंतिम तिथि, 18 सीटों पर 12 नवंबर को होगा मतदान

रायपुर. छत्तीसगढ़ में पहले चरण में होने वाले चुनाव के लिए जांच के बाद गड़बड़ी मिलने पर गुरुवार को 190 उम्मीदवारों के नामांकन पत्र खारिज हो गए। 18 विधानसभा सीटों पर 421 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया था। इसमें से 231 के ही पर्चे सही पाए गए। वहीं आज से ही नाम वापसी भी शुरू हो गई है। 26 अक्टूबर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। 

  बस्तर संभाग और राजनांदगांव के जिलों में 12 नवंबर को मतदान होने है। इसके लिए राजनांदगांव जिले के खैरागढ़ विधानसभा में 19, डोंगरगढ़ में 11, राजनांदगांव में 40, डोंगरगांव में 14, खुज्जी में 18 और मोहला-मानपुर विधानसभा सीट में 10 प्रत्याशियों के नामांकन पत्र वैध मिले हैं। 


पहले चरण में निर्वाचन वाले बस्तर संभाग के कांकेर जिले के अंतागढ़ विधानसभा में 14, भानुप्रतापपुर में 10 और कांकेर विधानसभा में 8 उम्मीदवारों के नामांकन सही पाए गए। कोंडागांव जिले के केशकाल विधानसभा में 9 व कोंडागांव में 5 उम्मीदवारों के नामांकन विधिमान्य घोषित किए गए हैंं। नारायणपुर विधानसभा के लिए 8 उम्मीदवारों के नामांकन पत्र सही मिले। 

 

बस्तर जिले के बस्तर विधानसभा में 6, जगदलपुर में 25 और चित्रकोट विधानसभा में 10 प्रत्याशियों के नामांकन पत्र सही घोषित किए गए हैं। दंतेवाड़ा जिले के दंतेवाड़ा विधानसभा के लिए 10, बीजापुर जिले के बीजापुर विधानसभा के लिए 8 और सुकमा जिले के कोंटा विधानसभा के लिए 6  उम्मीदवारों के नामांकन पत्र सही पाए गए। 

 

पहले चरण में बस्तर संभाग की 12 और राजनांदगांव जिले की 6 सीटों के लिए मतदान होंगे. इसके लिए नामांकन की अंतिम तिथि 23 अक्टूबर थी। छत्तीसगढ़ की 90 विधानसभा सीटों पर दो चरणों में मतदान होने हैं। पहले चरण में 12 नवंबर और दूसरे चरण में 20 नवंबर को मतदान होंगे।  इसके बाद 12 दिसंबर को चुनाव परिणाम आएंगे। 

  • पुलिस ने अारोपियों से 30 लाख का सोना और नकदी जब्त की
  • लुटेरों पर पुलिस ने 10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था
  • लूट में शामिल अन्य चार आरोपियों को पुलिस तलाश रही है

बड़वानी. पानसेमल क्षेत्र में 30 सितंबर की रात सराफा व्यवसायी से हुई लूट मामले में पुलिस ने अंतरराज्यीय गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों से 30 लाख का सोना और नकदी जब्त की है। जांच के लिए एसपी ने एसआईटी गठित की थी, जिसने लूट के 24 दिन बाद मामले में सफलता हासिल की। लूट में शामिल अन्य चार आरोपियों की पुलिस तलाश कर रही है। एसपी ने लूटरों पर 10 हजार का इनाम भी घोषित किया।

आरोपियों के चार साथी अभी भी फरार

  1.  

    एसपी विजय कुमार खत्री के अनुसार वारदात पानसेमल क्षेत्र में 30 सितंबर को हुई थी। रात करीब साढ़े 8 बजे सराफा व्यवसायी राजेन्द्र सोनी अपने भांजे लवेश के साथ दुकान बंद कर बाइक से घर जा रहे थे। उनके पास एक बैग में सोने की ज्वैलरी, जिसमें लेडीज व जेंट्स अगूठियां, झुमकी, टॉप्स, ईयर रिंग, पेंडल, बालियां, नेकलेस, गले की माला, सोने के मोती, सोने के बिस्किट, सोने के टुकड़े और एक लाख 70 हजार रुपए नकदी रखकर घर जा रहे थे।

     

  2.  

