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नई दिल्ली। देश के दुश्मनों को धूल चटाने शनिवार को भारत ने ‘अग्नि प्राइम’ मिसाइल का सफल परीक्षण किया। इस मिसाइल का परीक्षण ओडिशा के बालासोर तट पर किया गया। इसकी मारक क्षमता 1000 से 2000 किलोमीटर के बीच है।

 यह अग्नि सीरीज की मिसाइलों का एडवांस्ड वर्जन है, जो परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है। इस मिसाइल को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन की ओर से डिजाइन और विकसित किया गया है। 

साल 2021 अच्छी घटनाओं के साथ साथ कई बुरी खबरें लेकर भी आया। इस साल कई बड़ी हस्तियों ने दुनिया को अलविदा कहा है। कुछ लोगों के आकस्मिक निधन ने लोगों को हैरान कर दिया। आइये डालते हैं एक नजर उन लोगों पर जिन्होंने अचानक दुनिया से अलविदा कहा-

 

साल 2021 अच्छी घटनाओं के साथ साथ कई बुरी खबरें लेकर भी आया। इस साल कई बड़ी हस्तियों ने दुनिया को अलविदा कहा है। कुछ लोगों के आकस्मिक निधन ने लोगों को हैरान कर दिया। आइये डालते हैं एक नजर उन लोगों पर जिन्होंने अचानक दुनिया से अलविदा कहा- 

सीडीएस जनरल बिपिन रावत

जनरल बिपिन रावत भारत के पहले पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) थे। आर्मी चीफ रह चुके जनरल रावत भारतीय सेना के चार सितारा जनरल थे। सीडीएस पद पर रहने के दौरान जब वह अपनी एक यात्रा पर जा रहे थे तभी रास्ते में आठ दिसंबर को कुन्नूर के पास हेलीकॉप्टर हादसे में वह शहीद हो गये। इस हादसे में भारत के पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह और सशस्त्र बलों के 10 अन्य कर्मियों की मृत्यु हो गई थी। सीडीएस के रूप में कार्यभार संभालने से पहले, उन्होंने चीफ ऑफ स्टाफ के 57वें अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। समिति के साथ-साथ भारतीय सेना के 26वें सेनाध्यक्ष रहे।

 

सिद्धार्थ शुक्ला

सिद्धार्थ शुक्ला बॉलीवुड की एक जानी-मानी हस्ती थे। बिग बॉस 13 का खिताब जीतने वाले सिद्धार्थ शुक्ला एक भारतीय अभिनेता, होस्ट और मॉडल थे, उन्होंने कई टीवी शो और फिल्मों में काम किया है। सिद्धार्थ शुक्ला को लेकर 2 सितंबर को खबरें आयी कि दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया। सिद्धार्थ को बालिका वधू, ब्रोकन बट ब्यूटीफुल 3 और दिल से दिल तक में उनकी भूमिकाओं के लिए जाना जाता था। वह रियलिटी शो बिग बॉस 13 और फियर फैक्टर: खतरों के खिलाड़ी 7 के विजेता के रूप में उभरे। उन्होंने सावधान इंडिया और इंडियाज गॉट टैलेंट की मेजबानी की। उन्होंने दिसंबर 2005 में एशिया, लैटिन अमेरिका और यूरोप के 40 अन्य प्रतिभागियों को हराकर विश्व के सर्वश्रेष्ठ मॉडल का खिताब जीता। यह खिताब जीतने के बाद उन्होंने 2008 के शो बाबुल का आंगन छूटे ना में मुख्य भूमिका के साथ अभिनय की शुरुआत की। 2014 में, शुक्ला ने हम्प्टी शर्मा की दुल्हनिया में सहायक भूमिका में बॉलीवुड में अपनी शुरुआत की। 

 

पुनीत राजकुमार

पुनीत राजकुमार कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री के जाने माने नेता था। उन्हें सिनेमा में अप्पू के नाम से जाना जाता था। पुनीत राजकुमार 29 अक्टूबर 2021 को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह एक भारतीय अभिनेता, गायक, टेलीविजन एंकर और फिल्म निर्माता थे जिन्होंने मुख्य रूप से कन्नड़ सिनेमा में काम किया। वह 29 फिल्मों में मुख्य अभिनेता थे। इसके अलावा एक बच्चे के रूप में, वह कई फिल्मों में दिखाई दिए।

