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न्यूज़ क्रिएशन : दरअसल खबर भले ही छोटी हो मगर इस सोच के साथ हर एक सरकारी शाला नें कार्य शुरू किया, तो सरकारी शालाओं में पढ़नें वाले छात्र, बड़े-बड़े निजी शालाओं के छात्रों को बराबर की टक्कर दे सकते हैं. ये एक तरीका है, जिसपर अगर सरकारी अध्यापकों नें अमल कर लिया तो शायद छात्रों के ज्ञान तथा उनके स्वाभिमान की रक्षा बहुत ही खूबी से की जा सकती है.Read

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