ईश्वर दुबे
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Bhilai
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश तेजी से प्रगति के पथ पर बढ़ रहा है। भारत वसुधैव-कुटुम्बकम की संस्कृति पर चल रहा है, जहाँ पूरा विश्व एक परिवार की तरह है। जब सारा विश्व युद्ध में झुलस रहा है, तब भारत जियो और जीने दो का संदेश देकर अपनी उदार संस्कृति का परिचय दे रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव शुक्रवार को इंदौर के केसरबाग क्षेत्र में एक बगिया माँ के नाम नगर वन निर्माण का भूमि पूजन एवं पौधारोपण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
मुंबई, 11 जुलाई 2025: धड़क 2 का ट्रेलर रिलीज हो गया है, और इसमें पूरी तरह से सिद्धांत चतुर्वेदी का दबदबा है। यह अब तक की उनकी सबसे इमोशनल परफॉर्मेंस मानी जा रही है, जिसमें वह प्यार और विरासत के बीच उलझे नीलेश के किरदार को एक अनोखे दर्द और गहराई के साथ जीवंत करते हैं। इस फिल्म में इंटेंसिटी, नर्मी और टूटे हुए दिल की एक खामोश चीख है — और सिद्धांत सिर्फ नीलेश का किरदार नहीं निभाते, वो उसे जीते हैं। उनकी आँखों में छुपा दर्द, आवाज़ में ठहराव और चेहरे पर जमी चुप्पी, एक ऐसा किरदार बनाती है जो आपके दिल तक उतर जाता है। सिद्धांत का अभिनय इस किरदार में सिर्फ एक्सप्रेशन तक सीमित नहीं है, बल्कि वह पूरी तरह से उसमें डूबे हुए नज़र आते हैं। हर एक नज़र, हर एक सांस, जैसे उन्होंने उस किरदार की पीड़ा को महसूस किया हो। ट्रेलर यह दिखाता है कि सिद्धांत ने शूटिंग के दौरान खुद को अलग-थलग रखा, नीलेश की तन्हाई को समझा और हर सीन के बाद उस इमोशनल बोझ को अपने साथ घर तक ले गए।
ट्रेलर में उनका हर सीन, हर फ्रेम, दर्शकों को नीलेश की कहानी में खींच लेता है — एक ऐसी कहानी, जो प्यार से शुरू होकर विद्रोह, दर्द और गहरे आत्मसंघर्ष से होकर गुजरती है। बिना किसी ओवरड्रामा के, वह इमोशन को बेहद रियल अंदाज़ में पेश करते हैं। वहीं, उनके अपोजिट त्रिप्ति डिमरी अपने किरदार में एक खामोश ताकत और गहराई लेकर आती हैं। सिद्धांत और त्रिप्ति की केमिस्ट्री ट्रेलर में उतनी ही सशक्त लगती है — कहीं नर्म तो कहीं तूफानी। उनके बीच की टेंशन और समझदारी इस कहानी को सिर्फ एक लव स्टोरी से कहीं आगे ले जाती है।
अजय देवगन की फिल्म 'सन ऑफ सरदार' को दर्शकों ने खूब प्यार दिया था। इसी से प्रेरित होकर मेकर्स ने इसका सीक्वल बनाया है। इस सीक्वल का नाम है 'सन ऑफ सरदार 2'। आज इस फिल्म का ट्रेलर रिलीज हो गया है। ट्रेलर काफी दमदार है। अजय देवगन इसमें नए अंदाज में नजर आ रहे हैं।
ट्रेलर में क्या है?
