मध्य प्रदेश

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जबलपुर । बरेला टोल नाका में बेलगाम ट्रक ने कोहराम मचाते हुए बूथ क्रमांक-छह को तोड़ दिया। हादसे से मौके पर अफरा-तफरी मच गई थी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शिकायत पर प्रकरण दर्ज कर लिया है।

पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया

पुलिस के अनुसार हरियाणा निवासी चिंटू दाहिया बरेला में रहता है, जो कि बरेला टोल नाका का मैनेजर है। बीती देररात जब चिंटू टोल नाका प्लेट फर्म पर बैठा था उसी समय ट्रक क्रमांक सीजी 04 एलएच 9455 का चालक जबलपुर तरफ से तेज रफ्तार व लापरवाही पूर्वक ट्रक चलाते हुए आया और पांच नम्बर लाईन पर ट्रक डाल दिया। जिससे बूथ क्रमांक-छह टूट गया एवं बूथ के अंदर का सामान क्षतिग्रस्त हो गया। जिससे करीब डेढ़ लाख रुपये का नुकसान हो गया। शिकायत पर पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया है

 

जबलपुर । एक शादीशुदा भारतीय इंजीनियर का अमेरिका तबादला हुआ तो वह अपने साथ पत्नी को भी ले गया। वहां उसे प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। यही नहीं घर से निकाल दिया। दोनों बच्चों से मिलना दूभर कर दिया। पत्नी किसी तरह अमेरिका से अकेली भारत लौटी। फिलहाल, वह मायके में रह रही है। गुरुवार को उसे पता चला कि पति भारत आया है और उसे तलाक दिए बिना दूसरी शादी कर रहा है। यह पता चलते ही महिला स्वजनों के साथ शुक्रवार को अधारताल थाने पहुंची। पहले तो पुलिस ने आरोपित पति के विरुद्ध प्रकरण दर्ज किया और फिर उसके घर पहुंची। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

2005 में हुआ था विवाह

अधारताल पुलिस ने बताया कि विदिशा के वार्ड क्रमांक 30 शेरापुर निवासी शैली श्रीवास्तव (43) का विवाह 16 फरवरी 2005 को महाराजपुर पुनीत नगर हाउसिंग बोर्ड कालोनी निवासी अमन श्रीवास्तव से हुआ था। पेशे से इंजीनियर अमन की उस वक्त पोस्टिंग भोपाल में थी। शैली पति के साथ रहने भोपाल चली गई। वहां से पांच माह बाद अमन का ट्रांसफर नोएडा फिर बैंगलुरु और फिर नोएडा हो गया। इस दौरान शैली ने बेटे अरनब को जन्म दिया, जो वर्तमान में 14 साल का है। जबकि बेटी एसनी 12 साल की है।

ससुराल भेजा, लेने आए

अमन का ट्रांसफर अमेरिका कर दिया गया। अमन नोएडा से अमेरिका चला गया और शैली को अधारताल स्थित ससुराल भेज दिया। शैली यहां रही। लगभग सात माह बाद अमन पत्नी को लेकर अमेरिका चला गया। वहां शैली ने बेटी को जन्म दिया। लेकिन इसके बाद से अमन द्वारा शैली को प्रताड़ित किया जाने लगा। दहेज की मांग की जाने लगी। पति दूसरी शादी की धमकी देने लगा।

घर से भगाया, तो भाई के यहां रुकी

अमेरिका में रहने के दौरान नीरज ने पत्नी शैली को 23 नवम्बर 2019 में घर से भगा दिया। उस वक्त शैली की मौसी का बेटा भी अमेरिका में था। शैली मौसी की बेटे के पास रहने लगी। कुछ समय बाद टिकट के रुपयाें की व्यवस्था होने के बाद शैली भारत लौटी और विदिशा स्थित अपने मायके पहुंची।

