ईश्वर दुबे
संपादक - न्यूज़ क्रिएशन
+91 98278-13148
newscreation2017@gmail.com
Shop No f188 first floor akash ganga press complex
Bhilai
रांची- सेमी-फाइनल में भारतीय टीम की हार के बाद से ही एम्.एस. धोनी की संन्यास की अटकलें भी तेज़ होती जा रहीं हैं. Read
मेनचेस्टर : आज के मैच में बल्लेबाज़ी पर अपनी टिपण्णी देते हुए, भारतीय टीम के कप्तान विअरात कोहली नें प्रेस कांफ्रेंस में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि अभी ऋषभ पन्त युवा हैं, और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में नए खिलाडियों से अक्सर ऐसा हो जाता है. उन्होनें आगे कहा कि जब भारत के तीन विकेट गिर चुके थे, हार्दिक पंड्या और ऋषभ पंत के ऊपर भारतीय टीम की ज़िम्मेदारी थी. तभी ऋषभ पंत ने बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में कैच थमा दिया.
इस शॉट को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में पंत का बचाव करते हुए कप्तान कोहली ने कहा, "ऋषभ स्वाभाविक खेल खेलते हैं और उन्होंने हार्दिक के साथ अच्छी साझेदारी करने की कोशिश की. वह युवा हैं और जब मैं उनके जैसे दौर में था तो मैंने भी कई गलतियां की हैं. वह देखेंगे और सीखेंगे कि उस स्थिति में क्या करना चाहिए था. शायद उन्हें अहसास भी है इस बात का."
कोहली बोले, "ऋषभ ही नहीं, किसी के साथ भी खेल में ऐसा हो सकता है. लोग दिल से देश के लिए खेलते हैं और जब ग़लतियां होती हैं तो सबसे ज्यादा दुखी भी वही होते हैं. बाहर से लगता है कि ग़लती थी, मगर जो ग़लती करते हैं, उन्हें ही सबसे ज्यादा दुख होता है. वह और मज़बूत बनकर उभरेंगे, उनकी प्रतिभा भी देखने को मिलेगी."
वहीँ दूसरी ओर एक बार फिर महेंद्र सिंह धोनी धीमी पारी के लिए चर्चा में रहे. धोनी ने रविंद्र जडेजा के साथ आख़िर तक टिके तो रहे मगर उन्होंने 72 गेंदों में 50 रन बनाए.
कप्तान कोहली ने महेंद्र सिंह धोनी का बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने ज़रूरत के हिसाब से सही बल्लेबाज़ी की. उन्होंने कहा, "बाहर से कुछ भी कहना आसान है मगर धोनी को एक छोर संभाले रखना था. दूसरे छोर से जडेजा अच्छा खेल रहे थे. मेरे हिसाब से उनका खेल समय की ज़रूरत के अनुकूल था."
कोहली ने यह भी कहा कि धोनी से पहले पंड्या को ऊपर भेजने का मक़सद यह था कि आख़िर में अगर हालात ख़राब हों तो धोनी मोर्चा संभालने के लिए मौजूद रहें.
वर्ल्ड कप के बाद भारतीय टीम वेस्ट इंडीज़ के दौरे पर जाने वाली है. इस बीच धोनी के संन्यास लेने की अटकलों को लेकर एक पत्रकार ने सवाल पूछा कि क्या धोनी ने अगले दौरे को लेकर अपने बारे में कहा है कि वह क्या करने वाले हैं.
इसके जवाब में भारतीय कप्तान ने कहा, "नहीं, उन्होंने हमें कुछ नहीं बोला है."
टॉप ऑर्डर के ढह जाने के बाद रविंद्र जडेजा ने मोर्चा संभाला और भारतीय टीम को जीत के क़रीब लाने की कोशिश करते हुए 59 गेंदों में 77 रनों की पारी खेली.
भारत बेशक मैच हार गया लेकिन जडेजा की इस इनिंग की तारीफ़ हो रही है. कप्तान कोहली भी जडेजा से प्रदर्शन से संतुष्ट दिखे.
