ईश्वर दुबे
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Bhilai
मखाना सेहत के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। इसे लोटस सीड्स के नाम से भी जाना जाता है। पोषक तत्वों से भरपूर मखाने स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याओं को कम करने में मदद करते हैं। मखाने में मैग्नीशियम, पोटैशियम, मैंगनीज, फॉस्फोरस और प्रोटीन पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं। जो सेहत के लिए काफी जरूरी है। मखाने खाने के स्वाद को बढ़ाते हैं। ये पाचन को स्वस्थ रखने में काफी मदद करते हैं। इसमें कोलेस्ट्रॉल और सोडियम की मात्रा कम होती है। मखाने के सेवन से आप कई तरह की बीमारियों से बच सकते हैं। तो चलिए जानते हैं मखाना खाने के फायदे।
हाई बीपी को करता है कंट्रोल
मखाने में सोडियम कम मात्रा में पाया जाता है। इसमें पोटैशियम की मात्रा अधिक होती है। जो हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करता है। कम सोडियम वाले फूड्स हाई बीपी के मरीजों के लिए फायदेमंद होते हैं। मखाने में मौजूद मैग्नीशियम हृदय रोग के खतरा को कम करता है।
हड्डियों के लिए फायदेमंद
हड्डियों के विकास के लिए कैल्शियम अहम भूमिका निभाता है। शरीर में इसकी कमी हड्डियां कमजोर हो जाती हैं। मखाने में कैल्शियम की अच्छी मात्रा होती है, जो इसे आपकी हड्डियों को मजबूत करने के लिए हेल्दी ऑप्शन है।
वजन कम करने में मददगार
वजन कम करने के लिए प्रोटीन युक्त भोजन करने की सलाह दी जाती है। मखाने प्रोटीन से भरपूर होते हैं, जिससे लंबे समय तक आपका पेट भरा रहता है । इसके अलावा, मखाने में कैलोरी काफी कम होती है, जो वजन कम करने में मददगार है।
डायबिटीज के मरीजों के लिए लाभदायक
मखाने प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होते हैं और इनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जो रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में मदद करता है।
पाचन को रखता है दुरूस्त
मखाना में फाइबर पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। जो पाचन को बेहतर बनाने में मदद करता है। जिन लोगों को कब्ज संबंधी समस्या है, वो अपनी डाइट में मखाना जरूर शामिल करें। इससे पाचन में सुधार और कब्ज को दूर करने में मदद मिल सकती है।
ग्लोइंग स्किन के लिए
मखाने में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। जो आपकी स्किन को हेल्दी बनाए रखने में मदद करते हैं। आप मखाने के इस्तेमाल हेल्दी नाश्ते के रूप में कर सकते हैं।
सौफ एक बेहद खुशबूदार सीड है, इसका इस्तेमाल हम आमतौर पर नेचुरल माउथ फ्रेशनर के तौर पर करते हैं, भोजन करने के बाद इसे चबाने से मुंह की दुर्गंध गायब हो जाती है. कई मिठाइयों और फूड आइटम्स में भी इसे मिक्स किया जाता है ताकि बेहतर फ्लेवर आ सके. सौंफ में पॉलीफेनोल नाम एंटीऑक्सिडेंट होता है जो एक पॉवरफुट इंफ्लामेट्री एजेंट के तौर पर काम करता है. इस बीज की मदद से आपकी ढेर सारी परेशानियां छूमंतर हो सकती हैं.
दिल की बीमारी
भारत एक ऐसा देश है जिसमें दिल के मरीजों की तादाद काफी ज्यादा है, काफी लोग ऐसी बीमारी की वजह से हर साल अपनी जान गंवा बैठते हैं. अगर आप डेली करीब 7 से 10 ग्राम सौंफ खाएंगे तो इसमें मौजूद पोटैशियम, मैग्नेशियम और कैल्शियम हार्ट अटैक जैसी डिजीज का खतरा काफी हद तक कम कर देंगे.
भूख की कमी
कुछ लोग भूख न लगने से परेशान रहते हैं, उनको सौंफ जरूर चबाना चाहिए, आप चाहें तो सौंफ कों उबालकर इसका पानी गुनगुना होने पर पी सकते हैं इससे डाइजेशन बेहतर होगा और आपकी हंगर क्रेविंग बेहतर होगी
ब्रेस्ट फीडिंग
जो माताएं अपने नवजात बच्चे को ब्रेस्टफीड कराती है, उन्हें सौंफ का सेवन जरूर करना चाहिए क्योंकि ये मिल्क के प्रोडक्शन को बढ़ाकर शिशु को बेहतर न्यूट्रीशन देने में मदद करता है.
डायबिटीज
डायबिटीज के मरीजों को अक्सर तबीयत बिगड़ने का डर रहता है, लेकिन अगर वो रोजाना एक ग्लास सौंफ का पानी पिएंगे तो ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल हो जाएगा
कैंसर से बचाव
कई रिसर्च में ये साबित हुआ है कि सौंफ के एक्सट्रैक्ट में कैंसर से लड़ने और इसके बुरे असर को रोकने में काफी प्रभावी हो सकते हैं. महिलाओं को सौंफ जरूर खाना चाहिए क्योंकि ये ब्रेस्ट कैंसर, समेत लिवर कैंसर के रिस्क को भी कम कर सकता है.
जब हमारी नसों में बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाए तो ये दिल के लिए बड़ा खतरा बन जाता है. खासकर हार्ट अटैक, हार्ट फेलियर, कोरोनरी आर्टरी डिजीज और ट्रिपल वेसल डिजीज जैसी जानलेवा बीमारियों को दावत मिलती है. लेकिन अगर आप हेल्दी डाइट खाना शुरू करेंगे और ऑयली चीजों से परहेज करेंगे तो एलडीएल को कम किया जा सकता है. आइए जानते हैं कि वो कौन-कौन से फूड्स हैं जिनको हाई कोलेस्ट्रॉल का दुश्मन माना जाता है.
बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने वाले फूड्स
हेल्दी हार्ट के लिए आप कुछ चीजों को खाकर बैड कोलेस्ट्रॉल को कम कर सकते हैं. इनमें से कई फूड्स बुरे कोलेस्ट्रॉल को शरीर से बाहर निकालने में मदद करते हैं. वहीं कुछ फूड उसे शरीर के अंदर ही नष्ट कर देते हैं.
ओट्स
अगर आप नाश्ते में ओट्स का सेवन करते हैं, तो बैड कोलेस्ट्रॉल को कम किया जा सकता है. वहीं, ओट्स के साथ केला खाना भी फायदेमंद होता है. ओट्स में डाइटरी फाइबर (Dietary Fibre) होता है, जो बुरे कोलेस्ट्रॉल को नसों में जमने से पहले ही मल के रास्ते शरीर से बाहर निकाल देता है.
सोया मिल्क या टोफू
बुरे कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए आपको सोया मिल्क, टोफू या अन्य सोया प्रॉडक्ट का सेवन करना चाहिए. कई अध्ययन बताते हैं कि सोया उत्पादों में मौजूद प्रोटीन का सेवन करने से बुरे कोलेस्ट्रॉल को कम किया जा सकता है.
भिंडी
हेल्थ हार्वर्ड के मुताबिक,बैंगन और भिंडी दोनों लो-कैलोरी फूड हैं. जिसमें सॉल्यूबल फाइबर भी होता है. सॉल्यूबल फाइबर कोलेस्ट्रॉल को अपने साथ बांधकर शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है.
सेब, अंगूर जैसे फल
अगर आप डाइट में सेब, अंगूर और खट्टे फलों को शामिल करते हैं, तो बुरे कोलेस्ट्रॉल को कम कर सकते हैं. इन फलों में पेक्टिन होता है, जो एक प्रकार का सॉल्यूबल फाइबर है. आप पहले ही जान चुके हैं कि यह फाइबर किस तरह बुरे कोलेस्ट्रॉल को कम करता है.
रायपुर : छत्तीसगढ़ शासन के पर्यटन विभाग के अधीन संचालित नवा रायपुर स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट में डिग्री एवं डिप्लोमा कोर्स में कुल 138 छात्र अध्ययनरत है। इंस्टीट्यूट को और प्रभावी करने के लिए यहां बी.एस.सी. एचएचए (हास्पिटैलिटी एंड होटल एडमिनिस्ट्रेशन) का कोर्स शुरू किया गया है जिसकी डिग्री दिल्ली के प्रतिष्टित यूनिवर्सिटी जेएनयू से प्राप्त होगी। खास बात ये है कि आईएचएम में किसी भी डिग्री व डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश हेतु आयु सीमा की कोई बाध्यता नहीं है।
इंस्टीट्यूट में डिग्री एवं डिप्लोमा कोर्स में कुल 138 छात्र अध्ययनरत
संस्थान के द्वितीय वार्षिक समारोह के दौरान मुख्य अतिथि के रूप में पर्यटन मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने इंस्टीट्यूट में छात्रों के रहने की सुविधा के लिए 50 सीटर हास्टल भवन का शिलान्यास किया। इस दौरान विधायक श्री धनेन्द्र साहू, छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड के अध्यक्ष श्री अटल श्रीवास्तव, छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड की उपाध्यक्ष श्रीमती चित्ररेखा साहू, पर्यटन विभाग के सचिव श्री अम्बलगन पी.,एवं प्राचार्य श्रीमती रेखा शुक्ला उपस्थित थीं। वार्षिकोत्सव के दौरान ही मुख्य अतिथि पर्यटन मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू के द्वारा संस्थान के वार्षिक पत्रिका "सुकवा" का विमोचन भी किया गया।
पर्यटन मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने अपने संबोधन में इंस्टीट्यट आप होटल मैनेजमेंट रायपुर में अध्यययनरत् छात्र छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह संस्थान होटल हास्पिटैलिटी के क्षेत्र में एक नया मुकाम हासिल करेगा। श्री साहू ने संस्थान में पढ़ रहे छात्रों के देश के बड़े होटल्स में प्लेसमेंट होने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुसार संस्थान को बेहतर बनाने का काम जारी है और आने वाले समय में ये देश का सर्वश्रेष्ठ होटल मैनेजमेंट संस्थान बनेगा।
गौरतलब है कि शैक्षणिक सत्र 2022-23 में तीन वर्षीय बीएससी डिग्री प्रोग्राम के 06 छात्रों का पहला बैच पास होने वाला है। इनमें से चार छात्रों का विभिन्न प्रतिष्ठित होटल्स में 4 चयन हो गया है । शैक्षणिक सत्र 2021-22 में डिप्लोमा कोर्स में अध्ययनरत 63 छात्रों को विभिन्न प्रतिष्ठित होटल्स में प्लेसमेंट हुआ है।
रायपुर : प्रत्यक्ष नाम मां ने अपने बेटे का रखा था, ताकि हमेशा उसकी आंखों के सामने रहे। लेकिन जब प्रत्यक्ष थोड़ा बड़ा हुआ, तो पता चला कि वो ठीक से देख नहीं पाता है। प्रत्यक्ष की मां नीलावती राठिया के लिए यह दुख पहाड़ के समान था। परिवार की खराब आर्थिक स्थिति के चलते इलाज करा पाना भी संभव नहीं हो पा रहा था।