बच्चाें तक से नहीं दिया मिलने

पुलिस के अनुसार अमन ने बच्चों को अपने पास अमेरिका में ही रख लिया था। वह न तो शैली को बच्चों से बातचीत करने देता था और न ही मिलने देता था।

बिना तलाक कर रहा था शादी

कुछ दिनों पूर्व अमन अपने घर वापस लौटा। शैली को तलाक दिए बगैर वह शनिवार को दूसरा विवाह कर रहा था। इसकी जानकारी लगते ही शैली और परिजन जबलपुर पहुंचे और अधारताल थाने पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस अमन के घर पहुंची। जहां हंगामा चलता रहा।

इनका कहना

शैली की रिपोर्ट पर पति अमन के विरुद्ध प्रकरण दर्ज किया गया है। अमन बिना तलाक के दूसरा विवाह कर रहा है। मामले को जांच में लिया गया है। विधि-सम्मत कार्रवाई की जा रही है।

-विजय कुमार विश्वकर्मा, थाना प्रभारी, अधारताल

भोपाल । मध्य प्रदेश में चुनाव नतीजे आए को 6 दिन हो चुके हैं, लेकिन अब तक प्रदेश के सीएम फेस को लेकर बना सस्पेंस खत्म नहीं हुआ है। वहीं सोमवार को अब विधायक दल की बैठक होना है, ऐसे में संभावना है कि सोमवार को सीएम कौन होगा इसका फैसला हो जाएगा।

पर्यवेक्षक हो चुके हैं नियुक्‍त

बता दे कि प्रदेश में सीएम पद की दौड़ में शिवराज सिंह चौहान, प्रहलाद सिंह पटेल, नरेंद्र सिंह तोमर, ज्योतिरादित्य सिंधिया और कैलाश विजयवर्गीय के नाम रेस में है। वहीं भाजपा ने सीएम फेस को लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर, ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. के.लक्ष्मण और राष्ट्रीय सचिव आशा लाकड़ा को पर्यवेक्षक बनाया गया है।

शाम सात बजे होगी बैठक

विधायक दल की बैठक सोमवार को शाम सात बजे बुलाई गई है। इसमें मुख्यमंत्री के नाम को लेकर प्रस्ताव रखा जाएगा। उधर, भोपाल में नवनिर्वाचित विधायक और पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने मुख्यमंत्री के प्रश्न पर कहा कि कोई असमंजस नहीं है। पार्टी की अपनी प्रक्रिया है। आपको उसका इंतजार करना होगा।

शिवराज का नाम सबसे ऊपर

सूत्रों के अनुसार अब भी शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री की दावेदारी में सबसे ऊपर हैं। पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व लोकसभा चुनाव को लेकर गंभीर है और वह मध्य प्रदेश में कोई जोखिम नहीं लेना चाहेगा, ऐसी स्थिति में शिवराज सिंह पर ही दांव लगाकर पार्टी लोकसभा चुनाव में अच्छे परिणाम हासिल करने पर विचार कर रही है। शिवराज सिंह मुख्यमंत्री बने रहे तो दो उप मुख्यमंत्री प्रहलाद पटेल और तुलसीराम सिलावट को बनाया जा सकता है। तुलसीराम एससी वर्ग से आते हैं।

प्रहलाद बने मुख्यमंत्री तो कैलाश अध्यक्ष संभावित

एक अन्य फार्मूले में प्रहलाद पटेल को मुख्यमंत्री बनाकर कैलाश विजयवर्गीय को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चा है। ऐसी स्थिति में दो उप मुख्यमंत्री विष्णु दत्त शर्मा और ओमप्रकाश धुर्वे बनाए जा सकते हैं। तब नरेंद्र सिंह तोमर को पुन: लोकसभा चुनाव लड़ाकर केंद्र में ले जाया जा सकता है। एससी वर्ग के जगदीश देवड़ा को विधानसभा अध्यक्ष बनाया जा सकता है। मध्य प्रदेश में भाजपा ने यह बदलाव किया तो शिवराज सिंह ओबीसी वर्ग के अग्रणी नेता बनकर केंद्र में जा सकते हैं।

