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ओडिशा/पश्चिम बंगाल: बंगाल की खाड़ी में उत्पन्न हो रहे चक्रवाती तूफान 'दाना' ने ओडिशा और पश्चिम बंगाल के निवासियों में चिंता की लहर पैदा कर दी है। इन राज्यों के तटीय क्षेत्रों में स्कूल और कॉलेजों को बंद करने का निर्णय लिया गया है, साथ ही 197 ट्रेनें भी रद्द कर दी गई हैं। यह तूफान इतना खतरनाक क्यों है और यह कब तट से टकराने वाला है, इस पर ध्यान देना आवश्यक है।

 

IMD द्वारा जारी किए गए चेतावनी

 

चक्रवाती तूफान 'दाना' तेजी से तट की ओर बढ़ रहा है। अनुमान है कि यह 25 अक्टूबर को पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय क्षेत्रों से टकरा सकता है, लेकिन इन राज्यों में पहले से ही तनाव बढ़ चुका है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, 24 अक्टूबर की रात को यह तूफान ओडिशा के पुरी और पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप के बीच टकरा सकता है।

 

IMD द्वारा जारी किए गए चेतावनी के अनुसार, इस चक्रवात के कारण 120 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चलने की संभावना है, जिससे तटीय क्षेत्रों में गंभीर नुकसान हो सकता है। इस स्थिति को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने पहले से ही आवश्यक कदम उठाने शुरू कर दिए हैं ताकि लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

 

ओडिशा सरकार की 'दाना' तूफान से निपटने की तैयारी

 

ओडिशा सरकार ने एक आधिकारिक आदेश जारी करते हुए बताया है कि गंजम, पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक, बालासोर, मयूरभंज, क्योंझर, ढेंकनाल, जाजपुर, अंगुल, नयागढ़, कटक और खुर्दा जिलों में सभी शैक्षणिक संस्थान, जैसे स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय, तकनीकी और पेशेवर संस्थान, पॉलिटेक्निक और आईटीआई, 23 से 25 अक्टूबर तक बंद रहेंगे। इन 14 जिलों के शैक्षणिक संस्थानों के प्रमुखों को आवश्यक निर्देश भी दिए गए हैं।

 

चक्रवात दाना के प्रभाव को देखते हुए कोलकाता एयरपोर्ट के अधिकारियों ने भी अपनी तैयारियों को तेज कर दिया है। नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के निदेशक डॉ. प्रवत रंजन बेउरिया ने जानकारी दी कि वर्तमान में एयरपोर्ट के अधिकारी मानक संचालन प्रक्रियाओं का पालन कर रहे हैं। तूफान के कारण भारी बारिश की संभावना है, जिससे एयरपोर्ट परिसर और उसके आस-पास जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए, एयरपोर्ट प्रशासन ने सभी आवश्यक उपाय किए हैं ताकि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। अधिकारियों ने यात्रियों से अपील की है कि वे मौसम की स्थिति पर नजर रखें और यात्रा से पहले सभी आवश्यक जानकारी प्राप्त करें। इस प्रकार की तैयारियों से न केवल यात्रियों की सुरक्षा बढ़ेगी, बल्कि एयरपोर्ट के संचालन में भी कोई बाधा नहीं आएगी।