समय बीतता रहा और प्रत्यक्ष 3 साल का हो गया। नीलावती ने उम्मीदें छोड़ दी थीं कि अब उनका बेटा कभी देख भी पाएगा। ऐसे में मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना नीलावती के लिए वरदान बन कर आई। यहां से प्रत्यक्ष की मां को पता चला कि उसे मोतियाबिंद है और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा शुरू की गई डॉ.खूबचंद बघेल स्वास्थ्य योजना से उसका इलाज भी निःशुल्क हो जाएगा। आखिरकार वो दिन भी आ गया जब प्रत्यक्ष की आंखों का ऑपरेशन हो गया और उसकी आंखों की रोशनी लौट आई।
डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना
रायगढ़ के सोनबरसा की रहने वाली कोमल चौहान दूसरी कक्षा में पढ़ती है। बार-बार बीमार रहने से कोमल के घरवाले परेशान रहते थे। कुछ ऐसी ही कहानी चपले गांव की रहने वाली पायल पटेल और राजपुर गांव के युवान कुजूर की भी थी। बीमारी की वजह से बच्चे हंसना-मुस्कुराना भूल गये थे। इन तीनों मासूम बच्चों के परिजनों को समझ नहीं आ रहा था कि वो क्या करें।
दरअसल पायल, कोमल और युवान को दिल की बीमारी थी, जिसे गांव के डॉक्टर समझ नहीं पा रहे थे। विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम स्कूल पहुंचकर जब जांच की तो पता चला कि तीनों बच्चों के दिल में छेद है, जिससे वो बीमार रहते हैं। इसके बाद उन्हें डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य योजना के तहत रायपुर के बड़े अस्पताल में भर्ती कराया गया और तीनों का निःशुल्क इलाज कराया गया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा शुरू की गई डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य योजना की वजह से ही आज कोमल, पायल और युवान जैसे हजारों मासूमों की जान बच रही है। उन्हें नया जीवन मिल रहा है।
राज्य के नागरिकों को निःशुल्क स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के उद्देश्य से डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य योजना एवं मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना संचालित की जा रही है। राज्य में डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना अंतर्गत लगभग 64 लाख से अधिक बीपीएल राशन कार्डधारी परिवारों को प्रतिवर्ष रूपए 5 लाख तक तथा शेष सभी प्रकार के अन्य राशन कार्डधारी परिवारों को रू. 50 हजार तक के नगद-रहित उपचार की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। चार सालों में 3643.09 करोड़ की राशि के 36.43 लाख से अधिक क्लेम किए जा चुके हैं।
रायपुर : मिलेट्स की महत्ता को समझने के लिए तीन दिवसीय कार्निवाल का लोगों ने भरपूर लाभ उठाया है। देशभर से आए विशेषज्ञ, किसान, कंपनियों ने अलग-अलग मिलेट्स की उपयोगिता और उससे होने वाले फायदे बताए। कार्निवाल में लगे स्टॉलों के माध्यम मिलेट्स से बने माल्ट, बिस्किट, चिक्की, चॉकलेट, लड्डू, तेल समेत बड़ा, भजिया, इडली, डोसा जैसे व्यंजनों से होने वाले लाभ के बारे में बताया गया। देश के नामी शेफों ने मिलेट्स से बनने वाले व्यंजनों की विधि और मौसम के अनुसार उनके लाभ बताए। नुक्कड़ के जरिए कार्निवाल में आने वाले लोगों को मिलेट्स में मौजूद पोषक तत्वों के बारे में जानकारी देकर उनके लाभ गिनाए गए। साथ ही राज्य सरकार द्वारा मिलेट्स की खेती को दिए जाने वाले प्रोत्साहन के बारे बताया गया। लोगों ने कार्निवाल के आयोजन को और बढ़ाने की मांग की। यह इस बात का संकेत है कि लोगों ने अधिकाधिक संख्या में कार्निवाल का लाभ लिया और जागरूकता के साथ मिलेट्स की महत्ता को समझा।
मिलेट कार्निवाल
यह बातें राजधानी के नेताजी सुभाष स्टेडियम में चल रहे तीन दिवसीय मिलेट कार्निवाल के समापन समारोह में कृषि मंत्री श्री रविंद्र चौबे ने कही। उन्होंने कहा कि यह कहावत की बात हो गई थी कि मिलेट्स गांव का भोजन होता है। बल्कि अब हाई सोसायटी भी इसके महत्व को समझ रही है और उसे स्वीकार कर रही है। हमारा लक्ष्य है कि अब इसे मध्यम वर्ग के भोजन में मिलेट्स शामिल हो। डॉक्टर भी लोगों को मिलेट्स लेने की सलाह दे रहे है।
मंत्री श्री चौबे ने कहा कि कवर्धा जिले में एक साल के अंदर मिलेट्स का 8000 हेक्टेयर का रकबा बढ़ा है। इस बढ़त से समझा जा सकता है कि आने वाले समय में हम कृषि के क्षेत्र में कितनी रफ्तार से आगे बढ़ेंगे।
उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के मिलेट कैफे में कुकीज और बिस्किट जैसे उत्पाद उपलब्ध हो रहे है। मंत्रालय में भी मिलेट्स कैफे खोला जाएगा। मंत्री श्री चौबे ने किसानों और स्टार्टअप लेने वालों युवाओं को विभागीय योजनाओं का लाभ देने विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया है। उन्होंने कहा कि हम सभी को एकसाथ मिलकर मेहनत करना है और आगे बढ़ना है। ऐसे में हम जल्दी आगे बढ़ेंगे और जितना विस्तार मिलेट्स का होगा उतने ही हमारे प्रदेश के किसान सशक्त होंगे।
मिलेट कार्निवाल
