ईश्वर दुबे
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Bhilai
*मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने समझी पीड़ा, तुरंत बढ़ाया कदम - श्री रमन निर्मलकर को सौंपा श्रवण यंत्र*
*“अब फिर से सुन पा रहा हूं”— जनदर्शन में मुख्यमंत्री साय की त्वरित मदद से बदली श्री निर्मलकर की जिंदगी*
रायपुर, 13 नवम्बर 2025/ मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज मुख्यमंत्री निवास में आयोजित जनदर्शन कार्यक्रम के दौरान रायपुर के ब्राह्मणपारा वार्ड निवासी श्री रमन निर्मलकर को श्रवण यंत्र सौंपा।
जनदर्शन में पहुँचे श्री निर्मलकर ने बताया कि बीते कुछ समय से उनकी श्रवण क्षमता पूरी तरह समाप्त हो गई है। आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण वे श्रवण यंत्र खरीद नहीं पा रहे थे। उनकी समस्या सुनकर मुख्यमंत्री श्री साय ने फौरन ही उन्हें श्रवण यंत्र प्रदान किया।
मुख्यमंत्री श्री साय का आभार व्यक्त करते हुए श्री निर्मलकर ने मुख्यमंत्री की संवेदनशीलता की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि “मुझे फिर से सुनने की क्षमता वापस मिल गई है। मुख्यमंत्री जी ने मेरी समस्या को तुरंत समझा और मदद की, इसके लिए मैं उनका आभारी हूं।”
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय द्वारा जनदर्शन में आमजन की समस्याओं पर तुरंत संज्ञान लेकर सहायता प्रदान करने की यह पहल जनकल्याण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
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रायपुर :
कबीरधाम जिले में अवैध धान परिवहन की रोकथाम हेतु चलाए जा रहे सघन जांच अभियान के तहत चिल्फी चेकपोस्ट पर जांच के दौरान वाहन क्रमांक यूपी-90-टी-7437 में 212 क्विंटल अवैध धान भरा पाया गया। वाहन चालक ने बताया कि धान बाघरमऊ मंडी, जिला बहराईच उत्तरप्रदेश से लोड कर राजनांदगांव छत्तीसगढ़ ले जाया जा रहा था। दस्तावेजों की जांच में अनियमितता पाए जाने पर वाहन सहित धान को जब्त कर आवश्यक कार्रवाई की गई। कबीरधाम जिले में खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 के लिए जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों में 23 चेकपोस्ट स्थापित किए गए हैं, जहां राजस्व, कृषि, वन एवं पुलिस विभाग की संयुक्त टीम सतत निगरानी रख रही है।
रायपुर :
कबीरधाम जिले की प्रतिभाशाली बेटी दीपेश्वरी ने राष्ट्रीय स्तर पर जिले का मान बढ़ाया है। उन्होंने राष्ट्रीय कूडो टूर्नामेंट 2025-26 में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक अर्जित किया। उनकी इस उपलब्धि पर कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा ने उन्हें सम्मानित कर शुभकामनाएं दीं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
कलेक्टर ने कहा कि कबीरधाम जिले की बेटियाँ आज हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का परचम लहरा रही हैं। दीपेश्वरी की यह सफलता पूरे जिले और प्रदेश के लिए गौरव का विषय है। उन्होंने कहा कि उनकी मेहनत और लगन से प्रेरणा लेकर जिले के अन्य युवा खिलाड़ी भी खेल के क्षेत्र में नई ऊँचाइयाँ हासिल करेंगे। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा खेल प्रतिभाओं के प्रोत्साहन हेतु निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। खिलाड़ियों को प्रशिक्षण, संसाधन एवं मंच उपलब्ध कराकर उन्हें राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर अपनी क्षमता प्रदर्शित करने के अवसर दिए जा रहे हैं। इस अवसर पर श्री निगेश्वर नाथ योगी, श्री हिम्मत साहू, श्री नरेन्द्र साहू, श्री नितेश चंदेल, श्री छेदीलाल निषाद, सुश्री रोहिणी साहू, सुश्री दुर्गा श्रीवास, श्री देवकुमार साकेत एवं श्री अनिल वर्मा उपस्थित थे। सभी ने दीपेश्वरी को बधाई देते हुए उनके समर्पण, साहस और प्रतिबद्धता की सराहना की।
