सरकार ने किसानों के कर्ज माफी की घोषणा की, लेकिन अभी तक केवल सहकारी व ग्रामीण बैंक को पैसा भेजा है
राष्ट्रीयकृत बैंकों के खाते में रुपए नहीं पहुंचने के कारण उठाया गया कदम, किसानों को वसूली का नोटिस भी जारी
बिलासपुर. प्रदेश में एक ओर भूपेश बघेल सरकार ने अपने गठन के साथ ही किसानों का कर्ज माफ करने की घोषणा की थी। वहीं 21 बैंकों ने बिलासपुर जिले के 16114 किसानों को डिफॉल्टरों की सूची में डाल दिया है। शासन ने राष्ट्रीयकृत बैंकों में अभी तक रुपए नहीं डाले हैं, इसके चलते बैंकों की ओर से यह कदम उठाया गया है। इससे जहां किसानों की साख खराब हो गई है, वहीं आगे कर्ज लेने में परेशानी हो रही है। किसानों को पैसा पटाने नोटिस भी जारी किया जा रहा है। फील्ड ऑफिसर किसानों के घर पहुंच रहे हैं। ऐसे में किसान परेशान हैं।
21 राष्ट्रीयकृत बैंकों से किसनों के ऊपर है 225.99 करोड़ का कर्ज
दरअसल, इन 16114 किसानों ने किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) से 21 राष्ट्रीयकृत बैंक से 225. 99 करोड़ रुपए कर्ज लिया है। इसके अलावा किसानों ने ग्रामीण बैंक से 43.15 करोड़ और सहकारी बैंक से 481.3 करोड़ रुपए कर्ज लिया। प्राइवेट बैंक से भी किसानों ने 70.51 करोड़ रुपए लोन लिया है। राज्य सरकार सरकार की कर्ज माफी की घोषणा के बाद किसानों ने कर्ज पटाना बंद कर दिया है। अब तक शासन ने सहकारी बैंक को किसानों का कर्ज माफ करने 436 करोड़ रुपए दिया है। इसके अलावा ग्रामीण बैंक को लोन का 20 प्रतिशत रुपया ही दिया गया है।
ग्रामीण बैंक : 43 करोड़ का कर्ज, 20% पैसे दिए
ग्रामीण बैंक से जिले के 6 हजार 678 किसानों ने 43 करोड़ 15 लाख रुपए कर्ज लिया है। 30 नवंबर तक का कर्ज किसानों का माफ होना है। अब ऐसे में अभी तक सरकार द्वारा पूरे राज्य के ग्रामीण बैंकों के लिए 38 करोड़ 26 लाख रुपया ही दिया गया है। जबकि राज्य के ग्रामीण बैंकों से किसानों ने 185 करोड़ 3 लाख रुपए का ऋण लिया है। लेकिन शासन से सभी ब्रांच को किसानों का कर्ज माफ करने केवल 20 प्रतिशत पैसा ही भेजा गया है।
किसानों को पैसा पटाने कह रहे
एसबीआई के रीजनल मैनेजर एमएन परिदा ने कहा कि अभी किसी भी किसान को नोटिस जारी नहीं किया है। फील्ड ऑफिसर किसानों को बता रहे हैं कि वे पैसा पटाते हैं तो डिफाल्टर लिस्ट से बाहर हो जाएंगे। उन्हें अभी कर्ज भी मिल जाएगा। किसान चाहे तो वो पैसा जमाकर उसी दिन निकाल सकता है। इससे वह एनपीए में भी नहीं रहेगा।
प्राइवेट बैंक के 70 करोड़ कर्ज माफी पर संशय
प्राइवेट बैंक से 3 हजार 824 किसानों ने 70 करोड़ 51 लाख रुपया कर्ज लिया है। शासन ने इनके कर्ज माफी के लिए अभी तक कोई निर्देश नहीं दिया है। किसान संशय की स्थिति में हैं।
सहकारी बैंकों का 45 करोड़ बाकी
किसानों ने सहकारी बैंकों से सबसे ज्यादा कर्ज लिया है। 1 लाख 48 हजार किसानों ने सहकारी बैंक से 481 करोड़ 3 लाख रुपए कर्ज लिया है। शासन ने सहकारी बैंक को 436 करोड़ रुपए दिया है। 45 करोड़ 3 लाख रुपए देना बाकी है।