कृषि मंत्री ने मिलेट्स कार्निवाल में भाग लेने वाले स्टार्टअप स्टॉल, किसान, विशेषज्ञ, संस्थानों और विभिन्न राज्यों से आए प्रतिनिधियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। सम्मानित होने वालों में कवर्धा जिले के वीडीवीके जुनवानी, गंडई, गीदम और गजधरपुर की प्रायमरी सोसायटी, वीडीवीके केतका- सूरजपुर, अवनी आयुर्वेदा, हारिका फूड्स, इम्युनो मिलेट्स, साई सदन मिलेट लीफ, नया मिलेट्स, एन-रिच, रायगढ़ मिलेट कैफे, न्यूट्रीहब - आईसीएआर-आईआईएमआर, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय और आईएचएम रायपुर शामिल है।
समापन समारोह के अवसर पर संसदीय सचिव श्री चंद्रदेव राय, योग आयोग के अध्यक्ष श्री ज्ञानेश शर्मा, लघु वनोपज बोर्ड के अध्यक्ष श्री संजय शुक्ला, छतीसगढ़ हर्बल्स के एमडी श्री अनिल राय, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति श्री गिरीश चंदेल, आईआईएम के डायरेक्टर श्री राम कुमार कंकानी सहित अन्य अतिथि शामिल हुए।
प्रदेश की सुख समृद्धि व खुशहाली की कामना की
राजिम। माघी पुन्नी मेला के समापन अवसर पर पहुंचे मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज भगवान श्री राजीव लोचन मंदिर पहुंचकर भगवान का दर्शन कर प्रदेश की खुशहाली और सुख समृद्धि की कामना की। इस मौके पर गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत,राजिम विधायक अमितेष शुक्ल, गौसेवा आयोग के अध्यक्ष महंत राम सुंदर दास उपस्थित ।
रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज राजनांदगांव के अंतर्राष्ट्रीय एस्ट्रोटर्फ हॉकी स्टेडियम में आयोजित 79वीं महंत राजा सर्वेश्वर दास स्मृति अखिल भारतीय हॉकी प्रतियोगिता 2022-23 के समापन समारोह में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय एस्ट्रोटर्फ हॉकी स्टेडियम राजनांदगांव में फ्लड लाईट और पवेलियन बनाने के लिए 2 करोड़ रूपए की घोषणा की।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हॉकी की नर्सरी कहे जाने वाले राजनांदगांव में महंत राजा सर्वेश्वर दास अखिल भारतीय हॉकी प्रतियोगिता में देश भर से 20 टीमों ने हिस्सा लिया। उन्होंने सभी टीम को उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि खेल प्रतियोगिता में टीम की जीत-हार से ज्यादा महत्वपूर्ण यह होता है कि टीम ने नया क्या सीखा। अपने खेल को निखारने के लिए क्या नया अर्जित किया। निश्चित रूप से सभी टीमों ने यहां ऐसा बहुत कुछ अर्जित किया होगा, जो उनके खेल को नई ऊंचाई प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि वर्ष 1970 में राजनांदगांव की अखिल भारतीय प्रतियोगिता में हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद भी अपने खेल का प्रदर्शन कर चुके हैं। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव एवं जशपुर ऐसा क्षेत्र है जहां हॉकी का वातावरण हमेशा बना रहता है। इन शहरों ने देश को कई राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी दिए हैं। राजनांदगांव में एयरमेन बेस्टियन छत्तीसगढ़ के पहले ओलम्पियन हुए। छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद राजनांदगांव की बेटी रेणुका यादव ने प्रथम महिला ओलम्पियन बनकर शहर को और छत्तीसगढ़ को गौरवान्वित किया है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि अधोसंरचना और सुविधाओं के विकास तथा खिलाड़ियों को प्रशिक्षण प्रोत्साहन देने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। वर्ष 2021 एवं 2022 में एथलीट अकादमी की शुरूआत हुई। वर्ष 2022 में बिलासपुर आवासीय अकादमी तथा एक्सीलेंस सेंटर तथा रायपुर में तीरंदाजी अकादमी का संचालन शुरू कर दिया गया है। वर्ष 2021 में शिवतराई बिलासपुर में तीरंदाजी उप केन्द्र, वर्ष 2022 में बिलासपुर में बालिका कबड्डी अकादमी, रायपुर आवासीय तीरंदाजी अकादमी, फुटबाल एवं गैर आवासीय एथलेटिक अकादमी की शुरूआत की गई। वर्ष 2019 के पहले हॉकी एवं तीरंदाजी की दो गैरआवासीय अकादमी थी। लेकिन यह अकादमी के रूप में न हो कर नियमित प्रशिक्षण केन्द्र के रूप में संचालित हो रहा था। पिछले चार वर्षों में छत्तीसगढ़ की खेल प्रतिभाओं को तराशने के लिए शासन द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। हमारे खिलाड़ियों के लिए अच्छे प्रशिक्षण की व्यवस्था और उन्हें बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने बढ़िया खेल अधोसंरचना के निर्माण के कार्य निरंतर किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल
पेट्रोलियम स्पोटर््स पेट्रोलियम बोर्ड नई दिल्ली ने जीता विजेता का खिताब