रायपुर :
राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एन.सी.डी.सी.), स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार; राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान (एन.आई.डी.एम.), गृह मंत्रालय, भारत सरकार; स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, छत्तीसगढ़ सरकार तथा यू.एस. सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के संयुक्त तत्वावधान में “सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल एवं आपदा प्रबंधन – व्यावसायिक विकास कार्यक्रम (पी.एच.ई.डी.एम.-पी.डी.पी.) प्रशिक्षण (बैच-1)” का आयोजन 10 से 12 नवम्बर तक राजधानी रायपुर में किया गया।
सचिव, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण श्री अमित कटारिया तथा आयुक्त, स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. प्रियंका शुक्ला के मार्गदर्शन में राज्य के विभिन्न विभागों के समन्वय से इस प्रशिक्षण का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य राज्य में एक सशक्त आपदा प्रबंधन टीम का गठन करना है। प्रशिक्षण के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता डॉ. एस. के. पामभोई, संचालक (महामारी नियंत्रण), छत्तीसगढ़ ने की। इस अवसर पर प्रमुख अतिथि के रूप में डॉ. शुभांगी कुलसंगे, संयुक्त निदेशक, राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र; डॉ. खेमराज सोनवानी, उप-संचालक एवं राज्य निगरानी अधिकारी (IDSP); डॉ. स्मृति देवांगन, उप-संचालक, NPCCHH एवं डिजास्टर मैनेजमेंट, छत्तीसगढ़; तथा श्री विलियम अब्राम्स, उप निदेशक, डी.जी.एच.पी., सी.डी.सी.-भारत कार्यालय उपस्थित रहे।
तीन दिवसीय इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य जिला स्तर पर कार्यरत अधिकारियों और कर्मचारियों को सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात स्थितियों और आपदाओं से प्रभावी ढंग से निपटने हेतु आवश्यक ज्ञान और व्यावहारिक कौशल प्रदान करना है। ‘मेंटर्स और मेंटीज’ की अवधारणा पर आधारित प्रशिक्षण में तकनीकी सत्रों, प्रश्नोत्तरी, समूह गतिविधियों, केस स्टडी और सिमुलेशन अभ्यासों के माध्यम से प्रतिभागियों को व्यावहारिक अनुभव दिया गया।
स्वास्थ्य, आपदा प्रबंधन, पशुपालन, वन, नगर निगम, भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी सहित विभिन्न विभागों के लगभग 53 प्रतिभागियों ने इस प्रशिक्षण सत्र में हिस्सा लेकर लाभ प्राप्त किया।
इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम राज्य में आपदा प्रबंधन की तत्परता, अंतर-विभागीय समन्वय और सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली को सुदृढ़ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
रायपुर :
बरसात की समाप्ति के बाद राज्यभर में राष्ट्रीय राजमार्गों की मरम्मत का काम जोरों पर है। उप मुख्यमंत्री तथा लोक निर्माण मंत्री श्री अरुण साव ने सभी सड़कों की मरम्मत का काम दिसम्बर तक पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं। लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह ने आज राष्ट्रीय राजमार्ग परिक्षेत्र के अधिकारियों की बैठक लेकर प्रगतिरत मरम्मत, नई सड़कों और नवीन परियोजनाओं के कार्यों की समीक्षा की। प्रमुख अभियंता श्री वी.के. भतपहरी भी समीक्षा बैठक में शामिल हुए।