गांधीनगर| 23 वर्ष पहले नरेन्द्र मोदी ने जब गुजरात के 14वें मख्यमंत्री के रूप में शपथ ली, तब गुजरात में शिक्षा का स्तर काफी निम्न था। उसी समय मोदी ने संकल्प किया था कि वे गुजरात में शिक्षा क्षेत्र की स्थिति में सुधार लाने के सभी प्रयास करेंगे और राज्य के अंतिम छोर के वर्ग तक शिक्षा को सरल व सुलभ बनाएंगे। इस संकल्प को साकार करने के लिए उन्होंने शिक्षा क्षेत्र में दृढ़तापूर्वक कई पहलें व योजनाएँ शुरू कीं और राज्य में शिक्षा का दायरा बढ़ाने के भगीरथ प्रयास शुरू किए। राज्य में प्राथमिक शिक्षा को रफ्तार देने तथा विद्यालयों में विद्यार्थियों का नामांकन बढ़ाने के उद्देश्य से तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2003 में शाला प्रवेशोत्सव तथा कन्या केळवणी (शिक्षा) रथयात्रा कार्यक्रम शुरू किए। हाल ही में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में 21वाँ शाला प्रवेशोत्सव आयोजित हुआ। 23 वर्ष पहले शिक्षा क्षेत्र में नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू की गई तपस्या के सकारात्मक परिणाम हम आज देख सकते हैं। मोदी के प्रयासों के चलते आज गुजरात में ही उच्च एवं तकनीकी शिक्षा देने वाले महाविद्यालय तथा विश्वविद्यालय स्थापित किए गए हैं। 23 वर्ष पहले गुजरात में केवल 21 विश्वविद्यालय थे, जबकि आज राज्य में 108 विश्वविद्यालय कार्यरत हैं, जो विद्यार्थियों को स्थानीय स्तर पर ही उच्च शिक्षा के अवसर प्रदान कर रहे हैं। गुजरात आज सेक्टर-स्पेसिफिक यूनिवर्सिटियों का हब बना है। राज्य के सरकारी विद्यालय भी आज स्मार्ट व डिजिटल बने हैं। दो दशक पहले ब्लैक बोर्ड पर पढ़ने वाले विद्यार्थी आज टेक्नोलॉजी की सहायता से स्मार्ट बोर्ड तथा इंटरेक्टिव स्मार्ट क्लासेस का उपयोग कर रहे हैं। शिक्षा क्षेत्र की ये उपलब्धियाँ गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी के सक्षम नेतृत्व को आभारी है।

रियासी इलाके में तीर्थयात्रियों से भरी बस पर 9 जून को आतंकवादियों की ओऱ से हमला किया गया था. बस पर की गई गोलीबारी में जम्मू-कश्मीर के बाहर के सात तीर्थयात्रियों सहित नौ लोग मारे गए थे, जबकि 41 घायल हो गए थे.

 

शुक्रवार सुबह राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी NIA ने शिव खोरी मंदिर से लौट रहे तीर्थयात्रियों की बस पर जून में हुए घातक आतंकवादी हमले की जांच के तहत शुक्रवार को राजौरी और रियासी जिलों में कई स्थानों पर तलाशी शुरू की.

 

9 जून को आतंकवादियों द्वारा बस पर की गई गोलीबारी में जम्मू -कश्मीर के बाहर के सात तीर्थयात्रियों सहित नौ लोगों की मौत हो गई थी और 41 घायल हो गए थे. वारदात के दौरान बस शिव खोरी मंदिर से कटरा जा रही बस, रियासी के पौनी क्षेत्र के तेरयाथ गांव के पास गोलीबारी की बौछार के बाद सड़क से उतर गई और एक गहरी खाई में गिर गई थी.

 

गृह मंत्रालय ने NIA को सौंपा था केस

 

17 जून को गृह मंत्रालय ने आतंकी हमले का मामला एनआईए को सौंप दिया था. इस मामले में अब तक राजौरी निवासी हाकम खान नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है, जिसने कथित तौर पर आतंकवादियों को भोजन, आश्रय और रसद उपलब्ध कराने के अलावा हमले से पहले इलाके की टोह लेने में भी मदद की थी.

 

अधिकारियों ने बताया कि एनआईए की कई टीमें शिव खोरी आतंकवादी हमला मामले में आज सुबह से राजौरी और रियासी जिलों में तलाशी ले रही हैं. उन्होंने बताया कि तलाशी जारी है तथा आगे के विवरण की प्रतीक्षा है।

 

 

