ईश्वर दुबे
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Bhilai
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम इस समय इंग्लैंड दौरे पर है। दौरे की शुरुआत 20 जून से हो रही है। पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मैच लीड्स के हेडिंग्ले में खेला जाना है। इसी मैच से शुभमन गिल अपने कप्तानी करेंगे। गिल को रोहित शर्मा के बाद भारत की टेस्ट टीम का कप्तान बनाया गया है और अब वह अपनी गैंग लेकर पहले टेस्ट मैच की सरजमीं पर पहुंच गए हैं।
अभी तक टीम इंडिया लंदन में थी और वहां अभ्यास कर रही थी। टीम इंडिया ने इससे पहले इंडिया-ए के खिलाफ एक इंट्रा-स्क्वाड मैच खेला। वहीं सीनियर टीम का हिस्सा कई खिलाड़ी इंडिया के साथ पहले ही इंग्लैंड आ गए थे और इंग्लैंड लायंस के खिलाफ उन्होंने दो अभ्यास मैच खेले। इनमें यशस्वी जायसवाल, करुण नायर, ध्रुव जुरैल जैसे खिलाड़ी शामिल थे।
ट्रेन से पहुंचे लीड्स
टीम इंडिया मंगलवार को लीड्स पहुंच गई है। टीम इंडिया ने ये सफर ट्रेन से तय किया। लीड्स स्टेशन पर टीम इंडिया के पहुंचने का वीडियो इस समय वायरल हो रहा है जिसमें गिल, केएल राहुल, यशस्वी और तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह दिखाई दे रहे हैं। इनके अलावा टीम का सपोर्ट स्टाफ भी टीम के साथ है। गिल के लिए दौरा आसान नहीं हैं। उनके सामने पांच टेस्ट हैं और पांचों अग्निपरीक्षा से कम नहीं हैं।
ये भारत के एक नए युग की शुरुआत भी है। रोहित शर्मा और विराट कोहली के संन्यास लेने के बाद टीम इंडिया पहली बार मैदान पर उतरने जा रही है। इन दोनों की गैरमौजूदगी काफी बड़ा गैप है जिसे टीम इंडिया को भरना होगा। इन दोनों के न रहने से टीम में अनुभव की कमी साफ नजर आ रही है जिसको भरना गिल की गैंग के लिए आसान नहीं होगा।
राणा की टीम में एंट्री
दौरे की शुरुआत से पहले टीम इंडिया में एक खास गेंदबाज की एंट्री हुई है। इंडिया-ए के साथ इंग्लैंड आने वाले तेज गेंदबाज हर्षित राणा को रोक लिया गया है और उन्हें टीम में शामिल कर लिया गया है। राणा को गौतम गंभीर का खास माना जाता है। दोनों आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स में साथ थे। गंभीर के आने के बाद ही राणा की टीम में एंट्री हुई। ऑस्ट्रेलिया दौरे प राणा ने अपना टेस्ट डेब्यू किया था।
नई दिल्ली। साल 1983 की ऐतिहासिक विश्व कप जीत की कहानी भारतीय क्रिकेट फैंस अच्छी तरह से जानते हैं। वो लम्हें आज भी हर एक हिंदुस्तानी के दिलों में धड़कते हैं।
लोगों को ये भी याद होगा कि फाइनल तक पहुंचने के रास्ते में एक मैच ऐसा भी था, जहां हर किसी को ये लगा था कि मैच खत्म हो गया है। वो मैच टीम इंडिया का जिम्बाब्वे के खिलाफ था।
उस मैच को टीवी पर नहीं दिखाया गया था। ये बात है आज से 42 साल पहले की। तारीख 18 जून 1983 का दिन, जब भारतीय टीम की कप्तानी कपिल देव के पास थी और उस मैच में उन्होंने नॉटआउट 175 रन बनाए थे। उनकी पारी के बाद भारतीय क्रिकेट टीम ने एक नया अध्याय लिखा था। आइए आपको बताते हैं उस मैच की पूरी कहानी।
कपिल देव की ऐतिहासिक 175* रन की पारी
दरअसल, क्रिकेट में विश्व कप की शुरुआत साल 1975 में हुई थी। तब विश्व क्रिकेट में वेस्टइंडीज का दबदबा था। विंडीज टीम के तेज गेंदबाजों से विरोधी टीम खौफ खाती थी। ऐसा भला हो भी क्यों ना, वेस्टइंडीज की टीम आखिरकार दो विश्व कप जीतकर इंग्लैंड पहुंची थी। वहीं, भारतीय टीम विश्व क्रिकेट में अपनी पहचान बनाने के लिए जी-तोड़ मेहनत कर रही थी।
उस वक्त टीम की कमान युवा कपिल देव के हाथों में थी। टीम इंडिया की विश्व कप जीत की किसी ने भी कल्पना नहीं की थी। हर किसी को ये ही उम्मीद थी कि ऑस्ट्रेलिया या इंग्लैंड ही वेस्टइंडीज को टक्कर दे पाएगा, लेकिन कपिल देव ने असंभव को संभव कर दिखाकर इतिहास रच डाला।
इस दौरान एक मैच ऐसा भी रहा, जिसे टीवी पर नहीं दिखाया गया, लेकिन उस मैच ने भारतीय क्रिकेट को एक अलग पहचान दिलाई। वह मुकाबला था जिम्बाब्वे बनाम भारत का, जो कि 18 जून यानी आज ही के दिन 42 साल पहले (1983) में खेला गया था।
17 रन पर आधी टीम लौटी पवेलियन