    व्यापारी जब खेतिया रोड बुरहानी हार्डवेयर के पास पहुंचे तो पीछे से आए एक व्यक्ति ने अपनी बाइक से उनकी बाइक को टक्कर मार दी। टक्कर लगते ही वे जमीन पर गिर गए। इसी बीच वहां खड़े एक अन्य व्यक्ति ने राजेन्द्र अौर लवेश पर लट्ठ से हमला कर उनसे बैग छीन लिया। हमले में राजेन्‍द्र और लवेश दोनों को सिर पर गंभीर चोटें आई थी। पुलिस ने राजेंद्र की शिकायत दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू की। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी खत्री ने एक टीम का गठन किया और जल्द आरोपियों को पकड़ने के निर्देश दिए। 

     

  3.  

    टीम ने मुखबीर की सूचना पर आरोपी रमेश पिता बिजिया परमार निवासी पिपल्या थाना कल्याणपुरा झाबुआ, रविन्द्र पिता सेलदार पावरा निवासी आजाद नगर लोनखेड़ा जिला नंदूरबार (महाराष्ट्र) और प्रहलाद पिता दगडु सोनी निवासी आजाद नगर लोनखेड़ा जिला नंदूरबार (महाराष्ट्र) को पकड़ा। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 30 लाख रुपए के सोने के जेवरात, नकदी और एक ट्रैक्टर जब्त किया। आरोपियों से पूछताछ में बताया कि लूट मामले में उनके साथ अन्य आरोपी जुवानसिंह, दीपू, थावरिया, रमेश ताहेड भी शामिल थे, जिनकी तलाश जारी है।

     

  4.  

    अारोपी रमेश परमार ने इसके पहले सेंधवा में गवाड़ी पेट्रोल पंप लूट, मुंबई के ठाणे में एक सोनार से लूट, कल्याणपुरा में एक सोनार से लूट और मेघनगर में पेट्रोल पंप में लूट की वारदात को अंजाम दे चुका है। आरोपी रविन्द्र पावरा इसके पहले खेतिया और शहादा में चोरी की वारदात को अंजाम दे चुका है। वहीं प्रहलाद सोनी पूर्व में शहादा (महा.) में टाडा के प्रकरण का आरोपी था।

     

     

  5.  

    आरोपी रमेश परमार और आरोपी रविन्द्र पावरा की दोस्ती सेंधवा जेल में हुई थी। वहीं पर दोनों ने लूट की योजना बनाई थी। जेल से छूटने के बाद अपने साथियों के साथ योजना बनाकर पानसेमल में लूट की वारदात को अंजाम दिया। पानसेमल की लूट में प्रयुक्त बिना नंबर की बाइक को पानसेमल में छोक़कर भाग गए थे, जिसे उन्‍होंने पेटलावद जिला झाबुआ से चोरी किया था। आरोपी रमेश परमार ने लूट के रुपए से एक ट्रैक्टर खरीदा था, जिसे जब्त कर लिया गया है।

मुंबई। अभिनेत्री जैकलीन फर्नांडिस ने कहा है कि "यौन उत्पीड़न फिल्म जगत से जुड़ा एक विशेष मुद्दा नहीं है क्योंकि "यौन उत्पीड़क" हर जगह है।" "कभी-कभी हमारे अपने घर" में भी होते हैं। फिल्म जगत में चल रहे मीटू अभियान के बारे में पूछे जाने पर जैकलीन ने कहा कि इस समय जो हो रहा है उस पर बाचतीत के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।

 
जैकलीन ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह बहुत महत्वपूर्ण है कि हमें याद है कि लैंगिक चर्चा एक ऐसा संवाद है जो लंबे समय से लंबित है। इसे हमे फिल्म उद्योग तक सीमित नहीं रखना चाहिए। यह एक ऐसा संवाद है जिस पर लंबे समय से हमारे समाज में भी चर्चा नहीं हुई है।’’ 
 
