ईश्वर दुबे
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Bhilai
रायपुर. मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह ने कहा की भाजपा चौथी बार भी पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएगी। हालांकि उन्होंने इस बात से इंकार नहीं किया कि पार्टी को गठबंधन की जरूरत पड़ सकती है। उन्होंने जोगी के साथ गठबंधन की बात पर कहा कि इसकी संभावना कम है लेकिन समय आैर परिस्थिति के मुताबिक निर्णय लेंगे। मुख्यमंत्री ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में यह बातें कहीं।
दाे चरणों में संपन्न हुए छत्तीसगढ़ विधानसभा के चुनाव के परिणाम 11 दिसंबर को आएगा। दोनों ही चरणों में हुई वोटिंग के बाद भाजपा आैर कांग्रेस के अलावा जोगी कांग्रेस भी अपनी जीत के दावे कर रही है। मतगणना की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। इसके साथ ही कांग्रेस, भाजपा की लहर के अलावा यहां पर त्रिशंकु सरकार की संभावना भी तेज हो गई है।
एक आेर जहां कांग्रेस आैर बसपा-जोगी गठबंधन की अटकलें लगाई जा रही हैं वहीं दूसरी आेर मुख्यमंत्री ने गठबंधन पर बयान देकर एक नई राजनीतिक समीकरण को हवा दे दी है। दरअसल एक न्यूज चैनल ने मुख्यमंत्री से कई मुद्दों पर बात की। इसमें से गठबंधन पर भी मुख्यमंत्री से सवाल किए गए।
मुख्यमंत्री ने ईवीएम में गड़बड़ी की कांग्रेस की आशंका पर कहा कि कांग्रेस चुनाव हार रही है इसलिए ईवीएम की सुरक्षा पर सवाल उठा रही है। ये उनके अंदर की कमजोरी है आैर उन्होंने हार का बहाना पहले ही ढूंढ लिया है। डा.रमन सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री का चेहरा वह खुद हैं आैर भाजपा की सरकार में चौथी बार भी वही मुख्यमंत्री रहेंगे। राम मंदिर के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि कोर्ट का जो फैसला होगा उसके मुताबिक काम करेंेगे। इसके लिए आम सहमति की भी कोशिश करेंगे।
राहुल गांधी द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी काे अच्छा हिंदू नहीं बताए जाने पर उन्होंने कहा कि मोदी को राहुल से हिंदुत्व की शिक्षा लेने की जरूरत नहीं है। उनका बयान समझदारी वाला नहीं है। राहुल गांधी द्वारा राफेल के आरोप पर रमन ने कहा कि झूठ का कोई सिर-पैर नहीं होता।
चुनाव के बाद गोवा में छुट्टी मनाने गया जोगी परिवार रविवार को लौट आया। एयरपोर्ट पर पार्टी के कार्यकर्ताओं ने अजीत जोगी, रेणु जोगी, अमित जोगी और ऋचा जोगी का स्वागत किया। यहां पत्रकारों से चर्चा में अजीत जोगी ने कहा कि गोवा मौसम सुहाना है छत्तीसगढ़ में गर्म। इवीएम में गड़बड़ी के विवाद पर उन्होंने कहा कि अब गड़बड़ी होगी तो होगी, सब 11 को ही पता चलेगा। फिलहाल इस अवसर पर कोई दावा नहीं किया, लेकिन सब जोगी की ओर देख रहे हैं।