 

सुरेखा सीकरी

सुरेखा सीकरी एक भारतीय थिएटर, फिल्म और टेलीविजन अभिनेत्री थीं। सीकरी को तीन राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और एक फिल्मफेयर पुरस्कार सहित कई पुरस्कार मिले। 16 जुलाई 2021 को उनका निधन हो गया। वह हिंदी थिएटर की एक अनुभवी अभिनेत्री थी। उन्होंने 1977 की राजनीतिक ड्रामा फिल्म किस्सा कुर्सी का में अपनी शुरुआत की और कई हिंदी और मलयालम फिल्मों के साथ-साथ भारतीय सोप ओपेरा में सहायक भूमिकाएँ निभाईं।

 

दिलीप कुमार

बॉलीवुड के दिग्गज कलाकार दिलीप कुमार का निधन 7 जुलाई 2021 को हो गया। मोहम्मद यूसुफ खान जिन्हें उनके मंचीय नाम दिलीप कुमार के नाम से जाना जाता है। वह एक भारतीय अभिनेता और फिल्म निर्माता थे जिन्होंने हिंदी सिनेमा में काम किया। गंभीर भूमिकाओं के चित्रण के लिए "ट्रेजेडी किंग" के रूप जाना जाता है। दिलीप कुमार को राजकीय सम्मान के साथ आखिरी विदाई दी गई थी।

 

राज कौशल

एक्ट्रेस मंदिरा बेदी के पति राज कौशल का 50 साल की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से 30 जून 2021 को निधन हो गया। राज कौशल  एक भारतीय निर्देशक, निर्माता थे जो 1990 और 2000 के दशक के मध्य में सक्रिय थे। उन्होंने अभिनेत्री और टीवी प्रस्तोता मंदिरा बेदी से शादी की थी।

 

यशपाल शर्मा

विस्फोटक पूर्व बल्लेबाज यशपाल शर्मा का 13 जुलाई 2021 दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। एक भारतीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर थे। यशपाल शर्मा विस्फोटक मध्य क्रम के बल्लेबाज थे जो 1970 और 80 के दशक के दौरान खेले थे। वह 1983 क्रिकेट विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम के सदस्य थे। उन्होंने 1978 और 1985 के बीच 37 टेस्ट और 42 एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय (ODI) में भारत का प्रतिनिधित्व किया। उनके भतीजे चेतन शर्मा भी एक क्रिकेटर थे। पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने उन्हें प्यार से "क्राइसिस मैन फॉर इंडिया" कहते थे।

 

मिल्खा सिंह

द फ्लाइंग सिख के नाम से पहचाने जाने वाले मिल्खा सिंह का 18 जून 2021 को निधन हो गया। एक भारतीय ट्रैक और फील्ड स्प्रिंटर थे, जिन्हें भारतीय सेना में सेवा के दौरान खेल से परिचित कराया गया था। वह एशियाई खेलों के साथ-साथ राष्ट्रमंडल खेलों में 400 मीटर में स्वर्ण जीतने वाले एकमात्र एथलीट हैं। उन्होंने 1958 और 1962 के एशियाई खेलों में भी स्वर्ण पदक जीते।

 

अरविंद त्रिवेदी

अरविंद त्रिवेदी गुजरात के एक भारतीय अभिनेता और राजनीतिज्ञ थे। वह, अपने भाई उपेंद्र त्रिवेदी के साथ, गुजराती सिनेमा में 40 से अधिक वर्षों तक विपुल रहे। वह टेलीविजन श्रृंखला रामायण में रावण की भूमिका निभाने के बाद घर घर में रावण के नाम से ही पहचाने जाने लगे। 6 अक्टूबर 2021 को उनका निधन हो गया।

 

रोहित सरदाना

रोहित सरदाना एक भारतीय एंकर, पत्रकार, संपादक और मीडिया हस्ती थे। उन्होंने ज़ी न्यूज़ के एक वाद-विवाद कार्यक्रम ताल ठोक के की मेजबानी की थी, जो ज़ी न्यूज़ पर भारत में समकालीन मुद्दों पर चर्चा करते थे। उन्होंने 2017 में आज तक में शामिल होने के लिए ज़ी न्यूज़ को छोड़ दिया। उन्होंने आज तक में प्राइम टाइम शो दंगल की एंकरिंग की। 30 अप्रैल 2021 को कोरोना वायरस की चपैट में आने के कारण उनका निधन हो गया।

