मध्य प्रदेश

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भोपाल : नेशनल पॉवर ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट के विशेषज्ञ इंदौर में बिजली अधिकारियों, कर्मचारियों को ट्रेनिंग देकर पीएम सूर्य़घर मुफ्त बिजली योजना के संबंध में विस्तार से चर्चा करेंगे। इसके लिए विधिवत रूप से दो सत्रों में पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के कार्मिकों के लिए ट्रेनिंग देंगे। पहले चरण में 5 व 6 जून को पोलोग्राउंड इंदौर स्थित सभागार में 40 इंजीनियरों, लाइनमेनों परीक्षण सहाय़कों को पीएम सूर्य़घर मुफ्त बिजली य़ोजना की बारीकियां समझाई जाएगी। दूसरे चरण में 9, 10 जून को 40 अन्य कार्मिकों को ट्रेनिंग दी जाएगी।

 

भोपाल : मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (मेपकास्ट), भोपाल द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस 05 जून को प्रदेशभर में व्यापक स्तर पर मनाया जाएगा। परिषद के नेतृत्व में प्रदेश की 35 से अधिक सहयोगी संस्थाएं इस अवसर पर विभिन्न शैक्षणिक एवं जन-जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन करेंगी।

परिषद परिसर, विज्ञान भवन, नेहरू नगर, भोपाल में मुख्य कार्यक्रम आयोजित होगा, जिसमें “सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन स्टेम एजुकेशन” के अंतर्गत विद्यार्थियों के लिए पर्यावरण आधारित हैंड्स ऑन टेक्निकल शो आयोजित किया जाएगा। साथ ही "आओ करके देखें" गतिविधि के अंतर्गत इको फ्रेंडली माटी शिल्प उत्पाद निर्माण पर कार्यशाला भी होगी।

इस विशेष आयोजन का उद्देश्य विद्यार्थियों में पर्यावरण चेतना का प्रसार करना एवं नवाचार आधारित वैज्ञानिक समाधानों के प्रति रुचि उत्पन्न करना है। कक्षा 6वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों हेतु कार्यक्रम में विभिन्न शिक्षण गतिविधियाँ भी आयोजित की जाएंगी, जिनमें STEM शो, ग्लोबल वार्मिंग पर इंटरैक्टिव वर्कशॉप, पर्यावरणीय नवाचारों पर विशेषज्ञ व्याख्यान, हैंड्स-ऑन गतिविधियाँ एवं पर्यावरण अनुकूल पॉटरी उत्पाद निर्माण पर प्रशिक्षण शामिल हैं। पॉटरी निर्माण सत्र आम नागरिकों के लिए भी खुला रहेगा।

कार्यक्रम 5 जून को प्रातः 10 बजे से आरंभ होगा। इच्छुक विद्यार्थी एवं नागरिक https://tinyurl.com/CCLWED2025 लिंक या QR कोड के माध्यम से पंजीकरण कर सकते हैं।

 

भोपाल : ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बताया है कि मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी (एम.पी. ट्रांसको) और इंदौर नगर निगम ने शहर में एक्स्ट्रा हाईटेंशन ट्रांसमिशन लाइनों के समीप निर्धारित विद्युत सुरक्षा मापदंड़ो की अवहेलना कर निर्मित किये गये मानव जीवन के लिये घातक और असुरक्षित अनाधिकृत निर्माणों को हटाने के लिये एक मुहिम शुरू की है। इसमें इंदौरवासियों को ट्रांसमिशन लाइनों के संपर्क में आने से होने वाली दुर्घटनाओं की आंशका से बचाया जा सकेगा। उल्लेखनीय है कि कुछ समय पूर्व खजराना क्षेत्र स्थित कृष्ण विहार कॉलोनी में एक दर्दनाक हादसे में 38 वर्षीय मजदूर मनोज सोलंकी की मौत हो गई थी। यह दुर्घटना 132 के.व्ही. महालक्ष्मी-साउथ ज़ोन ट्रांसमिशन लाइन के इंडक्शन ज़ोन में निर्माण कार्य किए जाने के कारण हुई थी।

