ईश्वर दुबे
संपादक - न्यूज़ क्रिएशन
+91 98278-13148
newscreation2017@gmail.com
Shop No f188 first floor akash ganga press complex
Bhilai
बढ़ती आतंकी गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए देश में देश में आतंकी हमले का अलर्ट कर दिया हैं। रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब के फिरोजपुर में जैश ए मोहम्मद के 6 से 7 आतंकवादियों के होने का खुलासा हुआ है। माना जा रहा है कि ये आतंकी इसी इलाके में हैं और दिल्ली की तरफ बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं। सूत्रों की माने की तो आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के 6-7 आतंकी राजधानी दिल्ली में हमला करने की फ़िराक़ में हैं।
जम्मू से चार हथियार बंद लोग एक इनोवा कार छीन कर पंजाब की ओर भागे थे। इन लोगों के फ़िरोज़पुर बॉर्डर एरिया में छिपे होने का अनुमान लगाया जा रहा है। फुलहाल सुरक्षा एजेंसियों ने एहतियातन फ़िरोज़पुर का पूरा बॉर्डर एरिया सील कर दिया गया है और चौकसी बड़ा दी गई है।
पंजाब पुलिस इंटेलिजेंस के इनपुट के बाद भारत-पाक सीमा पर सख्ती और सतर्क रहने का अलर्ट जारी किया गया है। बुधवार को पंजाब के पठानकोट के माधोपुर से चार संदिग्धों के द्वारा लूटी गई कार को भी इसी आतंकी हमले की साजिश से जोड़कर देखा जा रहा है और पूरे पंजाब में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है।
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 के लिए चुनाव अभियान तेज हो गया है। इसी कड़ी में आज का दिन बहुत अहम है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी राज्य में चुनावी रैलियों को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी नरेंद्र मोदी 16 से 25 नवंबर के बीच पांच दिन मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों में भाजपा उम्मीदवारों के समर्थन में चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे। प्रदेश में 28 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होने हैं।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व सांसद राकेश सिंह ने प्रधानमंत्री के दौरे की जानकारी देते हुए बृहस्पतिवार को बताया कि निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार प्रधानमंत्री 16 नवंबर को दोपहर 2 बजे शहडोल एवं शाम 05.05 बजे ग्वालियर में चुनावी जनसभा को संबोधित करेंगे।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी 18 नवंबर को छिंदवाड़ा और इंदौर में, 20 नवंबर को झाबुआ और रीवा में, 24 नवंबर को मंदसौर और छतरपुर में और 25 नवंबर को विदिशा और जबलपुर जिलों में जनसभाओं को संबोधित करेंगे।
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी आज देवरी, बरघाट, मंडला, शहडोल में जनसभाओं को संबोधित करेंगे और रात में शहडोल में करेंगे। इनके अलावा बीजेपी अध्यक्ष शाह गुरुवार को राज्य में रहे, शुक्रवार को फिर विमान द्वारा खजुराहो पहुंचेंगे। उसके बाद टीकमगढ़, सागर और दमोह में जनसभा को संबोधित करने के बाद खजुराहो होते हुए दिल्ली रवाना हो जाएंगे।
मोदी की छवि का फायदा उठाकर भाजपा चौथी बार प्रदेश में सत्ता हासिल करने के लिये पुरजोर प्रयास कर रही है। प्रदेश के दोनों मुख्य दलों भाजपा और कांग्रेस की नजर मोदी के प्रदेश के चुनावी दौरों पर है।
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने दावा किया कि प्रदेश में मोदी के चुनावी दौरों से कोई असर नहीं होने वाला है। उन्होंने कहा कि भाजपा के पिछले 15 सालों के शासन के कारण जनता में प्रबल सत्ता विरोधी लहर चल रही है। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस इस चुनाव में पूर्ण बहुमत हासिल करने वाली है।
वहीं भाजपा प्रवक्ता अनिल सौमित्र ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी करिश्माई नेता हैं और उनके प्रदेश में चुनावी दौरों के बाद भाजपा को बहुत फायदा होगा। उन्होंने कहा कि भाजपा ने इस बार "अबकी बार 200 पार" का लक्ष्य रखा है। मध्यप्रदेश में विधानसभा की कुल 230 सीटें हैं।