उन्होंने कहा, ‘‘दुर्भाग्यवश, दुखद सचाई है कि यौन उत्पीड़क हमारे चारों तरफ हैं। कभी-कभी वे हमारे अपने घर में भी मिल जाते हैं।’’ अभिनेत्री ने कहा कि पूरा मुद्दा सेक्स के बारे में नहीं है बल्कि यह शक्ति संघर्ष के बारे में है।

मुंबई। श्रृंखला पहले ही जीत चुकी भारत ए महिला क्रिकेट टीम कल तीसरे और आखिरी टी20 मैच में आस्ट्रेलिया ए के खिलाफ उतरेगी तो उसका इरादा 3–0 से जीत दर्ज करने का होगा। आईसीसी टी20 विश्व कप के लिये वेस्टइंडीज जाने से पहले आस्ट्रेलिया ए का सूपड़ा साफ करके भारतीय टीम अपना मनोबल बढाना चाहेगी। इस मैच में जेमिमा रौद्रिगेज, अनुजा पाटिल, डी हेमलता के पास भी रन बनाकर फार्म हासिल करने का मौका रहेगा। 

 
पहले मैच में अर्धशतक जमाने वाली स्मृति मंधाना दूसरे मैच में नहीं चल सकी जो दोबारा लय पाने की कोशिश में होगी। कप्तान हरमनप्रीत कौर और अनुभवी मिताली राज भी अपना फार्म बरकरार रखना चाहेंगी। श्रृंखला पहले ही अपनी झोली में डालने के बाद भारतीय टीम प्रबंधन कुछ युवाओं को भी मौका दे सकता है। 

वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को कहा कि उनकी सरकार ने व्यापार में चीन के ‘अनुचित’ व्यवहार के खिलाफ अब तक के सबसे कड़े कदम उठाए हैं। उल्लेखनीय है कि ट्रंप इस साल जून से अपने यहां चीन से आने वाले माल पर धीरे-धीरे आयात शुल्क बढ़ा रहे हैं। बीजिंग को अरबों डॉलर के व्यापार घाटे को कम करने के लिए कहते हुए ट्रंप ने चीन की ‘अनुचित’ व्यापार गतिविधियों के खिलाफ अभूतपूर्व कड़े कदम उठाए हैं।

ट्रंप ने विस्किन्सिन में अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए एक चुनावी रैली में कहा, “चीन की अनुचित व्यापारिक गतिविधियों को रोकने के लिए हमने अब तक के सबसे कड़े कदम उठाए हैं।” उन्होंने दावा किया कि अमेरिका द्वारा उठाये गए कड़े उपायों के कारण चीन उसके साथ समझौता करना चाहता है। ट्रंप ने अमेरिका और चीन के बीच कारोबार में बहुत अधिक अंतर का उल्लेख करते हुए कहा, “वे समझौता करना चाहते हैं। यह सच है। वे करार चाहते हैं। राष्ट्रपति शी एक शानदार इंसान हैं और हम लोग जल्द ही कुछ करेंगे।

लेकिन आपको पता है कि एक अरसे से हर साल इस देश से 500 अरब डॉलर निकाल लिये गए।” गौरतलब है कि ट्रंप का 30 नवंबर और एक दिसंबर को अर्जेंटीना में जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर चीनी समकक्ष शी चिनफिंग से मुलाकात का कार्यक्रम है।

लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी ने आज कहा कि प्रयागराज में आगामी कुंभ के आयोजन को भव्य बनाने की तैयारी में संगठन जी जान से जुटेगा। राजधानी लखनऊ में कल हुई संघ के संगठनों और भारतीय जनता पार्टी संगठन की समन्वय बैठक में कुंभ और धार्मिक नगरों के विकास कार्यों को लेकर व्यापक मंथन हुआ। यह जानकारी भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता चंद्रमोहन ने 'भाषा' से बातचीत में दी । उन्होंने कहा, 'कुंभ का बडा आयोजन हो रहा है। इस आयोजन को अधिक से अधिक भव्य कैसे बनाया जाए, इसमें संगठन की क्या भूमिका हो सकती है, इस बारे में प्रमुखता से चर्चा की गयी ।'

