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रायपुर : 

 

उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा के विशेष निर्देश एवं उनके निरंतर स्वास्थ्य-केंद्रित प्रयासों के परिणामस्वरूप जिला अस्पताल कवर्धा में प्रत्येक माह कैंसर जांच शिविर का नियमित आयोजन किया जा रहा है। उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा जिले में गंभीर बीमारियों की समय रहते पहचान और गुणवत्तापूर्ण उपचार उपलब्ध कराने के लिए लगातार समीक्षा कर रहे हैं। उनके मार्गदर्शन में संचालित इस अभियान से ग्रामीण व दूरस्थ क्षेत्रों तक स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

इसी क्रम में आज शनिवार को जिला अस्पताल परिसर कवर्धा में कैंसर जांच शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में बालको के कैंसर विशेषज्ञ डॉ. दिवाकर पांडे द्वारा विभिन्न प्रकार के कैंसर से संभावित मरीजों की जांच की गई। कुल 39 लोगों की जांच की गई, जिनमें से 15 मरीजों के परिणाम पॉजिटिव मिले।

डॉ. दिवाकर पांडे ने कहा कि कैंसर की शुरुआती अवस्था में पहचान और समय पर उपचार से मरीज की जान बचाई जा सकती है। उन्होंने जागरूकता और नियमित जांच को बेहद आवश्यक बताया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. देवेन्द्र तुरे ने कहा कि उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा के निर्देश पर आयोजित ये शिविर ग्रामीण जनता के लिए अत्यंत लाभप्रद सिद्ध हो रहे हैं। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे आगामी शिविरों में अवश्य शामिल हों और अपनी स्वास्थ्य जांच समय पर करवाएं। इस शिविर में कुल 39 लोगों की जांच हुई। जिसमें बोडला विकासखण्ड के 02, लोहारा के 03, पंडरिया के 06, कवर्धा के 25 एवं अन्य जिलों के 03 लोगों ने अपनी स्वास्थ्य जांच कराई। इस शिविर में 6 मरीजों की मैमोग्राफी एवं 5 महिलाओं के पेप स्मीयर टेस्ट भी किए गए।

रायपुर :

उपमुख्यमंत्री एवं कवर्धा विधायक श्री विजय शर्मा के लगातार प्रयास से कवर्धा विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्यों को गति मिली हैं। इसी क्रम में ग्राम सैगोना के लिए मुख्यमंत्री गौरव पथ योजना के अंतर्गत सड़क निर्माण के लिए 41 लाख 65 हजार रूपए लागत के कार्य की स्वीकृति मिली है। जिसका आज आयोजित कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष श्री ईश्वरी साहू, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री कैलाश चंद्रवंशी सहित स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में राजेश पटेल एवं पटेल समाज सामुदायिक भवन को यादव समाज सामुदायिक भवन से जोड़ने वाले लगभग 500 मीटर लंबे पहुंच मार्ग का विधिवत भूमिपूजन किया गया। यह सड़क स्थानीय ग्रामीणों के लिए अत्यंत उपयोगी साबित होगी और दोनों समाज सामुदायिक भवनों के बीच सुगम आवागमन उपलब्ध कराएगी।

उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा के नेतृत्व में कवर्धा विधानसभा में हो रहा तीव्र विकास- जिलापंचायत अध्यक्ष
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्री ईश्वरी साहू ने कहा कि उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा के नेतृत्व और निरंतर प्रयासों से कवर्धा विधानसभा के प्रत्येक ग्राम में विकास कार्य तेजी से हो रहे हैं। छत्तीसगढ़ की साय सरकार ग्रामीण क्षेत्रों के समग्र विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। सड़क निर्माण से स्थानीय निवासियों, किसानों एवं विद्यार्थियों को सुरक्षित और सुगम आवागमन की सुविधा मिलेगी। उन्होंने निर्माण एजेंसी को गुणवत्तापूर्ण एवं समयबद्ध निर्माण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री कैलाश चंद्रवंशी ने कहा कि उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा के मार्गदर्शन में कवर्धा विधानसभा विकास की नई ऊँचाइयों को छू रहा है। शासन की योजनाओं का लाभ अब गाँव–गाँव तक पहुंच रहा है, जिससे क्षेत्र के नागरिकों की लंबे समय से चली आ रही मूलभूत आवश्यकताएँ पूरी हो रही हैं।

