रायगढ़. यात्रियों से प्रीमियम एक्सप्रेस का किराया वसूल कर पैसेंजर ट्रेन की सवारी कराने वाले एसईसीआर रेलवे को उपभोक्ता फोरम में जुर्माना लगाया है। उपभोक्ता फोरम ने मामले में दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद एसईसीआर के बिलासपुर मंडल प्रबंधक और मुख्य स्टेशन प्रबंधक को एक माह के भीतर यात्री से किराया में वसूल की गई अतिरिक्त राशि और रायपुर-दिल्ली के एयर टिकट का किराया कुल 6964 रुपए लौटने का आदेश दिया है। साथ ही एक हजार रुपए मानसिक क्षतिपूर्ति भी यात्री को देने के निर्देश दिए हैं।
दैनिक भास्कर ने 25 जनवरी को रेलवे द्वारा यात्रियों से पैसेंजर ट्रेनों की सवारी के लिए प्रीमियम एक्सप्रेस का किराया वसूल करने की खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी। इसके बाद रेलवे की सेवा से नाराज यात्री कालिंदीकुंज निवासी व्यवसायी संतोष मित्तल ने रेलवे द्वारा अधिक किराया और ट्रेन विलंब के कारण ट्रेन छूटने पर अपने अधिवक्ता मुकेश गोयल के माध्यम से फोरम में परिवाद दाखिल किया।
ट्रेन की देरी के चलते यात्री का हुआ नुकसान
परिवादी को 26 जनवरी 2019 को दिल्ली निवासी अपने रिश्तेदार की शादी में जाना था। 25 जनवरी की सुबह 6.20 बजे ट्रेन में सवार हुए थे। इंटरनेट से बुक कराए गए सीट डी-8 के 103 नंबर पर जाकर बैठे। बिलासपुर से उन्हें बिलासपुर-निजामुद्दीन हमसफर एक्सप्रेस से दिल्ली जाना था, लेकिन जनशताब्दी एक्सप्रेस अपने नियमित समय से लेट छूटी। बिलासपुर 8.40 की बजाय यह 11 बजे पहुंची, जिससे उनकी हमसफर एक्सप्रेस छूट गई। विलंब का कारण पूछने पर टीटीई ने जनशताब्दि को पैसेंजर ट्रेन के रूप में चलने की बात बताई।
मजबूरन फ्लाइट से दिल्ली जाना पड़ा
टिकटका पैसा अधिक लेने की बात पर टीटीई उच्च अफसरों से बात करने को कहा। मजबूरन उन्हें जनशताब्दी से रायपुर जाना पड़ा, और ट्रेन नहीं होने की स्थिति में रायपुर से दिल्ली के लिए उन्होंने 8379 रुपए खर्च कर एयर टिकट खरीदना पड़ा। जिससे वे 26 जनवरी को शादी समारोह में शामिल हो सके। वापस लौटने के बाद उन्होंने रेलवे के खिलाफ उपभोक्ता फोरम में परिवाद दाखिल किया था। जिसमें उन्होंने टिकट में अंतर की राशि, एयर टिकट का किराया और 50 हजार रुपए मानसिक क्षतिपूर्ति की मांग की थी। इस पर विचार करने के बाद फोरम में यात्री के पक्ष में निर्णय सुनाया है।
यात्री सलाहकार समिति के सदस्यों की भी सुनवाई नहीं
रेलवे के जोनल और डिवीजनल यात्री सलाहकार समिति के सदस्यों ने रेलवे की इस मनमानी पर रोक लगाने जीएम को पत्र भी लिखा गया, लेकिन जीएम ने इस पर गंभीरता नहीं दिखाई। बिलासपुर जेडआरयूसीसी सदस्य राजू अग्रवाल ने पत्र लिखकर इस अनियमितता में सुधार की मांग की थी। इसके अलावा खरसिया और रायगढ़ से भी सदस्यों ने इसमें सुधार की मांग थी।
दोगुनी हो गई थी शताब्दी ट्रेनों की टिकट बिक्री
जनवरी में ब्लॉक के दौरान सामान्य दिनों की तुलना में जनशताब्दी की टिकट बुकिंग दोगुनी हो गई थी। ब्लॉक के पहले 10 और 11 जनवरी को शताब्दी के एसी कोच में औसत टिकटों की बुकिंग 120 और सामान्य कोच में एक हजार थी, लेकिन 10 दिन बाद 22 और 23 जनवरी को यह बढ़कर एसी कोच में 204 और सामान्य श्रेणी में 2063 पहुंच गई थी। रेलवे ने पैसेंजर की सवारी कराकर यात्रियों से एक्सप्रेस का किराया वसूल किया था।