 
उन्होंने कहा कि चाहे अयोध्या में दीपावली मनाना हो या अयोध्या से जनकपुर की बस सेवा शुरू करना, ब्रज के विकास का कार्य हो या काशी के विकास का, नैमिषारण्य तीर्थ को विकसित करने की बात हो या इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज करने का फैसला हो .... इन सब निर्णयों और कार्यों के साथ जनता को कैसे और बेहतर तरीके से जोड़ा जाए, इस बारे में बातचीत हुई ।
 
यह पूछने पर कि क्या 2019 के लोकसभा चुनावों को लेकर कोई चर्चा की गयी, चंद्रमोहन ने कहा, 'बैठक पूरी तरह गैर राजनीतिक थी। यह संघ के स्वयंसेवकों की बैठक थी। उत्तर प्रदेश को कैसे और बेहतर बनाया जाए, इस बारे में संघ के स्वयंसेवकों ने विचार विमर्श किया।' उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के पुनर्निर्माण के संदर्भ में राज्य सरकार की ओर से किये जा रहे विकास कार्यों की समीक्षा की गयी। प्रवक्ता ने बताया कि अंत्योदय के लिए सरकार की ओर से किये जा रहे कार्यों की बैठक में प्रशंसा हुई। इन कार्यों को आगे बढाने के बारे में बात हुई ।
अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव की आहट के बीच एक बार फिर अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण का शोर सुनाई पड़ने लगा है। अबकी बार की खासियत यह है कि बीजेपी की मोदी−योगी सरकारें तो नहीं, लेकिन उनकी विचारधारा वाले साधू−संत और हिन्दूवादी संगठन मंदिर निर्माण की तारीख भी बता रहे हैं। संतों की उच्चाधिकार प्राप्त समिति की सरकार से कानून बनाकर मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने की मांग के बाद राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत जब कहें, 'बेवजह समाज के धैर्य की परीक्षा लेना किसी के हित में नहीं है। राम मंदिर निर्माण के लिये कानून लाए सरकार।' तो, समझा जा सकता है कि अयोध्या में मंदिर निर्माण को लेकर कहीं न कहीं खिचड़ी पक जरूर रही है। साधू−संत तो बाकायदा यहां तक कह रहे हैं कि 06 दिसंबर 2018 से अयोध्या में मंदिर निर्माण शुरू हो जायेगा। खास बात यह है कि कई मुस्लिम संगठन भी अब मंदिर निर्माण के पक्ष में बोलने लगे हैं। खुद को बाबर का वंशज बताने वाले भी कह रहे हैं कि अगर मंदिर निर्माण हुआ तो वह सोने की ईंट देंगे।
 
दरअसल, उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार के गठन के बाद से ही मोदी सरकार के ऊपर मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने का चौतरफा दबाव बन रहा है। बीजेपी के भीतर से भी समय−समय पर मंदिर निर्माण की आवाज उठती रहती है। मंदिर से लेकर तमाम सियासी सरगर्मियों के बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ 24 अक्टूबर को लखनऊ में एक बैठक भी करने जा रहा है, जो इस दिशा में 'मील का पत्थर' साबित हो सकती है। तय कार्यक्रम के अनुसार भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और दोनों उप मुख्यमंत्री, योगी सरकार के तमाम मंत्रियों, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय और प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल भी इसमें हिस्सा लेंगे। हाल ही में नागपुर में संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत के राम मंदिर पर ताजा बयान के बाद इस बैठक का महत्व और बढ़ गया है। मोहन भागवत के अलावा संघ के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्णगोपाल सहित कई अन्य प्रमुख लोग इस बैठक में शामिल होंगे। बैठक में योगी सरकार के कामकाज, मंत्रिमंडल विस्तार और संगठन में कई चेहरों के भविष्य पर भी मुहर लगेगी। इसके अलावा लोकसभा चुनाव का रोडमैप बनाने के साथ कई अन्य मुद्दों पर भी बातचीत होगी।
 