प्रतियोगिता का फायनल मैच पेट्रोलियम स्पोटर््स पेट्रोलियम बोर्ड नई दिल्ली और सेल अकादमी राऊरकेला खेला गया। देवेन्द्र वाल्मीकि के तीन गोल और गुरविंदर सिंह के दो गोल के जरिये शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए अन्तर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों से भरी-पूरी पेट्रोलियम स्पोटर््स पेट्रोलियम बोर्ड नई दिल्ली ने सेल अकादमी राऊरकेला को एकतरफा खेले गये फायनल मैच मंे 7-1 गोल से पराजित करते हुए 79वीं महंत राजा सर्वेश्वर दास अखिल भारतीय हॉकी प्रतियोगिता के खिताब पर कब्जा करते हुए विजेता का खिताब जीता। विजेता टीम को विशाल रजत कप के साथ 2 लाख 51 लाख रूपए, उप-विजेता टीम को रजत कप एवं 2 लाख रूपए नगद, मैन ऑफ द मैच देवेन्द्र वाल्मीकि को 51 हजार रूपए नगद, मैन ऑफ द टूर्नामेंट कार्बिल लकरा को 11 हजार रूपए का नगद पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल
इस अवसर पर अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण एवं अन्य पिछड़ा वर्ग क्षेत्र विकास प्राधिकरण श्री दलेश्वर साहू, खुजी विधायक श्रीमती छन्नी साहू, महापौर श्रीमती हेमा देशमुख, अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राज्य अंत्यावसायी सहकारी विŸा एवं विकास निगम श्री धनेश पाटिला, अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राज्य युवा आयोग श्री जितेन्द्र मुदलियार, अध्यक्ष जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित श्री नवाज खान, अध्यक्ष राजगामी संपदा न्यास श्री विवेक वासनिक सहित अनेक जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं बड़ी संख्या में खेल प्रेमी उपस्थित थे।
सेहतमंद रहने के लिए स्वस्थ आहार के साथ ही शारीरिक गतिविधियां भी बेहद जरूरी होती हैं। यही वजह है कि हेल्थ एक्सपर्ट सभी को शारीरिक रूप से एक्टिव रहने की सलाह देते हैं। खुद को शारीरिक तौर पर एक्टिव रखने के लिए आप कई तरह के योग, वर्कआउट और एक्सरसाइस आदि कर सकते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि गेम्स और स्पोर्ट्स के जरिए भी आप खुद को शारीरिक और मानसिक तौर पर स्वस्थ रख सकते हैं।
तनाव में फायदेमंद
स्विमिंग न सिर्फ हमें शारीरिक तौर पर सेहतमंद रखता है, बल्कि यह हमें मानसिक समस्याओं से भी राहत दिलाता है। अगर आप तनाव की जूझ रहे हैं, तो इससे निजात पाने के लिए स्विमिंग एक बढ़िया विकल्प है। रोजाना स्विमिंग करने चिंता, तनाव और अवसाद को दूर करने में मदद मिलती है।
अनिद्रा से दिलाए निजात
अगर आप अनिद्रा की समस्या से परेशान रहते हैं, तो इसके लिए स्विमिंग आपके काफी काम आ सकती है। रोजाना स्विमिंग करने से आपकी अनिंद्रा की समस्या दूर हो सकती हैं और आप सुकून की नींद ले सकते हैं।
दिल को रखे स्वस्थ
इन दिनों लोगों में दिल से जुड़ी कई समस्याएं देखने को मिलती है। ऐसे में अगर आप अपने दिल का खास ख्याल रखना चाहते हैं, तो इसके लिए भी स्विमिंग काफी कारगर साबित होगी। दरअसल, स्विमिंग करने दिल की बीमारियों और ब्लड प्रेशर जैसी समस्याओं का खतरा कम होता है। इतना ही नहीं अगर आप रोज स्विमिंग करते हैं, तो इससे हार्ट अटैक की संभावना भी कम होती है।
अस्थमा में असरदार
अगर आप अस्थमा के मरीज हैं, तो स्विमिंग आपके लिए काफी फायदेमंद साबित होगी। दरअसल, स्विमिंग के दौरान लंबे समय तक सांस रोकनी पड़ती है, जिससे फेफड़ों के कार्य करने की क्षमता बढ़ती है। साथ ही आप अपनी सांसों पर बेहतर नियंत्रण रख पाते हैं। ऐसे में अस्थमा में स्विमिंग करने से आपको फायदा मिलेगा।
वजन घटाने में कारगर
नियमित रूप से स्विमिंग करने से आप अपना वजन भी घटा सकते हैं। दरअसल, स्विमिंग करने से शरीर की कैलोरिज बर्न होती है, जिससे आपका वजन कम होता है। एक स्टडी के मुताबिक रोजाना 30 मिनट तक तैरने से शरीर की लगभग 440 कैलोरी कम होती है।
दुर्ग। प्रदेश सरकार के कुशासन, भ्रष्टाचार, स्वेच्छाचारिता, जनता की मूलभूत समस्याओं के निराकरण में नाकामी, खराब कानून व्यवस्था, चोरी-लूट-डकैती-हत्या-बलात्कार जैसी बढ़ती अपराधिक घटनाएं, सड़क दुर्घटनाएं, पट्टा वितरण पर रोक, पेयजल समस्या, भूमि अधिग्रहण मुआवजा में घालमेल, अवैध शराब बिक्री, नशा कारोबारियों को संरक्षण जैसे अनेकों जनविरोधी कृत्यों के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी जिला दुर्ग द्वारा अध्यक्ष जितेंद्र वर्मा के नेतृत्व में दुर्ग ग्रामीण विधानसभा में जन आक्रोश पदयात्रा सोमवार 13 फरवरी से प्रारंभ की जा रही है। यह पदयात्रा उतई नगर पंचायत अंतर्गत डूमरडीह स्थित शिवमंदिर में जलाभिषेक कर प्रारंभ होगी। पदयात्रा डूमरडीह के शिव मंदिर से प्रारंभ होकर उतई बस स्टैंड, मिलपारा, बाजार चौक, आशीष नगर, इंदिरा नगर, नेहरू नगर, आदर्शनगर, गांधी चौक, बाजार चौक,पाटनपुल, खदानपारा, हथखोजपारा के पश्चात ग्राम खोपली पहुंचेगी तदुपरांत ग्राम मचांदुर में पदयात्रा का समापन होगा।