18 जून 1983 को खेले गए मैच में भारतीय टीम के कप्तान कपिल देव ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला किया था। ओपनिंग करने सुनील गावस्कर और क्रिस श्रीकांत मैदान पर पहुंचे थे। दोनों ओपनर्स को कपिल देव ने ये कहते हुए भेजा था कि अपनी जान लगाकर मैच खेलना और कोशिश करना की उन्हें मैदान पर ना आना पड़े, लेकिन इसका उलटा ही हुआ।
गावस्कर और श्रीकांत दोनों ही अपना खाता तक नहीं खोल पाए। दोनों ही शून्य पर पवेलियन लौटे। इसके बाद मोहिंदर अमरनाथ 20 गेंद खेलकर 5 रन बनाकर सस्ते में आउट हुए।
संदीप पाटिल जैसे बल्लेबाज भी क्रीज पर सेट नहीं हो पाए और देखते-देखते 17 रन पर टीम इंडिया की आधी टीम पवेलियन लौट चुकी थी। हर किसी को टीम की हार का डर सताने लगा था, लेकिन फिर क्रीज पर आए कपिल देव, जिन्होंने अकेले दम पर योद्धा की तरह खेला।
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) को मंगलवार को बड़ा झटका लगा। बॉम्बे हाईकोर्ट ने इंडियन प्रीमियर लीग फ्रेंचाइजी कोच्चि टस्कर्स केरल (BCCI बनाम कोच्चि क्रिकेट प्राइवेट लिमिटेड और अन्य) के मालिकों के पक्ष में 538 करोड़ रुपये से अधिक के आर्बिट्रल अवार्ड की पुष्टि की। कोच्चि टस्कर्स फ्रेंचाइजी अब बंद हो चुकी है। इसे 2011 में निलंबित किया गया था। इसके बाद फ्रेंचाइजी ने बॉम्बे हाईकोर्ट में बोर्ड के खिलाफ आर्बिट्रेशन का केस किया था।
एकल न्यायाधीश के रूप में अध्यक्षता कर रहे जस्टिस आर आई चागला ने आर्बिट्रल अवार्ड के लिए BCCI की चुनौती को खारिज कर दिया। जस्टिस आर आई चागला ने फैसला सुनाया कि अदालत मध्यस्थ के निष्कर्षों पर अपीलीय प्राधिकारी के रूप में कार्य नहीं कर सकती।
अदालत ने कहा, "मध्यस्थता अधिनियम की धारा 34 के तहत इस न्यायालय का अधिकार क्षेत्र बहुत सीमित है। विवाद के गुण-दोष की जांच करने का BCCI का प्रयास अधिनियम की धारा 34 में निहित आधारों के दायरे के विपरीत है। साक्ष्य और/या गुण-दोष के संबंध में दिए गए निष्कर्षों के बारे में बीसीसीआई का असंतोष पुरस्कार को चुनौती देने का आधार नहीं हो सकता।"
कोच्चि टस्कर्स केरल ने 2011 में आईपीएल डेब्यू किया था। फ्रेंचाइजी का सफर एक साल तक ही चला। रॉन्देवू स्पोर्ट्स वर्ल्ड (RSW) ने 1550 करोड़ में फ्रेंचाइजी हासिल की थी। बाद में इसे बाद में कोच्चि क्रिकेट प्राइवेट लिमिटेड (केसीपीएल) द्वारा संचालित किया गया। बीसीसीआई ने सितंबर 2011 में फ्रेंचाइजी को समाप्त कर दिया। बोर्ड ने फ्रेंचाइजी समझौते का उल्लंघन करने का हवाला दिया।
IPL 2011 में कोच्चि के प्रदर्शन की बात करें तो फ्रेंचाइजी ने अपने पहले सीजन में 14 मुकाबले खेले थे और 6 में जीत दर्ज की थी। 8 में फ्रेंचाइजी को हार का सामना करना पड़ा था। 12 अंक और -0.214 नेट रन रेट के साथ फ्रेंचाइजी प्वाइंट्स टेबल में 8वें पायदान पर रही थी।
कोच्चि टस्कर्स केरल ने 2011 में आईपीएल डेब्यू किया था। फ्रेंचाइजी का सफर एक साल तक ही चला। रॉन्देवू स्पोर्ट्स वर्ल्ड (RSW) ने 1550 करोड़ में फ्रेंचाइजी हासिल की थी। बाद में इसे बाद में कोच्चि क्रिकेट प्राइवेट लिमिटेड (केसीपीएल) द्वारा संचालित किया गया। बीसीसीआई ने सितंबर 2011 में फ्रेंचाइजी को समाप्त कर दिया। बोर्ड ने फ्रेंचाइजी समझौते का उल्लंघन करने का हवाला दिया।
IPL 2011 में कोच्चि के प्रदर्शन की बात करें तो फ्रेंचाइजी ने अपने पहले सीजन में 14 मुकाबले खेले थे और 6 में जीत दर्ज की थी। 8 में फ्रेंचाइजी को हार का सामना करना पड़ा था। 12 अंक और -0.214 नेट रन रेट के साथ फ्रेंचाइजी प्वाइंट्स टेबल में 8वें पायदान पर रही थी।
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री ने हेडिंग्ले टेस्ट से पहले भारत की अपनी पसंदीदा प्लेइंग-11 चुनी है। भारत को 20 जून से इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है।
इस टेस्ट सीरीज के लिए शुभमन गिल को टीम इंडिया का नया कप्तान बनाया गया है। उन्हें विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे दिग्गजों को टेस्ट से संन्यास लेने के बाद ये जिम्मेदारी मिली हैं। इस बीच पहले टेस्ट से पहले रवि शास्त्री ने टीम इंडिया की अपनी मनपसंद प्लेइंग-11 चुनी है , जिसमें उन्होंने किन-किन खिलाड़ियों को मौका दिया, आइए जानते हैं।