पी.एस. सिस्टम से दी जा रही है चेतावनीः

एम.पी. ट्रांसको इंदौर की अतिरिक्त मुख्य अभियंता नीलम खन्ना ने बताया कि इंदौर के ऐसे सभी क्षेत्र जहां पहले से ही ट्रांसमिशन लाइनें क्रियाशील है, फिर भी विद्युत सुरक्षा मापदंड़ों को नजर अंदाज कर उनके समीप अनाधिकृत निर्माण कर लिये गये है, उन क्षेत्रों में ट्रांसमिशन लाइनों से दुर्घटना एवं जनहानि होने की आंशका के मद्देनजर वहां पर ट्रांसमिशन कंपनी द्वारा सुरक्षा नियमों की जानकारी घर-घर चस्पा की जा रही है। साथ ही कर्मचारी लाइनों से सुरक्षित दूरी बनाये रखने हेतु पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम से अनाउसमेंट भी कर रहे हैं। जागरूकता एवं जनसुरक्षा के लिये ट्रांसमिशन लाइनों के संपर्क में आने से संभावित खतरों से सचेत भी कराया जा रहा है।

27 मीटर का सुरक्षित कॉरीडोर क्यों है आवश्यकः

केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (CEA) की गाइडलाइन्स के अनुसार, 132 के.व्ही. या इससे ऊपर की एकस्ट्रा हाई टेंशन लाइन के ऊपर या नीचे किसी भी प्रकार का निर्माण कार्य 27 मीटर के कॉरीडोर की न्यूनतम सुरक्षित दूरी के भीतर नहीं किया जाना चाहिए। यह दूरी इसलिए निर्धारित की गई है क्योंकि हवा के दबाव से कंडक्टर (विद्युत तार) झूल सकता है, जिसे स्विंग कहा जाता है। इस स्विंग को ध्यान में रखते हुए यह सुरक्षित दूरी तय की गई है, जिससे किसी भी संभावित विद्युत दुर्घटना को रोका जा सके।

इंदौर के इन संवेदनशील क्षेत्रों में जारी किये गये है 861 नोटिस

घातक निर्माणों को हटाने के लिए इंदौर में लिंबोदी, पल्दा, मूसाखेड़ी, कनाडिया रोड, खजराना, सुखलिया, यशोदा नगर, गौरी नगर, मुखर्जी नगर, महेश यादव नगर, बाणगंगा, लसूडिया, अशोक नगर, आलोक नगर, राऊ, जेतपुरा, मंगल नगर, गणेश धाम, आजाद नगर, संविद नगर, वैभव नगर, खंडवा रोड मछली फार्म, चाणक्यपुरी (देवास), प्रताप नगर (देवास), हरिओम नगर (देवास) जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में अब तक 861 नोटिस जारी किए गए हैं।

 

भोपाल : अब आपके परिसर में बिजली का नवीन कनेक्शन लेना हुआ और भी आसान और सुविधाजनक। नवीन बिजली कनेक्शन के लिए अब आपको किसी भी कार्यालय जाने और परेशान होने की जरूरत नहीं है। अब आपको नवीन बिजली कनेक्शन के लिए केवल ऑनलाइन माध्यम से एक आवेदन करना है और ऑनलाइन ही जरूरी दस्तावेज अपलोड कर निर्धारित प्रक्रिया का पालन करते ही तय समय-सीमा में आपको बिजली कंपनी द्वारा कनेक्शन उपलब्ध करा दिया जाएगा। इस प्रक्रिया के माध्यम से घर बैठे ही उपभोक्ताओं को नवीन बिजली कनेक्शन बहुत ही कम समय में उपलब्ध कराये जा रहे हैं। इस सुविधा से एक ओर जहॉं उपभोक्ताओं को आसानी से बिजली कनेक्शन मिल रहे हैं वहीं दूसरी ओर इस ऑनलाइन प्रक्रिया से उपभोक्ताओं और बिजली कंपनी के समय और संसाधनों की भी बचत हो रही है।

मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने बताया है कि उपभोक्ताओं को नवीन विद्युत कनेक्शन प्रदान किये जाने के लिये कंपनी की अत्यंत पारदर्शी ऑनलाइन प्रक्रिया कंपनी के सरल संयोजन पोर्टल https://saralsanyojan.mpcz.in:8888/fetch_samagra_detail पर उपलब्ध है। इसके माध्यम से कंपनी द्वारा नवीन कनेक्शन बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के जारी किये जा रहे हैं। उपभोक्ताओं को नवीन कनेक्शन के लिये मात्र दो दस्तावेज क्रमशः आवेदक का पहचान पत्र एवं परिसर के स्वामित्व या अधिवास संबंधी साक्ष्य ऑनलाइन अपलोड करना आवश्यक होता है। माननीय विद्युत नियामक आयोग द्वारा निर्धारित शुल्क का ऑनलाइन भुगतान प्राप्त होने तथा तकनीकी रूप से साध्य पाये जाने पर, तय समय-सीमा यथा कमिश्नरी मुख्यालय में 5 दिवस, अन्य शहरी क्षेत्र में 7 दिवस तथा ग्रामीण क्षेत्र में 15 दिवस के भीतर निर्बाध रूप से विद्युत कनेक्शन समस्त कंपनी क्षेत्र में प्रदाय किये जा रहे हैं। नवीन कनेक्शन प्राप्त करने के लिये उपभोक्ताओं को कंपनी के किसी भी कार्यालय में संपर्क करने की आवश्यकता नहीं है। उपभोक्ताओं की सुविधा के लिये कंपनी ने कृषि उपभोक्ताओं को कृषि पंप के लिये एवं ग्रामीण घरेलू उपभोक्ताओं को मात्र 5 रूपये में कनेक्शन प्रदान करने की सुविधा भी उपरोक्त लिंक पर उपलब्ध है। कंपनी द्वारा अब तक मात्र 5 रूपये में लगभग 26 हजार कृषि उपभोक्ताओं और लगभग 12 हजार ग्रामीण घरेलू उपभोक्ताओं को कनेक्शन प्रदान किये गये हैं।

गौरतलब है कि विगत दिनों कुछ समाचार पत्रों में प्रकाशित खबरों पर संज्ञान लेते हुए कंपनी ने सभी उपभोक्ताओं से अपील की है कि नवीन कनेक्शन संबंधी सुविधाओं के लिये अनधिकृत व्यक्तियों से संपर्क नहीं करें तथा उपलब्ध ऑनलाइन प्रक्रिया का लाभ उठाएं। उपभोक्ताओं को ऑनलाइन प्रक्रिया के पालन में कठिनाई होने पर वे एम.पी. ऑनलाइन कियोस्क में जाकर निर्धारित शुल्क मात्र 59 रूपये का भुगतान कर ऑनलाइन कनेक्शन सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।

मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक क्षितिज सिंघल ने कहा है कि विद्युत उपभोक्ताओं को निर्बाध और गुणवत्तापूर्ण बिजली आपूर्ति करने के साथ त्वरित उपभोक्ता सुविधाएं उपलब्ध कराना कंपनी का प्राथमिक दायित्व है। कंपनी द्वारा अनधिकृत रूप से कार्य करने वालों के विरूद्ध तथ्यात्मक परीक्षण हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देश जारी किये हैं और जॉचोपरांत ऐसे प्रकरणों में लिप्त पाए जाने वाले दोषी व्यक्ति अथवा कार्मिकों के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।

 

भोपाल : नगरीय प्रशासन विकास आयुक्त संकेत भोंडवे ने सोमवार को धार जिले के पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र में निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने क्षेत्र में कमजोर वर्ग के व्यक्तियों के लिये बनाये जा रहे प्रधानमंत्री आवास योजना के आवासों की जानकारी ली। आयुक्त ने बैठक में क्षेत्र में निर्माणाधीन विकास कार्यों की समीक्षा भी की।

आयुक्त ने कहा कि संजय जलाशय विकास कार्य के लिये अनुभवी योजनाकार से विस्तृत कार्य योजना बनवायी जाये। योजना में सिटी और बैम्बो फॉरेस्ट, हेलीपेड, योगा पार्क के साथ सूर्य नमस्कार की विभिन्न मुद्राओं के स्कल्पचर, ओपन जिम और रेस्टोरेंट के कार्य शामिल हैं। इस कार्य पर 20 से 25 करोड़ रुपये की राशि व्यय होना प्रस्तावित है। उन्होंने कहा कि यह कार्य आगामी सिंहस्थ के आयोजन को देखते हुए मार्च-2026 तक पूरे किए जाएं। आयुक्त भोंडवे ने सागौर में राजस्व अधिकारियों के साथ समन्वय कर अतिक्रमित भूमि से अतिक्रमण हटवाने के निर्देश दिये। उन्होंने जरूरतमंदों के लिये प्रधानमंत्री आवास योजना के शिविर लगाकर पात्र हितग्राहियों को जानकारी देने की बात कही।