लगभग तीन मिनट के ट्रेलर में दिखाया गया है कि अजय देवगन और वामिका गब्बी एक जोड़े की शादी कराना चाहते हैं। हालांकि उनकी शादी में कई अड़चनें आती हैं। ट्रेलर में अजय देवगन और वामिका गब्बी का रोमांस भी दिखा है। ट्रेलर में संजय मिश्रा और रवि किशन अलग अंदाज में नजर आए हैं। ट्रेलर में देखा जा सकता है कि अजय देवगन ने एक चालाक सरदार का किरदार निभाया है। हालांकि ट्रेलर के आखिर में वह अपने मकसद के लिए गंभीर हो जाते हैं।
अजय का इंस्टाग्राम पोस्ट
इससे पहले 23 जून को अजय देवगन ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर फिल्म 'सन ऑफ सरदार 2' का एक मोशन पोस्टर जारी किया था। इसमें एक्टर के कड़े से बिजली निकलती नजर आ रही थी। अजय का यह अंदाज फैंस को बहुत पसंद आया था। मोशन पोस्टर के साथ अजय देवगन ने फिल्म का पोस्टर भी जारी किया था, जिसमें अजय निडर नजर आ रहे थे।
सन ऑफ सरदार 2 की कास्टिंग
फिल्म 'सन ऑफ सरदार 2' का निर्देशन विजय कुमार अरोड़ा कर रहे हैं। फिल्म के निर्माता अजय देवगन, ज्योति देशपांडे, एनआर पचीसिया और प्रवीण तलरेजा हैं। एक्शन कॉमेडी ड्र्मा फिल्म साल 2012 की फिल्म 'सन ऑफ सरदार' का सीक्वल है। फिल्म में अजय देवगन, मृणाल ठाकुर और संजय मिश्रा होंगे।
कब रिलीज होगी फिल्म?
बताया जाता है कि सबसे पहले इस फिल्म की शूटिंग जुलाई 2024 में एडिनबर्ग में हुई थी। यहां 50 दिनों तक शूटिंग हुई। इसके बाद इसकी शूटिंग यूनाइटेड किंगडम के लंदन में हुई। फिल्म की शूटिंग पंजाब में भी हुई। अप्रैल 2025 को, कुबरा सैत ने अपनी डबिंग पूरी की।
यह फिल्म 25 जुलाई 2025 को रिलीज होगी।
सुपरहीरो फिल्मों के दीवानों के लिए 11 जुलाई 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है 'सुपरमैन'। जेम्स गन के निर्देशन में बनी ये हॉलीवुड फिल्म फैंस की उम्मीदों पर खरी उतरी? सोशल मीडिया पर आई प्रतिक्रियाएं बताती हैं कि मामला कुछ मिला-जुला रहा। डेविड कोरेन्सवेट, एलन ट्युडिक, ग्रेस चान, एंजेला साराफ्यान जैसे कलाकारों से सजी इस फिल्म को लेकर लोगों में काफी उत्साह था। गन के निर्देशन और डीसी स्टूडियोज के बैनर तले बनी इस फिल्म से उम्मीदें आसमान छू रही थीं, लेकिन फिल्म रिलीज होते ही दर्शकों की राय दो हिस्सों में बंट गई।
'मैन ऑफ स्टील' ने लूटी लाइमलाइट
डेविडकोरेन्सवेट ने मैन ऑफ स्टील की भूमिका में कई लोगों को यकीनन इंप्रेस किया और साथ ही एलनट्युडिक, ग्रेसचान, एंजेलासाराफ्यान, माइकलरूकर, सारासैंपायो जैसे कलाकारों की मौजूदगी ने इस फिल्म का ग्राफ और ऊंचा कर दिया। ये फिल्म डीसीस्टूडियोज, ट्रोलकोर्ट एंटरटेनमेंट और द सफरान कंपनी के बैनर तले बनी है।
लोगों के फिल्म पर रिएक्शन्स
इस फिल्म को देखने के बाद एक यूजर ने लिखा, 'सुपरमैन थोड़ी सामान्य सुपरहीरो भी हो सकता है, लेकिन ये मुझ पर गहरी छाप छोड़ गया। मैं इसे कम से कम दो बार फिर देखूंगा।' वहीं एक दूसरे यूजर ने कहा, 'हमें रोना नहीं था, लेकिन ये फिल्म देखकर आंसू आ गए। यह मैन ऑफ स्टील को नया जीवन देती है।' इसके अलावा कुछ लोगों ने इसे 11/10 बताया और कहा कि ये फिल्म दिल से, इमोशन्स मे और कॉमेडी में भी गजब की है।”