कई लोगों को बिना किसी यौन गतिविधि के भी यौन उत्तेजना महसूस होता रहता है। अगर आपको भी ऐसा ही महसूस होता रहता है तो समझ लीजिए कि आप Persistent Genital Arousal Disorder (PAGD) नामक बीमारी से ग्रस्त हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक PAGD में व्यक्ति को लगातार यौन उत्तेजना महसूस होती रहती है।

 

यौन संबंध बनाते समय हम कुछ चीजों को देखते हैं, महसूस करते हैं और छूते हैं और इस प्रतिक्रिया में हमे संभोग सुख (orgasm) प्राप्त होता है। लेकिन कई लोगों को बिना किसी यौन गतिविधि के भी यौन उत्तेजना महसूस होता रहता है। अगर आपको भी ऐसा ही महसूस होता रहता है तो समझ लीजिए कि आप  Persistent Genital Arousal Disorder (PAGD) नामक बीमारी से ग्रस्त हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक PAGD में व्यक्ति को लगातार यौन उत्तेजना महसूस होती रहती है। कुछ लोगों के लिए ऐसा होना ना केवल शर्मनाक बल्कि दर्दनाक भी होता है। यौन संबंध बनाने के बाद शरीर का ब्लड प्रेशर ज़्यादा हो जाना मसल्स में खिंचाव पैदा होना सामान्य बात है। लेकिन अगर बिना संभोग आनंद हासिल किए लगातार ऐसा महसूस हो और प्राइवेट पार्ट में तनाव या सूजन रहने लगे तो आप PAGD की बीमारी हो सकती है। ऐसे में आपको तुरंत किसी डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।

बिना यौन संबंध बनाए ही प्राइवेट पार्ट में गीलापन

PAGD एक ऐसी बीमारी है जिसमें व्यक्ति बिना किसी यौन गतिविधि या उत्तेजना के यौन उत्तेजित हो जाता हैं। इस बीमारी में बिना यौन संबंध बनाए ही महिलाओं के प्राइवेट पार्ट में लंबे समय तक गीलापन, वजाइना में सूजन, बटक और पैरों में दर्द होता है। 

 

लक्षण 

प्राइवेट पार्ट में नमी

प्राइवेट पार्ट में खुजली और जल 

प्राइवेट पार्ट में दबाव महसूस होना 

गर्दन का लाल हो जाना

ब्लड प्रेशर का असामान्य रूप से  बढ़ जाना 

हार्ट बीट का असामान्य रूप से तेज होना

सांस फूलना 

पूरे शरीर में मांसपेशियों में ऐंठन

कम या धुंधला दिखाई देना 

 

पुरुष भी इस बीमारी से पीड़ित

आमतौर पर इसे महिलाओं की बीमारी समझा जाता है लेकिन हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक महिलाऐं और पुरुष दोनों ही इस बीमारी से ग्रसित हो सकते हैं। इस बीमारी से पीड़ित पुरुषों में घंटों तक प्राइवेट पार्ट में तनाव बना रहता है।

डॉक्टर ढूंढ नहीं पाए कारण

कुछ मेडिकल एक्सपर्ट्स के मुताबिक यह बीमारी नर्व यानी तंत्रिका में गड़बड़ी से जुड़ी है। डॉक्टर्स के मुताबिक पीठ में रीढ़ के निचले हिस्से में सिस्ट बनने से यह स्थिति पैदा हो सकती है। वहीं कुछ हेल्थ एक्सपर्ट्स इसे मनोवैज्ञानिक चिंताओं से जोड़कर देखते हैं, जिसमें तनाव, हार्मोनल परिवर्तन, दवा के दुष्प्रभाव और जननांग संक्रमण शामिल हैं। 

 

इलाज

PAGD में डॉक्टर लक्षणों के आधार पर इसका इलाज करने की कोशिश करते हैं। इनमें पेल्विक मसाज, आइस बाथ, प्राइवेट पार्ट पर सुन्न करने वाली जेल लगाना, एक्युप्रेशर का इस्तेमाल और मसल्स को रिलेक्स करने वाली थेरेपी इस्तेमाल की जाती है। इसके अलावा फिजियोथेरेपी इस्तेमाल करके भी बीमारी पर नियंत्रण पाने की कोशिश की जाती है।

