ईश्वर दुबे
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छत्तीसगढ़ की कोरबा लोकसभा सीट पर तीसरे चरण में 23 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे. इस चरण में कोरबा के अलावा 14 राज्यों की 114 लोकसभा सीटों पर भी वोटिंग होगी. इसके बाद 23 मई को मतगणना होगी और चुनाव परिणाम घोषित किए जाएंगे.
कोरबा लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी ने ज्योति नंद दुबे, कांग्रेस पार्टी ने ज्योत्सना चंद्रदास महंत, बहुजन समाज पार्टी ने परमित सिंह, अंबेडकराइट पार्टी ऑफ इंडिया ने ने चंद्र भूषण कंवर और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने तुलेश्वर हीरा सिंह मरकम को चुनाव मैदान में उतारा है. इस सीट पर कुल 13 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं.
इससे पहले साल 2014 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के बंशीलाल महतो ने जीत दर्ज की थी. उन्होंने अपने करीबी कांग्रेस प्रतिद्वंदी चरणदास महंत को हराया था. पिछले लोकसभा चुनाव में बंशीलाल महतो को 4 लाख 39 हजार दो वोट हासिल हुए थे, जबकि कांग्रेस के चरणदास महंत 4 लाख 34 हजार 737 वोट मिले थे. पिछली बार इस सीट पर कुल 73.35 फीसदी मतदान हुआ था. हालांकि इस बार बीजेपी ने बंशीलाल महतो का टिकट काट दिया और उनकी जगह ज्योति नंद दुबे को चुनाव मैदान में उतारा है.
इससे भी पहले साल 2009 में कोरबा लोकसभा सीट पर कांग्रेस के चरण दास ने बाजी मारी थी. उन्होंने बीजेपी की करुणा शुक्ला को हराया था. साल 2009 के लोकसभा चुनाव में चरण दास को 3 लाख 14 हजार 616 वोट मिले थे और करुणा शुक्ला को 2 लाख 93 हजार 879 वोट मिले थे. इस सीट पर मतदान 58.42 फीसदी रहा.
कोरबा लोकसभा सीट साल 2008 में अस्तित्व में आई. इसके बाद यहां साल 2009 में लोकसभा चुनाव हुए और कांग्रेस ने जीत का परचम फहराया. हालांकि साल 2014 में उसे बीजेपी के हाथों हार का सामना करना पड़ा. कोरबा संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आठ विधानसभा सीटें आती हैं. इनमें भरतपुर-सोनहत (एसएसटी), रामपुर (एसएसटी), पाली-तानाखार (एसएसटी), मनेन्द्रगढ़, कोरबा, मरवाही (एसएसटी), बैकुंठपुर और कटघोरा विधानसभा सीटें शामिल हैं.
कोरबा जिले का गठन 25 मई 1998 को किया गया था. यह एक आदिवासी बहुसंख्यक जिला है, जो छत्तीसगढ़ के उत्तर-मध्य भाग में स्थित है. कोरबा छत्तीसगढ़ राज्य की पावर कैपिटल कही जाती है. यह जिला बिलासपुर संभाग के अंतर्गत आता है और मुख्य रूप से आदिवासी द्वारा संरक्षित जनजाति कोरवा (पहाड़ी कोरवा) का बसाया हुआ है.
छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना 1 नवंबर 2000 को मध्य प्रदेश के 16 जिलों को मिलाकर की गई. इसके बनाए जाने के पीछे मुख्य आधार छत्तीसगढ़ी बोलने वाले जिले थे. छत्तीसगढ़ में कुल पांच संभाग रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, सरगुजा और बस्तर हैं. सूबे में कुल 27 जिले हैं. इस राज्य में 11 लोकसभा और 5 राज्यसभा सीटें आती हैं. यह क्षेत्रफल के हिसाब से देश का दसवां सबसे बड़ा राज्य है. फिलहाल राज्य की राजधानी रायपुर है, जिसे बदलकर नया रायपुर किया जाना प्रस्तावित है.
हंसदेव और अहिरन नदियों के संगम के किनारे बसे कोरबा में हरे-भरे जंगल हैं. कोरबा को छत्तीसगढ़ का औद्योगिक केंद्र भी कहा जाता है. कोयला और पानी जैसे बिजली उत्पादन के लिए आवश्यक सभी आवश्यक कच्चे माल से जिला अपने आपमें समृद्ध है. यहां चार थर्मल पावर प्लांट NTPC, KTPS, BALCO & BCPP, DSPM, CSEB ईस्ट, CSEB वेस्ट हैं.
इनके अलावा माचाडोली (बांगो) में स्थित एक हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर स्टेशन है. कोल इंडिया लिमिटेड के तहत SECL कंपनी की कोरबा जिले में कई बड़ी खदानें हैं. साथ ही सबसे बड़ी एल्युमीनियम उत्पादन करने वाली बाल्को (भारत एल्युमिनियम कंपनी) भी यहां स्थित है.
इस लोकसभा सीट पर साल 2014 में पुरुष मतदाताओं की संख्या 7 लाख 25 हजार 821 थी, जिनमें से 5 लाख 46 हजार 46 ने वोटिंग में हिस्सा लिया था. वहीं पंजीकृत 6 लाख 93 हजार 789 महिला वोटरों में से 5 लाख 6 हजार 674 महिला वोटरों ने वोट डाला था. इस तरह कुल 14 लाख 19 हजार 610 मतदाताओं में से कुल 10 लाख 52 हजार 720 ने चुनाव में अपनी हिस्सेदारी दर्ज की थी.