छत्तीसगढ़ की सत्ता पर दोबारा काबिज होने के लिए डॉ. रमन सिंह को इस बार अनुसूचित जातियों के लिए आरक्षित सीटों पर पिछला प्रदर्शन दोहराना होगा। इसी समुदाय ने 2013 में भाजपा को सत्ता में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी। राज्य की 90 विधानसभा सीटों में से 10 सीटें एससी के लिए आरक्षित हैं और इन सीटों को लेकर कांग्रेस-भाजपा में जबरदस्त लड़ाई रहती है।
2013 चुनाव में भाजपा को अनुसूचित जनजाति यानि एसटी आरक्षित सीटों पर करारा झटका लगा था। उसे 29 सीटों में से महज 11 पर ही जीत मिली थी। इस झटके की भरपाई उसने एससी आरक्षित 10 में से 9 सीटें जीतकर कर ली थी। छत्तीसगढ़ की कुल आबादी में एससी वर्ग 14 फीसदी है। ये आबादी मुख्य तौर पर आदिवासी बहुल उत्तरी और दक्षिणी हिस्से में रहते हैं।
इनकी बड़ी आबादी सतनामी संप्रदाय को मानती है जो एक सुधारवादी आंदोलन की तरह चला था और इसकी स्थापना 19वीं सदी में गुरु घासीदास ने रखी थी।
2013 में रमन सिंह ने जबरदस्त रणनीति अख्तियार करते हुए 9 सीटों पर जीत दर्ज की थी। उन्होंने सतनाम संप्रदाय के बाबा बालदास के जरिए एससी बहुल सीटों पर 20 उम्मीदवार खड़े करवा दिए थे। बालदास को प्रचार के लिए हेलीकॉप्टर भी मुहैया कराया गया था। हालांकि उनके उम्मीदवार को कोई भी सीट नहीं मिली, लेकिन इसने कांग्रेस का खेल जरूर बिगाड़ दिया।
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2018 के लिए प्रचार करने पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि बहुत जल्द भारत नक्सल समस्या से मुक्त होगा। उन्होंने इसकी समय सीमा बताते हुए कहा कि देश में अगले तीन से पांच सालों के अंदर नक्सल समस्या का समाधान हो जाएगा। सिंह ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा और कांग्रेस द्वारा राज्य में मुख्यमंत्री पद का चेहरा नहीं घोषित करने पर भी तंज किया।
रायपुर में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत में नक्सलवाद अपने अंतिम दौर से गुजर रहा है। पहले देश के 90 जिले नक्सल प्रभावित थे लेकिन अब 10 से 11 जिले ही नक्सल प्रभावित हैं।
राजनाथ सिंह से पूछा गया कि कब तक देश से नक्सल समस्या समाप्त होगी। इस पर उन्होंने कहा कि अगले तीन से पांच साल के भीतर भारत नक्सल समस्या से मुक्त हो जाएगा।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि पहले नक्सली घटनाओं में सुरक्षा बलों की ज्यादा शहादत होती थी। अब मामला उलट गया है और अब नक्सली ज्यादा मारे जा रहे हैं।
उन्होंने नक्सलियों से हथियार छोड़ने और आत्मसमर्पण करने के लिए अपील की। उन्होंने कहा कि आत्मसमर्पण की नीति बहुत अच्छी है। इसे और प्रभावी बनाने का फैसला हमने किया है।
सिंह ने उम्मीद जताई कि छत्तीसगढ़ में चौथी बार भाजपा की सरकार बनेगी तब नक्सलवाद समाप्त होगा।
राजनाथ सिंह ने कहा कि राज्य में पिछले 15 वर्षों से भाजपा की सरकार है और यहां की जनता का भरोसा भाजपा और मुख्यमंत्री रमन सिंह पर बरकरार है। देश में सभी विपक्षी दलों के प्रति लोगों का विश्वास घटा है। आज कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल विश्वास की कमी के दौर से गुजर रहे हैं।
सिंह ने कहा कि कांग्रेस की हालत और भी कमजोर हो गई है। कांग्रेस को राज्य में मुख्यमंत्री पद का कोई उम्मीदवार नहीं मिला है। राज्य में कांग्रेस की स्थिति बिना दूल्हे की बारात की तरह हो गई है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि कांग्रेस ने जो घोषणा पत्र जारी किया है उसका कोई मतलब नहीं है। जो राजनीतिक पार्टी अपना विश्वास खो चुकी है और जिसकी बातों पर भरोसा न हो, ऐसे में उसके घोषणा पत्र का क्या औचित्य है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने गरीबी हटाने का नारा दिया था लेकिन गरीबी नहीं हटी बल्कि गरीबों को परेशानी हुई। बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया गया लेकिन इससे गरीबों का भला नहीं हुआ। जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैंकों का सामान्यीकरण किया तब लोगों को फायदा मिला।