 

- प्रिया मिश्रा

तानाशाह किम ने आदेश जारी किया है जिसके तहत उत्तर कोरिया के नागरिकों के 10 दिनों के लिए हंसने पर रोक लगा दिया गया है। सीमावर्ती शहर सिनुइजू के निवासी ने रेडियो फ्री एशिया को बताया कि उत्तर कोरियाई लोगों को शराब पीने, हंसने, किराने का सामान खरीदने या अवकाश गतिविधियों में शामिल होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

 

उत्तर कोरिया में किम जोंग उन का हैरान करने वाला फरमान सामने आया है। पूर्व नेता किम जोंग इल की 10वीं पुण्यतिथि पर फरमान जारी करते हुए लोगों के हंसने पर प्रतिबंध लगा दिया है। तानाशाह किम ने आदेश जारी किया है जिसके तहत उत्तर कोरिया के नागरिकों के 10 दिनों के लिए हंसने पर रोक लगा दिया गया है। सीमावर्ती शहर सिनुइजू के निवासी ने रेडियो फ्री एशिया को बताया कि उत्तर कोरियाई लोगों को शराब पीने, हंसने, किराने का सामान खरीदने या अवकाश गतिविधियों में शामिल होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। अगर कोई कानून तोड़ता है और हंसता है तो उस पर कड़ी कार्रवाई करने का आदेश है। आज यानी 17 दिसंबर (गुरुवार) पूर्व सर्वोच्च नेता किम जोंग इल की 10वीं पुण्यतिथि है।

अतीत में शोक की अवधि के दौरान शराब पीने या नशे में पकड़े जाने वाले कई लोगों को गिरफ्तार किया गया था और उन्हें वैचारिक अपराधियों के रूप में माना जाता था। फिर उन्हें ले जाया गया और फिर कभी नहीं देखा गया। हालांकि, एक अन्य सूत्र ने दावा किया कि पुलिस ने शोक की अवधि के लिए "उचित मूड" सुनिश्चित करने के लिए महीने की शुरुआत में एक समान जनादेश लागू किया। उत्तर कोरिया ने किम जोंग इल 10वीं पुण्यतिथि के दिन कई कार्यक्रमों की योजना बनाई है। इनमें उनकी फोटोग्राफी और कला का एक सार्वजनिक प्रदर्शन, एक संगीत कार्यक्रम और उनके नाम पर एक फूल 'किमजोंगिलिया' की प्रदर्शनी शामिल है।

जनाजे में आंसू नहीं बहाने वालों को मरवा दी थी गोली

साल 2011 में दिसंबर का सर्द महीना था दुनिया पर नये साल की खुमारी चढ़ने लगी लेकिन नार्थ कोरिया में सन्नाटा पसरा था। 17 दिसंबर की सुबह नार्थ कोरिया की बेचैनी बढ़ाने वाली थी। किम जोंग उन अपनी छोटी बहन किम यो जोंग के साथ प्योंगयांग काउंटी के पुस्तैनी विला में था। सामने नार्थ कोरिया का दूसरा तानशाह  किम जोंग इल आखिरी सांसे गिन रहा था। घड़ी की सुइयों ने जैसे ही 11 के कांटे को छुआ। किम जोंग उन के तानाशाह पिता की मौत हो गई। नार्थ कोरिया में मातम पसर गया। जब किम के पिता की हार्ट अटैक से मौत हुई तो बाहर की दुनिया में किसी को इस बात की खबर नहीं थी। इसकी खबर दो दिन बाद बाहरी दुनिया को नार्थ कोरिया द्वारा खुद बताए जाने के बाद ही पता चला। उस वक्त किम चाहता था कि उसके पिता का जब जनाजा निकले तो हर कोई रोए। लेकिन बहुत से ऐसे भी थे जो जनाजे में रोए नहीं। ऐसे लोगों को किम ने गोली मरवा दी थी। 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अखिल भारतीय महापौर सम्मेलन का उद्घाटन किया और जनता को संबोधित किया। सम्मेलन का आयोजन शहरी विकास विभाग, उत्तर प्रदेश द्वारा वाराणसी में किया गया। इस सम्मेलन में विभिन्न राज्यों के मेयर भाग लिया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी मौजूद रहे।