जनाक्रोश पदयात्रा की जानकारी को लेकर उतई मंडल अध्यक्ष फत्ते वर्मा और उतई नगर पंचायत नेता प्रतिपक्ष योगेश ठाकुर ने कहा कि सर्वविदित है कि प्रदेश की सरकार जिसके अकुशल नेतृत्व के चलते आम जनमानस बहुत परेशान है। प्रधानमंत्री आवास योजना सहित ढेरों जन समस्याओं को लेकर निकाली जा रही पदयात्रा में जनता से मुख्यमंत्री के नाम आवेदन भरवाए जाएगा और उन्हें जिले में आयोजित होने वाले प्रदेश एवं जिला स्तर पर आंदोलन हेतु आमंत्रित किया जायेगा साथ ही मोदी सरकार के लाभार्थियों से भेंट मुलाकात भी की जाएगी। पदयात्रा में दुर्ग ग्रामीण विधानसभा अंतर्गत उतई मंडल के समस्त भाजपा एवं मोर्चा प्रकोष्ठ के प्रदेश, जिला एवं मंडल स्तर के पदाधिकारी व कार्यकर्ता निर्धारित समय पर सुबह 09:00 बजे शिव मंदिर प्रांगण डूमरडीह में एकत्र होंगे।
पदयात्रा के संबंध में बैठक आज दोपहर 3 बजे पटेल भोजनालय के छत पर स्थित सभागार में संपन्न हुई।
जिसमें प्रमुख रूप से जिलाध्यक्ष श्री जितेंद्र वर्मा, जिला महामंत्री ललित चंद्राकर, एवं उतई मण्डल प्रभारी दिलीप साहू उपस्थित रहे एवं साथ ही जिला मंत्री रोहित साहू, फत्तेलाल वर्मा, सोनू राजपूत, विमला कामड़े, श्रीमती लता सोनवानी, सुनिता वर्मा, दिनेश्वरी देशमुख, दिनेश साहू, रुपनारायण शर्मा, सोहन रिगरी, चेतन साहू, गणेश ठाकुर, चंदू देवांगन, योगेश ठाकुर, आलोक साहू, संतोष सपहा, खूबी राम साहू, देवेंद्र भारती, नरेंद्र साहू, आशीष साहू, रूपेश पारख, लक्ष्मी नारायण साहू, आदि कार्यकर्ता गण प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
महासमुंद : छत्तीसगढ़ के विभिन्न स्थानों में महोत्सव व मड़ई-मेला का आयोजन ख़ास पर्व व तिथियों में किया जाता है। लेकिन सिरपुर महोत्सव का भी विशेष महत्व है। प्रतिवर्ष यह महोत्सव महानदी तट पर माघ पूर्णिमा के दिन से शुरू होता है। तीन दिवसीय सिरपुर महोत्सव 5 से 7 फ़रवरी 2023 तक आयोजित होगा। आस-पास गांव के लोग भोर के समय महानदी में स्नान कर गंधेश्वर नाथ मंदिर में पूजा अर्चना करते है। तीन दिवसीय महोत्सव का शुभारंभ खाद्य एवं संस्कृति मंत्री श्री अमरजीत भगत 5 फ़रवरी को करेंगे। समापन 7 फ़रवरी को होगा। महोत्सव के तीनों दिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अलावा जिला स्तरीय रामायण मंडली प्रतियोगिता का भी आयोजन होगा। इसके साथ ही विभिन्न विभागों द्वारा विकास गतिविधियों और विभागीय योजनाओं पर आधारित प्रदर्शनी, स्व-सहायता समूहों द्वारा स्टॉल में बिक्री हेतु सजेंगे। वहीं बच्चों के लिए झूले-सर्कस अन्य रोमांचक गतिविधियां देखने मिलती है। बच्चे युवा व सभी उम्र के लोग मेले में घूम-फिर कर रोमांचित होते है और अपनी खुशियों का इजहार करते हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में छत्तीसगढ़ लोक गीत, नृत्य, नाटक, नाचा, गम्मत, पंथी, कर्मा और डंडा नृत्य के साथ ही कत्थक एकल नृत्य, ओड़िशी नृत्य के साथ ही बॉलीवुड कलाकार ईशिता विश्वकर्मा एवं टीम मुंबई की प्रस्तुति देखने को मिलेगी।
सिरपुर को राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय हेरिटेज के रूप में विकसित करने और ज्यादा पहचान दिलानें शासन कटिबद्ध है। जो भी जरूरी कार्य है किए जा रहे है। सिरपुर बहुत ही विस्तृत है। जो लगभग 10 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है और इस तरह अन्य जगह विस्तारित बौद्ध केन्द्र नहीं हैं। सिरपुर, डोंगरगढ़ और मैनपाट को टूरिज्म सर्किट से जोडऩे की तैयारी की जा रही है। पर्यटन सर्किट से जुड़ जाने से इस ओर सैलानियों का रूझान बढ़ेगा। जल्दी ही सिरपुर पूरे विश्व मानचित्र पर अंकित होगा। छत्तीसगढ़ का प्राचीनकाल से ही सभी क्षेत्रों में बढ़-चढ़कर योगदान रहा है। छत्तीसगढ़ हमेशा से देवभूमि रहा है। सिरपुर शिव, वैष्णव, बौद्ध धर्मों के प्रमुख केन्द्र भी है।