फिल्म पर नेगेटिव कमेंट्स भी मिले
कई लोग ऐसे भी रहे जिन्हें फिल्म पसंद नहीं आई। एक यूजर ने लिखा, 'जैसा कि मैन ऑफ स्टील फिल्म होनी चाहिए, ये वैसी नहीं है। ये सुपरमैन नहीं, एक सुस्त और निराश कर देने वाला किरदार दिखा रहा है। अगर एक सामान्य एक्शन फिल्म देखनी हो तो ठीक है, लेकिन किसी भी संतुष्टि के साथ 3/10 देने लायक एक सुपरमैन मूवी नहीं। मैंने इतनी खराब मैन ऑफ स्टील फिल्म पहले नहीं देखी।'
तकनीकी टीम ने किया अच्छा काम
जेम्सगन, जेरीसीगल और जोशुस्टर द्वारा लिखित इस कहानी के विज़ुअल इफ़ेक्ट्स (CGI) को बहुत खास नहीं माना गया, जबकि कुछ तकनीकी पहलुओं, जैसे कि बैकग्राउंड स्कोर, को केवल औसत दर्जा रेटिंग ही मिली है।
प्रयागराज की गलियों से निकली एक चिंगारी जब आग बनती है, तो वो सिर्फ रास्ते नहीं जलाती, कई जिंदगियां झुलसा देती है। ‘मालिक’ ऐसी ही एक चिंगारी की कहानी है, जो न तो पूरी तरह अपराध की तरफ है, न ही सिस्टम से लड़ने वाली कोई महान आत्मा। यह कहानी है उस गुस्से, उस लाचारी की, जो धीरे-धीरे एक आम लड़के को ‘मालिक’ बना देती है।
राजकुमार राव के कंधों पर पूरी फिल्म
फिल्म का सेंट्रल किरदार है दीपक, जिसे निभाया है राजकुमार राव ने। राजकुमार की परफॉर्मेंस फिल्म का सबसे ताक़तवर पक्ष है। उन्होंने अपने किरदार में जो टूटा हुआ आत्म-सम्मान, अंदर ही अंदर उबलता गुस्सा और धीरे-धीरे बढ़ती सत्ता की भूख दिखाई है, वो वाकई असर छोड़ती है। खास बात यह है कि एक ऐसा किरदार है जो हालात से मालिक बना है और शायद यही इसकी सबसे बड़ी सच्चाई है। राजकुमार राव के करियर की यह उन फिल्मों में से एक है, जो उन्हें पूरी स्क्रीन स्पेस और स्क्रिप्ट देती है। उन्होंने पहले भी 'शाहिद', 'सिटीलाइट्स' और 'ओमेर्टा' जैसी फिल्मों में गंभीर किरदार निभाए हैं, लेकिन ‘मालिक’ में कैमरा हर वक्त उन्हीं के चेहरे पर टिका रहता है। वह हर फ्रेम को ईमानदारी से निभाते हैं।
अधूरी थी जो कहानी, 'मालिक' ने पूरी की?
गौर करने वाली बात यह भी है कि राजकुमार ने पहले ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ में नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी के साथ एक मजबूत रोल करने की कोशिश की थी, लेकिन बाद में उनका किरदार छोटा कर दिया गया था। शायद ‘मालिक’ उस अधूरे सपने की एक पूरी तस्वीर है।
शुरुआत उम्मीद से भरी, पर फिर चूक
फिल्म की शुरुआत बहुत वादा करती है - एक डार्क, थ्रिलर की उम्मीद जगती है। इलाहाबाद की असली गलियों में फिल्माया गया हर सीन रॉ और रियल लगता है। कैमरा वर्क, लाइटिंग और प्रोडक्शन डिजाइन उस राजनीतिक-गुंडागर्दी के फिल्म का माहौल बहुत अच्छे तरीके से बनाया गया है। लेकिन जैसे-जैसे कहानी आगे बढ़ती है, फिल्म खुद अपनी गंभीरता से घबराने लगती है।
दूसरे हाफ में फिल्म खुद से डरने लगती है
दूसरे हाफ में फिल्म ‘थ्रिल’ की जगह ‘ड्रामा’ और ‘मसाले’ को पकड़ने लगती है। ऐसा लगता है जैसे मेकर्स को डर लग रहा हो कि क्या ऑडियंस एक शांत, गंभीर फिल्म को अपनाएंगे?
