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बेंगलुरु। कर्नाटक में शनिवार को हुए उपचुनावों के लिए डाले गए मतों की गिनती आज सुबह से शुरू हो गई और शुरूआती रुझान के मुताबिक सत्तारूढ़ कांग्रेस-जद(एस) गठबंधन के उम्मीदवार लोकसभा की दो सीटों और विधानसभा की दो सीटों पर आगे चल रहे हैं। वहीं भाजपा शिवमोगा लोकसभा सीट पर आगे चल रही है। निर्वाचन अधिकारियों ने बताया कि कांग्रेस को बेल्लारी सीट पर बढ़त है और गठबंधन की उसकी सहयोगी जनता दल (सेक्युलर) मांड्या संसदीय सीट पर आगे है।

  • मलकानगिरी के भैजंगवाड़ा के जंगलों में नक्सलियों ने जवानों पर की फायरिंग
  • चुनाव के मद्देनजर सर्चिंग पर निकले थे जवान, बड़ी मात्रा में हथियार बरामद 

सुकमा. ओडिशा बॉर्डर पर सोमवार को मुठभेड़ में जवानों ने नक्सली नेता समेत 5 साथियों को मार गिराया। आगामी विधानचुनाव में सुरक्षा के मद्देनजर जवान सर्चिंग पर निकले थे। इसी दौरान नक्सलियों ने उन पर फायरिंग कर दी थी। नक्सलियों के पास से बड़ी मात्रा में हथियार भी बरामद हुए हैं।

 एडीजी ऑपरेशन आरपी कोचे के मुताबिक, जवान सुबह 5:30 बजे सर्चिंग पर निकले थे। इसी दौरान बॉर्डर क्षेत्र के कालीमेजा जिले में मलकानगिरी के भैजंगवाड़ा जंगल में नक्सलियों ने हमला कर दिया। नक्सलियों के साथ आधे घंटे तक मुठभेड़ चली। 

 कालीमेला दलम का मुखिया ढेर

मारे गए नक्सलियों में कालीमेला दलम का मुखिया रणदेब भी शामिल है। मौके से जवानों को 2 आईएनएसएएस राइफल, एक एसएलआर, 1303 राइफल बरामद हुई है। क्षेत्र में सर्चिंग जारी है। 

  • घायल का इलाज भिलाई के निजी अस्पताल में, पुलिस कर रही हमलावरों की तलाश 
  • दो दिन बातचीत करने की हालत में नहीं था पीड़ित, अब हालत में हो रहा है सुधार 

भिलाई. चुनावी सभा से लौट रहे एक युवा कांग्रेसी पर अज्ञात लोगों द्वारा हमला कर होंठ और जीभ काट देने का मामला सामने आया है। घायल का इलाज नेहरु नगर स्थित एक निजी अस्पताल में चल रहा है। घटना एक नवंबर रात की है। रविवार को इस संबंध में सुपेला पुलिस ने जीरो एफआईआर दर्ज कर घायल के बयान लिए हैं। 

 

पुलिस के मुताबिक धमधा में आयोजित चुनावी सभा में शामिल होने के बाद युवा कांग्रेस नेता राहुल दानी मोटरसाइकिल से पथरिया जा रहा था। राहुल

 

ने बयान में बताया कि 1 नवंबर की रात 12 बजे शिवनाथ नदी के पास उसे एक कार ने पीछे से टक्कर मारी। इसके बाद कार में बैठे तीन अज्ञात युवकों ने उससे विवाद शुरू कर दिया। फिर तीनों ने राहुल पर धारदार हथियार से हमला किया। इससे उसकी जीभ और होंठ कट गए। राहुल इसके बाद बेहोश हो गया। 


पीड़ित ने लगाए आरोप 
राहुल दानी ने बताया कि वह साजा विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी रवींद्र चौबे का प्रचार कर रहा था। उन्हीं की चुनावी सभा से वह लौट रहा था। उसका कहना है कि हमलावर पिटाई करते समय कह रहे थे तुझे भाजपा के खिलाफ भाषण देने का बहुत शौक है। इसके बाद उन्होंने धारदार हथियार से वारकर जीभ और होंठ काट दिए। 


हमलावरों की तलाश कर रही पुलिस 
मामले में शून्य पर कायमी कर धमधा पुलिस को मामला भेजा गया है। घायल युवा कांग्रेस नेता के बयान लिए गए हैं। हमलावरों की तलाश की जा रही है। श्याम सुंदर शर्मा, सीएसपी 