रवि शास्त्री ने चुनी भारत की पसंदीदा प्लेइंग-XI
रवि शास्त्री की पसंदीदा भारत की प्लेइंग XI किन खिलाड़ियों को चुना
ओपनर्स
यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल
नंबर 3 साई सुदर्शन
नंबर 4 शुभमन गिल
नंबर 5 करुण नायर
नंबर 6 ऋषभ पंत
नंबर 7 (मुख्य स्पिनर) रवींद्र जडेजा
तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज, जसप्रीत बुमराह और प्रसिद्ध कृष्णा या अर्शदीप सिंह
ऑलराउंडर शार्दुल ठाकुर या नितीश रेड्डी
रवि शास्त्री ने हेडिंग्ले टेस्ट से पहले भारत की प्लेइंग-11 चुनी, जिसमें उन्होंने सलामी जोड़ी के लिए यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल को चुना। उन्होंने कहा,
"यह जायसवाल और उनके साथ केएल राहुल होंगे क्योंकि मुझे लगता है कि यह उनके (केएल) लिए एक बड़ा दौरा है। वह बल्लेबाजों में सबसे अनुभवी हैं। उन्होंने पिछली बार जब भारत ने इंग्लैंड का दौरा किया था तो पारी की शुरुआत की थी, शतक बनाया था और एक अच्छा दौरा था, इसलिए मैं उम्मीद करूंगा कि वह पारी की शुरुआत करें।"
शास्त्री ने नंबर 3 बैटिंग क्रम के लिए साई सुदर्शन को चुना। उन्होंने इस फैसले पर कहा नंबर तीन पर मैं युवा साई सुदर्शन के साथ जाऊंगा। मैंने उन्हें जितना भी देखा है, वह बहुत प्रभावशाली हैं। यह दौरा उनके लिए अच्छा अनुभव होगा।
नंबर-4 पर पूर्व भारतीय कोच ने भारतीय टीम के नए टेस्ट कप्तान शुभमन गिल को जगह दी, जिन्होंने अब तक 32 टेस्ट मैच खेले हैं। पांचवें नंबर पर उन्होंने करुण नायर और छठे नंबर पर ऋषभ पंत का समर्थन किया। सातवें नंबर पर उन्होंने भारतीय स्पिन गेंदबाज रवींद्र जडेजा को चुना।
वहीं, तेज गेंदबाजी आक्रामण के लिए उन्होंने जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा/अर्शदीप सिंह में से किसी एक को मौका मिलने की उम्मीद जताई। बतौर ऑलराउंडर शार्दुल ठाकुर या नितीश रेड्डी को उन्होंने चुना।
Axar Patel: IPL 2025 की शुरुआत होने में अब बहुत ही कम समय बचा हुआ है। इससे पहले ही सभी टीमों ने अपने-अपने कप्तान के नामों का ऐलान कर दिया है। दिल्ली कैपिटल्स ने स्टार ऑलराउंडर अक्षर पटेल को कमान सौंपी है। जबकि टीम में फॉफ डु प्लेसिस और केएल राहुल जैसे अनुभवी प्लेयर्स भी मौजूद थे। पिछले सीजन अक्षर ने दिल्ली के लिए उपकप्तानी की जिम्मेदारी संभाली थी। उनका प्रदर्शन भी शानदार रहा है। अब उनके कप्तान बनते ही राहुल का रिएक्शन सामने आया है। केएल राहुल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा है कि बधाई को हो बापू, आगे के सफर के लिए शुभकामनाएं। हमेशा आपके साथ हूं। IPL 2024 में राहुल लखनऊ सुपर जायंट्स की टीम का हिस्सा थे। फिर लखनऊ की टीम ने रिटेन नहीं किया था। इसके बाद दिल्ली ने IPL 2025 मेगा ऑक्शन में उन्हें खरीद लिया।
अक्षर को 16 करोड़ से ज्यादा रुपए में किया रिटेन
दूसरी तरफ अक्षर पटेल साल 2019 से ही दिल्ली कैपिटल्स का हिस्सा हैं और दमदार प्रदर्शन कर रहे हैं। वह निचले क्रम पर उतरकर धाकड़ बल्लेबाजी और शानदार गेंदबाजी करने में माहिर हैं। इसी वजह से दिल्ली की टीम ने उन्हें 16 करोड़ 50 लाख रुपए में रिटेन किया है। अक्षर को IPL में कप्तानी का सीमित अनुभव है लेकिन उन्होंने घरेलू क्रिकेट में गुजरात की कप्तानी की है।
IPL में खेल चुके हैं 150 मैच
दिल्ली कैपिटल्स का कप्तान बनने पर अक्षर पटेल ने कहा था कि दिल्ली का कप्तान नियुक्त किया जाना मेरे लिए बहुत बड़ा सम्मान है। मैंने एक क्रिकेटर के रूप में काफी प्रगति की है और मुझे लगता है कि मैं इस टीम का नेतृत्व करने के लिए तैयार हूं। उन्होंने अभी तक IPL के 150 मैचों में कुल 1653 रन बनाए। इसके अलावा 123 विकेट भी हासिल किए।
अभी तक खिताब नहीं जीत पाई है दिल्ली कैपिटल्स
अब अक्षर पटेल के ऊपर दिल्ली कैपिटल्स को पहला खिताब जिताने की जिम्मेदारी होगी। दिल्ली की टीम ने अभी तक एक बार भी IPL की ट्रॉफी अपने नाम नहीं की है। टीम ने IPL 2020 के फाइनल में जगह बनाई थी, लेकिन तब मुंबई ने उसका खिताब जीतने का सपना तोड़ दिया था।