नीट पेपर लीक सहित देश में लगातार परीक्षाओं के पेपर लीक होने को लेकर आज शुक्रवार 28 जून को संसद के दोनों सदनों में जोरदार हंगामा हुआ है। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी गठबंधन आईएनडीआईए की ओर से इस मुद्दे को बेहद जोर देकर सदन में उठाया गया। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गाँधी ने नीट पेपर लीक का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि छात्र देश का भविष्य हैं। सदन से युवाओं को सही संदेश जाना चाहिए। वहीं कांग्रेस के मणिकम टैगोर सहित कई सांसदों ने नीट विवाद पर स्थगन प्रस्ताव दिया है, हालाँकि सदन में राहुल गाँधी की मांग पर अभी अध्‍यक्ष की ओर से कोई आश्वासन नहीं मिला है। कार्यवाही दोबारा शुरू होने के बाद विपक्ष ने हंगामे के साथ-साथ नारेबाजी भी शुरू कर दी। जिसके बाद स्पीकर ओम बिरला ने सदन को 1 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दिया। राज्यसभा की कार्यवाही जारी है, जहां सुधांशु त्रिवेदी बोले। इस बीच विपक्षी सांसदों ने नारेबाजी शुरू कर दी। इस बीच पूर्व पीएम देवेगौड़ा ने नीट मुद्दे पर बोलने का समय मांगा है। सुधांशु त्रिवेदी के वक्तव्य के बीच विपक्ष ने वी वॉन्ट जस्टिस के नारे लगाना शुरू कर दिया है।

लोकसभा-राज्यसभा की कार्यवाही दोबारा शुरू
लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे दोबारा शुरू हो गई है। हालांकि लोकसभा में एक बार फिर विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया है। संसद में 22 सांसदों ने नीट पर चर्चा को लेकर स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है। संसद की कार्यवाही से पहले राहुल गांधी ने कहा कि पहले पेपर लीक पर चर्चा हो। प्रधानमंत्री मोदी को चर्चा में भाग लेना चाहिए। राहुल ने कहा, “कल सभी विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक हुई और उसमें सर्वसम्मति बनी कि आज हमें नीट के विषय पर चर्चा चाहिए। हमें लगा कि यहां सदन में नीट पर चर्चा होनी चाहिए। मैं प्रधानमंत्री से अनुरोध करता हूं कि ये युवाओं का विषय है और इस पर सही तरीके से चर्चा होनी चाहिए और ये सम्मानजनक चर्चा होनी चाहिए। संसद से ये संदेश जाना चाहिए कि भारत सरकार और विपक्ष मिलकर छात्रों की बात कर रहा है।” आज लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने के ठीक 10 मिनट बाद ही सदन में हंगामा शुरू हो गया। विपक्ष ने नीट पर चर्चा की जौरदार मांग की, लेकिन अध्यक्ष ने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण के बीच में कभी स्थगन प्रस्ताव नहीं लिया जाता है। इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ने सदन में हंगामा को बढ़ता देख सदन की कार्यवाही को दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दिया था।

 