इस अवसर पर श्री रामकुमार भट्ट, श्री संतोष पटेल, जनपद अध्यक्ष श्रीमती सुषमा गनपत बघेल, उपाध्यक्ष श्री गणेश तिवारी, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती सुमित्रा विजय पटेल, श्री बीरसिंह पटेल, जनपद सदस्य श्री आनंद मिश्रा, श्री रोहित नाथ योगी, श्री दिलीप गोलू साहू, श्री नागेश्वर जायसवाल, श्री माखन पटेल, श्री निहाली पटेल सहित ग्रामीण, युवा जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

 

रायपुर : 

 

कोण्डागांव जिले के जनपद पंचायत बड़ेराजपुर विकासखंड के ग्राम बस्तरबुड़ा की निवासी श्रीमती गनेशी मरकाम ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) से जुड़कर पशुपालन के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। गनेशी मरकाम आज ‘लखपति दीदी‘ के रूप में अपनी नई पहचान बना चुकी हैं।

गनेशी मरकाम गायत्री महिला स्व-सहायता समूह की सक्रिय सदस्य हैं। समूह के माध्यम से उन्होंने मक्का की खेती, बकरी पालन और सूकर पालन को आजीविका का माध्यम बना कर अपने आर्थिक और सामाजिक जीवन में बड़ा परिवर्तन लाया है। इन गतिविधियों से उन्हें लगभग 3.56 लाख रुपये तक की वार्षिक आय हो रही है। उन्होंने बताया कि समूह में जुड़ने से पहले वे अपने परिवार के साथ कृषि कार्य, मजदूरी और सीमित बकरी पालन कर अपना और अपने परिवार का भरण-पोषण करती थीं और उस समय परिवार का वार्षिक आय मात्र 66 हजार रुपये थी। बिहान से जुड़ने के बाद समूह के जरिए 15 हजार रुपये आरएफ राशि, 60 हजार रुपये सीआईएफ राशि और ऋण के रूप में सहयोग प्राप्त हुआ।

गनेशी ने बकरी पालन का व्यवसाय दो बकरियों से शुरुआत किया था और आज 200 से अधिक बकरियां उनके बाड़े में हैं साथ में सूकर पालन (संख्या 10) भी शुरू किया। मेहनत और नियमित देखभाल से उनकी आय लगातार बढ़ती गई और वर्तमान में वे करीब तीन लाख रुपये वार्षिक आय अर्जित कर रही हैं। इन गतिविधियों से न केवल वे आत्मनिर्भर बनी हैं, बल्कि पूर्व आय की तुलना में चार गुना अधिक आय प्राप्त कर रही हैं। उन्होंने बकरियों के देखभाल करने के लिए एक व्यक्ति को रोजगार भी दे रही है। आज गनेशी का परिवार की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होने के साथ सामाजिक जीवन में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।

केंद्र एवं राज्य शासन की मंशा अनुरूप राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की टीम द्वारा ऐसे समूहों और महिला सदस्यों को सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाने के लिए निरंतर सहायता और मार्गदर्शन प्रदान किया जा रहा है, जिससे वे विभिन्न आजीविका गतिविधियों से जुड़कर स्वयं आत्मनिर्भर हो सकें और अपने परिवार की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ कर सकें।

 

प्रदेश के विभिन्न जिलों में लगभग 2000 करोड़ रुपए की योजनाओं और हितग्राहियों हेतु नवीन आबंटी पोर्टल का भी होगा शुभारंभ

छत्तीसगढ़ स्थापना के रजत जयंती वर्ष में गृह निर्माण मंडल करेगा राज्य स्तरीय आवास मेले का आयोजन