मरम्मत के सभी काम दिसम्बर तक पूर्ण करने के निर्देश
लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह ने बैठक में राष्ट्रीय राजमार्ग परिक्षेत्र के अधिकारियों से कहा कि बरसात के बाद अभी सड़क निर्माण और मरम्मत के कार्यों को गति देने का अच्छा समय है। इसका सदुपयोग करते हुए कार्यों को तेजी से आगे बढ़ाएं और उन्हें पूर्ण गुणवत्ता के साथ समय-सीमा में पूर्ण करें। उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्गों की मरम्मत के दौरान ठेकेदारों से एसटीएमसी (Short Term Maintenance Contract) के सभी कम्पोनेन्ट्स के काम कराने को कहा। उन्होंने कहा कि जिन सड़कों की मरम्मत के काम प्रांरभ हो चुके हैं, वे रूकने नहीं चाहिए। कार्यों को तेज गति से करते हुए दिसम्बर माह तक हर हाल में पूर्ण कराएं।
मरम्मत के सभी काम दिसम्बर तक पूर्ण करने के निर्देश
विभागीय सचिव डॉ. सिंह ने राज्य में निर्माणाधीन राष्ट्रीय राजमार्गों की प्रगति की भी समीक्षा की। उन्होंने प्रशासकीय स्वीकृति प्राप्त कार्यों के प्राक्कलन, निविदा, कार्यादेश और कार्य प्रारंभ की स्थिति की जानकारी लेकर आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने चालू वित्तीय वर्ष 2025-26 में स्वीकृत राष्ट्रीय राजमार्गों के अर्थ वर्क (Earth Work) आगामी जनवरी माह तक पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने भूमि अधिग्रहण की जरूरत वाले राष्ट्रीय राजमार्गों के नए कार्यों में अधिग्रहण की प्रक्रिया जल्द पूर्ण करने कलेक्टरों के साथ समन्वय से काम करने को कहा। डॉ. सिंह ने सड़क दुर्घटनाओं को रोकने चिन्हांकित ब्लैक-स्पॉट्स को सुधारने के लिए प्राथमिकता से काम करने के निर्देश दिए। उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्गों पर लोगों की सुविधा के लिए समुचित मार्ग संकेतक लगाने को भी कहा।
राष्ट्रीय राजमार्ग परिक्षेत्र के अधिकारियों ने बैठक में बताया कि राज्य शासन के अधीन राष्ट्रीय राजमार्गों में 88 करोड़ 58 लाख रुपए की लागत के मरम्मत के 23 कार्य मंजूर किए गए हैं। इनमें से 71 करोड़ 49 लाख रुपए के कार्यों के लिए अनुबंध कर मरम्मत के कार्य प्रारंभ किए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक-130 अभनपुर-राजिम-गरियाबंद-देवभोग मार्ग, राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक-130बी, राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक-353 घोड़ारी-महासमुंद-बागबहरा-ओड़िशा सीमा, राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक-930, राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक-30, राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक-63 भोपालपटनम से जगदलपुर मार्ग तथा राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक-49 के विभिन्न खंडों में मरम्मत के काम प्रगति पर हैं।
वहीं राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक-43 कटनी-गुलमा मार्ग, राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक-45 रतनपुर-केंदा-केंवची मार्ग और राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक-153 रायगढ़-सारंगढ़-सरायपाली मार्ग के विभिन्न खंडों की मरम्मत के लिए अनुबंध की कार्यवाही पूर्ण कर ली गई है। शीघ्र ही इनके कार्यादेश भी जारी कर मरम्मत के काम शुरू किए जाएंगे। लोक निर्माण विभाग के अपर सचिव श्री एस.एन. श्रीवास्तव, राष्ट्रीय राजमार्ग परिक्षेत्र के मुख्य अभियंता श्री ज्ञानेश्वर कश्यप, अधीक्षण अभियंता श्री एस.एस. माझी, कार्यपालन अभियंता सर्वश्री जे.पी. तिग्गा, गोविंद अहिरवार, आर.के. खाम्बरा और रामाधार ताम्ब्रे भी समीक्षा बैठक में मौजूद थे।
