भोपाल. अतिथि शिक्षकों ने नियमितिकरण (Regularization) की मांग को लेकर शिक्षक दिवस पर हल्ला बोला और सरकार को अपना वचन याद दिलाया. इस पर सामान्य प्रशासन मंत्री डॉ. गोविंद सिंह (Dr Govind Singh) ने अतिथि शिक्षकों (Guest Teachers) को इंतजार करने की बात कही है. मंत्री का कहना है कि सरकार का खजाना खाली है. वचन दिया है तो 5 साल में पूरा कर दिया जाएगा. मंत्री गोविंद सिंह ने कहा कि हमारे पास कोई पैसों का पेड़ नहीं लगा है.
..वचन पूरे करेंगे
सामान्य प्रशासन मंत्री गोविंद सिंह ने मुख्यमंत्री कमलनाथ से साफ कह दिया है कि जनता से जो भी वादे किए गए हैं, वो सारे वादे पूरे किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि एक महीने में वचन पूरे नहीं किए जा सकते हैं, थोड़ा समय तो लगेगा ही. वचन 5 साल के लिए होता है. उन्होंने कहा कि कई योजनाएं हैं, जो खाली खजाने के चलते अधूरी पड़ी हैं.
शिवराज से विरासत में करोड़ों का कर्ज मिला
सामान्य प्रशासन मंत्री गोविंद सिंह ने कहा शिवराज सरकार हमारे लिए खाली खजाना छोड़ कर गई है. शिवराज सिंह सफाया करके चले गए. करीब 15हजार करोड़ रुपए का कर्जा हमारी सरकार के लिए छोड़ गए थे. वो भी हमारी सरकार ने ही चुकाए हैं. सरकार के खाली खजाने के बीच किसानों का कर्ज माफ भी किया है. हमने 54 हजार करोड़ रुपए का कर्जा माफ करना है.
अभी 20 लाख किसानों का कर्जा माफ होना है. इसी महीने से करीब 12-13 लाख किसानों की कर्ज माफी की प्रक्रिया शुरू होनी है. दस्तावेजों की जांच पड़ताल की जा रही है. उन्होंने कहा कि हमने वादा किया था विधवा पेंशन, वृद्धावस्था पेंशन में एक हजार रूपए दिए जाएंगे, लेकिन अभी खजाना खाली है.
'कांग्रेस पार्टी के पास कोई पैसों का पेड़ नहीं है'
सामान्य प्रशासन मंत्री डॉ.गोविंद सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के पास कोई पैसों का पेड़ नहीं है कि पेड़ को हिलाया और पैसे नीचे आ गए. धीरे-धीरे पैसा आएगा. अतिथि शिक्षकों को सरकार की मजबूरी समझनी चाहिए, वो खुद आकर देख लें.
अतिथि शिक्षकों का हल्ला बोल
प्रदेश भर में 80 से 90 हजार के करीब अतिथि शिक्षक हैं. अतिथि शिक्षकों को कांग्रेस ने वचन पत्र में नियमित करने का वादा किया था. 90दिन में नियमित करने की बात कही गई थी. अब 8 महीने बीतने के बाद वचन पूरा ना करने से अतिथि शिक्षकों का धरना प्रदर्शन तेज हो गया है. शिक्षक दिवस के दिन हजारों की संख्या में अतिथि शिक्षकों ने सीहोर से भोपाल तक तिरंगा लेकर पैदल मार्च निकाला था.