सिरपुर अपनी ऐतिहासिक व पुरातात्विक महत्ता के कारण आकर्षण का केंद्र हैं। यह पांचवी से आठवीं शताब्दी के मध्य दक्षिण कोसल की राजधानी थी। यह स्थल पवित्र महानदी के किनारे पर बसा हुआ हैं। सिरपुर में सांस्कृतिक व वास्तु कौशल की कला का अनुपम संग्रह हैं। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल 2021 में सिरपुर बौद्ध महोत्सव में शामिल हुए थे। उन्होंने सिरपुर के विकास के लिए 213.43 लाख के कार्यों की घोषणा की। जिनमें भव्य स्वागत गेट का निर्माण, सिरपुर मार्ग 4 तालाबों का सौंदर्यीकरण, सिरपुर मार्ग पर 5 सुंदर सुगंधित कौशल्या उपवन निर्माण, कोडार-पर्यटन (टैटिंग व बोटिंग) कोडार जलाशय तट पर वृक्षारोपण और सिरपुर के रायकेरा तालाब आदि थी। मुख्यमंत्री की घोषणा अनुरूप सभी काम पूरे हो गए। सैलानियों के लिए रायकेरा तालाब में बोटिंग पिछले साल से शुरू हो गयी है। वही नज़दीक कोडार जलाशय में नौका विहार के लिए बोटिंग की सुविधा सैलानियों को उपलब्ध है। वहीं कम दाम पर टेंटिंग में ठहरने के इंतजाम भी किए गए हैं। फिलहाल चार टेटिंग लगाए गए है। जिसमें एक टेंटिंग में दो व्यक्तियों के सोने और आराम करने के लिए पर्याप्त जगह है। टूरिस्ट और बच्चों के लिए क्रिकेट, वालीबाल, कैरम, शतरंज के साथ ही निशानेबाजी की सुविधा भी इस इको पर्यटन केंद्र में उपलब्ध है।
सिरपुर पहले से ही प्राकृतिक दृश्यों से भरपूर है। वृक्षारोपण के ज़रिए इसे और भी हरा-भरा किया जा रहा है। पर्यटकों के विश्राम सुविधा के लिए पाँच सुगंधित फूलों वाली सुंदर कौशल्या उपवन वाटिकाएं तैयार हो गई है। इन उपवनों में प्रतिदिन रामचरित मानस का पाठ, भजन-कीर्तन स्थानीय मंडलियों द्वारा किया जा रहा है। वृक्षारोपण में बेर, जामुन, पीपल, बरगद, नीम, करंज, आंवला आदि के पौधें शामिल किए गए है। ताकि ऐतिहासिक महत्व के साथ-साथ लोगों को जैव विविधता का ऐहसास भी हो। इस इलाके में राम वन गमन पथ में छह ग्राम पंचायतों को मुख्य केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। जिसमें अमलोर, लहंगर, पीढ़ी, गढ़सिवनी, जोबा व अछोला शामिल है। सड़क के दोनों किनारों पर फलदार, छायादार पौधें लगाए जा रहे है।
प्याज एक ऐसी सब्जी है जिसका इस्तेमाल दुनियाभर के लोग ढेर सारी रेसेपीज बनाने के लिए करते हैं. अगर मार्केट में प्यार महंगा हो जाए, तो काफी लोगों का जायका बिगड़ जाता है. भले ही इसे छीलने में आंसू निकल जाते है, लेकिन स्वाद ज्यादातर लोगों को पसंद आता है. प्याज छीलने की बाद अक्सर हम इसके छिलकों को बेकार समझकर कूड़ेदान में फेंक देते हैं, लेकिन अगर आप इनके फायदों के बारे में जान जाएंगे तो कभी ऐसा नहीं करेंगे. आइए जानते हैं कि आप प्याज के छिलकों का इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं.
प्याज के छिलकों के फायदे
1. प्याज के छिलके में भरपूर मात्रा में विटामिन ए पाया जाता है, जो आंखों की रोशनी बढ़ने का काम करता है और रतौंधी जैसी बीमारियों से भी बचाता है. इसके लिए आप प्याज के छिलके की चाय बनाकर पी जाएं, ये स्किन टेक्चर को भी बेहतर बनाता है.
2. प्याज के छिलके में विटामिन सी भी पाया जाता है जिसकी मदद से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमताएं बढ़ जाती हैं, जिससे वायरल संक्रमण का खतरा कम हो जाता है. इससे सर्दी-खांसी और जुकाम जैसी परेशानियां पेश नहीं आती.
3. बालों की सेहत को बेहतर बनाने के लिए भी प्याज के छिलकों को इस्तेमाल में लाया जा सकता है. इसके लिए आप पानी में प्याज के छिलके को डाल लें और करीब एक घंटे बाद इसी पानी से अपना सिर धो लें. इससे हेयर फॉल की परेशानी दूर हो जाएगी.
4. दिल के मरीजों को प्याज का छिलका वरदान साबित हो सकता है. इसके लिए आप प्याज के छिलकों को धोकर एक पैन में डालें और गर्म पानी में उबाल लें. इसकी बाद इसके छानकर पी जाएं, इससे हार्ट डिजीज का रिस्क कम हो जाएगा.
बिलासपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का भेंट मुलाकात अभियान जिले की विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा आदिवासियों के लिए काफी राहत लेकर आई हैं। जाति प्रमाण पत्र नहीं बन पाने की उनकी बरसों पुरानी समस्या का समाधान हो गया है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिला प्रशासन ने ऐसे रिकार्ड रहित आदिवासियों के गांवों में जाति निर्धारण के लिए विशेष ग्रामसभा का सिलसिला शुरू कर दिया है। ग्राम सभा द्वारा उनकी जाति का अनुमोदन किये जाने के उपरांत राजस्व अधिकारियों द्वारा जाति प्रमाण पत्र बनाये जा रहे है। भेंट मुलाकात संपन्न होने के पिछले एक सप्ताह में 200 से ज्यादा बैगा आदिवासियों के जाति प्रमाण पत्र जारी किये गये है। कलेक्टर सौरभ कुमार के निर्देश पर कोटा एसडीएम ने आज दर्जनभर बैगा आदिवासियों को जाति प्रमाण पत्र वितरित कर उनकी गणतंत्र दिवस की खुशियां दोगुनी कर दी। जाति प्रमाण पत्र मिल जाने से उन्हें अब औपचारिक पहचान मिलने के साथ ही शिक्षा एवं अन्य सरकारी योजनाओं का फायदा उठाने का मार्ग भी प्रशस्त हो गये हैं।