बड़ी सपोर्टिंग कास्ट, लेकिन सिर्फ एक नाम याद रह जाता है
फिल्म में बाकी कलाकारों का काम ठीक-ठाक है, लेकिन कोई बहुत खास असर नहीं छोड़ता। मनुषी छिल्लर बहुत कम समय के लिए पर्दे पर आती हैं और उनके चेहरे के भाव लगभग हर सीन में एक जैसे लगते हैं। राजकुमार राव के साथ उनकी जोड़ी भी खास नहीं लगती। प्रोसेनजीत चटर्जी और सौरभ शुक्ला जैसे अच्छे कलाकार फिल्म में हैं, लेकिन उनके किरदारों में कुछ नया नहीं है। सौरभ शुक्ला का रोल तो वैसा ही लगता है जैसा हमने उन्हें पहले भी करते देखा है। लेकिन अंशुमान पुष्कर इस भीड़ में अलग नज़र आते हैं। उन्होंने राजकुमार राव के साथ अच्छे सीन किए हैं, खासकर सेकंड हाफ में उनका अभिनय मजबूत लगता है। उन्होंने अपने किरदार को ईमानदारी से निभाया है और अच्छा प्रभाव छोड़ा है।
हुमा कुरैशी का आइटम नंबर
हुमा कुरैशी का एक आइटम नंबर फिल्म में है, जो सिर्फ कुछ मिनट की झलक भर है। 'मोनिका ओ माय डार्लिंग' में जो राजकुमार और हुमा के बीच अच्छा तालमेल दिखा था, यहां वो बिल्कुल नहीं दिखता.. बस गाना आता है और खत्म हो जाता है।
डायरेक्शन ईमानदार, लेकिन स्क्रिप्ट में नयापन नहीं
पुलकित का निर्देशन यह दिखाता है कि उन्होंने फिल्म का माहौल, टोन और किरदारों की गंभीरता को अच्छी तरह समझा है। उन्होंने कैमरा, रंग और लोकेशन के ज़रिए इलाहाबाद की सच्चाई और किरदारों के भीतर के टकराव को अच्छे से पकड़ा है।
लेकिन जहां बात स्क्रिप्ट यानी कहानी की आती है, वहां फिल्म कमजोर लगती है। राजनीति की चालें, पुलिस की मिलीभगत और एक आम इंसान का धीरे-धीरे गुंडों की दुनिया में शामिल होना, ये सब बातें पहले भी कई फिल्मों में देखी जा चुकी हैं। फिल्म में ऐसा कुछ नया नहीं लगता जो चौंकाए, पकड़कर रखे या कहानी को यादगार बना दे। यही वजह है कि भले ही निर्देशन ठीक हो, लेकिन कमजोर स्क्रिप्ट की वजह से ‘मालिक’ एक बहुत खास या अलग फिल्म बनने से चूक जाती है। आज की ऑडियंस के पास ओटीटी का विकल्प है। थिएटर तक खींच लाने वाली फिल्म को कुछ बड़ा, कुछ नया और कुछ असाधारण पेश करना होता है। ‘मालिक’ उस पैमाने पर थोड़ी पीछे रह जाती है।
दक्षिण अफ्रीका के ऑलराउंडर वियान मुल्डर ने खुलासा किया है कि बुलावायो में जिम्बाब्वे के खिलाफ दूसरे टेस्ट में नाबाद 367 रन बनाने के बाद वेस्टइंडीज के महान बल्लेबाज ब्रायन लारा ने उन्हें टेस्ट क्रिकेट में सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर के रिकॉर्ड के लिए जाने के लिए प्रोत्साहित किया था। नियमित कप्तान तेम्बा बावुमा की अनुपस्थिति में दक्षिण अफ्रीका की कप्तानी करने वाले मुल्डर ने अपनी आक्रामक पारी से क्रिकेट जगत को चौंका दिया था। उन्होंने टेस्ट के दूसरे दिन लंच के समय पारी घोषित कर दी थी, जबकि वह नाबाद 367 रन बनाकर खेल रहे थे।इस तरह मुल्डर 2004 में एंटीगा में इंग्लैंड के खिलाफ बनाए गए लारा के नाबाद 400 रन के स्कोर से सिर्फ 33 रन पीछे रह गए थे।
मुल्डर ने रिकॉर्ड नहीं तोड़ने को लेकर क्या कहा था?