चारों बड़े दिग्गज पटेल, तोमर, विजयवर्गीय और वी डी शर्मा पहले ही नई दिल्ली में गृह मंत्री और भाजपा के मास्टर रणनीतिकार अमित शाह से मुलाकात कर चुके हैं। उन्होंने भाजपा अध्यक्ष जे.पी.नड्डा से भी मुलाकात की। हालांकि इन नेताओं ने सार्वजनिक रूप से इस बात से इनकार किया है कि वे मुख्यमंत्री बनने की होड़ में हैं।

यदि शिवराज सिंह चौहान की जगह बीजेपी किसी और को लेती है तो वह किसी अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के मुख्यमंत्री पर ध्यान केंद्रित कर सकती है। चौहान मध्य प्रदेश के सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले मुख्यमंत्री भी हैं।

यदि सीएम शिवराज नहीं बनते है तो प्रह्लाद पटेल मुख्यमंत्री पद के लिए सबसे आगे हो सकते हैं। वह नरसिंहपुर विधानसभा सीट से चुने गए हैं और उन्होंने केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। वह लोधी समुदाय से आते हैं और लोधी अन्य ओबीसी का हिस्सा है।

इस तथ्य को देखते हुए कि मध्य प्रदेश में ओबीसी की आबादी 48 प्रतिशत से अधिक है। भाजपा नेतृत्व 2003 के बाद से राज्य में शीर्ष पद के लिए ओबीसी नेताओं के साथ गया है। इससे पहले उसने उमा भारती, जो एक लोधी हैं को आगे बढ़ाया था। एक साल बाद पार्टी ने एक और ओबीसी, बाबूलाल गौर और फिर 2004 में चौहान पर अपना दांव लगाया ।

ग्वालियर । ग्वालियर में शनिवार सुबह एक महिला का निर्वस्त्र अधजला शव मिला है। आशंका है- महिला की हत्या की गई, इसके बाद उसकी पहचान छिपाने के लिए लाश जला दी गई है। महिला का चेहरा भी पूरी तरह स्पष्ट नहीं हो रहा है। पुलिस दुष्कर्म और हत्या के एंगल पर भी पड़ताल कर रही है, क्योंकि महिला का शव निर्वस्त्र हाल में मिला है। इस घटना के बाद से पुलिस अधिकारी परेशान हैं। आसपास इलाकों में लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं। फिलहाल पुलिस के पास हत्या और हत्यारों से जुड़ा कोई सुराग नहीं है, अभी मृतका की शिनाख्त भी नहीं हो सकी है।

ग्वालियर के न्यू सिटी सेंटर इलाके में स्थित कलेक्ट्रेट पहाड़ी के पीछे कुछ लोग सुबह की सैर पर निकले थे। यहां से जब गुजरे तो सड़क से थोड़े अंदर झाड़ियों में महिला का अधजला शव पड़ा हुआ था। महिला निर्वस्त्र थी। इसके बाद तो लोगों में खलबली मच गई। लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलने पर यूनिवर्सिटी थाने की फोर्स फोरेंसिक एक्सपर्ट डा.अखिलेश भार्गव के साथ यहां पहुंची। पुलिस ने पड़ताल शुरू की। जिससे यह तो स्पष्ट है कि महिला की हत्या हुई है। इसके बाद शव जलाया गया है। महिला का धड़ पूरी तरह जल चुका है। चेहरा भी जल गया है, स्पष्ट नजर नहीं आ रहा है। निर्वस्त्र शव मिला है, इसलिए पुलिस को हत्या की आशंका है। अभी मृतका की शिनाख्त नहीं हो सकी है। महिला की पहचान होने के बाद स्थिति स्पष्ट होगी। पुलिस इस इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे और पीएसटीएन डाटा उठा रही है। यूनिवर्सिटी थाने के सब इंस्पेक्टर रोहित भदौरिया ने बताया कि इस मामले में महिला की शिनाख्त के लिए प्रयास चल रहे हैं। जिले के सभी थानों को इसकी जानकारी भेजी गई है।