जीभ में लगे टांके 
राहुल ने बताया कि हमले में होंठ, नाक, माथा पर चोट लगने के साथ जीभ भी कट गई। इस वजह से वह अपनी बात नहीं कह पा रहा था। दो दिन पहले हुई सर्जरी के बाद राहुल बोलने की स्थिति में है। राहुल ने बताया कि जीभ कटने के कारण वह अपने साथ हुई घटना के बारे में किसी को नहीं बता सका था। उसने बताया कि हमले से पहले कार सवार युवक काफी देर से उसका पीछा कर रहे थे। 

  • कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने साधा भाजपा पर निशाना, कहा- भाजपा ने लोगों का दिवाला निकाल दिया
  • देश में सबसे ज्यादा महंगा सिलेंडर छत्तीसगढ़ में, वहां उर्जित पटेल आंसू बहा रहे, यहां पर गृहणियां

रायपुर. वरिष्ठ कांग्रेस नेता और स्टार प्रचारक मनीष तिवारी ने भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। चुनाव प्रचार के लिए सोमवार को रायपुर पहुंचे मनीष तिवारी ने कहा कि पूरे देश में दिवाली मनाई जा रही है और सरकार ने लोगों का दिवाला निकाल दिया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 4 साल में टैक्स के 11 लाख करोड़ बटोरकर अपनी तिजोरी भर ली। देश में गैस सिलेंडर की सबसे ज्यादा कीमत 1037 रुपए पर छत्तीसगढ़ में है। वहां उर्जित पटेल आंसू बहा रहे हैं और यहां पर गृहणियां। 

 कांग्रेस भवन में मीडिया से बात करते हुए राष्ट्रीय प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि पेट्रोल पर 53 महीने में 211% टैक्स बढ़ाया गया है। डीजल पर 433% कर बढ़ा है, कुल मिलाकर 11 लाख करोड़ लोगों की जेब से पैसा सरकार की तिजोरी में चला गया है। इसका सबसे बुरा असर किसानों पर पड़ा है। 

 राष्ट्रीय प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि घर का बजट हो या बाहर का, सरकार ने अर्थव्यवस्था में सारे बजट बिगाड़ दिए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने जब सरकार छोड़ी थी तब सिलेंडर की कीमत 450 रुपये थी अब वही 7 सौ से 8 सौ रुपए हो गया है। दूध के दाम बढ़ गए हैं।  इस व्यवस्था का दयनीय ओर नकारात्मक नुकसान किसानों को झेलना पड़ रहा है। इसलिए 13 सौ 44 किसानों ने आत्महत्या कर ली है।

 अर्थव्यवस्था नहीं संभाल पा रही सरकार

कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर अर्थव्यवस्था को सुचारू रूप से चलाना आता तो इसकी जरूरत नही पड़ती। 53 महीने में अंतरराष्ट्रीय बाजार में 50 डॉलर के लगभग रही। 10 वर्ष पहले यही दिन थे,  कच्चे तेल की कीमत आसमान छू रही थी। रोज़ पेट्रोल और डीजल की कीमत को लेकर भाजपा प्रदर्शन करती थी।  कच्चे तेल की कीमत 120 डॉलर थी, तब पेट्रोल 50.36 रुपए, डीजल 34 रुपए और 344 रुपए एलपीजी था। आज उसके मुकाबले आधी है तो आज इतना महंगा क्यों। 

 आरबीआई गवर्नर को हटाना चाहती है सरकार
सरकार की नजर आरबीअाई के 3 लाख रुपये पर है. इसलिए सरकार RBI के गवर्नर को हटाना चाहती है. धारा 7 को हटाना चाहती है। आजादी के बाद से किसी ने धारा 7 का इस्तेमाल नहीं किया। अगर ऐसा हुआ तो देश आर्थिक महामंदी से बर्बाद हो जाएगा। जब 1991 में देश को सोना बेचना पड़ा तब भी सरकार की नजर रिजर्व बैंक के पैसों पर नहीं थी।

 न तो राम पर विश्वास, न राम मंदिर पर, सिर्फ वोट की राजनीति

अयोध्या में राममंदिर निर्माण विवाद को लेकर मनीष तिवारी ने कहा कि इनका विश्वास न तो राम मंदिर बनाने में है और न ही राम पर है। इनका विश्वास सिर्फ राम के नाम पर है राजनीति करने और वोट बटोरने की है। राम मंदिर की जमीन सरकार के पास है, सरकार चाहे तो राम मंदिर बना ले। 