इधर जोगी कांग्रेस ने खरीद फरोख्त का अंदेशा जताया है। जोगी कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता नितिन भंसाली ने कहा कि चुनाव परिणाम के बाद प्रदेश के दो प्रमुख राष्ट्रीय दल हार के भय से हताश होकर सत्ता पाने खरीद फरोख्त की राजनीति कर सकते है। इस मामले में जोगी कांग्रेस ने साक्ष्यों के साथ शिकायत करने की बात कही है। भंसाली ने कहा है कि दोनों ही राष्ट्रीय दल के नेताओ ने सत्ता पाने के लिए जोड़ तोड़ ओर खरीद फरोख्त की राजनीति करने की पूरी प्लानिंग कर ली है। उनके गठबंधन के विधायक प्रत्याशियों से इन दोनों दलों के नेता लगातार संपर्क कर प्रलोभन का प्रयास कर रहे हैं जिसकी साक्ष्यों के साथ शिकायत प्रमुख जांच एजेंसियों और आयोग में करने की तैयारी की जा रही है।
इसमें आश्चर्य की कोई बात नही है। उनकी बी-टीम तो है ही वो। हम पहले भी कहते रहे हैं कि जोगी आैर रमन सिंह में सांठगांठ हैं। अब उनका यह बयान इसे आैर पुख्ता कर रहा है। वैसे भी रमन सिंह, अजीत जोगी की कई मामलों में पहले भी मदद कर चुके हैं। जोगी के कई मामले वे दबा कर रखे हैं। जाति प्रकरण हो या अंतागढ़ टेपकांड सभी मामले दबे हुए हैं। जबकि अंतागढ़ टेपकांड में सब कुछ सामने आ चुका है। यदि वे एेसा करेंगे तो सबके सामने एक्सपोज हो जाएंगे। वैसे उन्हें इसका अवसर नहीं मिलेगा। क्योंकि कांग्रेस पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आ रही है।
छत्तीसगढ़ में वापसी को लेकर कांग्रेस पार्टी के भले अपने दावे हों लेकिन इन दिनों उसे एक नया डर भी सता रहा है। यह डर उसके जीतने वाले विधायकों की खरीद-फरोख्त का है। पिछले दिनों राहुल गांधी की अध्यक्षता में एक बैठक हुई जिसमें जीत के आगे की रणनीति तय की गई है।
28 नवंबर को कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय, राजीव भवन में प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया, पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल, नेता-प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव समेत अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में 90 प्रत्याशियों की बैठक हुई थी। यहां तय किया गया कि चुनाव के परिणाम जारी होते ही सभी विधायक रायपुर के लिए रवाना हो जाएंगे। पार्टी का मानना है कि अपने निर्वाचन क्षेत्र में रात से उन पर दबाव बनाया जा सकता है।
रायपुर में क्या होगा यह पार्टी हाई कमान तय कर चुका है। पिछले तीन विधानसभा चुनावों के मुकाबले कांग्रेस ने इस बार अलग तरह की रणनीति बनाई है।
पार्टी ने हर जिले में पदाधिकारियों की एक टीम बनाने का फैसला किया है। टीम में शामिल सदस्यों का काम विधायकों को निश्चित स्थान तक पहुंचाने का होगा। आखिरी समय पर रायपुर की जगह विधायकों को किसी गोपनीय स्थान पर भी भेजा जा सकता है। पार्टी, विधायकों के मोबाइल की गतिविधियों पर भी नजर रखेगी।
2003 में भाजपा सरकार बनाने की तैयारी कर रही थी। तत्कालीन मुख्यमंत्री अजीत जोगी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी की चुनावों में हार हुई थी। इसी दौरान भाजपा के विधायकों को तोड़ने की कोशिश हुई और तत्कालीन मुख्यमंत्री अजीत जोगी का नाम सामने आया था। इसकी जांच भी हुई थी।
