धमतरी के केरेगांव रेंज के मोहलई गांव की घटना
धमतरी . जिले की केरेगांव रेंज के मोहलई गांव में शनिवार सुबह 12 हिरणों के शव मिले। यह गांव के बाहर बनी मुरुम खदान में एक गड्ढे के पास पड़े थे। गड्ढे में पानी भरा था इसमें यूरिया मिला दिया गया था, जिसे पीने से हिरणों की मौत हुई। डॉग स्क्वाड की मदद से 9 घंटे में आरोपी दबोच लिया गया। मृत हिरण 3 साल तक के हैं। वन विभाग के मुताबिक जंगल में हिरणों के झुंड हैं। पानी पीने के लिए ये किसी झुंड से अलग हुए। लेकिन पानी पीते ही उनकी मौत हो गई। हिरणों के मुंह से खून गिर रहा था।
शनिवार सुबह 6.30 बजे मुरुम खदान के पास ग्रामीणों ने मृत हिरण देखे और इसकी सूचना वन विभाग को दी। रेंज आॅफिसर आरके साहू मय टीम के मौके पर पहुंचे। इसी दौरान रायपुर सीसीएसएफ संजीता गुप्ता व धमतरी डीएफओ अमिताभ बाजपेयी भी मौके पर गए। पंचनामा बना हिरणों के शव टैक्टर-ट्राली में भरकर पीएम के लिए भेजे गए। पीएम रिपोर्ट में हिरणों के पेट में यूरिया होने की बात सामने आई। इसके बाद वन अमले की शिकार की आशंका यकीन में बदल गई। शिकारी को पकड़ने की कार्रवाई शुरू हुई।
शाम 4 बजे बिलासपुर अचानकमार से डॉग स्क्वाड आया। 2 स्नीफर डॉग घटना स्थल पर ले जाए गए। डॉग ने भीड़ में मौजूद रिखीराम पिता देवीसिंग मंडावी पर हमला कर दिया। इसके बाद आरोपी को हिरासत में ले लिया गया। पूछताछ के बाद उसके पास से पहले शिकार किए गए िहरणों के सींग सहित अन्य सामग्री मिली। कपड़ों पर खून के निशान भी मिले। आरोपी मोहलई गांव का ही है। इसे वारादात की सूचना मिलने के 9 घंटे बाद ही पकड़ लिया गया।
गड्ढे के पानी में यूरिया मिलाया : डीएफओ अमिताभ बाजपेयी ने कहा कि शिकारी को पता था कि हिरणों का झुंड क्षेत्र में आता है, इसलिए पूरी प्लानिंग के साथ मोहलई की मुरुम खदान के एक गड्ढे के पानी में यूरिया मिलाया गया। यहीं 12 हिरणों के शव बरामद हुए। आरोपी के खिलाफ वन्य प्राणी अधिनियम के तहत अपराध दर्ज किया है। प्रकरण की जांच की जा रही है। पूछताछ में अन्य मामले भी सामने आ सकते हैं।
आरोपी से जब्त सामान
हाल में शिकार किए गए हिरणों के दो सींग
चीतल की हड्डी
13 फंदा
2 फरसानुमा कुल्हाड़ी
यूरिया, पोटाश