घटना के बाद इलाज करने वाला ओडिशा भागा
कोंडागांव | बड़ेकनेरा में एक झोलाछाप डाॅक्टर के इलाज से छठवीं में पढ़ रहे एक छात्र की मौत हो गई। जबकि उसकी दादी रुको बाई को गंभीर हालत में जिला अस्पताल भर्ती कराना पड़ा। उनकी हालत अब भी नाजुक बनी हुई है। इस घटना के बाद से इलाज करने वाले झोलाछाप डाॅक्टर फरार है। जानकारी के मुताबिक जिला मुख्यालय से लगे बड़ेकनेरा के लिमऊगुड़ा पारा के 13 वर्षीय हेमंत कश्यप और उसकी दादी को उल्टी-दस्त होने लगी। परिजनों के कहने पर झोलाछाप डाक्टर विश्वास को घर आया। विश्वास ने दादी को दवा देने के बाद हेमंत को ग्लूकोज का बाेतल चढ़ाया और एक इंजेक्शन लगाया। दोपहर दो बजे के बाद हेमंत की हालत खराब होने लगी। इसके बाद परिजन उसे सरकारी हास्पिटल ले जा रहे थे, लेकिन इससे पहले ही रात दस बजे उसकी मौत हो गई। दूसरी ओर दादी की तबीयत खराब होने लगी तो उन्हें जिला हास्पिटल में भर्ती करवाया है। उनकी हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। घटना के बाद इलाज करने वाला विश्वास ओडिशा के उमरकोट भाग गया। विश्वास के घर के पास ही आलोकनाथ मंडल नामक एक और झोलाछाप डॉक्टर रहता था। घटना के बाद से वह कोलकाता फरार हो गया है।
ग्रामीणों की शिकायत के बाद जब पीएचसी में पदस्थ डॉ. पीएन साहू से बात की गई तो उन्होंने कहा कि पीएचसी समय पर खुलती और बंद होती है। रात में हास्पिटल बंद रहता है, लेकिन यदि हमें काॅल आता है तो हम उपचार के लिए चले आते हैं। मृतक हेमंत के पिता जगदीश कश्यप ने कहा कि वे जल्द ही इस घटना की रिपोर्ट पुलिस थाने में दर्ज करवाएंगे ।