मुल्डर ने बाद में कहा था, 'सबसे पहले मुझे लगा कि हमारे पास पर्याप्त रन है और हमें गेंदबाजी करनी चाहिए। दूसरी बात, ब्रायन लारा एक महान खिलाड़ी हैं। उस कद के व्यक्ति के लिए यह रिकॉर्ड बनाए रखना उचित है। अगर मुझे दोबारा ऐसा करने का मौका मिला, तो मैं बिल्कुल वैसा ही करूंगा। मैंने शुकरी कॉनराड से बात की और उन्हें भी ऐसा ही लगा। ब्रायन लारा एक लीजेंड हैं और वह इस रिकॉर्ड को बनाए रखने के हकदार हैं।'
ब्रायन लारा से मुल्डर की क्या बातचीत हुई?
अब लारा से बातचीत के बाद मुल्डर ने खुलासा किया कि कैरिबियाई दिग्गज के इस मामले पर अलग विचार थे। मुल्डर की पारी अब टेस्ट क्रिकेट में दक्षिण अफ्रीका की किसी खिलाड़ी द्वारा टेस्ट में सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर और प्रारूप के इतिहास में पांचवां सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर है। मैच के बाद मुल्डर ने बताया कि लारा ने खुद उन्हें कॉल कर उनसे बात की थी। मुल्डर ने बताया कि लारा ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए उनसे कहा था कि 400 रन के रिकॉर्ड को तोड़ने के बारे में क्यों नहीं सोचा।
इंग्लैंड के अनुभवी बल्लेबाज जो रूट ने भारत के खिलाफ लॉर्ड्स में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन शतक लगाया। रूट के टेस्ट करियर का यह 37वां सैकड़ा है और वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वाधिक टेस्ट शतक लगाने वाले दुनिया के पांचवें बल्लेबाज बन गए हैं। रूट ने 192 गेंदों पर शतक पूरा किया। वह पहले दिन 99 रन बनाकर नाबाद रहे थे और दूसरे दिन की पहली ही गेंद पर चौका लगाकर रूट सैकड़ा पूरा करने में सफल रहे।
लॉर्ड्स पर लगाया लगातार तीसरा शतक
रूट का लॉर्ड्स मैदान पर यह लगातार तीसरा शतक है। वह तीसरे ऐसे बल्लेबाज हैं जिन्होंने लॉर्ड्स में लगातार तीन शतक लगाए हैं। उनसे पहले जैक हॉब्स और माइकल वॉन ऐसा कर चुके हैं। रूट ने लॉर्ड्स में पिछली दो पारियों में 143 और 103 रन का स्कोर बनाया था और अब फिर उन्होंने 100 रनों का आंकड़ा पार कर लिया है। रूट अब तक लॉर्ड्स मैदान पर कुल आठ शतक लगा चुके हैं।
बुमराह ने रूट को किया बोल्ड
रूट भारत के खिलाफ 60 पारियों में 11 शतक लगा चुके हैं। रूट ने इस मामले में स्टीव स्मिथ की बराबरी कर ली है जिन्होंने भारत के खिलाफ 46 पारियों में इतने ही शतक लगाए हैं। रूट शतक लगाने के बाद ज्यादा देर टिक नहीं सके और जसप्रीत बुमराह ने बोल्ड कर उनकी पारी का अंत किया। रूट 199 गेंदों पर 10 चौकों की मदद से 104 रन बनाकर आउट हुए।
भारत के खिलाफ बनाए सर्वाधिक रन
रूट ने तीसरे टेस्ट मैच के पहले दिन भारत के खिलाफ 3000 टेस्ट रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज बन गए थे। रूट उन खिलाड़ियों में शामिल हो गए थे जिन्होंने किसी एक टीम के खिलाफ टेस्ट में 3000 रन बनाए हैं। रूट इसके साथ ही डॉन ब्रैडमैन और सचिन तेंदुलकर जैसे दिग्गज बल्लेबाजों की सूची में शामिल हो गए थे। ब्रैडमैन ने इंग्लैंड के खिलाफ 5028 रन बनाए हैं। ब्रैडमैन, जैक हॉब्स, सचिन, एलेन बॉर्डर, स्टीव स्मिथ, डेविड गोवर, गैरी सोबर्स और स्टीव वॉ उन बल्लेबाजों में शामिल हैं जिन्होंने किसी टीम के खिलाफ टेस्ट में 3000 या इससे ज्यादा रन बनाए हैं।