जगदलपुर, 02 दिसंबर । ओडि़शा से बहकर आने वाली बस्तर की जीवन रेखा इन्द्रावती नदी में लगातार पानी की कमी होती जा रही है और इससे कई परंपरागत मछलियों की प्रजातियां व जीव जंतु या तो अपना अस्तित्व खो चुके हैं या खत्म हो गये हैं। इससे गंभीर पर्यावरणीय समस्यायें भी खड़ी हो रही है।
इस संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार इस नदी का प्रवाह छग के बस्तर भू-भाग में करीब 234 किमी क्षेत्र में होता है। पहले के समय में इस नदी में विभिन्न प्रकार की मछलियों की प्रजातियां पाई जाती थीं। वहीं कई प्रकार के केकड़ों की प्रजातियों को ग्रामीण पकड़कर अपना पेट पालते थे। नदी में पानी की कमी से कई प्रकार की मछलियों की नस्ल आज समाप्त हो चुकी हैं, अब इन्द्रावती में पहले की तरह मछलियां नहीं मिलती।
सुकमा, 2 दिसम्बर । सोमवार को सुकमा जिला किस्टारम थाना क्षेत्र साकलेर के जंगलो में पुलिस नक्सली मुठभेड़ हुई थी, जिसमें दो जवान शहीद हो गए थे। मुठभेड़ में 5 महिला और 3 पुरुष समेत 8 वर्दीधारी नक्सली ढेर हुए थे।
मुठभेड़ के तुरंत बाद नक्सलियों कि पहचान होने के बाद सभी थानों में सूचना दे दी गई थी। 7 नक्सलियों के परिजन नक्सलियों के शव को लेकर चले गए। इसमें मुठभेड़ में एक महिला नक्सली कि पहचान नहीं हुई।
बालोद, 02 दिसंबर। मिंजाई करते समय ट्रेक्टर पलटने से एक व्यक्ति की घटनास्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई और आधा दर्जन लोग घायल हो गए। घायलों को उपचारार्थ जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां एक व्यक्ति की स्थिति गंभीर बनी हुई है। घटना इतनी तेजी से और भयंकर रूप से हुई कि ट्रेक्टर में दबे युवक को बचाया नहीं जा सका। इस घटना के बाद गांव में मातम पसर गया। घटना शनिवार दोपहर की बताई गई है।
बालोद जिला मुख्यालय से 13 किमी दूर ग्राम भेडिय़ा नवागांव में थ्रेसर सहित ट्रेक्टर पलट गया। ट्रेक्टर पलटते ही तीन लोग दूर छिटक गए और तीन दब गए। जिसमें से दो लोग को किसी तरह बाहर निकाल लिया गया। एक युवक ट्रेक्टर में ही दबा रहा जिससे उसकी मौत हो गई। बताया जाता है कि ड्राइवर की लापरवाही की वजह से यह घटना हुई है।
जगदलपुर, 30 नवंबर । छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में कल देर शाम पुलिस और नक्सलियों के बीच हुयी मुठभेड़ के बाद पुलिस ने भागते हुए 8 नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। मौके से एक 303 बंदूक समेत बम बनाने का सामान बरामद किया गया है। पुलिस ने नक्सलियों का कैम्प भी ध्वस्त कर दिया है।
बस्तर आईजी विवेकानंद सिंहा ने बताया कि सूचना मिली थी कि किरंदुल थाना क्षेत्र के हिरोली गांव के दोक्कापारा के जंगल में नक्सलियों ने कैम्प बना रखा है। फौरन ही डीएफ, डीआरजी और सीआरपीएफ के 50 जवानों की टुकड़ी रवाना की गयी, जिसने योजनाबद्ध तरीके से इलाके की घेराबंदी शुरू कर दी। पुलिस की मौजूदगी भांपकर नक्सलियों ने गोलीबारी प्रारंभ कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस बल ने अविलंब मोर्चा संभालते हुए फायरिंग की। लगभग एक-डेढ़ की मुठभेड़ बाद