ईश्वर दुबे
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रायपुर :
कवर्धा जिले में शिक्षा, अध्ययन संसाधनों और ज्ञान-संस्कृति के विस्तार को नई दिशा देने के नवीन पहल की जा रही है। जिसके तहत उपमुख्यमंत्री एवं कवर्धा के विधायक श्री विजय शर्मा ने आज कवर्धा में 4.41 करोड़ रूपये की लागत से बनने वाले अत्याधुनिक एवं पूर्णत: डिजिटल सुविधाओं से युक्त 250 सीटर नालन्दा लाइब्रेरी का भूमिपूजन किया।
उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने 4.41 करोड़ रूपये की लागत के 250 सीटर नालंदा लाइब्रेरी का किया भूमिपूजन
इस अवसर पर कृषक कल्याण परिषद के अध्यक्ष श्री सुरेश चंद्रवंशी, पूर्व संसदीय सचिव डॉ सियाराम साहू, कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री ईश्वरी साहू, उपाध्यक्ष श्री कैलाश चंद्रवंशी, जिला पंचायत सदस्य श्री रामकुमार भट्ट, नगर पालिका अध्यक्ष श्री चंद्र प्रकाश चंद्रवंशी, उपाध्यक्ष श्री पवन जायसवाल, जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सुषमा गणपत बघेल, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष श्री अनिल ठाकुर, श्री विजय पटेल, श्री मनीराम साहू, श्रीमती सतविंदर पाहुजा सहित समस्त पार्षदगण, जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने 4.41 करोड़ रूपये की लागत के 250 सीटर नालंदा लाइब्रेरी का किया भूमिपूजन
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने सभी से मुलाकात कर जिले के युवाओं, प्रतियोगी परीक्षा के अभ्यर्थियों, शोधार्थियों और पुस्तक प्रेमियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि रायपुर की नालंदा परिसर की तर्ज पर बनाया जा रहा यह नालंदा परिसर जिले में बहुआयामी ज्ञान केंद्र के रूप में विकसित होगा और कवर्धा में शिक्षा और ज्ञान-संस्कृति को नई ऊँचाइयों तक लेकर जाएगा और नए अवसरों के द्वार खोलेगा।
उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने 4.41 करोड़ रूपये की लागत के 250 सीटर नालंदा लाइब्रेरी का किया भूमिपूजन
भारत की शिक्षा–संस्कृति का गौरव इतिहास काल से है। भारत में प्राचीन काल से नालंदा और तक्षशिला जैसे विश्वविख्यात विश्वविद्यालय रहे हैं। जब दुनिया पृथ्वी को चपटी मानती थी, तब भारत ज्ञान-विज्ञान में विश्व का मार्गदर्शक था। उन्होंने कहा कि नालंदा विश्वविद्यालय हमारी गौरवशाली धरोहर है। भारत की पुरातन ज्ञान परंपरा वेद, उपनिषद, भौतिक विज्ञान, गणित और खगोल विज्ञान—दुनिया में अद्वितीय रही है। आर्यभट्ट द्वारा सूर्य और गणितीय खोजें इसका प्रमाण हैं। यदि हम अपने इतिहास को समझेंगे, तो महसूस होगा कि भारत जैसा कहीं और कुछ नहीं है।
उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने 4.41 करोड़ रूपये की लागत के 250 सीटर नालंदा लाइब्रेरी का किया भूमिपूजन
इस लाइब्रेरी से स्कूल और विश्वविद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों के साथ साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले युवाओं को एक शांत एवं उचित वातावरण उपलब्ध होगा। रायपुर जैसे महानगरों में तो चौबीस घण्टे लाइब्रेरी में युवा पढ़ते हुए मिल जाएंगे, ऐसा ही पढ़ाई को लेकर वातावरण हमें कवर्धा में भी निर्माण करना है, जिससे कवर्धा में भी समाज के हर वर्ग के लिए अध्ययन, अनुसंधान और ज्ञान-विकास का माध्यम प्राप्त हो सके। हमें ज्ञान सिर्फ नौकरी पाने के लिए नहीं प्राप्त करना चाहिए बल्कि अपना जीवन बेहतर बनाने के लिए प्राप्त करना चाहिए।