रायपुर :
राज्यपाल श्री रमेन डेका कलिंगा विश्वविद्यालय के पंचम् दीक्षांत समारोह में शामिल हुए। राज्यपाल ने उपाधि एवं पदक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को उनकी उपलब्धि के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि अनुशासित और समय के पाबंद होगे तो सफलता अवश्य मिलेगी। जीवन में यह पूर्णविराम नहीं है, अपनी यात्रा सभी को पूरी करनी है, गिरकर हार नही मानें, उठे और आगे बढ़े।
अनुशासित और समय के पाबंद होंगे तो सफलता अवश्य मिलेगी- राज्यपाल श्री डेका
सीख लेकर योजना के साथ अपना भविष्य तय करें
राज्यपाल श्री डेका आज नवा रायपुर स्थित कलिंगा विश्वविद्यालय के पंचम् दीक्षांत समारोह में सम्मिलित होकर, वर्ष 2023, 2024 एवं 2025 के विद्यार्थियों को उपाधि एवं पदक वितरित किए। इस अवसर पर 150 शोधार्थियों को पीएच.डी उपाधि, 1500 विद्यार्थियों को स्नातकोत्तर उपाधि एवं 2500 विद्यार्थियों को स्नातक की उपाधि प्रदान की गई। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय परिसर में एक पेड़ मां के नाम पर पौधा भी लगाया। इस अवसर पर राज्यपाल श्री डेका ने कहा कि विद्यार्थियों के जीवन की दूसरी पारी शुरू हो रही है। आगे का दिन उनका संघर्ष का होगा, अनेक बाधाएं आएंगी। बीते दिनों से सीख लेकर योजना के साथ अपना भविष्य तय करें। किसी भी क्षेत्र में काम करें, आनंद पूर्वक जीवन गुजारें। भौतिक उपलब्धि के साथ-साथ मानसिक शांति भी होनी चाहिए।
अनुशासित और समय के पाबंद होंगे तो सफलता अवश्य मिलेगी- राज्यपाल श्री डेका
गुरू बनिए शिक्षक नहीं, अनुभव और ज्ञान से युवाओं का मार्गदर्शन करें
राज्यपाल ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में शिक्षकों की बहुत बड़ी भूमिका है। इसके लिए शिक्षकों और विद्यार्थियों के बीच सतत् चर्चा होनी चाहिए। एन.ई.पी.के बारे में विद्यार्थियों को संपूर्ण जानकारी हो। उन्होंने शिक्षकों से कहा कि शिक्षक और गुरू में अंतर होता है। गुरू शब्द का अर्थ विस्तृत है। आप गुरू बनिए शिक्षक नहीं, अपने अनुभव और ज्ञान से युवाओं का मार्गदर्शन करें। श्री डेका ने कहा कि विश्वविद्यालय में सकारात्मक वातावरण रखें। नवाचार पर बहुत कार्य हो रहे हैं। सरकार भी इसके लिए मदद कर रही है। उन्होंने कहा कि मानव, पशु और प्रकृति के बीच में संतुलन रखना बहुत आवश्यक है। तभी हमारा अस्तित्व कायम रहेगा। हमें सतत् विकास के लिए सोचना है और एक पेड़ मां के नाम लगाना है। श्री डेका ने विद्यार्थियों से कहा कि आप देश के भविष्य हैं, आप के योगदान से भारत 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था बनेगा।
विद्यार्थी रचनात्मकता को बढ़ाएं और नवाचार में उपयोग करें
राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री श्री टंकराम वर्मा ने कहा कि राष्ट्र के विकास में युवाओं की सबसे बड़ी भागीदारी होती है। विद्यार्थी अपनी रचनात्मकता को बढ़ाएं और नवाचार के लिए इसका उपयोग करें। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा युवाओं को आगे बढ़ाने के लिए नीतिगत निर्णय लिए गए हैं परिणामस्वरूप उन्हें नए अवसर उपलब्ध होंगे।
इस अवसर पर राज्य निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग के अध्यक्ष प्रोफेसर वी.के.गोयल, कलिंगा विश्वविद्यालय के अध्यक्ष श्री राजीव कुमार, कुलाधिपति श्री संदीप अरोरा, कुलपति श्री आर. श्रीधर, उपकुलाधिपति श्री सज्जन सिंह, कुलसचिव तथा कलिंगा विश्वविद्यालय के प्रबंध मण्डल के सदस्य, विभागाध्यक्ष, अध्यापकगण, विश्वविद्यालय के विद्यार्थी एवं उनके अभिभावक उपस्थित थे।