दरअसल मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल भेंट मुलाकात कार्यक्रम के अंतर्गत 18 जनवरी को तखतपुर विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर थे। समीक्षा बैठक में उन्हें जानकारी मिली कि जिले के कोटा अनुविभाग में बड़ी संख्या में बैगा आदिवासियों के जाति प्रमाण पत्र नहीं बन पा रहे हैं। जाति साबित करने के लिए उनके पास कोई भी कागजात उपलब्ध नहीं थे। ग्रामसभा आयोजन को लेकर कुछ अस्पष्टताएं भी थी। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने विशेष पिछड़ी जनजातियों की इस समस्या को गंभीरता से लिया एवं वरिष्ठ अधिकारियों को तत्काल इस संबंध में स्पष्टीकरण जारी करने के निर्देश दिए। जिला प्रशासन ने मामला स्पष्ट होते ही तत्काल हरकत में आकर तेजी से विशेष ग्राम सभा आयोजित किये । प्रथम चरण में तखतपुर के ग्राम परसापानी, रतनपुर के बासाझाल एवं कोटा तहसील के ग्राम धनरस एवं नेवासा में ग्रामसभा बुलाई गई। ग्राम सभा ने सर्वसम्मति से इन लोगों के बैगा आदिवासी जाति होने का अनुमोदन किया। इसके आधार पर उन्हें बैगा आदिवासी होने का जाति प्रमाण पत्र जारी किया गया। बेलगहना तहसील के ग्राम लुफा निवासी राजेश कुमार बैगा एवं पारसपानी के पवनसिंह बैगा ने बैगा आदिवासियों की बड़ी समस्या के त्वरित निदान खुशी जताते हुए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को धन्यवाद दिया है। कलेक्टर श्री सौरभकुमार ने कागजात से रहित शेष आदिवासियों के लिए भी इसी प्रक्रिया के तहत जाति प्रमाण पत्र जारी करने के निर्देश राजस्व अधिकारियों को दिए हैं।
राजनांदगांव : आज उस वक्त खुशियों के रंग बिखरे जब कलेक्टोरेट गार्डन में स्कूल एवं कॉलेज के विद्यार्थियों ने दीवारों एवं पेड़ों पर खुबसूरत चित्र उकेरे। छत्तीसगढ़ी कला एवं संस्कृति की मोहक झांकी की पेंटिंग ने सभी को मुग्ध किया। कलेक्टर डोमन सिंह की पहल पर कलेक्टोरेट गार्डन का सौंदर्यीकरण एवं साज-सज्जा की गई है। इस कड़ी में आज यहां स्कूल एवं कॉलेज के विद्यार्थियों के साथ ही अधिकारी-कर्मचारियों ने भी यहां पेंटिंग की। बच्चों ने विविध थीम पर आधारित चित्रकारी की। कहीं छत्तीसगढ़ी संस्कृति सुआ, करमा, पोला, तीजा, व्यंजन, नृत्य, गिल्ली डंडा चित्रित किया तो कही जनजातीय संस्कृति, पर्यावरण, सरंक्षण, प्रकृति एवं वृक्ष के संरक्षण के दृश्यों ने अभिभूत किया। दिग्विजय कॉलेज के बच्चों ने दिग्विजय कॉलेज की पेंटिंग बनाई साथ ही पक्षी संरक्षण, ब्लू ब्रिगेड बच्चों के स्वास्थ्य, शिक्षा, बाल अधिकारों के संरक्षण से संबंधित चित्रों ने मन मोह लिया।
कलेक्टोरेट गार्डन में सर्वेश्वरदास नगर पालिक निगम उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय राजनांदगांव, पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी शासकीय उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय राजनांदगांव, युगांतर पब्लिक स्कूल राजनांदगांव, दिल्ली पब्लिक स्कूल राजनांदगांव, एनबीआईएस बोरी, दिग्विजय महाविद्यालय राजनांदगांव, कान्फ्लूऐस कॉलेज राजनांदगांव, कमला देवी राठी महिला स्नातक महाविद्यालय राजनांदगांव, महंत राजा बलराम दास शासकीय उच्चतर हिन्दी माध्यम विद्यालय राजनांदगांव, मिनीमाता शासकीय कन्या पॉलीटेक्निक कॉलेज राजनांदगांव के बच्चों ने भाग लिया। इस अवसर पर नगर निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी, एसडीएम श्री अरूण वर्मा, संयुक्त कलेक्टर श्री खेमलाल वर्मा, डिप्टी कलेक्टर श्रीमती सरस्वती बंजारे, अतिरिक्त जिला पंचायत सीईओ श्री दिलीप कुर्रे सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
गौरतलब है कि कलेक्टर श्री डोमन सिंह के मार्गदर्शन में कलेक्टोरेट गार्डन का जीर्णोद्धार एवं सौंदर्यीकरण किया गया। फव्वारा के साथ ही रंग-रोगन कर गार्डन को नया स्वरूप प्रदान किया गया। विविध प्रजाति के पौधे यहां रोपित किए गए हैं। जनसामान्य में प्रकृति के प्रति जागरूकता लाने के लिए संदेश दिया गया है। कलेक्टोरेट आने वाले आगंतुकों को यहां विश्राम करने के लिए एक अच्छी जगह मिली है।
कलेक्टोरेट कार्यालय सहित जिले भर के शासकीय कार्यालयों में व्यापक तौर पर की गई साफ-सफाई -
मेरा दफ्तर - मेरा घर अभियान के तहत आज जिले भर के शासकीय कार्यालय में व्यापक तौर पर साफ-सफाई की गई। सफाई अभियान अंतर्गत सभी कार्यालयों में रिकार्ड व्यवस्थित रखा गया। आज कलेक्टोरेट सहित जिला पंचायत, नगर निगम, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय, संयुक्त जिला कार्यालय भवन, आबकारी कार्यालय, जिला आयुर्वेद अधिकारी कार्यालय, जिला कोषालय, जनसंपर्क कार्यालय, कार्यपालन अभियंता विद्युत, आदिम जाति विभाग, जिला परिवहन कार्यालय, कृषि विभाग, मत्स्य विभाग, पंजीयक कार्यालय, पीएमजीएसवाई कार्यालय, वन विभाग कार्यालय, समस्त एसडीएम कार्यालय, जिले भर के सभी शासकीय कार्यालयों में साफ-सफाई की गई।