उन्होंने बताया कि लाइब्रेरी में डिजिटल लाइब्रेरी, सभी प्रतियोगी परीक्षाओं की अच्छी किताबें, दैनिक अखबार, समसामयिक किताबें, विख्यात जर्नल्स, अच्छे लेखकों की पुस्तकें, प्रेरणादायी किताबों के साथ बच्चों के लिए विशेष ज्ञान-कोना भी उपलब्ध होगा, जिनके ज्ञान का युवा से लेकर हर वर्ग के लोग लाभ ले सकेंगे। इसकी खासियत यहां के ऑडियो विसुअल कॉन्टेंट होंगे। जहां विद्यार्थी अपनी पसंदीदा बुक या विषय पर ऑडियो विसुअल माध्यम से जानकारी ले सकेंगे। इसके अलावा विश्व में तेजी से बढ़ रही एआई तकनीकी में युवा पीछे ना रह जाएं इसके लिए परप्लेक्सिटी, ग्रोक, चैटजीपीटी जैसे एआई टूल्स का भी एक कॉर्नर बनाया जाएगा, जहां युवा एआई टूल्स का निःशुल्क प्रयोग कर सकेंगे।
उप मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि खेल एवं तैयारी हेतु नई सुविधा के तहत विद्यार्थियों के लिए मिनी स्टेडियम का निर्माण किया गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार पीएससी सहित सभी प्रतियोगी परीक्षाओं की कड़ी निगरानी की जा रही है। बच्चों का चयन उनकी मेहनत और योग्यता से ही होगा। उन्होंने भोरमदेव विद्यापीठ के चयनित छात्रों को शुभकामनाएँ दीं, जहां प्रतिवर्ष 200 विद्यार्थियों के लिए निःशुल्क व्यवस्था उपलब्ध कराई गई है। उन्होंने बताया कि पुलिस विभाग में 6 हजार कांस्टेबल भर्ती के परिणाम जल्द जारी होंगे।
उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने बताया कि कवर्धा को मेडिकल कॉलेज की बड़ी सौगात मिली है। मेडिकल कॉलेज के लिए 42 एकड़ भूमि आरक्षित कर ली गई है तथा लगभग सवा 300 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान की गई है एवं निर्माण कार्य भी शीघ्र शुरू हो जाएगा। कॉलेज में 50 से अधिक सीटों की तैयारी की जा रही है, वहीं 60 पदों की स्वीकृति भी मिल चुकी है। रायपुर–बिलासपुर मार्ग के 7.8 किलोमीटर हिस्से को फोरलेन बनाते हुए कवर्धा एंट्रेंस का विकास किया जा रहा है, जिसके लिए 54 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। भोरमदेव पर्यटन क्षेत्र के उन्नयन के लिए 146 करोड़ रुपये स्वीकृत कर टेंडर प्रक्रिया पूर्ण कर ली गयी है। हनुमंत वाटिका का निर्माण भव्य स्वरूप में पूरा हो चुका है। ठाकुरदेव चौक से नए बस स्टैंड तक सड़क निर्माण कार्य जारी है और इसके साथ ही पुराने बस स्टैंड को पुनर्जीवित किया जा रहा है।
नगर पालिका परिषद कवर्धा के अध्यक्ष श्री चंद्रप्रकाश चंद्रवंशी ने कहा कि नालंदा परिसर लाइब्रेरी को जिले के युवाओं के लिए एक शांत, आधुनिक, तकनीक-संपन्न एवं सुसज्जित अध्ययन वातावरण उपलब्ध कराएगा।
उल्लेखनीय है कि 17 हजार वर्गफीट में बनीं इस लाइब्रेरी में 250 सीट क्षमता वाले रीडिंग हॉल के साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी हेतु पुस्तकें, अकादमिक एवं रिसर्च गतिविधियों हेतु जर्नल्स, बच्चों के लिए विशेष ज्ञान-कोना, सांस्कृतिक एवं सामान्य अध्ययन, डिजिटल जानकारी एवं ज्ञान के विभिन्न संसाधन उपलब्ध होंगे।
रायपुर :
उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने अपने कवर्धा प्रवास के दौरान आज देवांगन समाज तथा क्षत्रिय पवार समाज के नए सामुदायिक भवनों का विधिवत लोकार्पण किया। इस अवसर पर समाजजनों ने उपमुख्यमंत्री का आत्मीय स्वागत किया। उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने मां परमेश्वरी की पूजा-अर्चना एवं आशीर्वाद ग्रहण कर नवनिर्मित सामुदायिक भवनों का लोकार्पण किया।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने दोनों समाजों के पदाधिकारियों एवं सदस्यों को नवीन भवन की शुभकामनाएँ दी। उन्होंने कहा कि सामुदायिक भवन सामाजिक एकता, सांस्कृतिक परंपराओं के संरक्षण तथा समाज के युवा वर्ग को सकारात्मक दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। सरकार समाजों के सशक्तिकरण एवं उनके विकास के लिए निरंतर कार्य कर रही है एवं उनके उत्थान, शिक्षा, रोजगार और कौशल विकास को बढ़ावा देने हेतु सदैव प्रतिबद्ध है। नवीन सामुदायिक भवन समाज की विविध गतिविधियों, बैठकों, सामाजिक कार्यक्रमों तथा सांस्कृतिक आयोजनों के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में कार्य करेगा।
उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार सभी समाजों एवं वर्गों के विकास हेतु उनकी आवश्यकताओं के अनुरूप सहयोग प्रदान कर रही है। इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष श्री चंद्रप्रकाश चंद्रवंशी, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री कैलाश चंद्रवंशी, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्री संतोष पटेल, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष श्री अनिल ठाकुर, श्री कपूरचंद ठाकरे, श्री नरेन्द्र देवांगन, श्री शंभू देवांगन, श्री लोकनाथ देवांगन, श्री योगेश ठाकरे सहित सामज के पदाधिकारी उपस्थित थे।
रायपुर :
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने बस्तर में सामाजिक-आर्थिक बदलाव के नए अध्याय की शुरुआत करते हुए आज जगदलपुर में ‘पंडुम कैफ़े’ का शुभारंभ किया। यह कैफ़े नक्सली हिंसा के पीड़ितों और समर्पण कर चुके सदस्यों के पुनर्वास हेतु छत्तीसगढ़ सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसने हिंसा का मार्ग छोड़कर मुख्यधारा में लौटने वालों को सम्मानजनक और स्थायी आजीविका प्रदान करने की दिशा में मजबूत कदम बढ़ाया है। यह अनूठी पहल संघर्ष से सहयोग तक के प्रेरणादायक सफर को दर्शाती है।‘पंडुम कैफ़े’ जगदलपुर के पुलिस लाइन परिसर में स्थित है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने 'पंडुम कैफे' का किया शुभारंभ
मुख्यमंत्री श्री साय ने ‘पंडुम कैफे’ में कार्यरत नारायणपुर की फगनी, सुकमा की पुष्पा ठाकुर, बीरेंद्र ठाकुर, बस्तर की आशमती और प्रेमिला बघेल के साथ सौहार्दपूर्ण बातचीत की। उन्होंने नई शुरुआत के लिए उनका हौसला बढ़ाया और ‘पंडुम कैफ़े’ के बेहतर संचालन के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं भी दीं।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि पंडुम कैफ़े का शुभारंभ बस्तर क्षेत्र में नक्सलवाद के उन्मूलन की दिशा में हो रहे सकारात्मक परिवर्तन का एक प्रेरक प्रतीक है। मुख्यमंत्री ने श्री साय ने कहा कि पंडुम कैफे आशा, प्रगति और शांति का उज्ज्वल प्रतीक है। कैफे में कार्यरत युवा, जो नक्सली हिंसा के पीड़ित तथा हिंसा का मार्ग छोड़ चुके सदस्य हैं, अब शांति के पथ पर अग्रसर हो चुके हैं। जिला प्रशासन और पुलिस के सहयोग से उन्हें आतिथ्य सेवाओं, कैफ़े प्रबंधन, ग्राहक सेवा, स्वच्छता मानकों, खाद्य सुरक्षा और उद्यमिता कौशल का गहन प्रशिक्षण प्रदान किया गया है।
हिंसा का मार्ग छोड़कर शांति के पथ पर लौटे और कैफ़े में कार्यरत एक महिला ने इस अवसर पर भावुक होकर इस पुनर्वास पहल से हुए बदलाव की बात दोहराई। एक पूर्व माओवादी कैडर ने कहा कि,“हमने अपने अतीत में अंधेरा देखा था। आज हमें समाज की सेवा करने का यह अवसर मिला है, यह हमारे लिए एक नया जन्म है। बारूद की जगह कॉफी परोसना और अपनी मेहनत की कमाई से जीना—यह एहसास हमें शांति और सम्मान दे रहा है।”
एक अन्य सहयोगी ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि,“पहले हम अपने परिवार को सम्मानजनक जीवन देने का सपना भी नहीं देख सकते थे। अब हम अपनी मेहनत से कमाए पैसों से घर के सदस्यों का भविष्य संवार सकते हैं। यह सब प्रशासन और इस कैफ़े की वजह से संभव हुआ है।”
एक अन्य सदस्य ने समुदाय के सहयोग पर जोर देते हुए कहा कि,“हमें लगा था कि मुख्यधारा में लौटना आसान नहीं होगा, लेकिन पुलिस और जिला प्रशासन ने हमें प्रशिक्षण दिया और हमारा विश्वास जीता। सबसे बड़ी बात यह है कि हम अब पीड़ितों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं, जिससे हमें अपने अतीत के अपराधों को सुधारने और शांति स्थापित करने का अवसर मिला है।”
