भोपाल । भाजपा के वरिष्ठ नेता और विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर का कभी ग्वालियर-चंबल अंचल में एकतरफा वर्चस्व हुआ करता था लेकिन जबसे ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने समर्थकों के साथ पार्टी में आए हैं, तबसे उनका कद प्रभावित हुआ है। डा. मोहन यादव सरकार में ही देखा जाए तो एदल सिंह कंषाना को छोड़कर अधिकतर मंत्री ज्योतिरादित्य समर्थक ही हैं। यही कारण है कि नरेंद्र सिंह तोमर लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रहे रामनिवास रावत को भाजपा में लाए और उन्हें मंत्री बनाया गया। इससे कुछ हद तक ज्योतिरादित्य सिंधिया का वजन कम हुआ है। अब रामनिवास रावत का साथ पाकर एक बार फिर नरेंद्र सिंह तोमर ग्वालियर-चंबल की राजनीति में भाजपा के बड़े नेता बनने में सफल हुए हैं। यही वजह है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया विजयपुर उपचुनाव में कम ध्यान दे रहे हैं।