रायपुर, 22 नवंबर 2025/ छत्तीसगढ़ राज्य अपने स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में रजत जयंती वर्ष मना रहा है। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल द्वारा प्रदेशवासियों को सुलभ और किफायती आवास उपलब्ध कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की जा रही है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के मार्गदर्शन और आवास एवं पर्यावरण मंत्री श्री ओपी चौधरी के निर्देशानुसार छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल द्वारा राजधानी रायपुर के बी.टी.आई. ग्राउंड, शंकर नगर में 23 से 25 नवंबर 2025 तक राज्य स्तरीय आवास मेला आयोजित होने जा रहा है।

इस मेले में प्रदेशभर की आवासीय और व्यावसायिक संपत्तियों की विस्तृत जानकारी एक ही मंच पर उपलब्ध होगी। साथ ही, आवासीय योजनाओं की स्पॉट बुकिंग सुविधा, बैंक ऋण सहायता तथा पंजीयनकर्ताओं के लिए आकर्षक उपहार जैसी विशेष व्यवस्थाएँ भी की जाएँगी।

इस दौरान हाउसिंग बोर्ड द्वारा प्रदेश के विभिन्न जिलों में लगभग 2000 करोड़ रुपए की नई आवासीय योजनाओं का शुभारंभ किया जाएगा। इन योजनाओं में लगभग 70 प्रतिशत आवासीय संपत्तियाँ समाज के कमजोर आय वर्ग के लोगों के लिए आरक्षित रहेंगी।

हाल ही में सम्पन्न राज्योत्सव-2025 के दौरान गृह निर्माण मंडल ने नवा रायपुर स्थित मेला स्थल पर अपनी विभिन्न योजनाओं की प्रदर्शनी लगाई थी, जिसे नागरिकों का भरपूर प्रतिसाद मिला। हजारों आगंतुकों ने हाउसिंग बोर्ड के स्टॉल का भ्रमण कर संपत्तियों में गहरी रुचि दिखाई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने भी स्टॉल का अवलोकन कर हाउसिंग बोर्ड के कार्यों की सराहना की थी।

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ स्थापना के रजत जयंती वर्ष में आयोजित यह राज्य स्तरीय आवास मेला प्रदेशवासियों के लिए एक ऐतिहासिक अवसर है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार का संकल्प है कि हर परिवार के पास अपना पक्का घर हो, और इसी दिशा में लगभग 2000 करोड़ रुपए की नई आवासीय योजनाओं का शुभारंभ तथा नवीन आबंटी पोर्टल की शुरुआत एक बड़े परिवर्तन की शुरुआत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हाउसिंग बोर्ड द्वारा प्रस्तुत योजनाएँ समाज के कमजोर वर्गों के लिए अत्यंत लाभकारी साबित होंगी। उन्होंने गृह निर्माण मंडल की पारदर्शी, जनहितैषी और द्रुत गति से कार्य करने की शैली की सराहना करते हुए कहा कि यह मेला “सबके लिए आवास” के संकल्प को साकार करने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देगा।

आवास एवं पर्यावरण मंत्री श्री ओ. पी. चौधरी ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार का लक्ष्य हर परिवार को अपना पक्का घर उपलब्ध कराना है। छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल द्वारा आयोजित यह राज्य स्तरीय आवास मेला प्रदेशवासियों के लिए किफायती आवास उपलब्ध कराने की दिशा में एक बड़ा कदम सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि हमारा संकल्प है कि वर्ष 2027 तक प्रत्येक परिवार के पास अपना पक्का छत हो।

छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष श्री अनुराग सिंह देव ने बताया कि राज्योत्सव में जनता से मिला उत्साहजनक प्रतिसाद इस बात का प्रमाण है कि लोगों का हाउसिंग बोर्ड की योजनाओं पर विश्वास बढ़ रहा है। राज्य स्तरीय आवास मेले के माध्यम से प्रदेश के नागरिकों को एक ही मंच पर सभी योजनाओं की जानकारी, आवेदन और बुकिंग की सुविधा प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्षों में हाउसिंग बोर्ड ने कई जनहितैषी योजनाएँ प्रारंभ की हैं, जिनमें वन टाइम सेटलमेंट योजना-2 विशेष रूप से उल्लेखनीय है, जिसके अंतर्गत भवन मूल्य में 30 प्रतिशत तक की छूट देकर आमजन को किफायती दरों पर पक्का मकान उपलब्ध कराया गया है।

छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल का यह राज्य स्तरीय आवास मेला प्रदेश की आवासीय विकास यात्रा में एक नया अध्याय जोड़ेगा। छत्तीसगढ़ स्थापना के रजत जयंती वर्ष में यह आयोजन “सबके लिए आवास” के लक्ष्य की दिशा में एक सार्थक और ऐतिहासिक पहल साबित होगा।

 

पोषण तत्वों के साथ ही रोजगार के अवसरों की दी जानकारी

रायपुर, 22 नवंबर 2025/एनआईएफ़टीईएम के छात्रों ने मोटे अनाज में पाए जाने वाले फ़ाइबर, मिनरल्स, एंटीऑक्सीडेंट्स के महत्व के साथ ही इनके नियमित उपयोग से होने वाले स्वास्थ्य लाभों पर विस्तार से जानकारी दी। प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागी महिलाओं को मोटे अनाज आधारित उत्पादों से होने वाली आमदनी और बाज़ार संभावनाओं के बारे में भी बताया गया।

प्रशिक्षण में स्व-सहायता समूह की 25 महिलाओं की रही सहभागिता

हरियाणा के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ फ़ूड टेक्नोलॉजी, एंटरप्रेन्योरशिप एंड मैनेजमेंट द्वारा महुआ पर स्थापित सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस में विगत दिवस मोटे अनाज के पोषण तत्वों और इनके उपयोग से बेकरी उत्पाद बनाने संबंधी हैंड्स-ऑन ट्रेनिंग आयोजित की गई। इस प्रशिक्षण में स्व सहायता समूह की 25 महिलाओं ने सहभागिता की।


मोटे अनाज का उपयोग बढ़ाकर पोषण स्तर में करना है वृद्धि

कार्यक्रम का उद्देश्य नान खटाई, न्यूट्रीबार, कुकीज़ जैसे बेकरी आइटम्स में मोटे अनाज का उपयोग बढ़ाकर इनके पोषण स्तर में वृद्धि करना और ग्रामीण महिलाओं के लिए रोजगार के नए अवसर तैयार करना है। यह प्रशिक्षण जिला प्रशासन के सहयोग से संचालित किया जा रहा है।

स्थानीय समुदायों को खाद्य प्रसंस्करण आधारित उद्यमिता से है जोड़ना

जशपुर में एनआईएफ़टीईएम टीम वैल्यू-एडेड फ़ूड प्रोडक्ट्स के उत्पादन के साथ-साथ पैकेजिंग, ब्रांडिंग और मार्केटिंग के लिए तकनीकी सहायता प्रदान कर रही है। यह पूरी पहल स्थानीय समुदायों को खाद्य प्रसंस्करण आधारित उद्यमिता से जोड़ने के उद्देश्य से चलाए जा रहे ग्राम अंगीकरण कार्यक्रम के अंतर्गत की जा रही है। इस कार्यक्रम का नेतृत्व प्रो. प्रसन्ना कुमार जी.वी. और श्री अभिमन्यु गौर कर रहे हैं, जबकि यह कार्यक्रम एनआईएफ़टीईएम के डायरेक्टर डॉ. हरिंदर सिंह ओबेरॉय के निर्देशन में संचालित हो रहा है। कार्यक्रम के संचालन और विभिन्न गतिविधियों के समन्वय में मिशन मैनेजर श्री विजय शरण प्रसाद और जय जंगल एफपीसी जशपुर के डायरेक्टर श्री समर्थ जैन महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।


लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर निकली एकता यात्रा मध्यप्रदेश से होकर गुजरेगी
24 नवम्बर को पांढुर्ना जिले से प्रवेश कर 26 नवम्बर को झाबुआ होते हुए गोधरा जाएगी यूथ यात्रा