पौध-रोपण के लिये कार्य-योजना बनायें

आयुक्त भोंडवे ने औद्योगिक क्षेत्र में आगामी वर्षाकाल में व्यापक पौध-रोपण की योजना बनाने के निर्देश नगरीय निकाय के अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा कि निर्माण एजेंसी 3 से 4 फीट हाइट के पौधे लगाये। उन्होंने कहा कि पीथमपुर नगरीय क्षेत्र में नागरिकों की सुविधा के लिये 3 एम्बुलेंस, 3 फायर ब्रिगेड, 5 फायर टैंकर की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण पीथमपुर नगरीय क्षेत्र में लगभग 50 प्रतिशत ग्रीन स्पेस विकसित किया जाये। बैठक में राजस्व वसूली में तेजी लाने के निर्देश दिये गये। सीएमओ पीथमपुर ने 63 करोड़ 50 लाख रुपये की बैकलॉग की राशि जारी करने का आग्रह भी किया।

 

 

भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में 3 जून मंगलवार को पचमढ़ी के राजभवन में मंत्रि-परिषद की बैठक होगी। विरासत से विकास और जनजातीय नायकों को सम्मान देने के लिये मुख्यमंत्री डॉ. यादव और राज्य शासन कृत संकल्पित है।

राजा भभूत सिंह के शौर्य को समर्पित होगी केबिनेट

मंत्रि-परिषद की बैठक विशेष रूप से जनजातीय समाज और शौर्य पराक्रम के प्रतीक रहे राजा भभूत सिंह की स्मृति को समर्पित होगी, जिनकी ऐतिहासिक भूमिका को मंत्रि-परिषद की बैठक के दौरान पुनः स्मरण किया जाएगा। पचमढ़ी गोंड शासक राजा भभूत सिंह के ऐतिहासिक योगदान को समेटे हुए है। उन्होंने इस पहाड़ी भूभाग का उपयोग शासन संचालन, सुरक्षा और सांस्कृतिक धरोहरों की रक्षा के लिए किया।

शानदार विरासत पचमढ़ी

पचमढ़ी भगवान भोलेनाथ की नगरी के रूप में भी प्रसिद्ध है। पचमढ़ी की धूपगढ़ चोटी समुद्र तल से लगभग 1,350 मीटर (4,429 फीट) की ऊँचाई पर स्थित है। यह स्थल सतपुड़ा पर्वतमाला का प्रमुख आकर्षण है। धूपगढ़ से दिखाई देने वाला सूर्योदय और सूर्यास्त न केवल पर्यटकों को मंत्रमुग्ध करता है, बल्कि यह स्थल गोंड साम्राज्य की रणनीतिक शक्ति और प्राकृतिक संरक्षण दृष्टिकोण को भी दर्शाता है।

पचमढ़ी मध्‍यप्रदेश का एकमात्र हिल स्टेशन भी है। मंत्रि-परिषद की बैठक का आयोजन प्रशासनिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। यह पचमढ़ी की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक एवं प्राकृतिक विरासत को सम्मानित करने का अवसर है।

 

 

रायपुर : छत्तीसगढ़ ने बौद्ध धर्म से जुड़ी सुंदर स्मृतियों को अपनी अमूल्य विरासत के रूप में सहेज कर रखा है। हमारा सौभाग्य है कि भगवान बुद्ध की चेतना का प्रसार समकालीन छत्तीसगढ़ में व्यापक रूप से हुआ और बस्तर की पुण्य धरा इसके साक्ष्य मिले हैं। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज कोण्डागांव जिले के भोंगापाल में भगवान बुद्ध की जयंती के अवसर पर आयोजित बुद्ध महोत्सव और लोकार्पण व भूमिपूजन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री साय ने इस मौके पर कोण्डागांव जिले में 94 करोड़ 18 लाख रूपए से अधिक की लागत वाले विकास कार्यों का लोकार्पण व शिलान्यास कर जिलेवासियों को बड़ी सौगात दी। मुख्यमंत्री और अतिथियों ने भगवान बुद्ध के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया।

