भिलाई स्टील प्लांट ने तैयार किया एक नया प्रोडक्ट, महाराष्ट्र में सिंचाई परियोजना के लिए किया जा रहा इस्तेमाल
बढ़ेगा मुनाफा : 3762 टन का आर्डर, 2862 टन की सप्लाई, आम प्लेट्स की औसत आयु 40, विशेष प्लेट्स की 80 साल
भिलाई. अब तक युद्ध, इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र में स्पेशल प्लेट्स की सप्लाई कर इस्पात उत्पादकों में अपनी धाक जमाने के बाद (भिलाई स्टील प्लांट) बीएसपी को एक और उपलब्धि हासिल हुई है। पहली बार उसकी प्लेट्स का इस्तेमाल महाराष्ट्र में सिंचाई परियोजना में किया जा रहा है। यह बीएसपी का नया प्रोडक्ट है। जिसके चलते उसका मुनाफा भी बढ़ेगा। खास बात कि जहां आम प्लेट्स की औसत आयु 40 साल होती है, वहीं इस विशेष प्लेट्स की 80 साल होगी।
बीएसपी कर रही है माइल्ड प्लेट्स का उत्पादन
बीएसपी खास तौर पर माइल्ड प्लेट्स का उत्पादन कर रही है जो जंगरोधी होने के साथ टिकाऊपन अन्य प्लेट्स से दोगुना और कीमत भी करीब-करीब आधी होगी। आमतौर पर जहां अन्य प्लेट्स की आयु लगभग 40 वर्ष होती है, वहीं माइल्ड प्लेट्स लगभग 60 से 80 वर्ष तक टिकेगा। पाइप बिछाने के काम में देश की जेएमसी प्रोजेक्ट इंडिया लिमिटेड को महारत हासिल है। पावर सेक्टर,आइल कंपनियों के लिए देशभर में पाइप लाइन बिछाने के महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट पर सफलतापूर्वक काम कर चुकी है।
12 एमएम का है प्लेट, मजबूती में अब तक का सबसे बेहतर
बीएसपी में मुख्य रूप से तीन ग्रेड की प्लेट्स का उत्पादन होता है। इनमें माइल्ड प्लेट्स के साथ-साथ बायलर और हाई टेंसेल प्लेट्स भी शामिल है। लिफ्ट इरीगेशन प्रोजेक्ट में माइल्ड स्टील प्लेट्स का उपयोग किया जा रहा है। यह प्लेट्स 12 एमएम के है। यह जंगरोधी होने के साथ-साथ मजबूती में भी प्लेट्स के अन्य उत्पाद से बेहतर बने, इसके लिए प्रबंधन ने आईएस 2062 ई250 बीआर ग्रेड तैयार किया है।
बंगलुरू में पानी की सप्लाई में इसी ग्रेड की प्लेट्स का सफल इस्तेमाल हो चुका
पानी सप्लाई के पाइप लाइन में बीएसपी की प्लेट्स का इस्तेमाल पूर्व में भी हो चुका है। हालांकि उस वक्त पाइप का इस्तेमाल सिंचाई परियोजना के लिए न होकर पेयजल सप्लाई लाइन के लिए किया गया था। मामला बंगलुरू महानगर पालिका से जुड़ा है। जहां कर्नाटक की प्रमुख नदी से बंगलुरू तक पानी पहुंचाने के लिए बिछाई गई पाइप लाइन में बीएसपी में बनी 70 हजार टन प्लेट का उपयोग किया गया है।
पानी पहुंचाने 1600 करोड़ से बिछ रही पाइप लाइन
2650 करोड़ के लिफ्ट इरीगेशन प्रोजेक्ट में से जेएमसी प्रोजेक्ट को 1600 करोड़ का काम दिया है जो नर्मदा से महाराष्ट्र के धार इलाके तक पानी पहुंचाने के लिए पाइप लाइन बिछा रही है। इसके लिए कंपनी ने 3762 टन माइल्ड प्लेट्स का आर्डर बीएसपी को दिया है। जिसमें से बीएसपी इस वर्ष के अप्रैल तक 2862 टन प्लेट्स की सप्लाई भी कर चुकी। शेष 900 टन सप्लाई की तैयारी है।
इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में बढ़ रही बीएसपी की मांग
रक्षा क्षेत्र में सेटेलाइट व्हीकल के लांचिंग पैड, युद्ध पोतों के निर्माण में लगने वाली स्पेशल प्लेट्स की सप्लाई में बीएसपी दबदबा बनाने में कामयाब रही। इसका असर अब निर्माण के बाकी क्षेत्रों पर भी पड़ रहा है। जम्मू कश्मीर के पहाड़ी इलाके में ऊंचे ब्रिज का निर्माण की बात हो या गंगा व असम में बने ब्रिज का निर्माण, ऐसे देश के सभी महत्वपूर्ण इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में से ज्यादातर में बीएसपी की प्लेट्स की ही डिमांड सामने आ रही है।
सैटेलाइट प्रोजेक्ट के लिए इसरो की डिमांड भी बढ़ी
प्लेट्स उत्पादन के क्षेत्र में बीएसपी का कितना महत्व है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इसरो के सेटेलाइट से जुड़े ज्यादातर प्रोजेक्ट में उसकी प्लेट का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसरो की टीम लगातार बीएसपी का दौरा कर आर्डर के मुताबिक डिमांड को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए दबाव बनाए हुए हैं। बीएसपी प्रबंधन इसे जल्द पूरा करने की बात कह रहा है।