दुर्ग, भिलाई व चरोदा के करीब ढाई लाख उपभोक्ताओं के घरों व प्रतिष्ठानों की होगी ऑनलाइन स्पाट रीडिंग
मीटर रीडिंग में गड़बड़ी से मिलेगी निजात, उपभोक्ताओं के सामने ही फोटों खींचकर किया जाएगा अपलोड
दुर्ग. भिलाई, दुर्ग व चरोदा के करीब ढाई लाख उपभोक्ताओं के घरों और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में ऑनलाइन स्पॉट फोटो युक्त मीटर रीडिंग होगी। इसकी शुरुआत दुर्ग व भिलाई शहर में कर दी गई है। इसके तहत अब विद्युत मीटर की रीडिंग सीधे ऑनलाइन बिजली कंपनी के सिस्टम में अपलोड हो सकेगी। साथ ही मीटर रीडिंग का फोटो भी अपलोड किया जा सकेगा। इसके तहत मीटर रीडर्स को कंपनी के तरफ से एक मोबाइल व प्रिंटर उपलब्ध कराया गया है। मोबाइल से प्रिंटर को ब्लू टूथ के जरिए कनेक्ट किया गया है, ताकि बिजली मीटर की फोटो खींचकर उसे अपलोड किया जाए। इसके बाद ऑटोमेटिक प्रिंटर से बिजली का बिल निकले।
दुर्ग के 73165 और चरोदा के 1,80,000 के यहां रीडिंग
बिजली कंपनी के मुताबिक दुर्ग शहर के करीब 73,165, भिलाई व भिलाई-चरोदा के 1,80,000 उपभोक्ताओं के घरों व व्यावसायिक प्रतिष्ठानों की रीडिंग होगी। कंपनी ने एक निजी कंपनी को यह कार्य जारी किया है। कार्य एजेंसी के कर्मी हर महीने नियत तिथि को उपभोक्ता के घर पहुंचेंगे, जहां वे दिए गए मोबाइल से फोटो खींचने के साथ रीडिंग को अपलोड करेंगे। यह जानकारी सीधे कंपनी को सर्वर में चली जाएगी। जहां से बिल जनरेट करने के साथ मौके पर ही प्रिंटर के जरिए बिल दिया जाएगा। भिलाई के 6 व दुर्ग के सभी 4 जोन में इसे शुरू कर दिया गया है।
जानिए इस सिस्टम से आम लोगों को क्या होगा फायदा
इससे मीटर रीडिंग में गड़बड़ी व कार्य एजेंसी के कर्मियों से सेटिंग कर बिल को कम किए जाने की संभावना पूरी तरह से समाप्त हो जाएगी। मीटर में जितनी रीडिंग दिखेगी, उस हिसाब से ही बिल बनेगा। वर्तमान में कार्य एजेंसी द्वारा कई बार बिना मीटर देखे भी केवल उपभोक्ता के बताए अनुसार रीडिंग अपलोड कर बिल निकाला जाता है। यह समाप्त हो जाएगा। रीडिंग सही होने से अनावश्यक गड़बड़ी की भी संभावना नहीं रहेगी। उपभोक्ता के सामने ही फोटो खींचकर इस जानकारी को सॉफ्टवेयर में अपलोड किया जाएगा।