जसप्रीत बुमराह का कहर: एक पारी में झटके 5 विकेट
लॉर्ड्स टेस्ट के दूसरे दिन टीम इंडिया ने शानदार गेंदबाजी करते हुए इंग्लैंड को 387 रन पर ऑलआउट कर दिया। जसप्रीत बुमराह ने 5 विकेट चटकाकर इंग्लिश बल्लेबाजों की कमर तोड़ दी। वहीं, इंग्लैंड की ओर से जो रूट ने शानदार 104 रन की शतकीय पारी खेली, जबकि जैमी स्मिथ और ब्रायडन कार्स ने अर्धशतक जमाया।
भारत की पारी: यशस्वी जल्दी आउट, करुण-राहुल ने पारी संभाली
लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारत की शुरुआत कुछ खास नहीं रही। दूसरे ही ओवर में यशस्वी जायसवाल (13 रन) आउट हो गए। इसके बाद केएल राहुल और करुण नायर ने पारी को संभालते हुए भारत को 1 विकेट पर 50 रन तक पहुंचा दिया।
करुण नायर ने 62 गेंदों में 40 रन बनाए, लेकिन फिफ्टी से पहले जो रूट के लाजवाब कैच की वजह से आउट हो गए। एक बार उन्हें डीआरएस ने बचाया, लेकिन दूसरी बार तीसरे अंपायर ने उन्हें आउट करार दिया।
इंग्लैंड की पारी: रूट का 37वां शतक, बुमराह की तबाही
दूसरे दिन इंग्लैंड ने 251/4 से आगे खेलना शुरू किया और 102 रन जोड़ते हुए लंच तक 353/7 पहुंचा, बुमराह ने आधे घंटे के भीतर बेन स्टोक्स, जो रूट और क्रिस वोक्स को आउट किया, स्टोक्स (44) और वोक्स (0) को बोल्ड ,रूट ने 199 गेंदों में 104 रन बनाए और 10 चौके लगाए ,क्रिस वोक्स का गोल्डन डक बुमराह के लिए लगातार दूसरी गेंद पर आया, जैमी स्मिथ ने तेज पारी में 51 रन बनाए लेकिन लंच के बाद सिराज ने उन्हें आउट कर दिया, ब्रायडन कार्स ने भी 56 रन की पारी खेली, लेकिन अंततः सिराज ने उन्हें बोल्ड कर इंग्लैंड की पारी समाप्त की।
मैच के अन्य प्रमुख पल:
गेंद बदली गई: नई गेंद सिर्फ 10 ओवर पुरानी थी, लेकिन उसके आकार में बदलाव के कारण अंपायरों ने उसे बदलवाया, केएल राहुल ने छोड़ा कैच: स्लिप में जैमी स्मिथ का आसान कैच छोड़ दिया गया, पंत चोटिल, ध्रुव जुरेल ने कीपिंग संभाली ,पहले दिन: नितीश रेड्डी ने पहले ही ओवर में दो विकेट चटकाए और इंग्लैंड को दबाव में डाला।
रणनीति आगे की:
भारत की कोशिश होगी कि वो पहले इंग्लिश स्कोर के पास तक पहुंचे और फिर बढ़त लेकर मुकाबले पर पकड़ बनाए, गेंदबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया, अब बल्लेबाजों की परीक्षा है।
नई दिल्ली: भारत के उभरते बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी महज 14 साल की उम्र में फैंस के दिलों पर छा चुके हैं। अपनी आक्रामक बल्लेबाजी की वजह से वह लगातार चर्चा में रहते हैं। हाल ही में हुई भारत अंडर-19 और इंग्लैंड अंडर-19 की यूथ सीरीज में उन्होंने जबरदस्त प्रदर्शन किया। 5 मैचों की सीरीज में वैभव के बल्ले से 355 रन निकले। वैभव ने चौथे वनडे मैच में 143 रन की तूफानी पारी खेली। उन्होंने इस दौरान सिर्फ 52 गेंद पर अंडर-19 वनडे इतिहास का सबसे तेज शतक ठोका। उन्होंने पाकिस्तान के कमरान गुलाम का रिकॉर्ड तोड़ दिया।