पेटलावद । हाथ देखकर गढ़ा धन निकालने का लालच देकर दंपती से एक लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है।दरअसल, रतलाम जिले के हरथल निवासी एक दंपती का हाथ देखकर दो ठगों ने कहा कि आपके घर पर धन गढ़ा है। पूजा करवाने से गढ़ा धन मिल सकता है। लालच में आकर दंपती ने दो बार में एक लाख रुपये दे दिए। जब गढ़ा धन नहीं मिला तो इसकी शिकायत पेटलावद थाने पर की गई। पुलिस ने दोनों आरोपितों काे गिरफ्तार कर उनके पास से राशि बरामद कर ली है।

ये है पूरा मामला

7 दिसम्बर को फरियादी गुड्डू पुत्र बद्दाजी गरवाल निवासी रतलाम ने पेटलावद थाने पर रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि दीपावली के 4 दिन पहले दो नाथ लोग फेरी मांगने के लिए मेरे घर हरथल रावटी आये थे। मेरी पत्नी का हाथ देखकर कहा कि तुम्हारी किस्मत में धन दौलत है। तुम्हारे घर के अन्दर धन गढ़ा हुआ है, लेकिन कोई बाधा है। वह निकालने नहीं दे रही है। पूजा कराओगें तो गढा धन तुम्हे मिल जाएगा। उसके लिए पेटलावद के रूपगढ रोड वाले हनुमान मंदिर में आकर मिलना होगा।

पीड़ित ने बताया कि इग की बातों में आकर वे 27 नवंबर को रूपगढ मंदिर पर पहुंचे। जहां पर ठगों ने अपने नाम भीमा नाथ और श्रवण नाथ निवासी तलावपाडा रायपुरिया बताया। बाद में उसका हाथ देखा ओर कहा कि तेरी किस्मत में धन दौलत लिखी है। तुमको पूजा पाठ कराना होगा। जिसके लिए 20,000 हजार रूपये नगद लिए। पीड़ित के अनुसार ठगों ने 8 दिन पहले भी उन्‍हें बुलाया था। ठगों ने उन्‍हें विश्वास में लेकर 80 हजार रुपये लिए थे। मामले में शंका होने पर पीड़ितों स्वजनों को बात बताकर पेटलावद थाने पर रिपोर्ट दर्ज कराई। जिसके बाद पुलिस ने आरोपित भीमनाथ पुत्र शंकर नाथ पडियार और श्रवणनाथ पुत्र गोरखनाथ गोयल को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही आरोपितों के पास से 1 लाख रुपये बरामद कर लिए हैं।

सावधान रहना चाहिए

थाना प्रभारी बघेल ने बताया कि ठगों से सावधान रहना चाहिए। लालच में आकर कभी भी किसी प्रकार की राशि नहीं देना चाहिए। शंका होने पर तत्काल पुलिस को इसकी सूचना देना चाहिए।

भोपाल । प्रदेश में विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद अब नई विधानसभा के गठन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके साथ ही नवनिर्वाचित विधायकों ने राजधानी भोपाल में अपनी आमद दर्ज कराना भी शुरू कर दिया है। ऐसे में अब विधानसभा चुनाव हारे पूर्व मंत्रियों और विधायकों को 10 दिन में बंगला खाली करने को कहा गया है। विधानसभा सचिवालय की ओर से इन्हें इस आशय का पत्र भेजा गया है। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि चुनाव में जीतकर आए नए विधायकों को अध्यक्षीय पूल के बंगले आवंटित किए जा सकें।