  • भाजपा ने अब तक 193 प्रत्याशियों के नाम तय किए, पहली लिस्ट में 176 नाम थे
  •  37 सीटों पर नामों का ऐलान बाकी, पांच मौजूदा विधायकों के नाम काटे

इंदौर. मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने सोमवार को 17 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की। इसमें भी इंदौर की सभी नौ और भोपाल की गोविंदपुरा सीट पर उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया गया है। भाजपा ने पहली सूची में 176 प्रत्याशियों के नाम का ऐलान किया था। इस तरह भाजपा अब तक 193 प्रत्याशियों के नाम तय कर चुकी है। राज्य में 28 नवंबर को मतदान होगा। जबकि 11 दिसंबर को परिणाम आएंगे।

 

 

इन्हें मिला टिकट

 

  सीट प्रत्याशी
1  शुजालपुर इंदरसिंह परमार
2 पेटलावद (एससी) निर्मला भूरिया
3 उज्जैन दक्षिण मोहन यादव
4 बड़नगर जितेन्द्र पंड्या
5  भितरवार अनूप मिश्रा
6  कोलारस वीरेंद्र रघुवंशी
7 बिजावर पुष्पेन्द्र पाठक
8 जबेरा धमेन्द्र लोधी
9 अनूपपुर (एसटी) रामलाल रौतेले
10 जबलपुर उत्तर शरद जैन
11 जबलपुर पश्चिम हरेन्द्रजीत सिंह बब्बू
12 बिछिया (एसटी) शिवराज शाह
13 निवास (एसटी) रामप्यारे कुलस्ते
14 मुलताई राजा पंवार
15 ब्यावरा नारायण पंवार
16 बासौदा लीना संजय जैन
17 कुरवाई

हरी सप्रे 

 

इन 5 विधायकोंं के टिकट कटे : दूसरी सूची में पांच मौजूदा विधायकों के टिकट काट दिए गए। इनमें चंद्रशेखर देशमुख (मुलताई), जसवंत सिंह हाड़ा (शुजालपुर), मुकेश पंड्या (बड़नगर), पंडित सिंह धुर्वे (बिछिया) और वीर सिंह पंवार (कुरवाई) के नाम शामिल हैं।

 

37 सीटों पर नाम तय होना बाकी: पार्टी को अभी 37 सीटों पर नामों का ऐलान करना है। इनमें इंदौर की क्षेत्र क्रमांक एक से पांच, महू, राऊ, देपालपुर और सांवेर की सीट शामिल है। भोपाल की गोविंदपुरा सीट पर भी पार्टी अभी तक उम्मीदवार तय नहीं कर पाई है। इस सीट से पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर 10 बार से विधायक हैं। गौर ने बताया, "मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का शनिवार को उनके पास फोन आया था। मुख्यमंत्री ने उनसे कहा कि वे पार्टी में बात करेंगे। मैंने उनसे कह दिया है कि अब सब आपके हाथ में हैं।" उन्होंने कहा कि सोमवार या मंगलवार को कृष्णा गौर पहले पर्चा भरेंगी। इसके एक-दो दिनों बाद वे हुजूर से पर्चा दाखिल करेंगे।

 

सुमित्रा-कैलाश की वजह से इंदौर की सीटें अटकीं: ऐसा कहा जा रहा है कि लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय अपने बेटों के टिकट के लिए अड़ गए हैं। दोनों इंदौर की एक सीट चाहते हैं। फैसला भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर छोड़ दिया गया है।

  • रान के पेट्रोलियम और बैंकिंग सेक्टर पर सोमवार से लागू हो गए अमेरिकी प्रतिबंध
  • मई 2015 के परमाणु समझौता तोड़ने के बाद ट्रम्प ने ईरान पर लगाया था प्रतिबंध

वॉशिंगटन. अमेरिका ने भारत, चीन और जापान को ईरान से तेल आयात करने की छूट दे दी है। यह जानकारी अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने दी। उन्होंने बताया कि ईरान के पेट्रोलियम और बैंकिंग सेक्टर पर अमेरिकी प्रतिबंध सोमवार से लागू हो गए। ये ईरान पर लगे अब तक के सबसे कड़े प्रतिबंध हैं। उम्मीद है कि इस प्रतिबंध से ईरान सरकार के बर्ताव में बदलाव आएगा। 

भारत के लिए ईरान तीसरा सबसे बड़ा क्रूड सप्लायर

  1.  