 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अखिल भारतीय महापौर सम्मेलन का उद्घाटन किया और जनता को संबोधित किया। सम्मेलन का आयोजन शहरी विकास विभाग, उत्तर प्रदेश द्वारा वाराणसी में किया गया। इस सम्मेलन में विभिन्न राज्यों के मेयर भाग लिया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी मौजूद रहे। पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि काशी में विकास देश के कई अन्य शहरों के लिए एक रोडमैप है। हमारे अधिकांश शहर पारंपरिक शहर हैं। इनका देव भी पारंपरिक तरीके से रहा है। हम ऐसी जगहों से सीख सकते हैं कि कैसे स्थानीय कौशल और उत्पाद उस शहर की पहचान हो सकते हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अखिल भारतीय महापौर सम्मेलन का उद्घाटन किया

सम्मेलन में विभिन्न राज्यों के 120 महापौर भाग ले रहे हैं। इस सम्मेलन का विषय नया शहरी भारत है। उद्घाटन कार्यक्रम में शहरी विकास कार्यों पर एक लघु फिल्म भी दिखायी गयी। प्रधानमंत्री ने वाराणसी से लोकसभा सदस्य होने के नाते सभी महापौर का स्वागत किया। पीएम मोदी ने आगे कहा कि हमें विकासवाद में विश्वास करना चाहिए। भारत को आज क्रांति की जरूरत नहीं है। हमें अपने विरासत भवनों को ध्वस्त करने और उनका पुनर्निर्माण करने की आवश्यकता नहीं है, बल्कि हमें उन्हें फिर से जीवंत करने की आवश्यकता है। मैं चाहता हूं कि सभी मेयर अपने शहर को सबसे स्वच्छ शहर की सूची में सबसे ऊपर लाने की पहल करें।

 

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उत्तर प्रदेश सरकार की प्रमुख उपलब्धियां

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में शहरी क्षेत्रों में रहने की सुविधा सुनिश्चित करने पर जोर देते हुये कहा कि सरकार ने जीर्ण-शीर्ण शहरी बुनियादी ढांचे और सुविधाओं की कमी के मुद्दों को दूर करने के लिए कई योजनाएं और कार्यक्रम शुरू किये हैं। शहरी विकास के क्षेत्र में भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार की प्रमुख उपलब्धियों को प्रदर्शित करने के लिए एक प्रदर्शनी भी आयोजित की जा रही है, जो 17 से 19 दिसंबर तक चलेगी। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी भी उपस्थित थे।

 

 

 


उत्तर प्रदेश के लखीमपुर कांड को लेकर एसआईटी ने बड़ा खुलासा किया है। एसआईटी की तरफ से लखीमपुर खीरी कांड को बड़ी साजिश बताया गया है। जिसके बाद गृह राज्य मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा की मुश्किलें भी अब बढ़ सकती हैं।

 

जैसे-जैसे लखीमपुर खीरी हिंसा मामले की जांच खत्म हो रही है, आशीष मिश्रा टेनी समेत सभी 14 आरोपियों की मुश्किलें कई गुना बढ़ती जा रही है। जांच अधिकारी ने आरोप पत्र दाखिल करने से पहले मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत से हत्या, गंभीर चोट पहुंचाने और अवैध हथियार बरामद करने से जुड़ी और कड़ी धाराएं जोड़ने की अपील की है। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर कांड को लेकर एसआईटी ने बड़ा खुलासा किया है। एसआईटी की तरफ से लखीमपुर खीरी कांड को बड़ी साजिश बताया गया है। जिसके बाद गृह राज्य मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा की मुश्किलें भी अब बढ़ सकती हैं। एसआईटी ने कहा है कि किसानों को कुचलने की घटना कोई गैर इरादतन नहीं थी। बल्कि पूरी प्लानिंग के साथ इस घटना को अंजाम दिया गया। एसआईटी ने अब आरोपियों पर लगाई गई धाराएं भी बदल दी है। एसआईटी के इस बड़े खुलासे से केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्रा के पुत्र आशीष मिश्रा समेत सभी 13 आरोपियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।  