उन्होंने यह भी बताया कि ‘पंडुम’ बस्तर की सांस्कृतिक जड़ों को दर्शाता है, और इसकी टैगलाइन “जहाँ हर कप ए
रायपुर :
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज जगदलपुर में शासकीय जगतु माहरा बस्तर हाईस्कूल के शताब्दी वर्ष समारोह कार्यक्रम में आज शामिल हुए। बस्तर हाईस्कूल के शताब्दी समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री साय ने विद्यालय परिवार को शताब्दी वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा कि शिक्षा ही विकास का मूलमंत्र है, शिक्षा के बिना जीवन अधूरा है। भारत में प्राचीन काल से ही शिक्षा का अत्यधिक महत्व रहा है। नालंदा और तक्षशिला जैसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में विदेशों से विद्वान ज्ञानार्जन के लिए आते थे।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि बस्तर क्षेत्र में बस्तर हाईस्कूल तथा कांकेर के नरहरदेव विद्यालय जैसे संस्थान शिक्षा के महत्वपूर्ण केंद्र रहे हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 1926 में जब इस विद्यालय का निर्माण हुआ होगा, तब संसाधनों का अत्यधिक अभाव रहा होगा, लेकिन पिछले सौ वर्षों की विकास यात्रा में इस विद्यालय ने अनगिनत होनहार छात्र-छात्राओं को तैयार किया है जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देकर विद्यालय का नाम रोशन किया है। आज उनमें से अनेक पूर्व छात्र इस समारोह में सम्मिलित हुए हैं। उन्होंने संस्था के निरंतर प्रगति के लिए शुभकामनाएँ व्यक्त कीं।
मुख्यमंत्री श्री साय ने राज्य गठन के पच्चीस वर्ष पूर्ण होने पर सभी को बधाई दी। इस अवसर पर उन्होंने जगतु माहरा बस्तर हाईस्कूल के जीर्णोद्धार हेतु डेढ़ करोड़ रुपए तथा पोस्ट-मैट्रिक छात्रावास भवन निर्माण की घोषणा की। साथ ही विद्यालय की अन्य सभी आवश्यकताओं को प्राथमिकता से पूरा करने का आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने इस कार्यक्रम में शैलेंद्र सिंह ठाकुर द्वारा विद्यालय को प्रदान किए गए दो ड्रोन टोकन स्वरूप प्रदान किए, साथ ही शैलेंद्र सिंह ठाकुर द्वारा विद्यालय को 50 ड्रोन उपलब्ध कराने की सहमति भी दी गई, जिससे तकनीकी शिक्षा को और प्रोत्साहन मिलेगा।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री श्री साय ने जगतु माहरा शासकीय बहुउद्देश्यीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, जगदलपुर में शताब्दी
रायपुर :
बस्तर में नक्सलवाद तेजी से समाप्ति की ओर अग्रसर है। ‘नियद नेल्लानार योजना’ के तहत अंदरूनी क्षेत्रों के ग्रामीणों को शासन की मूलभूत योजनाओं से तेजी से जोड़ा जा रहा है। प्रदेश के अन्य हिस्सों की तरह बस्तर को भी विकास की नई ऊँचाइयों तक पहुंचाना है। प्रदेश सरकार ने लगभग दो वर्षों की अल्पावधि में ही अधिकांश गारंटियों को पूरा कर लिया है तथा छत्तीसगढ़ को समृद्ध राज्य बनाने की दिशा में निरंतर प्रयासरत है। मुख्यमंत्री श्री साय ने आज कोण्डागांव में गाड़ा समाज द्वारा आयोजित बूढ़ादेव महोत्सव को संबोधित करते हुए यह बात कही।
मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर 127 करोड़ रुपए के 61 विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया। उन्होंने कोनगुड़ से धनोरा मार्ग निर्माण हेतु 90 लाख रुपए, केशकाल से विश्रामपुरी मार्ग के लिए 39 करोड़ रुपए, तथा ग्राम कुधूर में अनुसूचित जनजाति बालिका 100 सीटर छात्रावास के लिए 2.71 करोड़ रुपए की घोषणा की। उन्होंने बहुउद्देशीय केंद्र, दिव्यांग सेंटर और कोचिंग सेंटर संचालित करने हेतु 1.5 करोड़ रुपए प्रदाय करने की बात कही।मुख्यमंत्री श्री साय ने कार्यक्रम में कॉफी टेबल बुक (Journey of Dignity: Story of NRLM Kondagaon), प्रारम्भिक बाल्यावस्था देखभाल पुस्तिका, उच्च जोखिम गर्भावस्था हेतु हेल्पलाइन नंबर, हेलमेट बैंक तथा सुपोषित विकास चार्ट का भी विमोचन किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में प्रदेश भर में रजत महोत्सव मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्राकृतिक संसाधनों की कमी नहीं है, यहां की मिट्टी अत्यंत उर्वरा है। प्रदेश में 18 लाख आवास स्वीकृत किए गए हैं। किसानों से 15 नवम्बर से धान खरीदी शुरू कर दी गई है। महतारी वंदन योजना, तेंदूपत्ता संग्राहक कल्याण योजनाएँ और चरण पादुका योजना के तहत लगातार हितग्राहियों को लाभान्वित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक अच्छा किसान, व्यवसायी, जनसेवक या राजनेता बनने के लिए उत्तम शिक्षा अनिवार्य है। इसलिए सभी लोग बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान दें।
विधायक सुश्री लता उसेंडी ने भी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रदेश सरकार की उपलब्धियों और कल्याणकारी योजनाओं पर प्रकाश डाला।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के आगमन पर पारम्परिक वाद्ययंत्र मोहरी का सामूहिक वादन कर आत्मीय स्वागत किया गया।मुख्यमंत्री श्री साय ने बूढ़ादेव की पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों की खुशहाली की कामना भी की।
कार्यक्रम में वन मंत्री श्री केदार कश्यप, स्कूल शिक्षा मंत्री श्री गजेन्द्र यादव, सांसद श्री महेश कश्यप, सांसद श्री भोजराज नाग, विधायक श्री नीलकंठ टेकाम, कांकेर विधायक श्री आशाराम नेताम, छत्तीसगढ़ मछुआ कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष श्री भरत मटियारा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रीता शोरी, श्री कमलचंद्र भंजदेव, पूर्व सांसद श्री मोहन मण्डावी, पूर्व विधायक श्री शिशुपाल शोरी तथा गांडा समाज के पदाधिकारी श्री प्रदीप कुलदीप, डॉ. किरण बघेल और श्री अशोक चौहान सहित बड़ी संख्या में गणमान्य जन उपस्थित थे।
पंडुम कैफे का शुभारंभ बस्तर में नक्सल उन्मूलन की दिशा में हो रहे सकारात्मक परिवर्तन का प्रेरक प्रतीक – मुख्यमंत्री श्री साय
रायपुर 17 नवम्बर 2025/मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने बस्तर में सामाजिक-आर्थिक बदलाव के नए अध्याय की शुरुआत करते हुए आज जगदलपुर में ‘पंडुम कैफ़े’ का शुभारंभ किया। यह कैफ़े नक्सली हिंसा के पीड़ितों और समर्पण कर चुके सदस्यों के पुनर्वास हेतु छत्तीसगढ़ सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसने हिंसा का मार्ग छोड़कर मुख्यधारा में लौटने वालों को सम्मानजनक और स्थायी आजीविका प्रदान करने की दिशा में मजबूत कदम बढ़ाया है। यह अनूठी पहल संघर्ष से सहयोग तक के प्रेरणादायक सफर को दर्शाती है।‘पंडुम कैफ़े’ जगदलपुर के पुलिस लाइन परिसर में स्थित है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने ‘पंडुम कैफे’ में कार्यरत नारायणपुर की फगनी, सुकमा की पुष्पा ठाकुर, बीरेंद्र ठाकुर, बस्तर की आशमती और प्रेमिला बघेल के साथ सौहार्दपूर्ण बातचीत की। उन्होंने नई शुरुआत के लिए उनका हौसला बढ़ाया और ‘पंडुम कैफ़े’ के बेहतर संचालन के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं भी दीं।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि पंडुम कैफ़े का शुभारंभ बस्तर क्षेत्र में नक्सलवाद के उन्मूलन की दिशा में हो रहे सकारात्मक परिवर्तन का एक प्रेरक प्रतीक है। मुख्यमंत्री ने श्री साय ने कहा कि पंडुम कैफे आशा, प्रगति और शांति का उज्ज्वल प्रतीक है। कैफे में कार्यरत युवा, जो नक्सली हिंसा के पीड़ित तथा हिंसा का मार्ग छोड़ चुके सदस्य हैं, अब शांति के पथ पर अग्रसर हो चुके हैं। जिला प्रशासन और पुलिस के सहयोग से उन्हें आतिथ्य सेवाओं, कैफ़े प्रबंधन, ग्राहक सेवा, स्वच्छता मानकों, खाद्य सुरक्षा और उद्यमिता कौशल का गहन प्रशिक्षण प्रदान किया गया है।