Sachin Tendulkar: 14 मार्च को पूरे देश में पूरे देश में होली धूमधाम से मनाई गई। क्रिकेट जगत से भी कई तरह के फोटोज और वीडियोज सामने आए। क्रिकेट के भगवान माने जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने भी इंटरनेशनल मास्टर्स लीग के अपने साथियों के साथ होली मनाई। सचिन ने अपना एक वीडियो इंस्टाग्राम पर शेयर भी किया है। इस वीडियो में सचिन युवराज सिंह, अंबाती रायुडू और युसुफ पठान के साथ होली मनाते हुए नजर आ रहे हैं।
रायुडू ने छूए सचिन तेंदुलकर के पैर
मुंबई में सचिन ने अपने साथियों के साथ होली खेली। उन्होंने इंटरनेशनल मास्टर्स लीग के अपने साथियों युवराज सिंह, इरफान पठान, युसुफ पठान और अंबाती रायडू के साथ होली मनाई। सचिन ने एक वीडियो शेयर किया जिसमें वो युवराज पर पानी की पिचकारी से रंग डाल रहे हैं। वो युसुफ और रायडू पर भी रंग लगाते दिख रहे हैं। इसी बीच रायुडू ने सचिन तेंदुलकर के पैर छूकर उन्हें प्रणाम भी किया। किसी सीनियर को इज्जत कैसे दी जाती है यह हर किसी को रायुडू से सीखना चाहिए।
साथ में खेल चुके हैं तेंदुलकर रायुडू
सचिन तेंदुलकर और अंबाती रायुडू एक साथ आईपीएल में लंबे समय तक साथ खेल चुके हैं। यह दोनों खिलाड़ी मुंबई इंडियंस के लिए खेलते थे। इसके बाद सचिन रिटायर हो गए और रायुडू चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलने लगे। अब यह दोनों ही खिलाड़ी इंटरनेशनल मास्टर्स लीग में एक साथ खेल रहे हैं।
टीम इंडिया की फाइनल में एंट्री
इससे पहले युवराज सिंह के दमदार अर्धशतक और बाएं हाथ के स्पिनर शाहबाज नदीम के चार विकेट की बदौलत इंडिया मास्टर्स ने पहले सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया मास्टर्स को 94 रनों से हरा दिया। इस जीत के साथ ही इंडिया मास्टर्स ने IML 2025 के फाइनल में प्रवेश कर लिया। फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम का सामना वेस्टइंडीज से होना है।
MS Dhoni: चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) ने IPL 2025 के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। CSK का सामना पहले मैच में 23 मार्च को मुंबई इंडियंस के साथ होगा। इसके लिए पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी भी तैयार हैं। इसमें कोई संदेह नहीं है कि धोनी काफी लोकप्रिय हैं और उनको खेलते हुए देखने के लिए फैंस के बीच हमेशा उत्साह रहता है। धोनी इस बार IPL में अनकैप्ड प्लेयर के तौर पर उतरेंगे।
धोनी को अभ्यास करता देख खुश हुए फैंस
IPL 2025 की शुरुआत होने में अब एक सप्ताह का समय शेष रह गया है और धोनी ने इससे पहले अपने फैंस को टीजर दिखा दिया है। धोनी के अभ्यास करने का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है जिसमें वह नेट्स पर अभ्यास करते नजर आ रहे हैं। वीडियो में दिख रहा है कि धोनी शॉर्ट डिलेवरी पर शॉट खेल रहे हैं। धोनी के इस शॉट को देखकर फैंस काफी खुश हो गए हैं।
धोनी ने पिछले सीजन छोड़ी थी कप्तानी
43 वर्षीय धोनी IPL के 18वें सत्र में हिस्सा लेने के लिए तैयार हैं। धोनी ने पांच बार IPL का खिताब जीता है और वह इस लीग के सबसे सफल कप्तान हैं। धोनी ने पिछले सीजन से ठीक पहले CSK की कमान छोड़ दी थी। जिसके बाद ऋतुराज गायकवाड़ टीम के कप्तान बनाए गए थे। गायकवाड़ की कप्तानी में CSK पिछले सत्र में पांचवें स्थान पर रही थी और प्लेऑफ में जगह बनाने से चूक गई थी।
चोट के बावजूद पिछले सीजन में दिखाया दम
धोनी पिछले सीजन सातवें या आठवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतर रहे थे। धोनी अंतिम समय में बल्लेबाजी के लिए आते थे और कुछ शानदार शॉट खेलकर प्रशंसकों का मनोरंजन करते दिखे थे। धोनी ने IPL 2024 में 220 से अधिक के स्ट्राइक रेट और 53.67 के औसत से 161 रन बनाए थे। पिछले सीजन के दौरान धोनी कथित तौर पर चोट की समस्या से भी जूझ रहे थे। फैंस को उम्मीद है कि इस सीजन धोनी ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी के लिए उतरेंगे।
अनकैप्ड प्लेयर के तौर पर उतरेंगे माही