बहरहाल, लाख टके का सवाल यही है कि क्या आम चुनाव से पूर्व मंदिर निर्माण हो पायेगा ? या यह एक बार फिर चुनावी शिगूफा साबित होगा। भारतीय जनता पार्टी पर हमेशा से राम मंदिर के नाम पर सियासत का आरोप लगता रहा है। खासकर, जब से केन्द्र में मोदी और यूपी में योगी का राज आया है तब से यह हमला और भी तेज हो गया है। बीजेपी जब भी किसी मंच पर मंदिर निर्माण की वकालत करती तो विपक्ष बीजेपी पर तंज कसने लगता है, 'मंदिर वहीं बनायेंगे, पर तारीख नहीं बतायेंगे।' मामला सुप्रीम कोर्ट में होने के कारण विपक्ष के हमले से बीजेपी तिलमिला कर रह जाती है। यह सिलसिला कई वर्षों से अनवरत जारी था। मंदिर निर्माण ऐसा मुददा था, जिसकी मुखालफत करके मुलायम और लालू यादव जैसे नेता सत्ता की सीढ़ियां चढ़ने में कामयाब रहे तो कांग्रेस सहित तमाम दलों ने बीजेपी की राम मंदिर निर्माण की सियासत के खिलाफ लामबंदी करके मुस्लिम वोटों की खूब लामबंदी की। बीजेपी को साम्प्रदायिक पार्टी करार दे दिया गया। मुसलामनों को डराया गया कि अगर बीजेपी सत्ता में आ जायेगी तो उनके लिये देश में रहना मुश्किल हो जायेगा। मुस्लिम तुष्टिकरण के चलते ही पूर्ववर्ती यूपीए सरकार के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने यहां तक कह दिया कि प्राकतिक सम्पदा पर पहला हक मुसलमानों का है। मुस्लिम तुष्टिकरण का यह सिलसिला कई दशकों तक चलता रहा। ऊंच−नीच के नाम पर हिन्दुओं को आपस में लड़ाया गया। यह सिलसिला 2014 में तब कमजोर पड़ा जब मोदी ने विरोधियों की तुष्टिकरण की सियासत के खिलाफ हिन्दुत्व को धार देकर शानदार जीत हासिल की और कांग्रेस को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा। शर्मनाक हार के लिये के बाद कांग्रेस ने हार के कारणों का पता लगाने के लिये एंटोनी कमेटी का गठन किया, जिसने अपनी रिपोर्ट में कहा कि कांग्रेस को हिन्दू विरोधी छवि के कारण नुकसान उठाना पड़ा, लेकिन कांग्रेस के शीर्ष नेताओं को एंटोनी कमेटी की बात समझ में नहीं आई।
 
उधर, उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, बिहार में लालू यादव का राष्ट्रीय जनता दल और पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी जैसे नेताओं का मुस्लिम वोटों की सियासत से मोहभंग नहीं हो पाया था, लेकिन उनकी गलतफहमी दूर होने में ज्यादा समय नहीं लगा, क्योंकि बीजेपी हिन्दुत्व के सहारे एक के बाद एक राज्य में सत्तारूढ़ होती जा रही थी।
  
वैसे, हकीकत यह भी है कि राम मंदिर विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट से इतनी जल्दी फैसला आने की उम्मीद किसी को नहीं है। अगर मोदी सरकार कानून बनाकर मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त कर दे तो बीजेपी को अगले वर्ष होने वाले आम चुनाव के साथ−साथ इसी वर्ष के अंत में पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में भी इसका फायदा मिल सकता है। योगी सरकार मंदिर निर्माण के लिये प्रस्ताव केन्द्र को भेज सकती है, जिसको आधार बनाकर मोदी सरकार इसे लोकसभा में आसानी से पारित करा लेगी, तो राज्यसभा में भी शायद ही कोई खास अड़चन आए। राजनैतिक नुकसान के डर से कांग्रेस शायद मंदिर निर्माण के लिये सुप्रीम कोर्ट का फैसला मान्य होगा, जैसा राग नहीं अलाप सकेगी। इसके अलावा विपक्ष के कुछ हिन्दू सांसद भी मंदिर निर्माण के पक्ष में आ सकते हैं। यह बात इस लिये पुख्ता तौर पर कही जा सकती है क्योंकि अब गैर बीजेपी दल ऐसे किसी मुद्दे को हवा नहीं देते हैं जिससे हिन्दू समाज नाराज हो जाये। इसीलिये तो जब इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज किया गया तो कहीं भी विरोध के स्वर नहीं फूटे। इससे पहले मदरसों की मनमानी पर योगी सरकार ने डंडा चलाया। मदरसों में राष्ट्रीय गान को गाना अनिवार्य किया। बूचड़खानों पर सख्ती की, लेकिन किसी भी दल ने इन फैसलों के खिलाफ योगी सरकार को घेरने की कोशिश नहीं की। क्योंकि मुस्लिम तुष्टिकरण की सियासत करने वालों को डर सता रहा था कि कहीं हिन्दू वोटर नाराज न हो जायें।
 