राजनाथ सिंह ने कहा कि कांग्रेस लगातार झूठ का सहारा लेती है और यह झूठ दस दिन भी नहीं चल पाता। कर्ज माफी की बात की जा रही है लेकिन कर्नाटक में किसानों के घरों में वारंट पहुंच रहा है। उन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस के घोषणा पत्र के बारे में यही कह सकते हैं कि यह दिवालिया हो चुके बैंक के पोस्ट डेटेड चेक की तरह है।
एक सवाल के जवाब में राजनाथ सिंह ने कहा कि देश में महंगाई दर कम हुई है। पहले जीडीपी से मंहगाई दोगुनी होती थी। अब जीडीपी आगे निकल गई है। दोगुनी होने लगी है।
सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनने के बाद से परिवर्तन हुआ है। यहां लोगों को विकास दिख रहा है। यह विकास यहां के रहने वाले लोगों को ही नहीं बल्कि बाहर से आने वाले लोगों को भी दिख रहा है।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि वह राज्य की जनता से कहना कहना चाहते हैं कि जांचे परखे और खरे उतरे मुख्यमंत्री रमन सिंह ही राज्य का भला कर सकते हैं।
अमेरिका ने भारत पर रूस से एस-400 ट्रायम्फ मिसाइल खरीदने को लेकर कुछ राहत दे ही है। इसके बाद अमेरिकी प्रशासन से अपने रिश्तों को नियंत्रित करने के लिए भारत ने अमेरिका के साथ एक मेगा सुरक्षा सौदा करने के लिए औपचारिक कदम आगे बढ़ा दिए हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक गुरुवार को एनडीए सरकार ने अमेरिकी सरकार को एक पत्र लिखा है जिसमें 13,400 करोड़ रुपये कीमत के 24 एमएच-60 रोमियो हेलीकॉप्टर का सौदा करने की बात कही गई है। ये हेलीकॉप्टर कई भूमिकाओं में काम कर सकते हैं। साथ ही ये तारपीडो और मिसाइल सिस्टम से भी लैस हैं। ऐसा माना जा रहा है कि ये सौदा भारतीय नौसेना को और मजबूत कर सकता है।
2020-2024 तक यह हेलिकॉप्टर भारत को मिल सकते हैं जो भारतीय नौसेना को मजबूत बनाने का कार्य करेंगे। यह फैसला ऐसे समय पर लिया गया है जब चीन के परमाणु और डीजल-इलेक्ट्रिक सबमरीन प्रशांत महासागर के क्षेत्र में नियमित अंतराल पर नजर आते रहते हैं। एमएच-60 चॉपर की यह डील सरकार से सरकार के बीच होगी। इनका निर्माण सिरलोस्की-लॉकहीड मार्टिन कंपनी अमेरिका के सैन्य बिक्री कार्यक्रम के अंतर्गत करती है। माना जा रहा है कि इस साल के अंत तक इस सौदे पर हस्ताक्षर हो जाएंगे। 2007 से भारत ने अमेरिका से होने वाले सैन्य रक्षा सौदे को 17 बिलियन डॉलर तक बढ़ा दिया है।
ग्लोबल टेंडर प्रक्रिया के बजाए फ्लेक्सिबल मैनुफैक्चरिंग सिस्टम (एफएमएस) को आसान और साफ-सुथरा माना जाता है। टेंडर प्रक्रिया में काफी समय लगता है और कई बार यह सौदा भ्रष्टाचार के आरोप लगने की वजह से पटरी से उतर जाता है। भारत ने अपने ज्यादातर हथियार सिस्टम अमेरिका से खरीदे हैं। जिसमें एफएमएस कार्यक्रम के तहत सी-17 ग्लोबमास्टर-3 स्ट्रैटिजिक एयरलिफ्टर्स, सी-130 जे सुपर हरक्युलिस विमान और एम-777 अल्ट्रालाइट होवित्जर शामिल हैं। हेलिकॉप्टर अधिग्रहण करने का यह कार्य लगभग एक दशक से लंबित था।
हेलिकॉप्टर को खरीदने के लिए भारत सरकार ने अमेरिकी प्रशासन को 13,500 करोड़ रुपये का 'लेटर ऑफ रिक्वेस्ट' भेज दिया है। यदि पिछले एक दशक का आकलन किया जाए तो बीते 3-4 सालों में अमेरिका भारत को रूस से ज्यादा सैन्य उपकरणों की आपूर्ति कर रहा है। भारत इन लड़ाकू हेलिकॉप्टर की डील को जल्द से जल्द करना चाहता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या की साजिश रचने वाले कुछ माओवादियों के खिलाफ पुणे पुलिस ने बृहस्पतिवार को चार्जशीट दाखिल कर दी। आरोपपत्र के मुताबिक माओवादियों ने मोदी की हत्या के अलावा देश के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए हथियारों की खरीद की भी साजिश रच रहे थे।
माना जाता है कि इन पांच नामों के अलावा अन्य माओवादी नेता दीपक उफ मिलिंद तेलतुंबाडे, किशन दा उफ प्रशांत बोस, प्रकाश उर्फ रितुपर्णा गोस्वामी, दीपू और मंगलू भूमिगत हैं। चार्जशीट में कहा गया है कि रोना विल्सन और भगोड़ा किशन दा ने प्रधानमंत्री की हत्या की साजिश रची थी।