धोनी ने कुछ साल पहले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। IPL नियम के अनुसार पांच साल या इससे अधिक समय पहले संन्यास ले चुके खिलाड़ी को अनकैप्ड प्लेयर माना जाता है। इसलिए CSK ने IPL 2025 के लिए मेगा नीलामी से पहले धोनी को अनकैप्ड प्लेयर के तौर पर रिटेन किया था। धोनी ने हाल ही में संकेत दिए थे कि उनमें कुछ वर्ष और खेलने की क्षमता शेष है।
मुम्बई । कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) टीम के मालिक शाहरुख खान ने कहा है टीम इंडिया के मुख्य कोच गौतम गंभीर के साथ उनकी गहरी दोस्ती है। इसलिए उन्हें कभी नहीं लगा कि वह टीम छोड़कर चले गये हैं। गंभीर साल 2017 में टीम छोड़कर चले गये थे पर इसके बाद उन्होंने कोच के तौर पर वापसी करते हुए 2024 में केकेआर को जीत दिलायी। तब श्रेयस अय्यर की कप्तानी में टीम ने फाइनल में सनराइजर्स हैदराबाद को हराया था। शाहरुख ने कहा, “मैंने इस बीच कभी नहीं सोचा था कि गंभीर हमें छोड़कर चले गए हैं। गंभीर के साथ वर्षों से हमेशा एक प्यारा रिश्ता रहा है। कुछ खिलाड़ी ऐसे हैं जिनके साथ दोस्ती मजबूत बनी हुई है और गौतम गंभीर उनमें से एक हैं। उनके लिए यह एक बड़ी घर वापसी थी।
गंभीर को साल 2024 के अंत में भारतीय टीम का मुख्य कोच बनाया गया और वह एक बार फिर केकेआर से अलग हो गये। वहीं केकेआर के पूर्व बल्लेबाज रॉबिन उथप्पा ने कहा कि साल 2017 में गंभीर के फ्रेंचाइज से जाने से टीम के प्रदर्शन पर भी पड़ा। उसी दिशा पर भी प्रभाव पड़ा। आप हमेशा केकेआर से उच्च स्तर पर प्रदर्शन की उम्मीद करते हैं, और जब प्रदर्शन टीम के आभा से मेल नहीं खाता, तो यह स्पष्ट हो गया कि कुछ बदलना होगा।
उथप्पा ने कहा, जैसे ही मैंने सुना कि गंभीर वापस आ रहे हैं, मुझे याद है कि मैंने ट्वीट किया था कि ये सबसे अच्छी बात यह है। वहीं पूर्व भारतीय बल्लेबाज अजय जडेजा ने कहा, “केकेआर और सौरव गांगुली के बीच संबंध, चाहे प्रशंसकों के साथ हों या टीम के भीतर, अच्छे परिणाम नहीं दे रहे थे। इसलिए, 2011 में, एक बड़े बदलाव की योजना बनाई गई। 2011 से पहले, केकेआर को सौरव गांगुली की टीम के रूप में देखा जाता था पर उसके बाद ये गंभीर के नेतृत्व में शाहरुख की टीम बन गई।” आईपीएल 2025 सत्र की शुरुआत से पहले, केकेआर ने अनुभवी भारतीय बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे को अपना नया कप्तान और ऑलराउंडर वेंकटेश अय्यर को उप कप्तान नियुक्त किया है। केकेआर ने जब रहाणे को टीम में शामिल किया तो यह लगभग तय था कि वह टीम की कप्तानी करेंगे, हालांकि मेगा नीलामी में 23.75 करोड़ रुपये में सबसे महंगे खरीदे गए वेंकेटश अय्यर और रिंकू सिंह के नाम चर्चा में थे। रहाणे की कप्तानी में हाल ही में मुम्बई ने मुश्ताक अली ट्रॉफी जीती थी।
लंदन । इंग्लैंड के पूर्व स्पिनर मोईन अली ने कहा है कि एकदिवसीय क्रिकेट प्रारुप भविष्य नहीं है। मोइन ने कहा कि इसका कारण बल्लेबाजों के पक्ष में नियमों का होना है। जिससे गेंदबाजों के लिए इस प्रारुप में कुछ नहीं बचा है। साथ ही कहा कि इसी कारण आजकल टी20 लीग में खेलने वाले खिलाड़ियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। पिछले साल संन्यास लेने वाले मोईन ने इंग्लैंड की ओर से 138 एकदिवसीय मैचों में 2,355 रन बनाने के अलावा 111 विकेट भी लिए हैं। वहीं 68 टेस्ट मैच में उन्होंने 3000 से अधिक रन बनाए हैं और 200 से अधिक विकेट लिए हैं। वह आगामी इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में कोलकाता नाइट राइडर्स की ओर से खेलेंगे। मोईन ने कहा, ‘‘विश्व कप और चैंपियंस ट्रॉफी को छोड़कर एकदिवसीय प्रारूप लगभग पूरी तरह समाप्त हो गया है। यह खेलने के लिए सबसे खराब प्रारूप है और मुझे लगता है कि इसके कई कारण हैं। ’’ पहले के समय में पहले पावरप्ले के बाद सर्कल के बाहर पांच क्षेत्ररक्षक हुआ करते थे पर पिछले कुछ साल में यह संख्या चार हो गई है जिससे बीच के ओवरों में बल्लेबाजी करना आसान हो गया है। इतना ही नहीं दो नई गेंदों का इस्तेमाल किया जाता है जो पहले नहीं होता था जिससे बल्लेबाजों के लिए रन बनाना अब बहुत आसान हो गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि नियम बहुत खराब हैं। पहले पावरप्ले के बाद अतिरिक्त क्षेत्ररक्षक रखना, मुझे लगता है कि विकेट लेने और किसी भी तरह का दबाव बनाने के लिए यह एक खराब नियम है। इसी वजह से अब खिलाड़ी एकदिवसीय क्रिकेट में 60 और 70 का औसत बना रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जब आप किसी को गेंदबाजी कर रहे होते हैं और आप थोड़ा दबाव डालते हैं तो बल्लेबाज बस रिवर्स-स्वीप करता है और यह एक रन नहीं बल्कि यह चौका होता है। हमेशा बल्लेबाजों के लिए रन बनाने का विकल्प उपलब्ध रहता है।’’ मोईन ने कहा कि जिस प्रकार से फ्रेंचाइजी क्रिकेट मोटी रकम देकर लुभा रहा है उससे अधिक से अधिक खिलाड़ी अब संन्यास लेकर इस प्रारुप में खेलते दिखेंगे।
नई दिल्ली । भारत इस साल 24 सितंबर से 2 अक्टूबर तक जूनियर विश्व कप निशानेबाजी की मेजबानी करेगा। विश्व कप निशानेबाजी में राइफल, पिस्टल और शॉटगन की प्रतियोगितायें । यह हाल के दिनों में का तीसरा शीर्ष अंतरराष्ट्रीय निशानेबाजी खेल महासंघ (आईएसएसएफ) का टूर्नामेंट होगा जो भारत में आयोजित किया जाएगा। राष्ट्रीय महासंघ के अध्यक्ष कलिकेश नारायण सिंह देव ने कहा, ‘‘पिछले महीने रोम में आईएसएसएफ की कार्यकारी समिति की एक सार्थक बैठक हुई थी और सभी सदस्य महासंघों के अलावा आईएसएसएफ अध्यक्ष लुसियानो रॉसी ने भारत की शीर्ष अंतरराष्ट्रीय निशानेबाजी प्रतियोगिताओं की मेजबानी करने और खेल को वैश्विक स्तर पर आगे बढ़ाने में सहायता करने के तरीके की प्रशंसा की थी।’’उन्होंने कहा, ‘‘हमें तब इसकी उम्मीद थी पर अब जब मेजबानी मिलने की आधिकारिक पुष्टि हो गई है तो हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए उत्साहित हैं। ’’ वहीं भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) के महासचिव सुल्तान सिंह ने कहा, ‘‘आईएसएसएफ ने अपने पत्र में हमसे दो संभावित समय की पुष्टि करने का अनुरोध किया है जिसमें एक सितंबर-अक्टूबर में और दूसरा अक्टूबर के अंत तथा नवंबर की शुरुआत के दौरान है। हम आंतरिक रूप से बैठक के बाद शीघ्र ही उन्हें इसके बारे में बताएंगे जिससे सदस्य महासंघ इसके अनुसार तैयारी कर सकें।’’ इससे पहले भारत ने दो महाद्वीपीय चैंपियनशिप और छह आईएसएसएफ प्रतियोगिताओं की मेजबानी की थी जिसमें दो विश्व कप फाइनल प्रतियोगितायें और चार सीनियर आईएसएसएफ विश्व कप शामिल हैं। साल 2023 में सीनियर विश्व कप भी भारत में हुआ था!
नई दिल्ली। भारतीय स्पिनर्स की कसी हुई गेंदबाजी के बाद रोहित शर्मा की कप्तानी पारी की बदौलत टीम इंडिया ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का खिताब अपने नाम कर लिया है। फाइनल में भारत ने न्यूजीलैंड को 4 विकेट से हराया। इसके साथ ही भारतीय टीम ने इतिहास भी रच दिया है। भारतीय टीम अब सबसे ज्यादा चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाली टीम बन गई। इससे पहले भारत-ऑस्ट्रेलिया के नाम 2-2 खिताब थे।
इतना ही नहीं टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड से 25 साल पुरानी हार का बदला भी ले लिया है। चैंपियंस ट्रॉफी 2000 के फाइनल में कीवियों ने भारत को मात दी थी। भारतीय टीम ने आखिरी बार 2013 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी। ऐसे में रोहित शर्मा ने 12 साल का सूखा खत्म कर दिया है।
दुबई में खेले गए फाइनल मैच की बात करें तो टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज करने उतरी न्यूजीलैंड टीम ने 50 ओवर में 7 विकेट खोकर 251 रन बनाए। जवाब में भारतीय टीम ने 48.5 ओवर में 6 विकेट खोकर 254 रन बना दिए।
पहले बल्लेबाजी करने उतरी कीवी टीम को अच्छी शुरुआत मिली। सलामी बल्लेबाज रचिन रवींद्र और विल यंग के बीच 57 रन की पार्टनरशिप हुई। वरुण चक्रवर्ती ने विल यंग को LBW आउट इस पार्टनरशिप को तोड़ा। यंग ने 23 गेंदों पर 15 रन बनाए। इसके बाद कुलदीप यादव ने लगातार 2 अहम विकेट लेकर भारत की वापसी करा दी। 11वें ओवर में कुलदीप ने रचिन रवींद्र को बोल्ड किया। रचिन ने 29 गेंदों पर 37 रन बनाए। 13वें ओवर में कुलदीप ने केन विलियमसन को कॉट एंड बोल्ड आउट किया। केन 14 गेंदों पर 11 रन बना पाए।