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार को म.प्र. विधानसभा भवन पहुंचकर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. श्री नरेशचंद्र सिंह की जयंती पर उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि श्री नरेशचंद्र सिंह राज गोंड प्रदेश के इतिहास में एकमात्र जनजातीय और मध्यप्रदेश के 6वें मुख्यमंत्री रहे। उनकी कार्य अवधि 13 मार्च 1969 से 25 मार्च 1969 तक कुल 13 दिन रही। उनके मुख्यमंत्री बनने का समय संविद सरकार थी। राजनीतिक अस्थिरता की वजह से उनका कार्यकाल बहुत छोटा रहा। इस अवसर पर विधायक श्री भगवान दास सबनानी, विधानसभा के प्रमुख सचिव सहित जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।

सरकार का संकल्प, हर गांव और हर खेत को पानी मिले
आदर्श ग्राम पंचायत कागपुर को दी नए हाट बाजार की सौगात
दो हितग्राहियों को प्रतीक स्वरूप सौंपी दुकानों की चाबी
135 नवीन स्वीकृत सामुदायिक भवनों का भूमि-पूजन, कागपुर में बनेगा वॉटर पार्क
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कागपुर में 39.80 करोड़ के विकास कार्यों का किया लोकार्पण और भूमि-पूजन

एकाग्रता और समर्पण से मिलती सफलता
राज्यपाल से मिले प्रशिक्षु डिप्टी कलेक्टर

 

रायपुर : 

 

भारत सरकार युवा कल्याण एवं खेल मंत्रालय के संयुक्त सचिव तथा नीति आयोग के आकांक्षी कार्यक्रम के बस्तर जिला प्रभारी अधिकारी श्री शोभित जैन के द्वारा शुक्रवार को दरभा विकासखंड में आकांक्षी जिला कार्यक्रम के अंतर्गत संचालित विकासात्मक गतिविधियों का विस्तृत निरीक्षण किया।

संयुक्त सचिव ने सबसे पहले तीरथगढ़ पंचायत में आईएफसी की दीदियों के साथ बैठक में हिस्सा लिया, इस दौरान दीदियों द्वारा बताया गया कि सोलर लिफ्ट इरिगेशन के माध्यम से सब्जियों की जैविक खेती कर रही हैं। इसके साथ ही जैविक खाद का स्वयं उत्पादन कर उसे एफपीओ के माध्यम से बाजार तक पहुँचाने की व्यवस्था की भी जानकारी दी। उन्होंने इस प्रयास की सराहना करते हुए उत्पादन बढ़ाने, बेहतर पैकेजिंग और बाजार विस्तार के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए।

संयुक्त सचिव श्री जैन ने इसके पश्चात डिलमिली में उद्यानिकी विभाग एवं उद्यानिकी महाविद्यालय द्वारा लगाए गए कॉफी प्लांटेशन का साइट विजिट किया गया। निरीक्षण के दौरान उद्यानिकी विभाग के अधिकारी ने विभाग द्वारा किए जा रहे कॉफी उत्पादन से संबंधित कार्यों, पौधों की वर्तमान स्थिति, सिंचाई एवं रख-रखाव की प्रक्रियाओं की जानकारी दी गई।

इसी क्रम में केंद्रीय प्रभारी अधिकारी श्री जैन ने कॉफी प्रोसेसिंग पूर्ण होने के बाद उसे बाजार तक पहुँचाने की कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए, ताकि स्थानीय किसानों को बेहतर मूल्य प्राप्त हो सके। उन्होंने पौधों की वृद्धि एवं भविष्य की संभावनाओं का मूल्यांकन करते हुए कॉफी उत्पाद के मूल्य संवर्धन, ब्रांडिंग एवं मार्केट लिंक तैयार करने पर विशेष जोर दिया। संयुक्त सचिव श्री जैन ने निरीक्षण में यूनेस्को की पर्यटन सूची में शामिल धुरमारास गाँव का अवलोकन किया। उन्होंने पर्यटन स्थल में बैम्बू राफ्टिंग, होम-स्टे संचालन करने वाले पर्यटन समिति के सदस्यों के साथ चर्चा की।

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