एसआईटी ने सीजेएम कोर्ट में प्लानिंग के साथ घटना को अंजाम देने की धारा जोड़ने की अर्जी दी है। जांच अधिकारी ने आरोप पत्र से गैर इरादतन हत्या के लिए धारा 304ए, लापरवाही से वाहन चलाने के लिए धारा 279 और गंभीर चोट पहुंचाने के लिए धारा 338 को हटाने की मांग की है। उन्होंने अदालत से भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की और कड़ी धाराएं लागू करने की अनुमति मांगी है, जैसे कि हत्या के प्रयास के लिए धारा 307, खतरनाक हथियार से चोट पहुंचाने के लिए धारा 326, कई लोगों द्वारा की गई घटना के लिए धारा 34 मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा, उसके करीबी अंकित दास और अन्य पर लाइसेंसी हथियार के दुरुपयोग के लिए एक ही उद्देश्य, और 3/25 आर्म्स एक्ट।

3 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के तिकुनिया गांव में हुई हिंसा में आठ लोगों की मौत हो गई थी। आरोप है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के पुत्र आशीष मिश्रा टेनी उर्फ ​​'मोनू' ने जानबूझकर प्रदर्शन कर रहे किसानों को अपनी कार से कुचल दिया। इस घटना के बाद भीड़ ने हंगामा किया और आशीष मिश्रा के ड्राइवर समेत तीन लोगों की हत्या कर दी। अदालत की निगरानी में एक विशेष जांच दल द्वारा मामले की जांच की जा रही है, जिसमें दुर्भाग्यपूर्ण घटना के लिए 14 लोगों को आरोपी के रूप में गिरफ्तार किया गया है।

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी का सोमवार को वाराणसी दौरा काफी व्यस्त रहा। पीएम मोदी ने काशी विश्वनाथ मंदिर के नये कॉरिडोर का उद्घाटन किया। इससे पहले उन्होंने पूरी विधि के साथ पूरा-अर्चना भी की।

 

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी का सोमवार को वाराणसी दौरा काफी व्यस्त रहा। पीएम मोदी ने काशी विश्वनाथ मंदिर के नये कॉरिडोर का उद्घाटन किया। इससे पहले उन्होंने पूरी विधि के साथ पूरा-अर्चना भी की।  शाम के समय उन्होंने भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की और आधी रात को उन्होंने वाराणसी में विकास कार्यों का निरीक्षण करने के लिए वह सैर पर निकले। उन्होंने बनारस रेलवे स्टेशन का दौरा भी किया। वह सीएम योगी के साथ थे उन्होंने पैदल की रात के समय रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया। प्रधान मंत्री मोदी द्वारा ट्विटर पर पोस्ट की गई तस्वीरों में, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को उनके साथ मंदिर शहर में सैर और हाल ही में पुनर्निर्मित स्टेशन की यात्रा पर देखा जा सकता है।  

प्रधान मंत्री ने बनारस रेलवे स्टेशन का भी दौरा किया और फिर मंगलवार तड़के काशी में कुछ विकास कार्यों का निरीक्षण किया। यात्रा के बारे में ट्वीट करते हुए, पीएम मोदी ने कहा, “काशी में प्रमुख विकास कार्यों का निरीक्षण किया। हमारा प्रयास है कि इस पवित्र शहर के लिए सर्वोत्तम संभव बुनियादी ढांचा तैयार किया जाए। अगला पड़ाव... बनारस स्टेशन। हम रेल संपर्क बढ़ाने के साथ-साथ स्वच्छ, आधुनिक और यात्रियों के अनुकूल रेलवे स्टेशनों को सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे हैं।

 

 

इससे पहले पीएम ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ क्रूज पर करीब दो घंटे तक बैठक की। आधी रात के आसपास, मोदी ने ट्वीट किया, "अभी-अभी @BJP4India के मुख्यमंत्रियों के साथ एक व्यापक बैठक समाप्त की।" 

 

तस्वीरें यह संदेश देने के लिए भी दिखाई दीं कि आदित्यनाथ को प्रधान मंत्री का समर्थन प्राप्त है क्योंकि पार्टी चुनावों के लिए अपनी "डबल इंजन सरकार" की भूमिका निभाती है।

 

 

कलकत्ता हाई कोर्ट में याचिका दायर कर पूछा गया है कि महात्मा गांधी जैसे नोटों पर नेताजी सुभाष चंद्र की तस्वीर क्यों नहीं छापी जा सकती। भारत सरकार की तरफ से कोर्ट में पेश अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल वाई जे दस्तूर ने मामले में हलफनामा दायर करने के लिए जवाब देने के लिए आठ सप्ताह का समय मांगा।