नई दिल्ली । भारत का आयुर्वेद अब हार्ट अटैक को भी मात देने को तैयार है। ऑल इंडिया इंस्‍टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद में आए आयुर्वेदिक चिकित्‍सा से हार्ट अटैक के मरीज का सफल इलाज किया गया है। आर्टरी में 90 फीसदी ब्‍लॉकेज के मरीज को बिना सर्जरी सिर्फ आयुर्वेदिक औषधि और चिकित्‍सा से ठीक किया गया है। अभी तक ऐलोपैथी के भरोसे रहने वाले दिल के मरीजों के लिए यह एक बड़ी खुशखबरी है कि अब वे आयुष की इस पारंपरिक चिकित्‍सा पद्धति से भी इलाज करा सकते हैं।
एआईआईए की ओर से बताया गया कि 50 वर्षीय अवधेश कुमार दिल्‍ली के जैतपुर निवासी हैं और आटो ड्राइवर हैं। नवंबर 2022 में इन्‍हें हार्ट अटैक पड़ा और एंजियोग्राफी में देखा गया कि इनकी आर्टरी में 90 फीसदी ब्लॉकेज थी। लेकिन कुमार अक्‍टूबर 2023 में ये दिल्‍ली के अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान में इलाज के लिए पहुंचे।
आयुर्वेद संस्थान में अवधेश को 15 दिन के भर्ती किया गया और पंचकर्म सहित आयुर्वेदिक चिकित्‍सा पद्धति से इलाज किया गया। इसके बाद 3 महीने तक घर पर रहकर आयुर्वेदिक औषधियां खाने के लिए दी गईं। अब जब एक बार फिर एंजियोग्राफी की गई तब उसमें 0-5 फीसदी ब्‍लॉकेज सामने आई।
इस बारे में मरीज अवधेश ने बताया कि हार्ट अटैक आने पर 3 महीने इलाज के बाद उन्‍हें स्‍टेंट डलवाने के लिए कहा गया था लेकिन उनके पस पैसे नहीं थे। इसलिए वे कुछ दिन चुप रहे और फिर एक दिन पूरी तरह निशुल्‍क अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्‍थान में इलाज के लिए आए। यहां 15 दिन एडमिशन और 3 महीने इलाज के बाद वे पूरी तरह स्‍वस्‍थ हैं और एंजियोग्राम की रिपोर्ट्स भी सामान्‍य आई हैं।
अपनी निगरानी में अवधेश का इलाज करने वाली असिस्‍टेंट प्रोफसर वैद्य दिव्‍या कजारिया कहती हैं कि ऑल इंडिया इंस्‍टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद हार्ट अटैक के मरीजों पर आयुर्वेद और ऐलोपैथी के इलाज को लेकर स्‍टडी कर रहा है। इसमें हार्ट अटैक पर आयुर्वेद का असर देखा जा रहा है। अवधेश का रिजल्‍ट काफी सकारात्मक रहा। इतना ही नहीं हार्ट अटैक के एक मरीज को 100 फीसदी ब्‍लॉकेज में भी आयुर्वेदिक उपचार से फायदा हुआ है, उसकी रिपोर्ट्स भी जल्‍द साझा की जाएगी। वैद्य कजारिया कहती हैं कि आयुर्वेद से इलाज काफी पहले से मिल रहा है लेकिन अब उसके साक्ष्‍य भी मिलने लगे हैं। चूंकि एआईआईए में हार्ट अटैक के मरीजों में बीमारी और इलाज का आकलन एंजियोग्राफी जैसी जांच से हो रहा है, तब मजबूत साक्ष्‍य आयुर्वेद के पास है और इस झुठलाना संभव नहीं होगा।

 

मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) ने राज्य सेवा मुख्य परीक्षा 2022 का एडमिट कार्ड जारी कर दिया है। प्रवेश पत्र आधिकारिक वेबसाइट mppsc.mp.gov.in पर रिलीज किए गए हैं। अब इस परीक्षा के लिए, जिन उम्मीदवारों ने प्रीलिम्स क्लियर कर लिया है, वे ऑफिशियल पोर्टल पर जाकर इसे चेक करके डाउनलोड कर सकते हैं।

एमपीपीएससी राज्य सेवा मुख्य परीक्षा 2023 का आयोजन 8 से 13 जनवरी 2024 तक किया जाएगा। हालांकि, इसके पहले यह परीक्षा 26 से 31 दिसंबर तक आयोजित होने वाली थी। हालांकि, अब यह एग्जाम आगामी आठ जनवरी से आयोजित किया जाएगा।

MP SSE Prelims Result 2022: 12 जुलाई को जारी हुआ था प्रीलिम्स परीक्षा

मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग, एमपीपीएससी एसएसई प्रारंभिक परीक्षा परिणाम 2022 की घोषणा 12 जुलाई, 2023 को की गई थी। इस परीक्षा में चयनित किए गए उम्मीदवारों को एमपी एसएसई मुख्य परीक्षा 2023 में शामिल होने का मौका दिया जा रहा है। उम्मीदवारों की सहूलियत के लिए नीचे आसान स्टेप्स दिए गए हैं, जिनको फॉलो करके अभ्यर्थी प्रवेश पत्र डाउनलोड कर सकते हैं।

MP SSE Prelims Result 2022: एमपी राज्य सेवा मुख्य परीक्षा

सबसे पहले उम्मीदवारों को मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की आधिकारिक वेबसाइट mppsc.mp.gov.in पर जाना होगा। इसके बाद, होमपेज पर एसएसई मेंस 2022 एडमिट कार्ड लिंक पर क्लिक करें। अब आपको एक नए पेज पर पुनः निर्देशित किया जाएगा। यहां अपना लॉगिन क्रेडेंशियल दर्ज करें और विवरण जमा करें। इसके बाद, आपका मेंस एडमिट कार्ड स्क्रीन पर प्रदर्शित हो जाएगा। अब भविष्य के संदर्भ के लिए इसे डाउनलोड करें और प्रिंटआउट लेकर रख लें।