नक्सलियों के हौसले पस्त हो गए और वे जंगल की ओर भागने लगे, जिनका पीछा कर 4 महिला एवं 4 पुरूष नक्सलियों को दबोच लिया गया। गिरफ्तार नक्सलियों की शिनाख्त की जा रही है, जो मलांगिर एरिया कमेटी के सदस्य बताए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि घटनास्थल की सर्चिंग के दौरान एक भरमार बंदूक, दो तीर बम, एक हेंड ग्रेनेड, दो डेटोनेटर, एक स्विच, कॉर्डेक्स वायर, पटाखे एक मोबाइल और दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद की गयी है।
कोरबा 30 नवम्बर । आयुक्त रणबीर शर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि डोर-टू-डोर अपशिष्ट संग्रहण के कार्य में और अधिक कसावट लाएं, जिन वार्डो में निगम द्वारा यह कार्य किया जा रहा है, वहां के शत प्रतिशत घरों, दुकानों से अपशिष्ट संग्रहित हों, यह अंतिम रूप से सुनिश्चित करें, साथ ही अपशिष्ट के सेग्रीग्रेशन, गीले व सूखे कचरे के प्रसंस्करण व समापन कार्य को बेहतर स्वरूप में संपादित कराएं।
आयुक्त श्री रणबीर शर्मा ने आमनागरिकों से अपील करते हुए कहा है कि घरों एंव दुकानों से निकले हुए अपशिष्ट को सार्वजनिक स्थानों, सड़क, नाली, चौक-चौराहों आदि में न डालें, सूखे एवं गीले कचरे को पृथक-पृथक डस्टबिन में संग्रहित करके रखें तथा डोर-टू-डोर अपशिष्ट संग्रहण हेतु पहुंचने वाले निगम के सफाईमित्र के वाहन में ही कचरे को डालें एवं शहर को साफ-सुथरा रखने व निगम की सफाई व्यवस्था के सुचारू संचालन में अपना सहयोग दें।
राजनांदगांव, 30 नवंबर । जिले के सोमनी इलाके से एक दर्दनाक हादसे की खबर सामने आई है। खबर है कि सोमनी के पास पार्वती लुब्रिकेंट फैक्ट्री के आयल टैंक में धमाका हो गया। जिसके चपेट में आने से एक मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल मजदूर को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां हालत गंभीर बनी हुई है। फैक्ट्री में ब्लास्ट की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेट और पुलिस की टीम मौके पर पहुंचे। कड़ी मशक्कत के बाद फैक्ट्री में लगी आग पर काबू पाया गया है।
रायगढ़, 30 नवंबर । थाना प्रभारी चक्रधरनगर निरीक्षक युवराज तिवारी के नेतृत्व में हमराह स्टाफ द्वारा दिनांक 28.11.2018 के शाम करीब 07.30 बजे मुखबिर सूचना पर इंदिरा विहार के पास ट्रक क्रमांक डब्लयूबी 23 डी 3256 को रोककर चेक किया गया, जिसमें करीब 19 टन कबाड समान (लोहा, टिन के टुकडे) को अवैध रूप से परिवहन किया जा रहा था, मौके पर ट्रक चालक से पूछताछ कर ट्रक को मय कबाड सहित जप्त कर ट्रक के चालक के विरूद्ध इस्तगासा क्रमांक 07/18 धारा 41(1+4)सीआरपीसी/379 आईपीसी की कार्यवाही की गई है ।
दंतेवाड़ा, 30 नवंबर । छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में आज सुबह नक्सलियों द्वारा बिछाए गए प्रेशर बम विस्फोट में एक सहायक आरक्षक रैनू भास्कर गंभीर रूप से जख्मी हो गया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार अरनपुर थाने से आज सुबह पुलिस का संयुक्त बल गश्त सर्चिंग के लिए रवाना किया गया था। ग्राम ककाड़ी के समीप जंगल में नक्सलियों द्वारा बिछाए गए पे्रशर बम में पैर पडऩे पर विस्फोट हो गया। धमाके में जिला बल का सहायक आरक्षक रैनू भास्कर गंभीर रूप से जख्मी हो गया है। रैनू को प्राथमिक उपचार के बाद रायपुर रेफर किया जा रहा है।