नए विधायकों को देंगे आवास

बता दें कि भाजपा-कांग्रेस के 96 ऐसे विधायक हैं, जो चुनाव हार गए हैं। वहीं 34 विधायक ऐसे हैं, जिनके दोनों दलों द्वारा टिकट काट दिए गए थे। अब ये सभी पूर्व विधायक की श्रेणी में आ गए हैं। यानी भाजपा और कांग्रेस के 130 विधायकों को बंगला खाली करने के लिए कहा गया है। चुनाव जीत कर आए नए विधायकों को ये बंगले आवंटित किए जाएंगे।

इन्हें खाली करना होगा बंगला

हारे हुए विधायकों में जीतू पटवारी, हर्ष यादव, तरुण भनोत, लक्ष्मण सिंह, संजय शुक्ला, आलोक चतुर्वेदी, नारायण त्रिपाठी, प्रवीण पाठक, प्रद्युमन सिंह लोधी, भूपेंद्र मरावी, बापू सिंह तंवर, सुरेंद्र सिंह शेरा, रवींद्र सिंह तोमर, देवेंद्र सिंह पटेल समेत कई नाम शामिल हैं।

 

भोपाल। हनुमानगंज इलाके में स्थित बंजारा होटल में बीते दिनो प्रैमी युगल के शव मिलने के मामले में पलिस ने पीएम रिर्पोट के आधार पर प्रैमिका के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। घटना के समय ही पुलिस का अनुमान था कि प्रैमिका ने पहले प्रैमी का गला घोंटकर हत्या की और फिर खुद फांसी लगा कर जान दे दी थी। पुलिस के अनुसार बीती मंगलवार 28 नवंबर को अल्पना टॉकीज के पास बंजारा होटल में कटनी जिले के रहने वाले युवक-युवती ने चेक-इन किया था। रात करीब साढ़े दस बजे दोनों ने खाना कमरे में मंगाकर खाया था। अगले दिन बुधवार सुबह से शाम करीब 6 बजे तक दोनों कमरे से बाहर भी नहीं आए और न ही नाश्ते या खाने के लिये कमरे का दरवाजा खुला था। संदेह होने पर होटल स्टॉफ ने कई बार आवाज देने के साथ ही बेल बजाई लेकिन न तो कोई जवाब मिला और न ही कमरे का दरवाजा खुला। होटल मैनेजर ने इसकी सूचना हनुमानगंज पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा खुलवाकर भीतर जाकर देखा तो कमरे में युवती का शव फंदे पर झूलता मिला जबकि युवक बिस्तर पर मृत हालत में पड़ा था। उसके शरीर पर कंबल लिपटा था और मुंह पर तकिया रखा था। युवक के गले में मफलर भी कसा हुआ था। पुलिस को कमरे से युवक का मोबाइल मिला था। उसमें मिले नंबर के आधार पर उसके मौसा से बात हुई। युवक की पहचान नाम मनीष चक्रवर्ती (23) निवासी ग्राम बिलहरी जिला कटनी और युवती की पहचान किरण केवट (21) निवासी ग्राम खितौली जिला कटनी के रूप में की गई। पुलिस का अनुमान था, कि युवती ने मफलर से अपने प्रेमी का गला घोंटकर हत्या की है। उसके बाद उसने खुद फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पीएम रिपोर्ट में पुलिस का अनुमान सही निकला जिसके आधार पर पुलिस ने मृतिका किरण केवट पर हत्या का मामला दर्ज किया है।