लब्बोलुआब यह है कि मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष जिस तरह से लामबंदी कर रहा है। सरकार के हर फैसले पर उंगली उठाई जा रही है। जनआक्रोश को भड़काया जा रहा है। मॉब लिंचिंग की घटनाओं को हवा−पानी देकर मोदी सरकार को पूरी तरफ असफल करार दिया जा रहा है। भगोड़े उद्योगपतियों- विजय माल्या, नीरव मोदी, मेहुल चौकसी की आड़ लेकर केन्द्र सरकार पर कीचड़ उछाला जा रहा है। लड़ाकू विमान राफेल की डील में 'खेल' की बात प्रचारित की जा रही है। उसके चलते मोदी की राह आसान नहीं लगती है। ऐसे में हिन्दुत्व का उभार बीजेपी की नैया पार लगाने के लिये महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
 
इस बीच खबर यह भी आ रही है कि उत्तर प्रदेश में भाजपा का विजय रथ रोकने के लिए सपा−बसपा के गठबंधन में कांग्रेस व रालोद के शामिल होने पर भी सहमति बन गई है। महागठबंधन सभी सीटों पर भाजपा के खिलाफ साझा प्रत्याशी उतारने की तैयारी में है। जानकारों की मानें तो सीटों पर अंतिम फैसला होना अभी बाकी है। बसपा लगभग 40 सीटों पर दावा कर रही है। ऐसे में सपा को अपने खाते से सीटें कांग्रेस व रालोद को बांटनी पड़ सकती हैं। सपा अगर 30 सीटों पर उम्मीदवार उतारती है तो उसे 10 सीटें कांग्रेस व रालोद को देनी पड़ सकती हैं। देखने वाली बात यह होगी कि कांग्रेस व रालोद बसपा−सपा की शर्तों पर गठबंधन में शामिल होने को तैयार होते हैं या कोई अलग राह चुनते हैं। सवाल यह भी है कि शिवपाल यादव का सेक्युलर मोर्चा, डॉ. अयूब की पीस पार्टी, कौमी एकता दल जैसे छोटे दलों जिनकी कुछ विशेष इलाके में अच्छी खासी पैठ है, वह किस करवट बैठेंगे।

 भिलाई के वरिष्ठ पत्रकार एवं छत्तीसगढ़ जर्नलिस्ट यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष ईश्वर दुबे ने जिला दुर्ग पुलिस अधीक्षक एवं जिला निर्वाचन अधिकारी से सुरक्षा की मांग की है। उन्होंने आवेदन में उल्लेख किया है कि सोशल मीडिया और अखबार में एक भाजपा नेता की सच्चाई को उजागर करने के कारण उन्हें धमकी मिल रही है तथा उन्हें जानमाल का खतरा बना हुआ है अतः उन्हें पुलिस सुरक्षा प्रदान की जाए। ज्ञात हो कि भिलाई के अलावा बालोद जिले के एक भाजपा प्रत्याशी के असली चेहरे को उजागर करने के बाद से कई पत्रकारों को धमकी देने का क्रम शुरू हो गया है। जिसकी पत्रकारों ने तीव्र निंदा की है।

 
 
 
 

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