बिलासपुर, 30 नवंबर । हाईकोर्ट ने किसी भी शासकीय कर्मचारी के निधन पर मृतक के आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति व अन्य सहायता दिलाए जाने का दायित्व विभाग के वरिष्ठ अधिकारी की है। अधिकारी को आश्रितों को नियमों की जानकारी दी जानी चाहिए। कोर्ट ने मामले में याचिकाकर्ता के आवेदन को स्वीकार कर नियमानुसार अनुकंपा नियुक्ति देने का आदेश दिया है।
याचिकाकर्ता डिगेश्वर प्रसाद के पिता विशेलाल बालोद में सहायक शिक्षक के पद पर कार्यरत थे। सेवाकाल के दौरान 1999 में उनका निधन हो गया। पिता के निधन के समय याचिकाकर्ता की उम्र नौ साल थी। मृतक सहायक शिक्षक के आश्रितों को विभाग की ओर से अनुकंपा नियुक्ति के नियम के संबंध में कोई जानकारी नहीं दी गई।
याचिकाकर्ता डिगेश्वर बालिग होने पर शिक्षा विभाग में अनुकंपा नियुक्ति दिए जाने आवेदन पेश किया। विभाग ने शासकीय कर्मचारी के निधन होने के बाद तीन वर्ष के अंदर ही अनुकंपा नियुक्ति दिए जाने का नियम होने का हवाला देते हुए आवेदन को निरस्त कर दिया।
याचिकाकर्ता ने शिक्षा सचिव को भी आवेदन दिया। शिक्षा सचिव द्वारा भी आवेदन निरस्त किए जाने पर हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की। इसमें कहा गया कि पिता का निधन होने के समय वह नाबालिग था। अनुकंपा नियुक्ति के संबंध में उसे कोई जानकारी नहीं थी। इसके अलावा विभाग की ओर से भी उसकी मां को कुछ नहीं बताया गया। बालिग होने पर आवेदन दिया गया है।
याचिका में जस्टिस पी सेम कोशी के कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि यदि किसी शासकीय कर्मचारी का निधन होता है तो विभाग के वरिष्ठ अधिकारी का यह दायित्व है कि तीन माह के अंदर मृतक के आश्रित या उत्तराधिकारी को यह बताए कि अनुकंपा नियुक्ति कैसे मिलेगी। इसके अलावा मिलने वाले अन्य लाभ की भी जानकारी दी जानी चाहिए। याचिकाकर्ता के पिता का जब निधन हुआ तो वह अबोध बालक था। विभाग की ओर से कोई जानकारी नहीं दी गई। याचिकाकर्ता अनुकंपा नियुक्ति प्राप्त करने का हकदार है। कोर्ट ने शासन को याचिकाकर्ता के आवेदन पर नियमानुसार निर्णय लेते हुए अनुकंपा नियुक्ति देने का आदेश दिया है।
कबीरधाम(कवर्धा। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के गृह जिले कबीरधाम(कवर्धा ) के तहत दो विधानसभा सीट आती हैं पंडरिया और कवर्धा । कवर्धा में अभी भाजपा का ही कब्जा है, कवर्धा से अशोक साहू और पंडरिया से मोतीराम चंद्रवंशी भाजपा विधायक हैं। कवर्धा और पंडरिया विधानसभा पर मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, सांसद अभिषेक सिंह और परिवार के सदस्यों का सीधा दखल रहता है। यही नहीं, भाजपा उम्मीदवार को चुनाव जिताने के लिए मुख्यमंत्री