भिलाई. प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के पीस ऑडिटोरियम, सेक्टर-7 में अंतरराष्ट्रीय मातृ दिवस बडे ही हर्षोलास के साथ मनाया गया। आज का दिन जगत माता का है। सच्ची त्याग तपस्या से जगत माता बन विश्व कल्याणी बनना है। सभी को आशिर्वाद , दुआंए देते हुए शक्ति स्वरूपा माँ के स्वरूप में स्थित हो कर सभी ने ऐसा वरदान हमें दो माँ तथा धरती पे शिव शक्तियाँ आ गई गीतों पर राजयोग मेडिटेशन का गहन अभ्यास किया। कार्यक्रम के प्रारंभ में सभा में उपस्थित सभी माताओं पर पुष्पों क ी वर्षा कर कार्यक्रम का आरंभ किया गया।
भिलाई सेवा केन्द्रोंं की निदेशिका ब्रह्माकुमारी आशा दीदी ने कहा कि हमें हद की कामनाओं से परे रह स्नेह और शक्ति द्वारा विश्व परिवर्तन के कार्य को जगत माता बन कर सम्पन्न करना है। हमें सर्व के प्रति रहम की, वरदानी किरणें फैलाना है जैसे सुर्य जितना ऊंचा होता है उसकी किरणें स्वत: ही चारों ओर फैलती है। ऐसे ही हमारा जीवन हो। अभी हमें वाणी से परे रह विश्व के आगे सैम्पल बनना है। हमें इच्छा मात्रम अविद्या के लक्ष्य को पाना है तब ही हम जगत अम्बा बन कर सबको सुख शांति की अंचली दे सकेगें। समय भी हमार सहयोगी होगा। भगवान और देवी देवताओं से भी ऊंची है माँ।
हर सण्डे को चलने वाले डिवाईन ग्रुप के क्लास में बच्चों से सुंदर ग्रीटिंग कार्ड बनवाया गया जिसे वह अपनी माँ को गिफ्ट करेगें और आज उन्हे प्यार से अपने हाथों से निंबू पानी या शरबत देगें। इस अवसर पर बच्चों को माँ के बारे में बताते हुए ब्रह्माकुमारी इंदू ने कहा कि माँ कैसी भी परिस्थिति में चाहे वो बिमार भी क्यों न हो पर हमे पहले निस्वार्थ पालना देती है। माँ जीवन दायानी है जो कि धरती पर पहला भगवान है। जिसे हम इन नैनो से देखते है। माँ का कर्ज हम किसी भी जन्म में नही उतार सकते है। बच्चों को मदर्स डे पर माँ की ममता से जुडे प्रेरणादायी विडियों प्रोजेक्टर के माध्यम से दिखाये गये।