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि भोंगापाल का धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व इतना अधिक है कि आज यहां जनसैलाब उमड़ पड़ा है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने बस्तर में शांति स्थापना और विकास के लिए कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि पिछले डेढ़ वर्षाे में हमने जो विकास किया है इसे आप सभी जानते है और लाभान्वित भी हो रहे हैं। हमारी सरकार ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की सभी गारंटियों को पूरा करने का काम किया है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पलेना एवं परोदा नदी पर उच्च स्तरीय पुल निर्माण, भोंगपाल बुद्ध महोत्सव के आयोजन के लिए 25 लाख रूपए, सांस्कृतिक दलों को बढ़वा देने के लिए उनके वेश भूषा पहनावा ढोल मांदर सांस्कृतिक गतिविधियों तथा भोंगपाल को सांस्कृतिक पर्यटन क्षेत्र के उन्नयन के लिए एक करोड़ रूपये स्वीकृत किए जाने की घोषणा की।

मुख्यमंत्री श्री साय ने आगे कहा कि प्रदेश के गरीब व जरूरतमंद परिवारों को हमारी सरकार ने पहली कैबिनेट बैठक में 18 लाख आवास स्वीकृत करने का जो सिलसिला शुरू किया था, वह अनवरत जारी है। श्री साय ने कहा कि नक्सल पीड़ित और आत्मसमर्पित नक्सलियों के लिए भी 15 हजार आवास स्वीकृत किए गए है और विशेष पिछड़ी जनजातियों के लिए भी लगातार आवास देने का काम हमारी सरकार कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की 70 लाख से अधिक माताओं बहनों को महतारी वंदन योजना की राशि नियमित रूप से दी जा रही है। सुशासन तिहार में प्रदेशव्यापी भ्रमण के दौरान अनेक माताओं बहनों ने महतारी वंदन योजना से जीवन में आए बदलावों के बारे में मुझे बताया है। नारायणपुर प्रवास के दौरान एक अबूझमाड़िया बहन ने बताया कि योजना से मिली राशि से उन्होंने सिलाई मशीन खरीदी और अब उसे अच्छी आय हो रही है। पूरे प्रदेश में महिलाओं को आर्थिक संबल मिल रहा है, जो इस बात का प्रमाण है कि हम अपने उद्देश्य में सफल हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ने हाल ही ग्राम पंचायत भवनों में शुरू हुए अटल डिजिटल सुविधा केंद्र के माध्यम से ग्रामीणों को मिल रही बैंकिंग सुविधाओं के बारे में जानकारी दी और कहा कि आने वाले एक साल में सभी पंचायतों में यह सुविधा प्रारंभ होगी।

 

भोपाल: बंगाल की खाड़ी में बन रहे लो प्रेशर एरिया के कारण मानसून डीप डिप्रेशन में चला गया है. जिसकी वजह से मध्य प्रदेश में मानसून के पहुंचने की संभावित तारीख भी बढ़ गई है. लेकिन बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर एरिया के साथ 3 साइक्लोनिक सर्कुलेशन भी एक्टिव हैं. जिसके कारण मध्य प्रदेश के अधिकतर जिलों में आंधी-तूफान के साथ रुक-रुककर बारिश हो रही है. हालांकि, कुछ जिलों में अब भी गर्मी बनी हुई है और बारिश की मात्रा बहुत अधिक नहीं है. आज भी मौसम विभाग ने प्रदेश के भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर, ग्वालियर, चंबल, रीवा और शहडोल संभागों के जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना जताई गई है.