हिंसा का मार्ग छोड़कर शांति के पथ पर लौटे और कैफ़े में कार्यरत एक महिला ने इस अवसर पर भावुक होकर इस पुनर्वास पहल से हुए बदलाव की बात दोहराई। एक पूर्व माओवादी कैडर ने कहा कि,“हमने अपने अतीत में अंधेरा देखा था। आज हमें समाज की सेवा करने का यह अवसर मिला है, यह हमारे लिए एक नया जन्म है। बारूद की जगह कॉफी परोसना और अपनी मेहनत की कमाई से जीना—यह एहसास हमें शांति और सम्मान दे रहा है।”
एक अन्य सहयोगी ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि,“पहले हम अपने परिवार को सम्मानजनक जीवन देने का सपना भी नहीं देख सकते थे। अब हम अपनी मेहनत से कमाए पैसों से घर के सदस्यों का भविष्य संवार सकते हैं। यह सब प्रशासन और इस कैफ़े की वजह से संभव हुआ है।”
एक अन्य सदस्य ने समुदाय के सहयोग पर जोर देते हुए कहा कि,“हमें लगा था कि मुख्यधारा में लौटना आसान नहीं होगा, लेकिन पुलिस और जिला प्रशासन ने हमें प्रशिक्षण दिया और हमारा विश्वास जीता। सबसे बड़ी बात यह है कि हम अब पीड़ितों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं, जिससे हमें अपने अतीत के अपराधों को सुधारने और शांति स्थापित करने का अवसर मिला है।”
उन्होंने यह भी बताया कि ‘पंडुम’ बस्तर की सांस्कृतिक जड़ों को दर्शाता है, और इसकी टैगलाइन “जहाँ हर कप एक कहानी कहता है” इस बात का प्रतीक है कि यहाँ परोसी गई कॉफी सिर्फ स्वाद ही नहीं, बल्कि साहस, संघर्ष पर विजय और एक नई शुरुआत की कहानी भी अपने साथ लेकर आती है।
इस अवसर पर वन मंत्री श्री केदार कश्यप, शिक्षा मंत्री श्री गजेन्द्र यादव, सांसद श्री महेश कश्यप, जगदलपुर विधायक श्री किरण सिंह देव, चित्रकोट विधायक श्री विनायक गोयल, बेवरेज कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष श्री श्रीनिवास राव मद्दी, अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष श्री रूपसिंह मंडावी, जगदलपुर महापौर श्री संजय पांडे, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती वेदवती कश्यप, संभागायुक्त श्री डोमन सिंह, पुलिस महानिरीक्षक श्री सुन्दरराज पी., कलेक्टर श्री हरिस एस., पुलिस अधीक्षक श्री शलभ सिन्हा सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारीगण भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रविवार को जबलपुर में सूर्या हॉफ मैराथन-2025 के तृतीय संस्करण की नई दिल्ली से वर्चुअली जुड़ कर आयोजन के लिए बधाई और शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस अवसर पर जबलपुर में विद्यमान मध्य भारत एरिया के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेन्ट जनरल श्री पदम सिंह शेखावत और सूर्या हॉफ मैराथन के आयोजन से जुड़ी सेना की टीम और धावकों से वर्चुअली संवाद किया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव शामिल हुए सनातन हिंदू एकता पदयात्रा में
हम सत्ता के माध्यम से व्यवस्थाओं में बदलाव के उद्देश्य से कर रहे हैं कार्य
पाञ्चजन्य पत्रिका भारतीय विचार परम्परा का सशक्त संवाहक
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पाञ्चजन्य सुशासन संवाद 2.0 कार्यक्रम को किया संबोधित
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बहनों के आर्थिक कल्याण के लिए हमने जो वादा किया, उसे पूरा भी किया
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