उन्होंने कहा, "आपने देखा कि उन्होंने कितने जुनून के साथ बल्लेबाज़ी की. वह टेस्ट में भी काफ़ी सधा हुआ प्रदर्शन कर चुके हैं, घरेलू क्रिकेट में भी बड़ी पारियां खेल चुके हैं. मैं 10 साल से उन्हें देख रहा हूं, उनके साथ खेल रहा हूं. दबाव के हालात में खेली गई यह उनकी शानदार पारी है."
जडेजा भी बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में कैच आउट हुए. कोहली ने उनका बचाव करते हुए कहा कि वनडे में रिस्क तो लेना ही पड़ता है.
आख़िर में कोहली ने कहा कि जिस तरह से खिलाड़ियों से हम उम्मीद करते हैं कि उन्हें जीत और हार पर संतुलित प्रतिक्रिया देनी चाहिए, उसी तरह से प्रशंसकों से भी ऐसे की ही उम्मीद करनी चाहए.
उन्होंने कहा, "जीतने पर नियंत्रित प्रतिक्रिया होनी चाहिए और हारने पर ज़्यादा परेशान नहीं होना चाहिए. बैलंस होना चाहिए. फैन्स के नज़रिये से भी ऐसा संतुलन ज़रूरी है, मेरे विचार से."
मेनचेस्टर पूर्व कप्तान और भारतीय टीम के विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी नें, न्यूज़ीलैंड के विरुद्ध मैच में उतरनें के साथ ही एक रिकॉर्ड कायम किया, जिसमें उन्होनें बतौर विकेटकीपर सबसे ज्यादा वनडे इंटरनेशनल खेलने के मामले में धोनी दुनियामें दूसरे स्थान पर पहुंच गए हैं। उन्होंने इस मुकाबले से पहले तक 123 खिलाड़ियों को स्टम्प आउट किया। जबकि 320 कैच लपके। बतौर विकेटकीपर सबसे ज्यादा वनडे खेलने के मामले में श्रीलंका के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी कुमार संगकारा पहले स्थान पर हैं। संगकारा ने 360 वनडे इंटरनेशनल मैच खेले हैं।
उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के मार्क बाउचर को पछाडा़ है। बाउचर ने 295 वनडे इंटरनेशनल मैच खेले हैं। वो तीसरे स्थान पर हैं। जबकि एडम गिलक्रिस्ट चौथे स्थान पर हैं। उन्होंने 282 मैच खेले हैं।
बता दें कि धौनी ने मैनचेस्टर से पहले 349 वनजे मैच खेले हैं। इस दौरान उन्होंने 10 शतक और 72 अर्धशतक लगाएं हैं। धौनी 10723 रन भी बना चुके हैं। उनके सर्वश्रेष्ठ वनडे स्कोर नाबाद 183 रन है। जबकि 50.58 का औसत है। धौनी बाउंड्रीज लगाने के मामले में भी आगे रहे हैं। उन्होंने अब तक 825 चौके और 228 छक्के लगाए हैं।
चाहल महंगे साबित हुए : भारतीय टीम में सिर्फ एक बदलाव किया गया। कुलदीप यादव के स्थान पर युज्वेंद्रा चाहल को जगह दी गई। लेकिन चाहल महंगे साबित हुए। उन्होंने 10 ओवर में 63 रन लुटाते हुए एक विकेट लिया। हालांकि रवींद्र जडेजा किफायती रहे।उन्होंने ने दस ओवर में 34 रन देकर एक विकेट लिया।
पहले सेमी-फाइनल का स्कोरकार्ड
न्यूजीलैंड की बल्लेबाजी
मार्टिन गुप्टिल का कोहली बो बुमराह 01
हेनरी निकोल्स बो जडेजा 28
केन विलियमसन का जडेजा बो चहल 67
रोस टेलर नाबाद 67
जिम्मी नीशाम का कार्तिक बो पंड्या 12
कोलिन डि ग्रैंडहोम का धोनी बो भुवनेश्वर 16
टॉम लैथम नाबाद 03
अतिरिक्त (लेग बाई 04, वाइड 13) 17
कुल (46.1 ओवर में, पांच विकेट पर) 211
विकेट पतन : 1-1, 2-69, 3-134, 4-162, 5-200
भारत की गेंदबाजी
भुवनेश्वर 8.1-1-30-1
बुमराह 8-1-25-1
पंड्या 10-0-55-1
जडेजा 10-0-34-1
चहल 10-0-63-1
ये भी पढ़े-