इसके बाद तो कीवी टीम नियमित अंतराल में विकेट खोती चली गई। रवींद्र जडेजा ने टॉम लाथम को 14 के स्कोर पर LBW आउट किया। वरुण चक्रवर्ती ने ग्लेन फिलिप्स को 34 के स्कोर पर बोल्ड किया। डेरेल मिचेल ने सबसे ज्यादा 63 रन की पारी खेली। इस दौरान उन्होंने 3 चौके भी लगाए। कप्तान मिचेल सेंटनर 8 के स्कोर पर रन आउट हुए। माइकल ब्रेसवेल 40 गेंदों पर 53 रन बनाकर नाबाद रहे। भारत की ओर से वरुण चक्रवर्ती और कुलदीप यादव ने 2-2 विकेट लिए। साथ ही मोहम्मद शमी और रवींद्र जडेजा के खाते में 1-1 विकेट आया।
ओपनर रोहित शर्मा और शुभमन गिल ने भारतीय टीम को तगड़ी शुरुआत दिलाई। दोनों के बीच पहले विकेट के लिए 105 रनों की पार्टनरशिप हुई। 19वें ओवर में गिल कैच आउट हुए। उन्होंने 50 गेंदों का सामना किया और 1 छक्के की मदद से 31 रन बनाए। अगले ही ओवर में भारत को दूसरा झटका लगा। इन फॉर्म विराट कोहली का बल्ला नहीं चला। विराट ने 2 गेंदों का सामना किया और 1 रन बनाया।
शतक की ओर बढ़ रहे कप्तान रोहित शर्मा गलत शॉट खेलकर स्टंपिंग हुए। हिटमैन ने 83 गेंदों का सामना किया और 76 रन बनाए। अपनी इस पारी म रोहित ने 7 चौकों की साथ ही 3 छक्के भी लगाए। रोहित का विकेट गिरने के बाद श्रेयस अय्यर और अक्षर पटेल ने 61 रन जोड़े। फिफ्टी के करीब पहुंच चुके अय्यर 39वें ओवर में कैच आउट हुए। उन्होने 62 गेंदों का सामना किया और 2 चौके-2 छक्के की बदौलत 48 रन की पारी खेली।
42वें ओवर में भारतीय टीम को 5वां झटका लगा। भारतीय टीम जीत की तरफ बढ़ ही रही थी तभी अक्षर पटेल बड़ा शॉट लगाने के प्रयास में कैच आउट हो गए। अक्षर ने 40 गेंदों पर 29 रन की पारी खेली।
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का फाइनल मैच 9 मार्च को खेला जाना है। रोहित शर्मा की कप्तानी वाली टीम इंडिया ने चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल का टिकट कटा लिया है। 4 मार्च को ऑस्ट्रेलिया को 4 विकेट से हराकर टीम इंडिया ने पुराना हिसाब चुकता किया।भारत की जीत में विराट कोहली, हार्दिक पांड्या, अक्षर पटेल से लेकर श्रेयस अय्यर समेत खिलाड़ियों का अहम योगदान रहा। जब किंग कोहली आउट हो गए थे तो हार्दिक पांड्या ने मैच फिनिशिंग पारी खेली। इस दौरान वह खुद को इंजर्ड करा बैठे, जिससे टीम इंडिया की टेंशन बढ़ गई है।
हार्दिक पांड्या की इंजरी ने बढ़ाई टीम इंडिया की टेंशन
दरअसल, भारतीय टीम की पारी के 47वें ओवर के दौरान एडम जम्पा ने शॉर्ट लेग-स्पिन गेंद डाली, तो पांड्या ने गेंद को एक्स्ट्रा कवर की ओर खेला और तुरंत सिंगल के लिए निकल पड़े, लेकिन पांड्या जिस आक्रामक अंदाज से खेल रहे थे तो उन्होंने दूसरा रन लेने का सोचा, लेकिन केएल राहुल ने उन्हें इशारा करते हुए मना कर दिया और वापस लौटने को कहा।
केएल की बात मानते हुए पांड्या जब वापस जाने लगे तो उनके पैर में खिंचाब आ गया। अचानक रुकने के कारण वह लंगड़ाते हुए और असहज नजर आए। दर्द के बावजूद वह बैटिंग करते रहे।
हालांकि, 48वें ओवर में उन्हें नाथन ने अपना शिकार बनाया। ग्लेन मैक्सवेल ने उनका कैच लपका। इस दौरान हार्दिक पांड्या 24 गेंदों पर 28 रन बना सके। उन्होंने इससे पहले मैच में गेंद से एक विकेट भी लिया।
टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के पहले सेमीफाइनल में 4 विकेट से जीत हासिल की। मैच में ऑस्ट्रेलियाई टीम 49.3 ओवर में 264 रन बनाकर ऑलआउट हो गई थी। इसके जवाब में टीम इंडिया ने 48.1 ओवर में लक्ष्य हासिल किया। विराट कोहली ने मैच में सबसे ज्यादा 84 रन बनाए।
इस जीत के साथ ही रोहित शर्मा की कप्तानी वाली टीम इंडिया ने आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल में एंट्री कर ली। 9 मार्च को भारतीय टीम अब चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का फाइनल खेलेगी। न्यूजीलैंड और साउथ अफ्रीका के बीच दूसरा सेमीफाइनल मैच 5 मार्च को खेला जाना है, जिससे दूसरी फाइनलिस्ट टीम मिल जाएगी।
ऑस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान स्टीव स्मिथ ने वनडे क्रिकेट से संन्यास का एलान कर दिया। भारतीय टीम ने आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के सेमीफाइनल मैच में ऑस्ट्रेलिया को 4 विकेट से धूल चटाई।