बता दें कि हाल ही में मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) ने राज्य सेवा परीक्षा 2019 के फाइनल परिणाम (MPPSC Result 2019) जारी किए थे। इस परीक्षा में सतना की प्रिया पाठक ने पहला स्थान प्राप्त किया था।

 

जालंधर । सीमा पार से तस्करी के प्रयास को विफल करते हुए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने अमृतसर जिले के दाओके गांव से हेरोइन सहित एक पाकिस्तानी ड्रोन बरामद किया है। इस मामले में बीएसएफ के प्रवक्ता ने रविवार को जानकारी दी कि शनिवार की देर शाम को ड्रोन की उपस्थिति के संबंध में विशेष सूचना पर पंजाब पुलिस के साथ गांव के बाहरी इलाके में एक संयुक्त तलाशी अभियान शुरू किया गया था। तलाशी अभियान के दौरान एक खेत से एक ड्रोन / क्वाडकॉप्टर के साथ-साथ प्रतिबंधित हेरोइन ‎जिसका सकल वजन - लगभग 520 ग्राम था, से भरा एक प्लास्टिक कंटेनर बरामद किया गया है। बीएसएफ द्वारा बरामद ड्रोन एक क्वाडकॉप्टर मॉडल - डीजेआई माविक 3 क्लासिक, चीन में बनाया गया है।

इंफाल। मणिपुर में हमलावरों की फायरिंग में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना पूर्वी इंफाल में कांगपोकपी जिले के सबुंगखोक खुनोउ की है। यहां हथियार से लैस उपद्रवियों ने ग्रामीणों पर हमला कर दिया। अधिकारियों ने बताया कि घटना सुबह करीब 3 बजे की है। हमलावरों ने मैदान में रखे ईंटों के पीछे छिपकर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं। घायलों को इंफाल के राज मेडिसिटी और लिटिल क्लिनिक ले जाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।
इस घटना के बाद हमलावरों ने गांव के सुरक्षा वालंटियर्स पर फायरिंग की। सुरक्षाबलों ने उपद्रवियों का पीछा किया। वे गांव की ओर बढ़ रहे थे। इसी दौरान दोपहर में हमलावरों ने सुरक्षाबलों पर भी गोलियां चलाईं। हालांकि, इसमें कोई हताहत नहीं हुआ। जवाबी कार्रवाई में सुरक्षाबलों ने भी फायरिंग की, लेकिन हमलावर अपनी गाड़ी छोडक़र फरार हो गए। पुलिस ने गाड़ी से हथियार और गोला-बारूद बरामद किए हैं।
मणिपुर में 3 मई से मैतेई और कुकी लोगों के बीच जारी हिंसा में अब तक 180 लोगों की जान गई है, जबकि 50 हजार से ज्यादा लोग अपना घर छोडक़र रिलीफ कैंपों में रह रहे हैं। इंफाल वैली में मैतेई बहुल है, ऐसे में यहां रहने वाले कुकी लोग आसपास के पहाड़ी इलाकों में बने कैंप में रह रहे हैं, जहां उनके समुदाय के लोग बहुसंख्यक हैं। जबकि, पहाड़ी इलाकों के मैतेई लोग अपना घर छोडक़र इंफाल वैली में बनाए गए कैंपों में रह रहे हैं।