    मई 2015 के मल्टीनेशनल परमाणु समझौते से अमेरिका को अलग करने के बाद ट्रम्प ने ईरान के बैंकिंग और पेट्रोलियम सेक्टर पर प्रतिबंध लगाया था, जो 4 नवंबर से लागू हो गया। ट्रम्प ने चेतावनी दी थी कि प्रतिबंध के बाद ईरान से तेल खरीदने वाले देशों पर भी कार्रवाई होगी।

     

  2.  

    ट्रम्प के मुताबिक, प्रतिबंध के माध्यम से वे साइबर हमले, बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण, पश्चिम एशिया में आतंकी समूहों के समर्थन जैसी ईरान की 'घातक' गतिविधियों को रोकना चाहते हैं। वे परमाणु समझौते के लिए ईरान को दोबारा बातचीत के लिए बुलाना चाहते हैं।

     

  3.  

    चीन के बाद ईरान का दूसरा सबसे बड़ा क्रूड खरीदार भारत है। 2017-18 में इसने ईरान से 2.26 करोड़ टन क्रूड खरीदा था। इस साल तेल का आयात 3 करोड़ टन तक ले जाने का लक्ष्य था, लेकिन प्रतिबंध लगने के खतरे के चलते भारत 1.5 करोड़ टन पर सहमत हो गया था। भारत अपनी जरूरत का 80% तेल आयात करता है। भारत के लिए ईरान तीसरा बड़ा क्रूड सप्लायर है। पहला नंबर इराक और दूसरा नंबर सऊदी अरब का है।

     

  4.  

    ऊर्जा क्षेत्र के विशेषज्ञ रिकार्डो फैबिआनी के मुताबिक, इस वक्त सभी की नजरें ईरान के निर्यातकों पर हैं। अब देखना यह है कि ईरान के निर्यातक अमेरिकी प्रतिबंध से बचने के लिए क्या कदम उठाते हैं या फिर अपना उत्पादन कम करते हैं।

दिल्ली कोर्ट ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बड़ी राहत दी है। कोर्ट ने कांग्रेस नेता पवन खेरा द्वारा दायर आपराधिक मानहानि के मामले में बरी कर दिया है। 

 केजरीवाल ने साल 2013 में तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित पर टेलीविजन प्रोग्राम में और प्रदर्शन के दौरान अभद्र टिप्पणी थी। इसी टिप्पणी के लिए शीला के राजनीतिक सचिव पवन खेड़ा ने केजरीवाल पर केस किया था जो अब तक चल रहा था। आरोप के मुताबिक, केजरीवाल ने दावा किया था कि शीला दीक्षित और बिजली कंपनियों के बीच गठबंधन था। 


  क्या है मामला
इस मामले में मुख्यमंत्री केजरीवाल ने याचिका दायर कर निचली अदालत में चल रहे मानहानि मामले की सुनवाई पर रोक लगाते हुये उसे खारिज करने की मांग की थी। मानहानि की यह शिकायत पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के राजनीतिक सचिव पवन खेड़ा ने 2012 में दायर की थी।

जस्टिस एके पाठक ने अरविंद केजरीवाल की याचिका पर दिल्ली सरकार व शिकायतकर्ता पवन खेड़ा को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था। वहीं दूसरी ओर कोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मद्देनजर अंतरिम रोक लगाने से इंकार कर दिया था। उस फैसले के मुताबिक सांसद व विधायकों के मामलों की सुनवाई एक साल के भीतर पूरी होनी चाहिये।

याचिका पर जिरह करते हुए वरिष्ठ सुधीर नंदराजोग ने कहा था कि मानहानि की यह शिकायत दायर करने का पवन खेड़ा को कोई अधिकार नहीं है क्योंकि उनकी मानहानि नहीं हुई है। इसलिये इस मामले को खारिज किया जाना चाहिये।

पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के पूर्व राजनीतिक सचिव पवन खेड़ा ने शिकायत दायर कर कहा था कि एक टीवी शो के दौरान अरविंद केजरीवाल ने अक्तूबर 2012 में बिजली की बढ़ी दरों पर बोलते हुये ऐसी बातें कही जिससे तत्कालीन मुख्यमंत्री की बदनामी हुई थी।

पटियाला हाउस अदालत ने इस शिकायत पर अरविंद केजरीवाल को 31 जनवरी 2013 को बतौर आरोपी समन जारी किया गया था। इस शिकायत पर अदालत ने 28 अक्तूबर 2013 को आरोप तय किये थे।

केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कांग्रेस सांसद शशि थरूर से लेकर लोकसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के पीएम मोदी की तुलना हिटलर से किए जाने पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस प्रधानमंत्री पद का अपमान कर रही है।
 
केंद्रीय मंत्री ने सोमवार को समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, 'यह आश्चर्य की बात है कि खड़गे ने प्रधानमंत्री की तुलना हिटलर से की है। मैं उन्हें कहना चाहता हूं कि इंदिरा गांधी ने हिटलर की तरह शासन किया था। यह ठीक वैसा ही है जैसे खड़गे कांग्रेस परिवार के इशारे के बिना एक इंच भी कदम नहीं बढ़ा सकते हैं।'

उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता अपनी मर्यादा खो रहे हैं। यह कांग्रेस की हताशा को दर्शाता है। प्रधानमंत्री मोदी ने नहीं बल्कि इंदिरा जी ने हिटलर की तरह काम किया था, उन्होंने देश में आपातकाल लगाया था। 
 



इस दौरान उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर भी निशाना साधा। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल का मंदिर जाना दोहरा मापदंड है क्योंकि उनकी पार्टी के नेता लगातार मंदिर का विरोध कर रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने कहा कि देश में एयरपोर्ट से लेकर कई शैक्षणिक संस्थाएं नेहरु गांधी परिवार के नाम पर हैं और कांग्रेस सरदार पटेल की मूर्ति पर राजनीति कर रही है।

उल्लेखनीय है कि मुंबई में एक समारोह के दौरान खड़गे ने कहा था कि जैसा हिटलर ने जर्मनी में किया, वैसा प्रधानमंत्री मोदी आज हिंदुस्तान में करना चाहते हैं। वहीं कुछ दिन पहले कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भी प्रधानमंत्री मोदी की तुलना शिवलिंग पर बैठे बिच्छू से की थी। 
आजकल मुंबई समेत देश के बड़े महानगरों में जहां देखो वहां मी टू अभियान की चर्चा है। मी टू अभियान ने किसी को नहीं छोड़ा... मोदी सरकार के एक मंत्री की जहां कुर्सी चली गई वहीं बॉलीवुड में बरसों से शराफत का चोला पहने कई चेहरे बेनकाब हो गए। महिलाओं के साथ यौन शोषण के खिलाफ चल रहे इस अभियान में नामी-गिरामी पत्रकार भी लपेटे में आ गए। ‘मी टू’ ने देश में ऐसी लहर पैदा कर दी है कि बॉलीवुड से लेकर अलग-अलग क्षेत्रों में काम करने वाली महिलाएं सामने आकर यौन शोषण से जुड़े अपने अनुभव लोगों से साझा कर रही है। हर रोज कोई न कोई महिला सोशल मीडिया पर अपनी आपबीती सुना रही है। किसी का मामला 10 साल पुराना है तो कोई अपने साथ 5 साल पहले हुए वाकये को लोगों के साथ साझा कर रही है। हर रोज अखबार पलटते ही कोई न कोई बड़ा नाम सामने आ जाता है। किसी बड़ी कंपनी में नौकरी या फिर फिल्मों में काम दिलाने के नाम पर महिलाओं का यौन शोषण होता है ये बात किसी से छिपी नहीं है। लेकिन अबतक किसी का चेहरा इसलिए बेनकाब नहीं होता था क्योंकि महिलाएं अपने साथ हुए वाकये को चुपचाप सहन कर जाती थी। लेकिन आज जमाना सोशल मीडिया का है... अब महिलाएं चुप नहीं बैठनेवाली। अमेरिका और पश्चिम के दूसरे देशों में मी टू मुहिम की कामयाबी ने अपने यहां भी उन महिलाओं के अंदर जोश भर दिया है जो कभी न कभी यौन शोषण का शिकार हो चुकी हैं। ये बात अलग है कि अब भी ज्यादतर मामले बॉलीवुड से ही आ रहे हैं। मशहूर फिल्मकार सुभाष घई, साजिद खान से लेकर कई लोगों का चेहरा पूरी तरह बेनकाब हो गया है। फिल्मों में रोल दिलाने के बहाने महिलाओं को परेशान करनेवाले लोग पूरी तरह डरे हुए हैं। 
 
