व्यापार: जेरोधा के सीईओ नितिन कामथ ने अपने स्ट्रोक के अनुभव को साझा करते हुए युवाओं को गंभीर चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि स्ट्रोक के लक्षण दिखते ही अस्पताल पहुंचना बेहद जरूरी है, क्योंकि इलाज की गोल्डन ऑवर महज 4.5 घंटे की होती है।
कामथ ने बताया कि जनवरी में स्ट्रोक आने के बाद उन्होंने पहले इसे हल्के में लिया और आराम कर लेने से ठीक होने की उम्मीद की। उन्होंने लिखा कि अगर उस वक्त मैंने कुछ अलग किया होता, तो वो होता सीधा अस्पताल जाना, सोने की कोशिश नहीं।
मुझे कुछ नहीं होगा वाला रवैया खतरनाक