 

कलकत्ता उच्च न्यायालय ने केंद्र सरकार से उस याचिका पर आठ सप्ताह के भीतर जवाब देने को कहा है जिसमें नोटों पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की तस्वीर छापने का निर्देश देने की मांग की गई है। कलकत्ता हाई कोर्ट में याचिका दायर कर पूछा गया है कि महात्मा गांधी जैसे नोटों पर नेताजी सुभाष चंद्र की तस्वीर क्यों नहीं छापी जा सकती। याचिका में 94 वर्षीय याचिकाकर्ता एक हरेंद्रनाथ विश्वास ने दावा किया है कि भारत सरकार (भारत सरकार) ने स्वतंत्रता संग्राम में नेताजी सुभाष चंद्र के योगदान को उचित मान्यता नहीं दी है। 

भारत सरकार की तरफ से कोर्ट में पेश अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल वाई जे दस्तूर ने मामले में हलफनामा दायर करने के लिए जवाब देने के लिए आठ सप्ताह का समय मांगा। जिसके बाद कोर्ट ने याचिका पर आठ सप्ताह के भीतर जवाब देने के लिए कहा है।  मुख्य न्यायाधीश प्रकाश श्रीवास्तव और न्यायमूर्ति राजर्षि भारद्वाज की खंडपीठ ने अब इस मामले को 21 फरवरी, 2022 के लिए सूचीबद्ध किया है।

2017 में केंद्र ने क्या कहा

2017 में कलकत्ता उच्च न्यायालय द्वारा भी इसी तरह की प्रतिक्रिया मांगी गई थी। उस वक्त केंद्र ने कहा था कि उसे नोटों के डिजाइन को बदलने और अन्य राष्ट्रीय नेताओं की छवियों पर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) से जवाब मांगना होगा। फरवरी 2021 में मद्रास उच्च न्यायालय ने उस याचिका का निपटारा किया था जिसमें भारत सरकार को भारतीय मुद्रा नोटों पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की एक तस्वीर मुद्रित करने के लिए निर्देश देने की मांग की गई थी। अदालत ने देखा था कि भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में नेताजी सुभाष चंद्र बोस का योगदान अद्वितीय था, लेकिन कहा कि याचिकाकर्ता की प्रार्थना को स्वीकार नहीं किया जा सकता है। 

प्रधानमंत्री के साथ खाना खाकर यहां काम करने वाले मजदूर भूतपूर्व आनंद में हैं। उनका कहना है कि हमने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि प्रधानमंत्री हमारे साथ खाना खाएंगे। लेकिन आज यह हुआ है।

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण किया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने काल भैरव मंदिर में पूजा अर्चना की और गंगा नदी में डुबकी लगाई। वह वहां से पवित्र गंगाजल लेकर भगवान शिव का जलाभिषेक करने के लिए काशी विश्वनाथ मंदिर आए। इन सबके बीच प्रधानमंत्री ने काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर के निर्माण कार्य में लगे मजदूरों पर पहले तो पुष्प वर्षा की और बाद में उनके साथ खाना खाया। अपने आप में प्रधानमंत्री की इस बात को लेकर खूब सराहना हो रही है। प्रधानमंत्री के साथ खाना खाकर यहां काम करने वाले मजदूर भूतपूर्व आनंद में हैं। उनका कहना है कि हमने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि प्रधानमंत्री हमारे साथ खाना खाएंगे। लेकिन आज यह हुआ है।

उन्होंने इस परियोजना में कार्य करने वाले मजदूरों पर उनके कार्य के लिए आभार व्यक्त करने के लिए गुलाब की पंखुड़िया बरसाई। वह समूह तस्वीर के लिए उनके साथ बैठे। हालांकि यह पहला मौका नहीं है जब इस तरह के कार्यों में लगे मजदूरों का प्रधानमंत्री ने सम्मानित किया है। बताया जा रहा है कि विधिवत पूजा-अर्चना करने के बाद प्रधानमंत्री सीधे मजदूरों के बीच पहुंचे। उनसे प्रधानमंत्री मोदी ने बातचीत की और उनका हालचाल जाना। बताया यह भी जा रहा है कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के निर्माण में करीब 2300 मजदूर लगे हुए थे और आज वह विशेष मेहमान के तौर पर कार्यक्रम में मौजूद रहे। प्रधानमंत्री ने जब मजदूरों के साथ फोटो खिंचवाए, उनके चेहरे खिल उठे। इस दौरान मजदूरों ने हर हर महादेव के नारे लगाए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति अपनी कृतज्ञता प्रकट की। 