का कुनबा खुद डेरा डालता है और वोटरों से सीधा संपर्क करता है। चुनाव में हर बार कवर्धा और पंडरिया से विधायक होने के बावजूद भाजपा नए उम्मीदवार पर दांव लगाती है। कवर्धा और पंडरिया से कांग्रेस भी कड़ी टक्कर देने के लिए मजबूत दावेदार मैदान में उतारती रही है। पंडरिया से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोहम्मद अकबर ने वर्ष 2008 के चुनाव में जीत दर्ज की थी। लेकिन उनके बाद से दोनों सीटों पर कांग्रेस को जीत नहीं मिल पाई। इस बार भाजपा हैट्रिक लगाने की तैयारी में है।
पंडरिया विधानसभा
छत्तीसगढ़ की पंडरिया विधानसभा सीट 2008 के परसीमन के बाद वजूद में आई है। एक बार कांग्रेस और एक बार बीजेपी इस सीट पर जीत चुकी है। मौजूदा समय में बीजेपी का कब्जा है। जबकि कांग्रेस दोबारा से वापसी के लिए बेताब है। पंडरिया विधानसभा के वनांचल का इलाका आज भी बुनियादी सुविधाओं से जूझ रहा है और यहां पेयजल, स्वास्थ्य, शिक्षा समस्या प्रमुख है। कांग्रेस और बीजेपी दोनों पार्टियों ने यहां से जीत हासिल की है, लेकिन समस्याएं जस की तस बनी हुई है।2013 के विधानसभा चुनाव में पंडरिया सीट पर 15 उम्मीदवार मैदान में उतरे थे। बीजेपी के मोतीराम चन्द्रवंशी ने कांग्रेस के लालजी चन्द्रवासी को मात देकर कब्जा किया था।बीजेपी उम्मीदवार को 81685 वोट मिले थे। जबकि कांग्रेस उम्मीदवार को 74412 वोट मिले थे। इसके अलावा जीजीपी के निर्मल सलूजा को 7377 और सीएसएम के रामकृष्ण साहू को 5502 वोट मिले थे।2008 के नतीजे में कांग्रेस उम्मीदवार अकबर को 72397 वोट मिले थे। बीजेपी के लालजी चंद्रवासी को 70536 वोट मिले थे
कवर्धा विधानसभा
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह के गृह जिले कवर्धा की विधानसभा सीट वीआईपी सीट है। यहां पर पिछले दो चुनावों में भारतीय जनता पार्टी ने जीत दर्ज की है। यानी इस बार नज़र हैट्रिक पर होगी।रमन सिंह का गृह जिला होने की वजह से इस सीट पर सभी की नज़रें टिकी होती हैं और सीएम की साख भी इससे जुड़ जाती है।हालांकि, बीजेपी के लिए चिंता का विषय ये है कि पिछला चुनाव यहां से विधायक अशोक साहू ने मात्र 2000 वोटों के अंतर से ही जीता था। ऐसे में रमन सिंह पर अपने ही घर में बीजेपी को जीत दिलाना ही चुनौती बन सकता है।2013 विधानसभा चुनाव में अशोक साहू, बीजेपी को 93645 वोट मिले अकबर भाई, कांग्रेस, को 91087 वोट मिले थे। 2008 विधानसभा चुनाव में सियाराम साहू, बीजेपी को 78817 वोट मिले और योगेश्वराज सिंह, कांग्रेस को 68409 वोट मिले थे। 2003 विधानसभा चुनाव में योगेश्वराज सिंह, कांग्रेस को 51092 वोट मिले थे जबकि सियाराम साहू, बीजेपी ने 46904 वोट पाए थे। इस सीट की चर्चा करना इसलिए भी लाजिमी है क्योंकि इस विधानसभा सीट पर जीत-हार के अंतर से नोटा को मिले वोटों की संख्या तीन गुना से भी ज्यादा थी। इस सीट पर बीजेपी के प्रत्याशी अशोक साहू ने 93,645 से वोटों के साथ जीत दर्ज की थी। वहीं, कांग्रेस की ओर से उम्मीदवार रहे अकबर भाई को 91,087 वोट मिले थे। इस सीट पर जीत-हार का अंतर 2,558 मत का रहा था। वहीं इस सीट पर नोटा को मिले वोटों की संख्या 9,229 थी।
