आपको बता दें कि तेलीबांधा तालाब को देश में साफ़ सफाई और शहर के सुन्दर्य को बढ़ाने के लिए काफी ख्याति मिली है. सरकार उसी तरह से अन्य तालाबों में भी शुरुआत कर शहर सौन्दर्यीकरण का कार्य शुरू करेगी.
तेलीबांधा तालाब
रायपुर में तालाबों की सफाई का कार्य त्व्वं चरणों मेंकिया जाएगा जिसका पहला चरण तीन महीनों के बाद शुरू किया जाएगा. सरकार का दावा है कि इस अभियान में पूरी तरह से जैविक और प्राकृतिक तरीकों से तालाबों की सफाई की जाएगी जिससे स्वच्छता के साथ साथ तालाब से दुरगंध भी न आये, इस बात का विशेष ध्यान दिया जाएगा.
इस प्रोजेक्ट में तालाबों में मल और कचरा खानें वाले बेक्टेरिया यानि सीवेज ईटिंग मिक्रोव्स और जलीय पौधे को विशेष रूप से तालाबों में डाले जाएँगे. ये बैक्टीरिया तालाबों में प्रदुषण और गंध फैलानें वाले जीवों को खा जाता है.
रायपुर शहर के 14 तालाबों में नगर निगम नें घुलान्धिल ऑक्सीजन की मात्र सामान्य से काफी निचे जानें के कारन इस प्रोजेक्ट की शुरुआत करनें के बारे में सोचा था. खबरों के अनुसार इसका अनुमानित व्यय 250 करोड़ के आस पास आँका गया है, जिसे ज़रूरत के हिसाब से औरबढ़ाया जा सकता है. इन सभी 44 तालाबों में 2021 तक काम पूरा कर लिए जाएँगे. बता दें कि इस पुरे अभियान में मशीन और मकैनिकल कार्य बिलकुल शून्य होंगें और प्राकृतिक तकनीकों का उपयोग ज्यादा से ज्यादा किया जाएगा.
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