 

 

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इससे पहले भी प्रधानमंत्री मोदी वाराणसी के अस्सी घाट पर स्वच्छता अभियान में लगे सफाई कर्मचारियों के पैर धोए थे और उनका आशीर्वाद लिया था। वहीं मोदी ने कहा कि यहां आकर किसी को भी गर्व महसूस होगा, यह प्राचीनता व नवीनता का समागम है। मोदी ने कहा कि काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर अब पहले के तीन हजार वर्ग फुट के मुकाबले पांच लाख वर्ग फुट में फैला हुआ है, यहां एक साथ50 से 75 हजार श्रद्धालु आ सकते हैं। काशी विश्वनाथ धाम परियोजना करीब पांच लाख वर्ग फीट में फैली हुई है और गंगा नदी को काशी विश्वनाथ मंदिर से जोड़ती है और इसके अलावा श्रद्धालुओं के लिए कई सुविधाओं का विकास किया गया है। 

पानी सेहत के लिए बेहद उपयोगी हैपानी बॉडी को हाइड्रेट रखता हैसाथ ही हमारे पाचन को भी ठीक रखता है। हमारी बॉडी का 65 फीसदी हिस्सा पानी से बना है। पानी शरीर से हानिकारक विषैले पदार्थों को आसानी से बाहर निकालता है और मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करता है। माना जाता है कि गर्म पानी का सेवन करने से वजन कंट्रोल होता है।

सर्दी में गर्म पानी का सेवन बॉडी को गर्म रखता हैसाथ ही गले को साफ भी करता है। कुछ लोग मोटापा कम करने के लिए ज्यादा से ज्यादा गर्म पानी पीते हैं। माना जाता है कि गर्म पानी पेट की चर्बी को कम करने में असरदार है। आइए जानते हैं कि गर्म पानी किस तरह पेट की चर्बी को कम करता है और इसके कौन-कौन से साइड इफेक्ट हो सकते हैं।

पेट की चर्बी कम करने में कितना असरदार है गर्म पानी:

गर्म पानी शरीर में फैट को तोड़ता है और उन्हें अणुओं में जमा करता है जिससे हमारा पाचन उसे आसानी से बर्न करता है। गर्म पानी भूख को रोकने में मदद करता है। खाने से आधा घंटे पहले गर्म पानी पीने से खाने में कैलोरी कम हासिल करने में मदद मिलती है। गर्म पानी वज़न कम करने में असरदार है लेकिन आप बिना डॉक्टर की सलाह के गर्म पानी का सेवन नहीं करें। ज्यादा गर्म पानी का सेवन करने से बॉडी पर उसके साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं।

किडनी पर करता है असर:

गर्म पानी का अधिक सेवन किडनियों के नॉर्मल फंक्शन पर असर डालता है। किडनी बॉडी से अतिरिक्त पानी और टॉक्सिन्स को बाहर निकलने में मदद करती है।

नींद में खलल पैदा करता है:

अगर आप रात में सोते वक्त गर्म पानी पीते हैं तो रात में बार-बार टोयलेट आने की समस्या हो सकती हैजिससे रक्त वाहिनी कोशिकाओं पर दबाव बढ़ता हैसाथ ही आपकी नींद में भी खलल आता है। 

पेट में जलन कर सकता है:

लगातार लंबे समय तक गर्म पानी पीने से पेट में जलन की समस्या भी हो सकती है। गर्म पानी पीने से शरीर के अंदरूनी अंगों में छाले हो सकते हैं। 

ब्लड सर्कुलेशन पर करता है असर: 

ज्यादा गर्म पानी पीने से ब्लड की मात्रा बढ़ जाती है। ब्लड सर्कुलेशन पर जरूरत से ज्यादा दबाव पड़ने से हाई ब्लड प्रेशर और कई दूसरी कार्डियो की परेशानियां हो सकती हैं।  

दिमाग की नसों में  सकती है सूजन:

दिनभर गर्म पानी पीने से दिमाग की नसों में सूजन  सकती हैसाथ ही सिर दर्द की परेशानी भी हो सकती है।

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