2011 में दिल्ली के रामलीला मैदान में जब बाबा रामदेव भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन कर रहे थे। केंद्र सरकार और दिल्ली पुलिस ने उन्हें मनाने का भरसक प्रयास किया था, लेकिन बाबा अपने हठ योग पर डटे रहे। नतीजा, पुलिस ने एक विशेष ऑपरेशन के तहत रातों-रात प्रदर्शनकारियों को वहां से खदेड़ कर रामलीला मैदान खाली करा दिया था।
बाबा रामदेव को हिरासत में लेकर दिल्ली से बाहर छोड़ दिया गया। अब कुछ वैसा ही शाहीन बाग में होने की आहट मिल रही है। पुलिस तैयारी में जुटी है। इंतजार केवल उचित समय और आदेशों का किया जा रहा है।
स्पेशल ब्रांच के सूत्रों के अनुसार, प्रदर्शनकारियों को पहले समझाया जा रहा है, उन्हें बताया रहे हैं कि प्रदर्शन के कारण रोजाना दस लाख से ज्यादा लोगों को ट्रैफिक जाम से जूझना पड़ रहा है। दिल्ली हाईकोर्ट के आदेशों का हवाला भी दिया जा रहा है।
अगर इसके बाद भी प्रदर्शनकारी सड़क खाली नहीं करते हैं, तो 2011 का बाबा रामदेव कांड जैसा कुछ संभावित है। दिल्ली के शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ 34 दिन से चल रहा प्रदर्शन अब केंद्र सरकार, पुलिस और सामान्य लोगों के लिए गले की फांस बन गया है।
प्रदर्शन रोजाना बढ़ता ही जा रहा है। इसके चलते सारिता विहार और कालिंदी कुंज का रास्ता पूरी तरह से बंद है। दिल्ली पुलिस ने हाईकोर्ट के आदेशों पर प्रदर्शनकारियों से बातचीत की है। इलाके के वरिष्ठ नागरिकों से बात कर उनसे सड़क खुलवाने की अपील की है।
दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा, हम प्रदर्शनकारियों से अपील करते हैं कि वे सहयोग करें और जनता के हित में रास्ता खाली कर दें। दिल्ली पुलिस ने इससे पहले भी अपने एक अन्य ट्वीट में कहा था, हम शाहीन बाग में रोड 13ए पर बैठे प्रदर्शनकारियों से अपील करते हैं कि वे हाईवे ब्लॉक होने की वजह से दिल्ली-एनसीआर के निवासियों, वरिष्ठ नागरिकों, मरीजों और स्कूल जाने वाले छात्रों की परेशानियों को समझें।
यह मामला हाईकोर्ट में भी उठ चुका है। शाहीन बाग इलाके में वाहनों की आवाजाही शुरू करने की मांग को लेकर दी गई याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट ने पुलिस को आदेश दिया था कि कानून व्यवस्था और जनता का हित देखते हुए इस मामले में कार्रवाई करे। कोर्ट ने यह भी कहा था कि लोगों की परेशानी को देखते हुए कानून व्यवस्था के तहत पुलिस कभी भी रोड खाली करा सकती है।
तैयारियों में जुटी है पुलिस, आदेश का इंतजार
दिल्ली पुलिस के सूत्रों के अनुसार, हम लोगों से अपील कर रहे हैं कि सड़क से हट जाएं। उनके सामने लोगों की परेशानियों को रखा जा रहा है। प्रदर्शनकारियों के अलावा इलाके के लोगों से भी मिलकर बात की जा रही हैं। बच्चों की परीक्षाएं शुरू होने वाली हैं, सड़क बंद होने के कारण उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
पुलिस रिजर्व को तैयार रहने के लिए कहा गया है। सूत्रों ने बताया कि हम ऐसा कोई काम नहीं करेंगे, जो कानून के दायरे से बाहर हो। दिल्ली पुलिस जो भी कार्रवाई करेगी, वह हाईकोर्ट के आदेशों के अनुरुप ही होगी। किसी भी तरह से प्रदर्शनकारी नहीं मानते हैं तो उन्हें वहां से हटाने के लिए पुलिस तैयार है। जैसे ही आदेश मिलेगा, सड़क को खाली करा दिया जाएगा।