भोपाल। निशातपुरा थाना इलाके में कॉलेज छात्रा ने जहरीली गोलियां खाकर खुदकुशी कर ली। मृतका माइग्रेन के दर्द से परेशान थी, जिसके चलते उसने यह आत्मघाती कदम उठा लिया।
पुलिस के मुताबिक मूल रुप से सागर की रहने वाली 20 वर्षीय अनामिका बीए सेकंड ईयर की पढ़ाई कर रही थी। अनामिका की एक बहन थाना इलाके में ही रहती है। बीते काफी समय से छात्रा माइग्रेन की बीमारी से पीड़ीत थी। उसका उपचार भोपाल के एक डॉक्टर से चल रहा था। बीते दिनों वह इलाज के सिलसिले में भोपाल आई थी, और यहॉ हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में रहने वाली अपनी बहन के घर ठहरी थी। दो दिन पहले सुबह करीब 8 बजे अनामिका की अचानक तबियत बिगड़ गई। परिवार वालो ने उसे इलाज के लिये प्रायवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरो ने बताया की उसने जहरीला पदार्थ खाया है। अस्पताल प्रंबधन ने इसकी सूचना पुलिस को दी। खबर मिलने पर थाना पुलिस टीम हॉस्पिटल पहुंची ओर छात्रा के बयान लिए। अनामिका ने पुलिस को बताया कि माइग्रेन का दर्द उससे बर्दाशत नहीं हो पाता है, काफी इलाज के बाद भी उसे आराम नहीं मिल रहा था। असहनीय दर्द से परेशान होकर ही उसने सल्फास की गोलियां खाई थीं। बाद में इलाज के दौरान बीती सुबह छात्रा की मौत हो गई। मर्ग कायम कर पुलिस आगे की कार्यवाही कर रही है।

 

सतना । विधानसभा आम चुनाव के नतीजे आने के बाद सतना विधानसभा सीट पर हार होने के बाद भाजपा में समीक्षा और चिंतन- मनन के दौर शुरू हो गए हैं। अपने- परायों को चिह्नित किए जाने और बेवफाई करने वालों को दूर करने का सिलसिला शुरू हो गया है। इन्ही कवायदों के बीच सतना सांसद और सतना सीट से भाजपा प्रत्याशी रहे गणेश सिंह ने अपने दो सांसद प्रतिनिधि एवं रेल चलकर समिति के सदस्य को हटाने की सिफारिश की है।

सांसद ने कलेक्टर को पत्र प्रेषित कर दिया है

सांसद गणेश सिंह ने अपने दो सांसद प्रतिनिधियों पूर्व पार्षद नीरज शुक्ला और मैहर मंडी के पूर्व अध्यक्ष संजय राय को पद से हटा दिया है। इसी तरह कभी उनके नजदीकी रहे व्यापारी नेता हरिओम गुप्ता को दूरसंचार सलाहकार समिति के सदस्य पद से हटाने की सिफारिश भी कर दी है। पूर्व पार्षद नीरज शुक्ला के इस बार नगर निगम न पहुंच पाने को ध्यान में रखते हुए पिछले वर्ष ही सांसद गणेश सिंह ने शुक्ला को नगर निगम में सांसद प्रतिनिधि नियुक्त किया था। राय को भी आयुष्मान तथा स्वास्थ्य एवं सामाजिक कल्याण योजना के लिए सांसद प्रतिनिधि बनाया गया था। लेकिन अब दोनों की नियुक्ति निरस्त करने सांसद ने कलेक्टर को पत्र प्रेषित कर दिया है।

 

ग्वालियर । भाजपा कार्यकर्ता पिछले पौने चार साल से मेला प्राधिकरण में नियुक्तियों का इंतजार कर रहे हैं। इस अवधि में मेला अधिकारियों के हवाले रहा था। इस साल भी मेला लगाने की जिम्मेदारी अधिकारियों की है। मेला में कोई नवाचार करने का प्रयास अधिकारियों ने नहीं किया है। केवल उनकी इतनी इच्छा रहती है कि बिना किसी झंझट के मेला लग जाए। लंबे अरसे से मेला प्राधिकरण में राजनीतिक नियुक्तियों का इंतजार भाजपा कार्यकर्ता भी कर रहे हैं। कई बार इन राजनीतिक नियुक्तियों की शीर्ष स्तर पर सूची कागजों पर बनी और फट भी गई। फिलहाल मेले में एक ही आकर्षण रह गया है वाहनों की खरीद पर रोड टैक्स में 50 प्रतिशत की छूट। प्रदेश में भाजपा सरकार बनने से इस बार भी छूट मिलने की उम्मीद है। प्रदेश में 2018 में कांग्रेस की सरकार बनी। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के दवाब में आनन-फानन में मेला प्राधिकरण के अध्यक्ष के रूप में प्रशांत गंगवाल व उपाध्यक्ष के पद पर प्रवीण अग्रवाल की नियुक्ति हुई। अध्यक्ष और उपाध्यक्ष मेला का आकर्षण बरकरार रखने के लिए कुछ प्रयोग करते, उससे पहले ही कांग्रेस की सरकार गिर गई। अध्यक्ष व उपाध्यक्ष ने भी इस्तीफे दे दिए। सिंधिया के भाजपा में आने के बाद उम्मीद थी कि कम से कम मेला प्राधिकरण में तो राजनीतिक नियुक्तियां प्राथमिकता के आधार पर हो जाएंगीं। क्योंकि मेला से सिंधिया परिवार का विशेष लगाव माना जाता है।