भिलाई,। न्यू खुर्सीपार निवासी जागीर चौक पंजाबी मोहल्ला रविकांत यादव का 12 वर्षीय पुत्र आशीष कुमार उर्फ सूरज यादव पिछले 24 नवंबर से कही लापता हो गया है। घर वालों ने अपने रिश्तेदारों के यहां खोजबीन करने के बाद खुर्सीपार थाना में सूरज के गुमशुदगी का रिपोर्ट दर्ज कराया है। सूरज के पिता रविकांत ने थाने में रिपोर्ट लिखाने के दौरान पुलिस को बताया है कि किसी अज्ञात व्यक्ति उसे बहला फुसला कर कहीं ले जाया गया है, पुलिस धारा 363 मामला दर्ज कर विवेचना कर रही है।
कई बार शिकायतों के बाद नही हो रहा सुधार
हाजिर रहने के बाद भी गैर हाजिर कर रहा है शो
भिलाई,। नगरीय निकाय प्रशासन के आदेश पर नगर निगम में कार्यरत कर्मियों के हाजिरी के लिए निष्ठा एप की मशीन में अंगूठा लगाकर उपस्थिति दर्ज कराने का कार्य हो रहा था, इसी एप के माध्यम से कर्मियों की हाजिरी लग रही थी और उसी आधार पर इनके वेतन का भुगतान किया जाता है, लेकिन निगम का निष्ठा एप पिछले कई महिने से गड़बडा रहा है, इसका डाटा बेस गलत सलत बता रहा है, अंगूठा लगाने के बाद भी गैर हाजिर शो करने के कारण निगम कर्मियें की हजारों रूपये वेतन कट जा रहा है, इस निष्ठा एप के डाटा बेस को सुधारने छत्तीसगढ़ स्वायत्तशासी कर्मचारी संघ द्वारा कई बार अपने बडे अधिकारियों को शिकायत की लेकिन इसमें कोई सुधार नही हो रहा है, इससे भारी नाराज निगम कर्मी आज सड़क पर उतर गये और निष्ठा एप का अनुबंध समाप्त करने प्रदर्शन किया।
हर माह 80 कर्मचारियों की अटेंडेंस में आती है गड़बड़ी सामने
छत्तीसगढ़ स्वायत्तशासी कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि सेल्फी के साथ अटेंडेंस दर्ज कराने के लिए बनाई गई मोबाइल निष्ठा एप दगा दे रही है। कर्मचारियों का अटेंडेंस दर्ज नहीं हो रहा है। इससे भिलाई के अधिकारी कर्मचारिये में भारी आक्रोश है। इसलिए इस निष्ठा एप के विरोध पर उतर आए हैं।
निष्ठा एप में हर महीने 70-80 कर्मचारियों की अटेंडेंस में गड़बड़ी सामने आती है। सुधार के लिए कई बार एजेंसी को पत्र लिखा गया है। नगरीय प्रशासन विभाग के अधिकारियों को जानकारी दी गई। इसके बावजूद एजेंसी सॉफ्टेवयर के डेटा बेस को क्लीयर नहीं कर पाया।
इधर निगम के अधिकारी कर्मचारियों की उपस्थिति एप में दर्ज नहीं हो पा रही है। इसके कारण सेल्फी के साथ फोटोग्राफ एप में अपलोड करने बावजूद अटेंडेंस दर्ज नहीं होता। अटेंडेंस में गड़बड़ी की वजह से स्थापना विभाग अधिकारी कर्मचारियों के वेतन को रोक देती है। या फिर वेतन ही रोक दिया जाता है।
कल सौंपें थे ज्ञापन
नाराज अधिकारी कर्मचारियों ने बुधवार को उपायुक्त ए के द्विवेदी से मुलाकात की थी। निष्ठा एप की विसंगतियों को दूर करने की मांग की। उपायुक्त ने आयुक्त की अनुमति के बाद एक्ससेप्शन क्लीयर करने का आश्वासन दिया। सभी को निष्ठा एप के अलावा रजिस्टर पर भी हस्ताक्षर करने कहा था। बावजूद गुरुवार को नाराज निगमकर्मियों ने जमकर प्रदर्शन किया।