बॉलीवुड में कुछ लोगों को छोड़कर हर कोई मी टू अभियान का समर्थन कर रहा है...कल तक जो हीरोइन किसी बड़े चेहरे का नाम लेने से डरती थी...आज इस मुहिम के चलते अपने साथ हुई बर्ताव को दुनिया के सामने ला रही है। वैसे अबतक जितने बड़े नामों का चेहरा उजागर हुआ है वो खुद को पाक-साफ बताने में लगे हैं। कोई अपनी छवि खराब करने का आरोप लगा रहा है...तो कोई इसे बदले की भावना से की गई कार्रवाई बता रहा है। किसी की दलील है कि अगर किसी महिला के साथ 10 साल पहले किसी तरह की घटना हुई तो वो अबतक चुप क्यों बैठी रही। कुछ लोगों का मानना है कि  ये सब पब्लिसिटी हासिल करने के लिए किया जा रहा है। लेकिन मैं इस बात से इत्तिफाक नहीं रखता। 
 
अभिनेता नसीरुद्दीन शाह की माने तो महिलाओं का सामने आना अच्छी बात है लेकिन उनके लगाए आरोपों की गंभीरता से जांच भी होनी चाहिए क्योंकि हो सकता है कि मामले का कोई दूसरा पहलू भी हो। लेकिन अगर आप समझ रहे होंगे कि मी टू अभियान को महिलाओं का 100 फीसदी समर्थन हासिल है तो आप गलत हैं। मैंने इसे लेकर जब एक-दो महिलाओं से बात की और उनकी राय जानने की कोशिश की तो उनका कहना था...अगर किसी महिला के साथ यौन शोषण हुआ तो वो 10 या 15 साल तक चुप क्यों बैठी रही ? 
 
सवाल चुप बैठने का नहीं है...सवाल महिलाओं की अस्मिता से जुड़ा है...देर से ही सही मी टू मुहिम ने उन महिलाओं को बोलने की ताकत दी है जो अभी तक घुट-घुट कर जी रहीं थी...आज महिलाएं इस स्थिति में पहुंच गई हैं कि वो लोगों के सामने अपनी बात बेबाकी से रख रही हैं।
 
आज पीड़ित महिला सामने आकर दुनिया को बता रही है कि दफ्तर में अपने केबिन में बुलाकर बॉस ने उसे कहां-कहां छुआ...कभी पगार बढ़ाने के नाम पर शोषण हुआ...तो कभी प्रमोशन के नाम पर... फर्क सिर्फ इतना था कि पहले किसी बॉस का चेहरा बेनकाब नहीं होता था। आज हर बड़े दफ्तर में वो अधिकारी डरा हुआ है जिसने कभी किसी महिला सहकर्मी के साथ इस तरह का बर्ताव किया है।  दफ्तरों में महिलाओं के उत्पीड़न रोकने के लिए विशाखा गाइडलाइंस तो लागू हो गया लेकिन उस पर अमल कभी नहीं हुआ। सच्चाई यही है कि जो काम विशाखा गाइडलाइंस नहीं कर सका अब वो मी टू अभियान कर रहा है। 
 
मेरे कई मित्रों ने बताया कि अब वो दफ्तरों में महिलाओं से हाथ मिलाने से भी परहेज करने लगे हैं...उन्हें लगता है कि क्या पता कभी कोई महिला बुरा मान जाए और उसे बाद में परेशान होना पड़े। मी टू अभियान से लोग कितने डरे हुए हैं इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बिग बॉस के पूर्व कंटेस्टेंट कमाल राशिद खान ने दुबई और मुंबई में अपने दफ्तर से सभी महिला कर्मचारियों की छुट्टी कर दी है। केआरके की माने तो ऐसा उन्होंने अपनी पत्नी के कहने पर किया है। 
 
मी टू का असर देखिए...अभिनेता दिलीप ताहिल ने अभी हाल ही में एक फिल्म की शूटिंग के दौरान रेप सीन करने से मना कर दिया। जब डायरेक्टर ने बताया कि सीन फिल्म के लिए जरूरी है तो अभिनेता ने कहा पहले हीरोइन से लिखित में लो कि उसे रेप सीन करने से पहले और बाद में कोई दिक्कत नहीं है। अब इसे मी टू का डर नहीं तो और क्या कहेंगे? मुझे लगता है कि हमें मी टू अभियान का समर्थन करना चाहिए....मेरा मानना है कि अगर आप गलत नहीं हैं तो आपको डरने की कोई जरूरत नहीं है।

 

 

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