वैभव के लिए फैंस की दीवानगी
वैभव की लोकप्रियता सिर्फ भारत ही नहीं, यूके तक फैल चुकी है। फैंस सिर्फ उन्हें देखने के लिए दूर-दराज से स्टेडियम पहुंच रहे हैं। आन्या और रिवा नाम की दो 14 साल की लड़कियों ने 6 घंटे ट्रैवल करके वॉर्सेस्टर में हुए चौथे और पांचवें वनडे में वैभव से मुलाकात की। दोनों लड़कियां राजस्थान रॉयल्स की जर्सी पहनकर आई थीं और वैभव के साथ तस्वीर खिंचवाई।
राजस्थान रॉयल्स ने सोशल मीडिया पर फोटो शेयर करते हुए लिखा, 'सबूत है कि हमारे पास सबसे बेहतरीन फैंस हैं। 6 घंटे गाड़ी चलाकर वॉर्सेस्टर पहुंचीं, पिंक जर्सी पहनी। वैभव और टीम इंडिया के लिए चीयर किया। आन्या और रिवा वैभव की उम्र की ही हैं। उनके लिए ये दिन यादगार रहा।'
भारत ने सीरीज 3-2 से जीती
वैभव की दमदार पारियों की बदौलत भारत ने सीरीज़ 3-2 से अपने नाम की। अंतिम मैच को छोड़कर उन्होंने हर मुकाबले में टीम को तेज शुरुआत दी और इंग्लिश गेंदबाजों की जमकर खबर ली। इससे पहले वैभव का नाम आईपीएल 2025 में तब चर्चा में आया जब वे सिर्फ 13 साल की उम्र में कॉन्ट्रैक्ट पाने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बन गए। उन्हें राजस्थान रॉयल्स ने 1.1 करोड़ रुपये में खरीदा। उन्होंने गुजरात टाइटंस के खिलाफ 35 गेंदों में शतक जड़कर T20 क्रिकेट का सबसे युवा शतकवीर बनने का इतिहास रच दिया। यह आईपीएल में किसी भी भारतीय बल्लेबाज का सबसे तेज शतक है।
सरकार जीवन बीमा निगम (एलआईसी) में और हिस्सेदारी बेचने पर काम कर रही है। सूत्रों के अनुसार विनिवेश विभाग इस सौदे की विस्तृत जानकारी तैयार करेगा। सरकार के पास वर्तमान में एलआईसी में 96.5 प्रतिशत हिस्सेदारी है। उसने मई 2022 में आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के माध्यम से 902-949 रुपये प्रति शेयर के मूल्य बैंड पर 3.5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेची थी। इस शेयर बिक्री से सरकार को लगभग 21,000 करोड़ रुपये प्राप्त हुए।
सूत्रों ने बताया कि सरकार ने ओएफएस मार्ग के माध्यम से एलआईसी में आगे शेयर बिक्री के लिए अपनी मंजूरी दे दी है और इस पर चर्चा अभी प्रारंभिक चरण में है। एक सूत्र ने कहा, "बाजार की स्थिति को देखना और हिस्सेदारी बिक्री का फैसला लेना विनिवेश विभाग पर निर्भर है।"
सरकार को 16 मई, 2027 तक अनिवार्य 10 प्रतिशत सार्वजनिक शेयरधारिता की आवश्यकता को पूरा करने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र की जीवन बीमा कंपनी में 6.5 प्रतिशत हिस्सेदारी और बेचने की आवश्यकता है।
सूत्र ने बताया कि हिस्सेदारी बिक्री की मात्रा, कीमत और समय पर निर्णय समय पर लिया जाएगा। एलआईसी का वर्तमान बाजार पूंजीकरण 5.85 लाख करोड़ रुपये है। बीएसई पर एलआईसी के शेयर 924.40 रुपये प्रति शेयर पर कारोबार कर रहे थे, जो पिछले बंद भाव से 2.27 प्रतिशत कम है।