नई दिल्ली । भारतीय सेना की ताकत बढ़ाने के ‎लिए रक्षा मंत्रालय ने ‘प्रलय’ बैलिस्टिक मिसाइलों की खरीदी को मंजूरी दे दी है। रक्षा मंत्रालय ने एक रेजिमेंट के अधिग्रहण के लिए यह मंजूरी दी है। इन्हें नियंत्रण रेखा पर तैनात किया जाएगा। रक्षा अधिकारियों ने बताया कि सेना की सैन्य क्षमताओं में अधिक मारक क्षमता जोड़ने का निर्णय रक्षा अधिग्रहण परिषद की हालिया बैठक के दौरान लिया गया था। यह सेना के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। प्रलय सेना की सूची में सबसे लंबी दूरी की सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल होगी। प्रलय ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के साथ मिलकर भारत की रॉकेट फोर्स का आधार बनेगा। चीन और पाकिस्तान दोनों ने पहले ही सामरिक उद्देश्यों के लिए बैलिस्टिक मिसाइलों को तैनात किया है।
हालां‎कि रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित सैन्य आवश्यकताओं के अनुसार रेंज में और वृद्धि के लिए तैयार हैं। यह खरीद इन मिसाइलों के अधिग्रहण के लिए भारतीय वायु सेना को दी गई इसी तरह की मंजूरी के बाद की गई है। प्रलय की खासियतों की बात करें तो ‘प्रलय’ बैलिस्टिक मिसाइलों की मारक क्षमता 150 से 500 किलोमीटर तक है। यह लगभग 350 किलोग्राम से 700 किलोग्राम तक के घातक हथियार ले जाने में सक्षम है।यह एक उच्च विस्फोटक पूर्वनिर्मित विखंडन वारहेड, पेनेट्रेशन-कम-ब्लास्ट (पीसीबी) और भगोड़ा इनकार प्रवेश सबम्यूनिशन (आरडीपीएस) भी ले जा सकता है।
प्रलय’ को अर्ध-बैलिस्टिक सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल के रूप में वर्गीकृत किया गया है, जिसमें इंटरसेप्टर मिसाइलों को विफल करने के लिए डिज़ाइन की गई उन्नत क्षमताएं हैं। यह एक निश्चित दूरी तय करने के बाद उड़ान के बीच में अपने प्रक्षेप पथ को बदलने की क्षमता प्रदर्शित करता है। मिसाइल एक ठोस प्रणोदक रॉकेट मोटर द्वारा संचालित होती है और इसकी मार्गदर्शन प्रणाली में अत्याधुनिक नेविगेशन और एकीकृत एवियोनिक्स सहित अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों को शामिल किया गया है। इसकी तुलना चीन की डोंग फेर 12 और रूसी इस्कंदर मिसाइल से की जा सकती है जिसका इस्तेमाल यूक्रेन के साथ चल रहे युद्ध में किया गया है।

 

जॉर्जिया। अमेरिका के फुल्टन काउंटी जेल में एक सामूहिक चाकूबाजी की घटना को अंजाम दिया गया। रिपोर्ट के अनुसार, हादसे में एक बंदी की मौत हो गई और चार अन्य कैदी घायल हुए है। फुल्टन काउंटी शेरिफ कार्यालय के प्रवक्ता नताली अम्मोन्स के हवाले से बताया कि स्थिति को नियंत्रण कर मामले की जांच चल रही है।
विभाग ने कहा कि घटना में 23 वर्षीय डेवियन ब्लास्के की मौत हो गई है और तीन अन्य कैदियों को अस्पताल ले जाया गया है। सभी को चाकू से घायल किया गया और अन्य व्यक्ति का इलाज जेल मेडिकल स्टाफ द्वारा किया गया। शेरिफ कार्यालय ने कहा कि अटलांटा पुलिस इस घटना में शामिल कैदियों के नाम और आपराधिक आरोप जारी करेगी। प्रारंभिक जांच से पता चला है कि हथियारों को लेकर हुए एक विवाद में कैदियों को चोटें आई। शेरिफ ने कहा कि जेल में हाल ही में भड़की हिंसा एक गंभीर चिंता का विषय है। उन्होंने बताया कि अस्थायी हथियारों का इस्तेमाल कैदी एक-दूसरे और कर्मचारियों पर हमला करने के लिए करते हैं। जुलाई के अंत से फुल्टन काउंटी जेल के कैदी की यह पांचवीं मौत है।
इसके पहले 40 वर्षीय मोंटे स्टिन्सन को 31 जुलाई की रात को अपने सेल में बेहोश पाया गया था। रिपोर्ट के अनुसार, 10 अगस्त की शाम को एक हिरासत अधिकारी ने 34 वर्षीय क्रिस्टोफर स्मिथ को संदिग्ध हालत में पाया , जिसके बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालांकि, कुछ ही समय बाद उसकी मौत हो गई।

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