पौने चार साल से मेला प्राधिकरण में नियुक्ति का इंतजार

भाजपा कार्यकर्ता पौने चार वर्ष से नियुक्तियां का इंतजार कर रहे हैं। किंतु आपसी खींचतान में पूरा कार्यकाल निकल गया, लेकिन निगम मंडलों में नियुक्तियां नहीं हो पाई। इस बार उम्मीद है कि आने वाली नई सरकार लोकसभा चुनाव से पहले राजनीतिक नियुक्तियां कर कार्यकर्ताओं को खुश करने का प्रयास करेंगी। क्योंकि चुनाव से पहले नाराज कार्यकर्ताओं को मनाने के लिए नेतृत्व को एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ा।

नवाचार करने के लिए इच्छा शक्ति का अभाव

मेला प्राधिकरण के पूर्व उपाध्यक्ष प्रवीण अग्रवाल का मानना है कि अधिकारी केवल परंपरा का निर्वाहन करने के लिए मेला लगाते हैं। कुछ नवाचार करने की इच्छा शक्ति का अभाव होता है। क्योंकि कोई नया प्रयोग सर्वमान्य नहीं होता है और विरोध के डर से अधिकारी इसकी हिम्मत नही जुटा पाते हैं। बस उनकी कोशिश होती है कि बगैर किसी के परेशान मेला लगकर समाप्त हो जाए।

छतरियों की पहचान के लिए लगने लगे नंबरों के बोर्ड

व्यापार मेला 25 दिसंबर से शुरू करने को लेकर मेला प्राधिकरण ने तैयारियां तेज कर दी हैं। मेला स्थित छतरियों पर नंबरों के बोर्ड लगाए जाने का काम तेज कर दिया गया है। छतरियों के साथ मुख्य द्वार पर लाउड स्पीकर लगाए जा रहे हैं। व्यापार मेला हर साल अपनी भव्यता के लिए चर्चित रहता है। मेले में वाहनों पर रोड टैक्स में पचास फीसदी की परिवहन विभाग द्वारा छूट दिए जाने से वाहनों की खरीदारी सबसे ज्यादा होती है। ऐसे में मेले वाहन खरीदने के लिए लोग मेला शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं। आटोमोबाइल सेक्टर से जुड़े कारोबारी भी मेले को लेकर उत्साहित हैं। मेले में पक्की 1500 दुकानों के अतिरिक्त अन्य दुकानों के लिए आवंटन की प्रक्रिया मेला प्राधिकरण शुक्रवार से शुरू करेगा। गुरुवार को एक दर्जन से अधिक दुकानदारों ने पहुंचकर आवेदन लिए। मेला प्राधिकरण सचिव निरंजन श्रीवास्वत का कहना है कि तैयारियां तेज कर दी गई हैं। जल्द ही मेले को व्यवस्थित कर लिया जाएगा। दुकानदारों को किसी तरह की परेशानी नहीं आने दी जाएगी। श्रीवास्तव ने बताया कि बाहरी दुकानदार मेले में आना शुरू हो गए हैं।

 

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