इस मैच में मिली हार के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम को एक और बड़ा झटका स्टीव स्मिथ ने दिया। स्टीव स्मिथ ने वनडे से संन्यास ले लिया। हालांकि, वह टेस्ट और टी20I में खेलते हुए नजर आएंगे।
स्टीव स्मिथ ने कहा कि यह शानदार सफर रहा और मैंने हर एक मिनट का आनंद लिया। बहुत सारे अद्भुत समय और अद्भुत यादें रही हैं। दो विश्व कप जीतना एक बड़ा आकर्षण था। साथ ही कई शानदार टीम-साथियों ने भी इस जर्नी को शेयर किया।
दरअसल, ऑस्ट्रेलियाई टीम के स्टार बैटर स्टीव स्मिथ ने भारत के खिलाफ मिली हार के बाद वनडे क्रिकेट को अलविदा कह दिया। दुबई में भारत के खिलाफ खेले गए Champions Trophy 2025 के सेमीफाइनल मैच में स्टीव स्मिथ ने 73 रन की पारी खेली थी।
उनके अलावा एलेक्स कैरी के बल्ले से 61 रन निकले और कंगारू टीम 49.3 ओवर में 264 रन बनाकर सिमट गई। इसके जवाब में टीम इंडिया ने 48.1 ओवर में लक्ष्य हासिल किया और 4 विकेट से जीत हासिल कर चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल में एंट्री की।
मैच में मिली हार के बाद स्टीव स्मिथ ने वनडे क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। 35 साल के स्टीव ने वनडे में कुल 170 मैच खेले और 5800 रन बनाए। इस दौरान उनका औसत 43 का रहा, जिसमें 12 शतक और 35 हाफ सेंचुरी ठोकी। उन्होंने वनडे करियर में ऑस्ट्रेलिया के लिए 12वें सर्वाधिक रन स्कोरर के रूप में फिनिश किया।
साल 2016 में स्टीव ने अपने करियर का सबसे बड़ा स्कोर (164 रन) न्यूजीलैंड के खिलाफ बनाया था। उन्होंने जब डेब्यू किया था तो लेग स्पिनिंग ऑलराउंडर के तौर पर किया था और उन्होंने वनडे में 28 विकेट झटके और कुल 90 कैच लिए।
उन्होंने कहा,
"अब लोगों के लिए 2027 विश्व कप की तैयारी शुरू करने का एक शानदार मौका है, इसलिए ऐसा लगता है कि यह रास्ता बनाने का सही समय है। टेस्ट क्रिकेट एक प्राथमिकता बनी हुई है और मैं वास्तव में विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल और फिर घरेलू मैदान पर इंग्लैंड का इंतजार कर रहा हूं। मुझे लगता है कि मुझे अभी भी उस मंच पर योगदान करने के लिए बहुत कुछ करना है।"
Taskin Ahmed: बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) ने तेज गेंदबाज तस्कीन अहमद को शानदार प्रदर्शन का ईनाम दिया है. दरअसल, अब तस्कीन अहमद बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के कैटेगरी-ए का हिस्सा हो गए हैं. बीसीबी ने अपने क्रिकेटरों का नया कॉन्ट्रेक्ट जारी किया है. इस नए कॉन्ट्रेक्ट में तस्कीन अहमद को प्रमोशन मिला है. इससे पहले पिछले दिनों 3 मार्च को बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड डायरेक्टर्स की मीटिंग हुई थी. उस मीटिंग में तस्कीन अहमद को कैटेगरी-ए में शामिल करने पर प्रस्ताव रखा गया था. बहरहाल, अब इस फैसले पर मुहर लग गई है. तस्कीन अहमद बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के कैटेगरी-ए का हिस्सा होंगे.
BCB के कैटेगरी-ए में किस-किस का नाम?
BCB के कैटेगरी-ए में तस्कीन अहमद के अलावा टेस्ट और वनडे कप्तान नजमुल हुसैन शांतो, मेहदी हसन मिराज, लिटन कुमार दास और अनुभवी विकेटकीपर-बल्लेबाज मुशफिकुर रहीम को रखा गया है. वहीं, मोमिनुल हक, तैजुल इस्लाम, महमूदुल्लाह, तौहीद हृदय, हसन महमूद और नाहिद राणा कैटेगरी-बी का हिस्सा हैं. BCB के कैटेगरी में शादमान इस्लाम, सौम्या सरकार, जेकर अली अनिक, तंजीद हसन तमीम, शोरफुल इस्लाम, रिशाद हुसैन, तंजीम हसन साकिब और महेदी हसन शामिल हैं.
चैंपियंस ट्रॉफी में बांग्लादेश का निराशाजनक प्रदर्शन
बताते चलें कि पिछले दिनों चैंपियंस ट्रॉफी में बांग्लादेश का प्रदर्शन निराशाजनक रहा था. बांग्लादेश को भारत के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था. इसके बाद बांग्लादेश को न्यूजीलैंड ने हराया. वहीं, बांग्लादेश बनाम पाकिस्तान मैच बारिश की भेंट चढ़ गया. इस तरह बांग्लादेश का सफर पहले ही राउंड में समाप्त हो गया. इस ग्रुप से भारत और न्यूजीलैंड की टीम ने सेमीफाइनल के लिए क्वॉलीफाई किया. जबकि मेजबान पाकिस्तान और बांग्लादेश का सफर समाप्त हो गया.