'तकनीक के बिना जीवन की कल्पना करना मुश्किल है. हर किसी का जीवन तकनीक से जुड़ा है और तकनीक की रफ्तार बहुत तेज है. सभी देशों के सामने बदले हुए तकनीक के साथ चलने की चुनौती है.' यह बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को इंडिया-इटली टेक्नॉलॉजी समिट में कही.
उन्होंने कहा कि भारत में तकनीक का विकास किया जा रहा है और इसे हम लोगों के काम को आसान बनाने की ओर बढ़ते कदम की तरह देखते हैं. सरकार की कई सेवाओं में तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है. मोदी ने कहा कि सरकारी सेवाओं को लोगों तक पहुंचाने में सूचना तकनीक की पहचान को भारत अब अगले स्तर पर ले जाना चाहता है.
मोदी ने तकनीक के क्षेत्र में भारत की बढ़ती ताकत के बारे में बताते हुए कहा कि दुनिया डायरेक्ट बेनिफिट स्कीम से चल रही है. इसमें भारत भी शामिल है. भारत में बैंक खातों को सीधे ऑनलाइन से जोड़ा गया है. अब जन्म प्रमाण पत्र से लेकर बुजुर्ग अवस्था में मिलने वाली पेंशन योजना का लाभ भी ऑनलाइन उठाया जा रहा है.
मोदी ने कहा कि सरकार की कई सेवाओं में तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है. सरकारी सेवाओं को लोगों तक पहुंचाने में सूचना तकनीक की पहचान को भारत अब अगले स्तर पर ले जाना चाहता है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दुनिया का सबसे बड़ा दूसरा स्टार्ट अप ईको सिस्टम भारत में है. भारत, इटली समेत दुनिया के कई देशों के उपग्रह को मामूली खर्च में अंतरिक्ष में भेज रहा है.
पीएम मोदी ने कहा, 'बर्थ सर्टिफिकेट से लेकर बुढ़ापे की पेंशन तक की अनेक सुविधाएं आज ऑनलाइन हैं. 300 से अधिक केंद्र और राज्य सरकार की सेवाओं को उमंग ऐप के माध्यम से एक प्लेटफॉर्म पर लाया गया है. देशभर में 3 लाख से अधिक कॉमन सर्विस सेंटर्स से गांव-गांव में ऑनलाइन सेवाएं दी जा रही हैं.'