'3 से 4 डिग्री तक बढ़ेगा तापमान'
मौसम वैज्ञानिक दिव्या ई सुरेंद्रन ने बताया कि "बंगाल की खाड़ी में बना लो प्रेशर का एरिया अब डीप डिप्रेशन में चला गया है, जो मेघालय की ओर बढ़ रहा है. इसके अलावा पश्चिमी राजस्थान, मध्य उत्तर प्रदेश और उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश के ऊपर हवा के ऊपरी हिस्से में साइक्लोनिक सर्कुलेशन एक्टिव है. जिससे मध्य प्रदेश में आंधी-तूफान के साथ हल्की बारिश हो रही है. हालांकि अभी अरब सागर में कोई नया सिस्टम नहीं बना है, इसलिए प्रदेश में अभी तेज बारिश की संभावना कम है. अभी अगले 3 से 4 दिनों तक मौसम में ज्यादा बदलाव नहीं होगा. हालांकि इस दौरान तापमान में 3 से 4 डिग्री की बढ़ोत्तरी हो सकती है."

 

इंदौर ने आज आधुनिकता की नई पटरी पर कदम रखा। मध्यप्रदेश की आर्थिक और सांस्कृतिक राजधानी अब मेट्रो ट्रेन प्रणाली से जुड़ चुकी है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भोपाल से वर्चुअल माध्यम से इंदौर मेट्रो परियोजना के पहले चरण का उद्घाटन किया। इस मौके पर राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी विशेष रूप से मौजूद थे। लोकमाता देवी अहिल्याबाई की 300 वीं जन्म जयंती के पावन अवसर पर इंदौर में शुरू हुए मेट्रो रेल परियोजना के शुभारंभ के इस ऐतिहासिक अवसर पर इंदौर में उत्सव जैसा माहौल रहा, जिसमें नागरिकों विशेष कर महिलाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। यह समारोह महिलाओं पर विशेष रूप से केंद्रित था।

इंदौर में आयोजित समारोह में केंद्रीय शहरी विकास एवं आवास मंत्री श्री तोखन साहू, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय, सांसद श्री शंकर लालवानी, महापौर श्री पुष्यमित्र भार्गव, विधायक श्री रमेश मेंदोला, श्री मधु वर्मा, श्री गोलू शुक्ला सहित अन्य जनप्रतिनिधि और मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के अध्यक्ष श्री जयदीप विशेष रूप से मौजूद थे। विशेष बात यह रही कि यह परियोजना देवी लोक माता अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती के पावन अवसर पर शुरू की गई और पूरी तरह से महिलाओं को समर्पित रही। इससे न केवल इंदौर शहर के विकास को एक नई दिशा मिली है, बल्कि यह पहल महिला सशक्तिकरण की दृष्टि से भी एक महत्वपूर्ण है।

 

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शनिवार को अंगारेश्वर महादेव मंदिर परिसर में आयोजित कार्यक्रम में आगामी सिंहस्थ महापर्व 2028 के अंतर्गत 864 करोड़ रुपए लागत के विकास कार्यों का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के द्वारा 779 करोड़ रुपए की लागत से शिप्रा नदी पर निर्मित होने वाले 29 किमी के नवीन घाट और शिप्रा नदी पर लगभग 85 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित होने वाले 21 बैराजों का भूमिपूजन किया गया।

मुख्यमंत्री डॉ . यादव ने कहा कि आज का कार्यक्रम सच्चे अर्थों में एक धर्म सभा है। सभी संतों की गरिमामय उपस्थिति में यह आयोजन किया जा रहा है। मध्यप्रदेश शासन के द्वारा देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300 वीं जयंती वर्ष मनाया जा रहा है। हमारा प्राचीन समय देश की संस्कृति के लिए स्वर्णिम काल रहा है। श्रीमंत महादजी सिंधिया और मल्हार राव होलकर ने विदेशी आक्रमण कारियों के द्वारा ध्वस्त किए गए सभी देवस्थानों का जीर्णोद्धार कराया।

मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि देवी अहिल्याबाई के सास ससुर के लिए वे उनकी बहू नहीं बल्कि बेटी के समान थीं । देवी अहिल्याबाई के जीवन में गंगा सी पवित्रता और नर्मदा सी सादगी है। उनके ससुर ने हमेशा उन्हें प्रेरणा दी, उनकी योग्यताओं को पहचाना। देवी अहिल्याबाई ने सनातन संस्कृति की रक्षा की। अहिल्याबाई ने पूरा शासन महादेव को समर्पित कर किया। उनके लिए सभी लोग समान थे। उन्होंने राज्य में सुशासन के नए कीर्तिमान स्थापित किये। उन्होंने सभी देवस्थानों और मंदिरों का जीर्णोद्धार करवाया।

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